हरियाणा के भिवानी जिले के बवानीखेड़ा के अंतर्गत गांव बलियाली में पानी की समस्या को लेकर गुरुवार को ग्रामीणों ने जलघर को ताला जड़ दिया। ग्रामीणों ने इसके बाद स्थानीय विधायक व विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं पब्लिक हेल्थ के कनिष्ट अभियंता ने बताया कि नहर में पानी कम आने के कारण टयूबवेलों के सहारे काम चलाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि सुंदर नहर में पानी काफी समय से न आने ओर आने पश्चात पीछे से पूरा पानी छोड़ने के कारण जलघरों में पानी नहीं पहुंच पा रहा। आदर्श गांव बलियाली में भी पानी की समस्या को लेकर ग्रामीण परेशान नजर आए। बताया जाता है कि टयूबवेलों के खारे पानी की सप्लाई को बंद करवा दिया। वहीं अन्य दो ट्यूबवेल के सहारे सप्लाई की व्यवस्था करवाई जा रही थी। ग्रामीणों की मानें तो जलघर गंदगी से लबालब हैं, पानी की भारी कमी है। प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा। नहर का पानी जलघर में न पहुंचने व हर घर में पानी की बिगड़ती व्यवस्था को देखकर ग्रामीणों ने जलघर को ताला जड़कर स्थानीय विधायक व विभाग के खिलाफ रोष प्रदर्शन कियाl वर्जन- इस बारे में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कनिष्ट अभियंता सचिन कौशिक ने बताया कि नजर में पानी की कमी के कारण जलघर में पानी नहीं पहुंच पा रहा जिसमें वे कुछ नहीं कर सकते। हालांकि वे ट्यूबवेल के सहारे गांव में सप्लाई करवाने का कार्य कर रहे हैं। हरियाणा के भिवानी जिले के बवानीखेड़ा के अंतर्गत गांव बलियाली में पानी की समस्या को लेकर गुरुवार को ग्रामीणों ने जलघर को ताला जड़ दिया। ग्रामीणों ने इसके बाद स्थानीय विधायक व विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं पब्लिक हेल्थ के कनिष्ट अभियंता ने बताया कि नहर में पानी कम आने के कारण टयूबवेलों के सहारे काम चलाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि सुंदर नहर में पानी काफी समय से न आने ओर आने पश्चात पीछे से पूरा पानी छोड़ने के कारण जलघरों में पानी नहीं पहुंच पा रहा। आदर्श गांव बलियाली में भी पानी की समस्या को लेकर ग्रामीण परेशान नजर आए। बताया जाता है कि टयूबवेलों के खारे पानी की सप्लाई को बंद करवा दिया। वहीं अन्य दो ट्यूबवेल के सहारे सप्लाई की व्यवस्था करवाई जा रही थी। ग्रामीणों की मानें तो जलघर गंदगी से लबालब हैं, पानी की भारी कमी है। प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा। नहर का पानी जलघर में न पहुंचने व हर घर में पानी की बिगड़ती व्यवस्था को देखकर ग्रामीणों ने जलघर को ताला जड़कर स्थानीय विधायक व विभाग के खिलाफ रोष प्रदर्शन कियाl वर्जन- इस बारे में जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कनिष्ट अभियंता सचिन कौशिक ने बताया कि नजर में पानी की कमी के कारण जलघर में पानी नहीं पहुंच पा रहा जिसमें वे कुछ नहीं कर सकते। हालांकि वे ट्यूबवेल के सहारे गांव में सप्लाई करवाने का कार्य कर रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हाईकोर्ट पहुंचा HSGMC चुनाव का मामला:SAD ने डाली याचिका; चुनाव लड़ने पर लगी रोक हटाने की मांग, सिंबल भी दिया जाए शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) का चुनाव लड़ने के लिए अपनी अयोग्यता के खिलाफ पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। शिअद को एचएचजीएमसी चुनाव लड़ने के लिए इस आधार पर अयोग्य घोषित कर दिया गया था, कि वह जनप्रतिनिधित्व अधिनियम (RPA) 1951 के तहत भारत के चुनाव आयोग (ECI) के साथ एक पंजीकृत राजनीतिक दल है। हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव 19 जनवरी को होने हैं। शिअद की ओर से पार्टी नेता दलजीत सिंह चीमा ने इस मामले को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में शिअद ने यह भी अनुरोध किया है कि याचिकाकर्ता पार्टी या उसके प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएं तथा उन्हें विधिवत अधिसूचित चुनावों में भाग लेने के लिए अनुमति दी जाए। शिअद की तरफ से ये दी गई दलील शिअद द्वारा उठाया गया मुख्य मुद्दा यह है कि क्या किसी राजनीतिक दल को, जो अधिनियम के प्रावधानों के तहत पंजीकृत है, केवल राजनीतिक दल के रूप में उसकी मान्यता के आधार पर किसी धार्मिक निकाय के चुनाव लड़ने से अयोग्य ठहराया जा सकता है। 18 सितंबर 2023 के आदेश को रद्द करने के लिए निर्देश मांगे गए हैं, जिसके तहत अधिनियम की धारा 29A के तहत ईसीआई के साथ पंजीकृत राजनीतिक दलों को समूह बनाने से रोक दिया गया है। इस प्रकार उन्हें एचएसजीएमसी के चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है। आयोग ने अपनी अधिकारों का दुरुपयोग किया याचिका के अनुसार, ये आदेश जारी करके हरियाणा गुरुद्वारा आयोग के आयुक्त ने न केवल अपनी क्षमता से परे जाकर काम किया है, बल्कि अपने अधिकार क्षेत्र से भी परे जाकर काम किया है। क्यों कि उन्होंने हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन अधिनियम 2014 की धारा 10 के तहत निर्धारित योग्यता मानदंडों को दोबारा संशोधित किया है। इस प्रकार 2014 एक्ट की धारा 52 के अनुसार, जो शक्तियां और कार्य राज्य विधानमंडल में निहित हैं, उन्हें गुरुद्वारा चुनाव आयुक्त द्वारा योग्यता मानदंड निर्धारित करने के लिए हड़प लिया गया, जो केवल प्रतीकों की सूची प्रकाशित करने के लिए सक्षम थे। ये है चुनाव का पूरा शेड्यूल हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव जनवरी 2025 में होने हैं। 19 जनवरी को वोटिंग होगी। इसके ठीक बाद काउंटिंग शुरू हो जाएगी। चुनाव के संबंध में आज (18 दिसंबर) को अधिसूचना प्रकशित होगी। 20 दिसंबर से 28 दिसंबर तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। 30 दिसम्बर को नामांकनों की स्क्रुटनी की जाएगी।31 दिसम्बर को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है। 1 जनवरी 2025 को दोबारा जांच के लिए भेजी जाने वाले नामांकन पत्रों की जांच होगी। साथ ही वैलिड नामांकनों की भी सूची जारी की जाएगी। 2 जनवरी को सिंबल अलॉट किए जाएंगे। इसके इलावा पोलिंग स्टेशनों की भी सूची जारी की जाएगी। 19 जनवरी को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान है। मतदान के तुरंत बाद मतगणना होगी. जिसके बाद उसी दिन रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा। EVM से होनी है वोटिंग कुल 40 वार्डों में चुनाव हैं। इसमें कम से कम 25 साल तक के अमृतधारी सिख ही चुनाव लड़ पाएंगे। उसे गुरुमुखी लिपि पढ़नी और लिखनी आनी चाहिए। मतदान इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन यानी कि ईवीएम से कराया जाएगा। गुरुद्वारे का वेतनभोगी सेवक, अपनी दाढ़ी या केश को काटने या साफ करने वाले, शराब या नशीले पदार्थों या हलाल मांस का सेवन करने वाले चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इसके अलावा मानसिक रूप से अस्वस्थ, दिवालिया घोषित और नैतिक अधमता से संबंधित किसी अपराध में दोषी व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।
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रानियां में स्कूल बस पर फायरिंग:ड्राइवर-छात्र समेत 4 घायल; आरोपी ने पुलिस गाड़ी को भी मारी टक्कर, दो गिरफ्तार हरियाणा के सिरसा में गुरुवार (21 नवंबर) सुबह बाप बेटा ने स्कूल वैन पर फायरिंग कर दी। इसमें वैन ड्राइवर, छात्र और 2 लोग घायल हुए हैं। घायल 2 लोग लिफ्ट लेकर वैन में बैठे थे। घायलों को सिरसा ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया। इस घटना को अंजाम देकर आरोपी भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने नाकाबंदी करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान उन्होंने अपनी गाड़ी से पुलिस की एक गाड़ी को भी टक्कर मारी। जबरदस्ती बैन रोककर चलाई गोली
जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे संत नगर के एक निजी स्कूल की वैन नगराना गांव से 8-10 छात्रों को लेकर स्कूल आ रही थी। इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने योजनाबद्ध तरीके से स्कूल बैन के आगे ट्रैक्टर खड़ा करके जबरदस्ती रुकवा लिया। इसके बाद वैन ड्राइवर को जबरदस्ती नीचे उतर कर गोली चला दी। जिसका कारण पुरानी रंजिश बताया जाता है। पुलिस ने नाकेबंदी कर पकड़ा
सूचना के बाद पुलिस ने इलाका में नाकाबंदी करके दो लोगों को सिरसा रोड़ पर दबोच लिया। आरोपी घटना को अंजाम देकर गाड़ी से भागने की फिराक में थे। नाकाबंदी के दौरान आरोपियों ने पुलिस की गाड़ी को टक्कर मार दी।ग़नीमत रही कि इस घटना में जान माल का नुकसान नहीं हुआ। हरियाणा में फायरिंग से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…. बरवाला में होटल पर फायरिंग:सीसीटीवी में कैद; बाल-बाल बचा युवक हिसारके बरवाला में 2 बाइक सवारों ने होटल पर गोली चलाई। इसमें एक युवक बाल-बाल बच गया। घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। आरोपियों ने होटल मालिक को कॉल कर एक घंटे में जान से मारने की धमकी दी थी। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे राज बब्बर:हंसकर टाला सवाल, इनकार नहीं किया; गुरुग्राम से लोकसभा चुनाव हारे थे
हरियाणा से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे राज बब्बर:हंसकर टाला सवाल, इनकार नहीं किया; गुरुग्राम से लोकसभा चुनाव हारे थे हरियाणा की गुरुग्राम लोकसभा सीट से हार का सामना कर चुके कांग्रेस उम्मीदवार राज बब्बर अब विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। वह हार के बाद भी गुरुग्राम में एक्टिव हैं। यहां से भाजपा उम्मीदवार रहे राव इंद्रजीत सिंह को बब्बर ने कड़ी टक्कर दी थी। अब उनके गुरुग्राम की ही किसी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है। इस चर्चा को बल उस वक्त मिला जब बुधवार को जनसमस्याएं जानने राज बब्बर मिलेनियम सिटी की सड़कों पर उतरे। इस दौरान विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने न हां कही और न ही संभावनाओं को नकारा। उन्होंने कहा, ‘मैंने आज तक कभी ऐसा नहीं किया। मैं 27 साल से राजनीति में हूं। मैं वैसे ही काम कर रहा हूं और करता रहूंगा। हुड्डा के खास राज बब्बर, मुंबई छोड़ गुरुग्राम शिफ्ट हुए
बता दें कि इस बार गुरुग्राम लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव की टिकट काटकर फिल्म स्टार राज बब्बर को दी। राज बब्बर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खास हैं। हुड्डा की सिफारिश पर ही उन्हें टिकट मिली। राज बब्बर 3 बार लोकसभा और 2 बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। हरियाणा में राजनीति की नई पारी शुरू करने वाले राज बब्बर को लोकसभा चुनाव में प्रचार का भले ही बहुत कम वक्त मिला, लेकिन उन्होंने चुनावी मुकाबले में राव इंद्रजीत सिंह को टक्कर जरूर कड़ी दी। BJP कैंडिडेट राव इंद्रजीत सिंह 2014 और 2019 दोनों चुनाव में 2 लाख से भी ज्यादा वोटों से जीते, लेकिन इस बार उनका मार्जिन 70 हजार पर आकर टिक गया। नूंह और रेवाड़ी में मिला वोटर्स का साथ
गुरुग्राम से नूंह और रेवाड़ी तक राज बब्बर को वोटर्स का अच्छा साथ मिला। इसके कारण राज बब्बर ने चुनाव संपन्न होने के बाद भी धन्यवादी दौरे किए। राज बब्बर ने यह तक कह दिया कि आज तक उन्होंने 27 साल में कई चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें इतने वोट कभी नहीं मिले, जितने इस बार गुरुग्राम लोकसभा से मिले। राज बब्बर को इस बार 7 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं, जिसके बाद राज बब्बर ने ऐलान कर दिया कि अब वह मुंबई छोड़ पूरी तरह गुरुग्राम में बस गए हैं। राज बब्बर ने गुरुग्राम में ही घर भी ले लिया है। गुरुग्राम या बादशाहपुर से लड़ने की चर्चा
राज बब्बर के इस तरह एक्टिव रहने को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि हो सकता है यह 4 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की स्ट्रेटेजी का हिस्सा हो। भले ही राज बब्बर लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम और बादशाहपुर सीट से सबसे बड़े अंतर से हारे, लेकिन विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा भी इन्हीं दोनों सीट पर है। हालांकि, इन दोनों ही सीटों पर विधानसभा चुनाव की तैयारी और भी नेता कर रहे है, लेकिन जिस तरह लोकसभा में राज बब्बर ने सभी को चौंकाया, ठीक उसी तरह वह विधानसभा चुनाव में भी चौंका सकते हैं।