सऊदी अरब से पत्नी को मारने के लिए भेजे शूटर:मेरठ से मुजफ्फरनगर जाते वक्त घेरकर चलवाई गोली, बेटे ने भागकर बचाई जान

सऊदी अरब से पत्नी को मारने के लिए भेजे शूटर:मेरठ से मुजफ्फरनगर जाते वक्त घेरकर चलवाई गोली, बेटे ने भागकर बचाई जान

मेरठ में महिला और उसके बेटे पर हुए जानलेवा हमले का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। गोली चलाने वाले 2 शूटर्स पकड़े गए हैं। दोनों ने पूछताछ में पुलिस को बताया- प्रियंका पर किसी और ने नहीं बल्कि उसके पति ने कातिलाना हमला कराया था। प्रियंका का पति प्रवीन सऊदी में ड्राइवर है। उसे अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था। इसी कारण वो पत्नी की हत्या कराना चाहता था। उसने 4 महीने पहले हत्या की प्लानिंग की। प्रवीन ने अपने एक भांजे और दोस्त को तैयार किया। 20 हजार में डील फाइनल हो गई। मगर, मोबाइल ट्रेसिंग से पुलिस हमलावरों तक पहुंच गई। SP सिटी आयुष विक्रम सिंह ने घटना का खुलासा किया। 3 दिन पहले जो हुआ, पहले वो पढ़िए… हमले के वक्त मां को छोड़कर भागा बेटा
तारीख 21 जुलाई… सुबह के 9 बज रहे थे। गंगानगर ईशापुरम की रहने वाली प्रियंका अपने बेटे विनय के साथ छोटे बेटे से मिलने पुरकाजी (मुजफ्फरनगर) जा रही थी। विनय बाइक चला रहा था। प्रियंका पीछे बैठी थी। मूल रूप से प्रियंका मुजफ्फरनगर में खतौली के टिटौड़ा गांव​ की रहने वाली है। उसका छोटा बेटा पुरकाजी के गुरुकुल में पढ़ता है। प्रियंका को उससे मिलना था। जब प्रियंका और विनय दुल्हैड़ा गांव के पास पहुंचे। दो लड़कों ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक किया। बाइक उनकी गाड़ी के सामने लगा दी। एक लड़के ने तमंचे से गोली चला दी। पहले विनय ने बाइक की रफ्तार बढ़ाकर भागने का प्रयास किया। मगर, इस जल्दबाजी में प्रियंका गाड़ी से नीचे गिर गई। विनय अपनी बाइक लेकर भाग निकला। पुलिस 2 मोबाइल नंबर ट्रेस करती हुई हमलावरों तक पहुंची
प्रियंका सड़क पर खून से लथपथ पड़ी थी। उसके पेट में गोली लगी थी। सिर पर चोट थी। हमलावर उसे मरा समझ फरार हो गए। राहगीरों की मदद से प्रियंका को अस्पताल पहुंचाया गया। इस केस में पुलिस ने घायल प्रियंका के बयान दर्ज किए। बयान से एक बात तो साफ हो गई कि प्रियंका की उसकी पति से बहुत अच्छी नहीं बनती थी। पति प्रवीण सऊदी में जॉब करता है। पुलिस ने प्रवीण के मोबाइल की CDR निकलवाई। सामने आया कि हमले से 7 दिन पहले लगातार कुछ संदिग्ध नंबरों पर बात हुई। जांच में यह भी सामने आया कि हमले के वक्त वही मोबाइल नंबर घटनास्थल के पास एक्टिव थे। इनको ट्रेस करती हुई पुलिस बुधवार को राहुल और निशांत तक पहुंची। राहुल रिश्ते का भांजा है। इसके बाद कत्ल की साजिश के पन्ने खुलते चले गए। अब सिलसिलेवार आपको हत्या की साजिश की कहानी पढ़वाते हैं… 4 महीने पहले पति ने बना ली थी हत्या की प्लानिंग
पुलिस पूछताछ में पकड़े गए दोनों आरोपी राहुल और निशांत ने बताया- प्रियंका का पति प्रवीन उस पर शक करता था। इस कारण आए दिन दोनों में फोन पर झगड़ा होता था। मार्च, 2024 में जब प्रवीन सऊदी से मेरठ अपने परिवार से मिलने आया था, तभी से वो पत्नी की हत्या की प्लानिंग करने लगा। रिश्ते का भांजा ही हत्या के लिए तैयार हो गया
आरोपियों ने बताया कि प्रवीन ने तय किया था कि जब वो सऊदी में होगा, तब वो यहां मेरठ में पत्नी की हत्या कराएगा। इस हत्या को लूट में तब्दील कराकर पुलिस को गुमराह किया जाएगा। इससे किसी को शक नहीं होगा। प्रवीन ने पत्नी की हत्या के लिए रिश्ते के भांजे राहुल को तैयार किया। क्योंकि राहुल कई बार प्रवीन से मदद के लिए पैसे उधार ले चुका था। इसलिए राहुल अपने रिश्ते की मामी, यानी प्रियंका की हत्या के लिए तैयार हो गया। हत्या के लिए गाजियाबाद से खरीदा मोबाइल, सिम
राहुल ने इस प्लान में अपने साथ फैक्ट्री में काम करने वाले निशांत त्यागी को तैयार किया। निशांत और राहुल के बीच 20 हजार रुपए में प्रियंका की हत्या करने की डील हुई थी। दोनों ने हत्या को अंजाम देने के लिए 10 हजार रुपए की करिज्मा मोटरसाइकिल खरीदी। साथ ही, 2 तमंचे 315 बोर और कारतूस खरीदे। गाजियाबाद से नया मोबाइल फोन और नया सिम भी खरीदा। सऊदी में बैठा पति इंटरनेशनल कॉल पर दे रहा था सारा अपडेट
गाजियाबाद से खरीदे सिम से राहुल, निशांत सऊदी में बैठे प्रवीन से लगातार बातचीत करते रहे। 14 जुलाई को राहुल और निशांत ने मिलकर ईशापुरम में प्रियंका के घर के पास रेकी की थी। इसके बाद 21 जुलाई को हत्या करना फाइनल किया था। घटना वाले दिन प्रवीन सऊदी से राहुल और निशांत को इसी नंबर से प्रियंका की सारी लोकेशन बता रहा था। उसने ही हत्यारों को बताया कि प्रियंका आज मुजफ्फरनगर जा रही है। रास्ते में वारदात करने में आसानी होगी। उसे लूट बताया जा सकता है। आरोपियों से पुलिस ने 315 बोर के 2 तमंचे, खोखा घटना में इस्तेमाल बाइक बरामद की है। हमला करने वाले राहुल और निशांत की कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं हैं। आरोपियों में राहुल बंशीपुरा दौराला थाना का रहने वाला है। निशांत त्यागी करीरा थाना शिकारपुर बुलंदशहर का रहने वाला है। इस समय असालतनगर के पास डिफेंस एंक्लेव में रह रहा है। वहीं, राहुल इन दिनों बापूधाम कालोनी गाजियाबाद में रहता है। यह भी पढ़ें वाराणसी में नकली क्राइम ब्रांच का सरगना असली दरोगा:गैंग बनाकर करता था वारदात; कारोबारी के 42 लाख लूटे; 40 घंटे चली पूछताछ
वाराणसी में वर्दी की आड़ में दरोगा ही लूट का गिरोह चला रहा था। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है। पूछताछ में पता चला कि दरोगा ने 4 शातिर युवकों के साथ नकली ‘स्पेशल क्राइम ब्रांच’ बनाई और हाईवे पर लूट की वारदात शुरू कर दी। दोस्त रेकी करते थे। फिर दरोगा साथियों के साथ छापेमारी करता और जब्त माल को आपस में बांट लेते थे। पढ़ें पूरी खबर… मेरठ में महिला और उसके बेटे पर हुए जानलेवा हमले का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। गोली चलाने वाले 2 शूटर्स पकड़े गए हैं। दोनों ने पूछताछ में पुलिस को बताया- प्रियंका पर किसी और ने नहीं बल्कि उसके पति ने कातिलाना हमला कराया था। प्रियंका का पति प्रवीन सऊदी में ड्राइवर है। उसे अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था। इसी कारण वो पत्नी की हत्या कराना चाहता था। उसने 4 महीने पहले हत्या की प्लानिंग की। प्रवीन ने अपने एक भांजे और दोस्त को तैयार किया। 20 हजार में डील फाइनल हो गई। मगर, मोबाइल ट्रेसिंग से पुलिस हमलावरों तक पहुंच गई। SP सिटी आयुष विक्रम सिंह ने घटना का खुलासा किया। 3 दिन पहले जो हुआ, पहले वो पढ़िए… हमले के वक्त मां को छोड़कर भागा बेटा
तारीख 21 जुलाई… सुबह के 9 बज रहे थे। गंगानगर ईशापुरम की रहने वाली प्रियंका अपने बेटे विनय के साथ छोटे बेटे से मिलने पुरकाजी (मुजफ्फरनगर) जा रही थी। विनय बाइक चला रहा था। प्रियंका पीछे बैठी थी। मूल रूप से प्रियंका मुजफ्फरनगर में खतौली के टिटौड़ा गांव​ की रहने वाली है। उसका छोटा बेटा पुरकाजी के गुरुकुल में पढ़ता है। प्रियंका को उससे मिलना था। जब प्रियंका और विनय दुल्हैड़ा गांव के पास पहुंचे। दो लड़कों ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक किया। बाइक उनकी गाड़ी के सामने लगा दी। एक लड़के ने तमंचे से गोली चला दी। पहले विनय ने बाइक की रफ्तार बढ़ाकर भागने का प्रयास किया। मगर, इस जल्दबाजी में प्रियंका गाड़ी से नीचे गिर गई। विनय अपनी बाइक लेकर भाग निकला। पुलिस 2 मोबाइल नंबर ट्रेस करती हुई हमलावरों तक पहुंची
प्रियंका सड़क पर खून से लथपथ पड़ी थी। उसके पेट में गोली लगी थी। सिर पर चोट थी। हमलावर उसे मरा समझ फरार हो गए। राहगीरों की मदद से प्रियंका को अस्पताल पहुंचाया गया। इस केस में पुलिस ने घायल प्रियंका के बयान दर्ज किए। बयान से एक बात तो साफ हो गई कि प्रियंका की उसकी पति से बहुत अच्छी नहीं बनती थी। पति प्रवीण सऊदी में जॉब करता है। पुलिस ने प्रवीण के मोबाइल की CDR निकलवाई। सामने आया कि हमले से 7 दिन पहले लगातार कुछ संदिग्ध नंबरों पर बात हुई। जांच में यह भी सामने आया कि हमले के वक्त वही मोबाइल नंबर घटनास्थल के पास एक्टिव थे। इनको ट्रेस करती हुई पुलिस बुधवार को राहुल और निशांत तक पहुंची। राहुल रिश्ते का भांजा है। इसके बाद कत्ल की साजिश के पन्ने खुलते चले गए। अब सिलसिलेवार आपको हत्या की साजिश की कहानी पढ़वाते हैं… 4 महीने पहले पति ने बना ली थी हत्या की प्लानिंग
पुलिस पूछताछ में पकड़े गए दोनों आरोपी राहुल और निशांत ने बताया- प्रियंका का पति प्रवीन उस पर शक करता था। इस कारण आए दिन दोनों में फोन पर झगड़ा होता था। मार्च, 2024 में जब प्रवीन सऊदी से मेरठ अपने परिवार से मिलने आया था, तभी से वो पत्नी की हत्या की प्लानिंग करने लगा। रिश्ते का भांजा ही हत्या के लिए तैयार हो गया
आरोपियों ने बताया कि प्रवीन ने तय किया था कि जब वो सऊदी में होगा, तब वो यहां मेरठ में पत्नी की हत्या कराएगा। इस हत्या को लूट में तब्दील कराकर पुलिस को गुमराह किया जाएगा। इससे किसी को शक नहीं होगा। प्रवीन ने पत्नी की हत्या के लिए रिश्ते के भांजे राहुल को तैयार किया। क्योंकि राहुल कई बार प्रवीन से मदद के लिए पैसे उधार ले चुका था। इसलिए राहुल अपने रिश्ते की मामी, यानी प्रियंका की हत्या के लिए तैयार हो गया। हत्या के लिए गाजियाबाद से खरीदा मोबाइल, सिम
राहुल ने इस प्लान में अपने साथ फैक्ट्री में काम करने वाले निशांत त्यागी को तैयार किया। निशांत और राहुल के बीच 20 हजार रुपए में प्रियंका की हत्या करने की डील हुई थी। दोनों ने हत्या को अंजाम देने के लिए 10 हजार रुपए की करिज्मा मोटरसाइकिल खरीदी। साथ ही, 2 तमंचे 315 बोर और कारतूस खरीदे। गाजियाबाद से नया मोबाइल फोन और नया सिम भी खरीदा। सऊदी में बैठा पति इंटरनेशनल कॉल पर दे रहा था सारा अपडेट
गाजियाबाद से खरीदे सिम से राहुल, निशांत सऊदी में बैठे प्रवीन से लगातार बातचीत करते रहे। 14 जुलाई को राहुल और निशांत ने मिलकर ईशापुरम में प्रियंका के घर के पास रेकी की थी। इसके बाद 21 जुलाई को हत्या करना फाइनल किया था। घटना वाले दिन प्रवीन सऊदी से राहुल और निशांत को इसी नंबर से प्रियंका की सारी लोकेशन बता रहा था। उसने ही हत्यारों को बताया कि प्रियंका आज मुजफ्फरनगर जा रही है। रास्ते में वारदात करने में आसानी होगी। उसे लूट बताया जा सकता है। आरोपियों से पुलिस ने 315 बोर के 2 तमंचे, खोखा घटना में इस्तेमाल बाइक बरामद की है। हमला करने वाले राहुल और निशांत की कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं हैं। आरोपियों में राहुल बंशीपुरा दौराला थाना का रहने वाला है। निशांत त्यागी करीरा थाना शिकारपुर बुलंदशहर का रहने वाला है। इस समय असालतनगर के पास डिफेंस एंक्लेव में रह रहा है। वहीं, राहुल इन दिनों बापूधाम कालोनी गाजियाबाद में रहता है। यह भी पढ़ें वाराणसी में नकली क्राइम ब्रांच का सरगना असली दरोगा:गैंग बनाकर करता था वारदात; कारोबारी के 42 लाख लूटे; 40 घंटे चली पूछताछ
वाराणसी में वर्दी की आड़ में दरोगा ही लूट का गिरोह चला रहा था। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है। पूछताछ में पता चला कि दरोगा ने 4 शातिर युवकों के साथ नकली ‘स्पेशल क्राइम ब्रांच’ बनाई और हाईवे पर लूट की वारदात शुरू कर दी। दोस्त रेकी करते थे। फिर दरोगा साथियों के साथ छापेमारी करता और जब्त माल को आपस में बांट लेते थे। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर