जय मां चिंतपूर्णी मंदिर में कल आएंगी 31 जगह से भव्य जोतें

जय मां चिंतपूर्णी मंदिर में कल आएंगी 31 जगह से भव्य जोतें

भास्कर न्यूज | जालंधर जय मां चिंतपूर्णी मंदिर सोसायटी न्यू आदर्श नगर में भक्तों की ओर से 25 जुलाई को माता रानी का भव्य जागरण करवाया जाएगा। कमेटी के सदस्यों ने कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली है। इस बारे में संस्था के प्रधान मनीष मोनू भगत ने बताया कि महामाई के भव्य जागरण के उपलक्ष्य में 24 जुलाई तक विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें मां चिंतपूर्णी जी, जय मां ज्वाला जी, जय मां बगलामुखी जी, मां नैना देवी, मां कांगड़ा जी, मां चमुंडा जी, मां काली, मां मनसा देवी, मां त्रिपुरमालिनी, मां वैष्णो देवी, मां सलानी माता,भद्रकाली माता, शीतला माता और माता आशा देवी व 31 पवित्र जगह से महामाई की भव्य जोत जालंधर की पवित्र धरती पर प्रवेश करेगी। सुबह हवन और शाम को महामाई का भव्य जागरण श्रद्धापूर्वक करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माता चिंतपूर्णी मंदिर न्यू आदर्श नगर से लेकर बस्ती नौ, बस्ती गुजां अड्‌ढा, बाबा बालक नाथ मंदिर, दिलबाग नगर, जेपी नगर से होते हुए शोभा यात्रा मंदिर परिसर में संपन्न हो जाएगी। इसके अलावा मनीष मोनू भगत ने कहा कि लगभग 2013 में मंदिर का नींव पत्थर रखा था। 2014 को मां की मूर्ति विधिवत रूप से स्थापित की गई थी। इस मंदिर को बनाने के लिए मेरे पास पैसे नहीं थे। हालांकि, कहीं नौकरी करते थे। लेकिन एक दिन मुझे स्वप्न आया कि यहां पर मां चिंतपूर्णी का मंदिर होना चाहिए। फिर हर घर के मिले सहयोग की बदौलत मंदिर की स्थापना हुई। जय मां चिंतपूर्णी मंदिर न्यू आदर्श नगर में जहां मां चिंतपूर्णी के दरबार के साथ-साथ भक्त मां के पिंडी रूप के दर्शन करते हैं। वहीं मां को रोजाना देसी घी से बने कड़ाह प्रसाद का भोग लगाया जाता है। भक्त रोजाना मां की स्तुति करते हैं। सेवक ने कहा कि मंदिर निर्माण में भक्तों का भी सहयोग मिला। मंदिर की खासियत यह है कि इसमें कोई भी पंडित नहीं बल्कि भक्त खुद मिलजुल कर सेवा व रोजाना पूजन करते है। मंदिर में सुबह शाम भक्तों द्वारा भव्य आरती की जाती है। उन्होंने बताया कि मंदिर प्रति वीना रानी, रघुबीर राय की इतनी श्रद्धा है कि वह बोल व सुन न पाने के बावजूद दिन-रात एक एक मंदिर की सेवा करते है। सुबह पांच बजे आकर रघुबीर जी मंदिर की सफाई करते है। उसके बाद पूजन व भक्तों के लिए प्रसाद की सेवा करते है। वीना रानी रोजाना देसी घी की कड़ाह तैयार करते है रात की आरती के बाद लगाया गया भोग भक्तों में बांटा जाता है। भास्कर न्यूज | जालंधर जय मां चिंतपूर्णी मंदिर सोसायटी न्यू आदर्श नगर में भक्तों की ओर से 25 जुलाई को माता रानी का भव्य जागरण करवाया जाएगा। कमेटी के सदस्यों ने कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली है। इस बारे में संस्था के प्रधान मनीष मोनू भगत ने बताया कि महामाई के भव्य जागरण के उपलक्ष्य में 24 जुलाई तक विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें मां चिंतपूर्णी जी, जय मां ज्वाला जी, जय मां बगलामुखी जी, मां नैना देवी, मां कांगड़ा जी, मां चमुंडा जी, मां काली, मां मनसा देवी, मां त्रिपुरमालिनी, मां वैष्णो देवी, मां सलानी माता,भद्रकाली माता, शीतला माता और माता आशा देवी व 31 पवित्र जगह से महामाई की भव्य जोत जालंधर की पवित्र धरती पर प्रवेश करेगी। सुबह हवन और शाम को महामाई का भव्य जागरण श्रद्धापूर्वक करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माता चिंतपूर्णी मंदिर न्यू आदर्श नगर से लेकर बस्ती नौ, बस्ती गुजां अड्‌ढा, बाबा बालक नाथ मंदिर, दिलबाग नगर, जेपी नगर से होते हुए शोभा यात्रा मंदिर परिसर में संपन्न हो जाएगी। इसके अलावा मनीष मोनू भगत ने कहा कि लगभग 2013 में मंदिर का नींव पत्थर रखा था। 2014 को मां की मूर्ति विधिवत रूप से स्थापित की गई थी। इस मंदिर को बनाने के लिए मेरे पास पैसे नहीं थे। हालांकि, कहीं नौकरी करते थे। लेकिन एक दिन मुझे स्वप्न आया कि यहां पर मां चिंतपूर्णी का मंदिर होना चाहिए। फिर हर घर के मिले सहयोग की बदौलत मंदिर की स्थापना हुई। जय मां चिंतपूर्णी मंदिर न्यू आदर्श नगर में जहां मां चिंतपूर्णी के दरबार के साथ-साथ भक्त मां के पिंडी रूप के दर्शन करते हैं। वहीं मां को रोजाना देसी घी से बने कड़ाह प्रसाद का भोग लगाया जाता है। भक्त रोजाना मां की स्तुति करते हैं। सेवक ने कहा कि मंदिर निर्माण में भक्तों का भी सहयोग मिला। मंदिर की खासियत यह है कि इसमें कोई भी पंडित नहीं बल्कि भक्त खुद मिलजुल कर सेवा व रोजाना पूजन करते है। मंदिर में सुबह शाम भक्तों द्वारा भव्य आरती की जाती है। उन्होंने बताया कि मंदिर प्रति वीना रानी, रघुबीर राय की इतनी श्रद्धा है कि वह बोल व सुन न पाने के बावजूद दिन-रात एक एक मंदिर की सेवा करते है। सुबह पांच बजे आकर रघुबीर जी मंदिर की सफाई करते है। उसके बाद पूजन व भक्तों के लिए प्रसाद की सेवा करते है। वीना रानी रोजाना देसी घी की कड़ाह तैयार करते है रात की आरती के बाद लगाया गया भोग भक्तों में बांटा जाता है।   पंजाब | दैनिक भास्कर