कोसली में अज्ञात चोर निजी कार्य से आए एक व्यक्ति की बाइक चोरी कर ले गए। पीड़ित ने अज्ञात लोगों के खिलाफ नाहड़ पुलिस चौकी में केस दर्ज कराया है। जुड्डी निवासी सूबे सिंह ने बताया कि कोसली कस्बे के नया गांव मोड़ पर निजली कार्य से आया था। करीब सात बजे अपनी बाइक को एक स्पेयर पार्ट की दुकान के आगे खड़ी करके बाजार चला गया। गलती से बाइक में चाबी लगी रह गई। जांच में जुटी पुलिस कुछ देर बाद जब सूबे सिंह देर वापस आया, तो बाइक अपनी जगह से गायब मिली। उसे आस-पास तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चल पाया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोसली में अज्ञात चोर निजी कार्य से आए एक व्यक्ति की बाइक चोरी कर ले गए। पीड़ित ने अज्ञात लोगों के खिलाफ नाहड़ पुलिस चौकी में केस दर्ज कराया है। जुड्डी निवासी सूबे सिंह ने बताया कि कोसली कस्बे के नया गांव मोड़ पर निजली कार्य से आया था। करीब सात बजे अपनी बाइक को एक स्पेयर पार्ट की दुकान के आगे खड़ी करके बाजार चला गया। गलती से बाइक में चाबी लगी रह गई। जांच में जुटी पुलिस कुछ देर बाद जब सूबे सिंह देर वापस आया, तो बाइक अपनी जगह से गायब मिली। उसे आस-पास तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चल पाया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल में डिलीवारी के दौरान बच्चे की मौत:परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा, डॉक्टरों पर लगाए लापरवाही के आरोप
करनाल में डिलीवारी के दौरान बच्चे की मौत:परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा, डॉक्टरों पर लगाए लापरवाही के आरोप हरियाणा के करनाल के नागरिक अस्पताल में एक गर्भवती महिला की समय पर डिलीवरी न होने के कारण उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। पीड़ित महिला बांसा गांव की रहने वाली है। जो अपने परिजनों के साथ अस्पताल में आई थी। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण समय पर डिलीवरी नहीं की गई, जिससे नवजात बच्चे की मौत हो गई। इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। मामले की सूचना मिलते ही डायल-112 की टीम मौके पर पहुंच गई। 30 अगस्त को करवाया था भर्ती महिला के पति मनोज ने बताया कि उसकी पत्नी को 30 अगस्त को सुबह 11 बजे जिला नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। डॉक्टरों ने उस समय डिलीवरी की योजना बनाई थी, लेकिन कई घंटों के बाद भी डिलीवरी नहीं की गई। सुबह डॉक्टरों ने मनोज और उसके परिवार को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहा। जब प्राइवेट संस्थान से अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट आई, तो पता चला कि बच्चे की गर्भ में ही मौत हो चुकी थी। इस बारे में परिवार को समय पर सूचना नहीं दी गई। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट और अस्पताल की सुविधा का अभाव परिजनों ने बताया कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की कोई सुविधा नहीं थी, जिसके कारण उन्हें मजबूर होकर बाहर से प्राइवेट अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ा। इस अल्ट्रासाउंड में 1800 रुपए का खर्च आया। रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे की मौत 14 घंटे पहले ही हो चुकी थी। इस स्थिति से न केवल बच्चे की मौत हुई, बल्कि मां की जान भी खतरे में पड़ गई। इसके बावजूद अभी तक महिला की डिलीवरी नहीं की गई है, जिससे परिजनों में गहरा आक्रोश है। परिजनों ने पुलिस से की शिकायत परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अगर डॉक्टरों ने समय पर सही कदम उठाए होते, तो इस हादसे से बचा जा सकता था। डायल-112 के बलविंद्र सिंह ने बताया कि बच्चे की मौत की खबर मिलते ही वे मौके पर पहुंचे और परिजनों की शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
पानीपत में लापता SDO का शव मिला:खुबड़ू झाल से तीसरे दिन बरामद; वॉक करते समय हुए थे गायब, पत्नी बोली- वर्क लोड से डिप्रेशन में थे
पानीपत में लापता SDO का शव मिला:खुबड़ू झाल से तीसरे दिन बरामद; वॉक करते समय हुए थे गायब, पत्नी बोली- वर्क लोड से डिप्रेशन में थे हरियाणा के पानीपत जिले की शुगर मिल के लापता एसडीओ का शव तीसरे दिन शनिवार को बरामद हुआ है। खुबड़ू झाल से गोताखोरों की टीम ने बरामद किया है। जिसके बाद परिजनों ने भी शव की पहचान की। मौके पर सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को पानीपत सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां उसका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है। पुलिस मामले की आगामी कार्रवाई में जुटी हुई है। मामले के अनुसार गोहाना रोड स्थित देसवाल चौक से गुरुवार अल सुबह टहलते हुए शुगर मिल एसडीओ प्रदीप राठी लापता हो गए थे। दो दिन से उनकी नहर समेत अन्य जगहों पर तलाश की जा रही थी, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा था। परिवार के लोगों ने खोज के लिए दिल्ली पैरलल नहर में गोताखोरों को उतारा हुआ था। परिवार के लोगों ने गोहाना रोड व असंध रोड किनारे लगे सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इस मामले में शुगर मिल कॉलोनी की रहने वाली सुदेश ने थाना मॉडल टाउन में गुरुवार को शिकायत दी थी। उन्होंने बताया था कि पति पिछले कुछ दिनों से ऑफिस के वर्कलोड के कारण डिप्रेशन में चल रहे थे। उनकी दवा भी चल रही थीं। रोज की तरह पति गुरुवार सुबह करीब 4:30 बजे घर के पास टहल रहे थे। वह भी उनके साथ में थी। वह किसी काम से पांच मिनट के लिए घर चली गई थीं। वह लौटकर आई तो पति नहीं मिले।
भिवानी में ट्रेन में टक्कर मारकर किया सुसाइड:आर्थिक तंगी से था परेशान; 3 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
भिवानी में ट्रेन में टक्कर मारकर किया सुसाइड:आर्थिक तंगी से था परेशान; 3 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया हरियाणा के भिवानी में तीन बच्चों के पिता ने ट्रेन से कट कर सुसाइड कर लिया। परिजनों के अनुसार वह आर्थिक तंगी से परेशान था। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) सूचना के बाद मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिवानी के नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया। शव का डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। भिवानी के गांव ढाणा लाडनपुर निवासी जयभगवान (45) दिहाड़ी मजदूर करके परिवार का पालन-पोषण कर रहा था। उसके दो बेटे व एक लड़की है। पिछले काफी समय से वह आर्थिक तंगी के कारण मानसिक रूप से परेशान था। इसी परेशानी में वह गुरुवार रात को अचानक घर से गायब हो गया। रात को उसने गांव में भिवानी- रेवाड़ी रेल मार्ग पर चलती पैसेंजर ट्रेन में टक्कर मारकर कर सुसाइड कर लिया। जीआरपी पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की तो उसकी पहचान गांव ढाणा लाडनपुर निवासी जयभगवान के रूप में हुई थी। पुलिस ने शव को नागरिक अस्पताल में पहुंचाया था।जीआरपी पुलिस ने आज दोपहर को उसके शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया। परिवार में अकेला था कमाने वाला मृतक के बेटे जयकिशन ने बताया कि वह तीन बहन भाई हैं। वह बीए में पढ़ता है। उसका पिता ही घर में अकेला कमाने वाला था। पिता पिछले काफी समय से मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा था। इसी कारण उसने ट्रेन में टक्कर मारकर कर आत्महत्या की है।