महेंद्रगढ़ के नांगल चौधरी कस्बा में सीवर की सफाई के लिए मेनहोल में उतरे 2 कर्मचारियों की जहरीली गैस से मौत हो गई। दोनों कर्मचारी पास के ही गांव के रहने वाले थे। वहीं कर्मचारियों की मौत के बाद जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में लगे अन्य कर्मचारी भाग गए। घटना के बाद एक कर्मचारी ने कंप्यूटर ऑपरेटर पर काम का दबाव डालने का आरोप लगाया है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नारनौल के नागरिक अस्पताल पहुंचा दिया। नांगल चौधरी कस्बा में एसबीआई बैंक के पास सीवर लाइन की सफाई करने के लिए दो कर्मचारी मोहनपुर निवासी करीब 28 वर्षीय अनूप कुमार और ढाणी बंधा वाली निवासी करीब 30 वर्षीय कर्मचारी जोगेंद्र मेनहोल में उतरे थे। बिना सेफ्टी किट के सीवर सफाई में उतरे इन कर्मचारियों ने सेफ्टी के लिए कुछ भी नहीं पहना हुआ था। जिसके कारण मेनहोल में निकली जहरीली गैस से दोनों बेसुध हो गए। अन्य कर्मचारियों ने जब उन्हें बेसुध देखा तो दोनों को मेनहोल से बाहर निकाला। जिसके बाद दोनों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां पर डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। जिसके बाद दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए नारनौल के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया है। एक ऑपरेटर पर लगाए आरोप वहीं इस बारे में पीडब्ल्यूडी मेकेनिकल यूनियन के राजेश कुमार ने बताया कि यहां पर लगा हुआ एक कंप्यूटर ऑपरेटर जबरदस्ती बिना किसी सेफ्टी किट के कर्मचारियों को सीवरेज में उतरने का दबाव बनाता है। उन्होंने बताया कि एक कर्मचारी सफाई कर्मचारी न होकर मोटर ऑपरेटर था, जिसको भी जबरदस्ती सीवर में उतार दिया गया। महेंद्रगढ़ के नांगल चौधरी कस्बा में सीवर की सफाई के लिए मेनहोल में उतरे 2 कर्मचारियों की जहरीली गैस से मौत हो गई। दोनों कर्मचारी पास के ही गांव के रहने वाले थे। वहीं कर्मचारियों की मौत के बाद जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में लगे अन्य कर्मचारी भाग गए। घटना के बाद एक कर्मचारी ने कंप्यूटर ऑपरेटर पर काम का दबाव डालने का आरोप लगाया है। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नारनौल के नागरिक अस्पताल पहुंचा दिया। नांगल चौधरी कस्बा में एसबीआई बैंक के पास सीवर लाइन की सफाई करने के लिए दो कर्मचारी मोहनपुर निवासी करीब 28 वर्षीय अनूप कुमार और ढाणी बंधा वाली निवासी करीब 30 वर्षीय कर्मचारी जोगेंद्र मेनहोल में उतरे थे। बिना सेफ्टी किट के सीवर सफाई में उतरे इन कर्मचारियों ने सेफ्टी के लिए कुछ भी नहीं पहना हुआ था। जिसके कारण मेनहोल में निकली जहरीली गैस से दोनों बेसुध हो गए। अन्य कर्मचारियों ने जब उन्हें बेसुध देखा तो दोनों को मेनहोल से बाहर निकाला। जिसके बाद दोनों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां पर डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। जिसके बाद दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए नारनौल के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया है। एक ऑपरेटर पर लगाए आरोप वहीं इस बारे में पीडब्ल्यूडी मेकेनिकल यूनियन के राजेश कुमार ने बताया कि यहां पर लगा हुआ एक कंप्यूटर ऑपरेटर जबरदस्ती बिना किसी सेफ्टी किट के कर्मचारियों को सीवरेज में उतरने का दबाव बनाता है। उन्होंने बताया कि एक कर्मचारी सफाई कर्मचारी न होकर मोटर ऑपरेटर था, जिसको भी जबरदस्ती सीवर में उतार दिया गया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
