Rajasthan: ‘बरस बरस मारा इंदर राजा’, जोधपुर में मंगल गीत गाते हुए महिलाओं ने लगाए पौधे Rajasthan: ‘बरस बरस मारा इंदर राजा’, जोधपुर में मंगल गीत गाते हुए महिलाओं ने लगाए पौधे राजस्थान अब गाड़ी से उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं को करना होगा ये काम, मुख्य सचिव ने दिया आदेश
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Bihar News: गोपालगंज में शौचालय की टंकी का सेंटरिंग खोलने गए मजदूर की मौत, दम घुटने से दो की हालत गंभीर
Bihar News: गोपालगंज में शौचालय की टंकी का सेंटरिंग खोलने गए मजदूर की मौत, दम घुटने से दो की हालत गंभीर <p style=”text-align: justify;”><strong>Gopalganj Laborer Died:</strong> गोपालगंज के भोरे बाजार में रविवार (22 सितंबर) की शाम शौचालय की टंकी का सेंटरिंग खोलने गए एक मजदूर की दम घुटने से मौत हो गई, जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है. एक को सदर अस्पताल गोपालगंज भेज दिया गया है. मृतक की पहचान भोरे थाना क्षेत्र के लच्छीचक गांव निवासी स्व. छोटेलाल सिंह के 25 वर्षीय पुत्र विशाल कुमार सिंह के रूप में हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शौचालय के भीतर भरी हुई थी गैस</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं बीमार दो लोगों में एक बसदेवा पश्चिम टोला गांव के पलटू भगत के पुत्र कन्हैया भगत और राजघाट निवासी सुरेंद्र भगत के पुत्र नीतीश कुमार शामिल हैं. इसमें से नीतीश कुमार की हालत काफी गंभीर बनी हुई है. जिन्हें डॉक्टरों ने तत्काल ही गोपालगंज के लिए रेफर कर दिया. दूसरी तरफ घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. घटना के बाद भोरे रेफरल अस्पताल में लोगों की भारी भीड़ भी जमा हो गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया गया कि भोरे निवासी बंधु प्रसाद, बगही रोड में अपने मकान बनवा रहे हैं. जिसका निर्माण कार्य ठेकेदार कृष्णा करा रहे हैं. रविवार की शाम शौचालय की टंकी का सेंटरिंग खोलने उसके अंदर तीन लोग घुसे थे. अंदर काफी गैस भरी हुई थी, जिससे तीनों की हालत बिगड़ने लगी. उनके शोर मचाने पर किसी तरह उन्हें अंदर से बाहर निकाला गया. इसके बाद तुरंत ही उन्हें भोरे रेफरल अस्पताल लाया गया, जिसमें से डॉक्टर ने एक मजदूर को मृत घोषित कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मजदूर की मौत की जानकारी मिलने पर भोरे पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अर्जुन सिंह, धर्मेंद्र सिंह भोरे रेफरल अस्पताल पहुंच कर मृतक के परिजनों को सांत्वना दी. वहीं सूचना मिलने पर भोरे थाना की पुलिस भी पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी. जिस युवक की मौत हुई है. उसके पिता स्व. छोटेलाल भगत की मृत्यु भी आठ साल पहले एक सड़क हादसे में हो गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विशाल की कमाई से ही चलता था परिवार </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मजदूर विशाल अपने परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था, जिसकी शादी भी नहीं हुई थी. वहीं उसकी मौत के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. इस घटना की जानकारी जब स्थानीय लोगों को लगी, तो बड़ी संख्या में लोग भोरे अस्पताल पहुंच गए और मजदूर के परिवार के लिए मुआवजे की मांग करने लगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-supaul-people-beat-up-youth-who-running-away-after-snatching-mobile-phone-from-moving-train-2789036″>Bihar News: सुपौल में चलती ट्रेन से मोबाइल छीनकर नाले में कूदा युवक, फिर लोगों ने किया बुरा हाल</a></strong></p>
‘कांग्रेस ने वक्फ बोर्ड को भू माफिया बना दिया था’, वक्फ बिल पर बोले बीजेपी नेता मोहसिन रजा
‘कांग्रेस ने वक्फ बोर्ड को भू माफिया बना दिया था’, वक्फ बिल पर बोले बीजेपी नेता मोहसिन रजा <p style=”text-align: justify;”><strong>Waqf Amendment Bill:</strong> लोकसभा में आज वक्फ संशोधन बिल पेश किया गया, जिसे लेकर जमकर सियासत देखने को मिल रही है. समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया है. वहीं इस मामले पर अब यूपी सरकार में पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता मोहसिन रजा की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में वक्फ बोर्ड को भू माफिया में बदल दिया गया था. इसलिए इसमें संशोधन करना बहुत जरूरी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी नेता मोहसिन रजा ने कहा कि वक्फ बोर्ड को वक्फ की संपत्तियों का संरक्षण करने के लिए बनाया गया था, लेकिन देश में जहां-जहां कांग्रेस की सरकारें बनीं उन्होंने इसे वक्फ माफिया और भू माफिया बना दिया और इतनी शक्तियां दे दी कि उन्होंने मनमाने तरीके से जिस संपत्ति को चाहा वैसे उस पर कब्जा कर लिया. उन्होंने अपनी अदालत भी लगाना शुरू कर दी. जिससे लोगों को परेशानी भी हुई. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पूर्व मंत्री ने किया वक्फ बिल का समर्थन</strong><br />मोहसिन रजा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने बोर्ड को अपार शक्तियां दे रखी थी. इन शक्तियों का दुरुपयोग किया गया, जनता को परेशान किया गया और मुसलमानों का तो इससे कोई लेना-देना ही नहीं था. क्योंकि जितने भी कांग्रेस के लोग थे उन्हें ही ये दे दिया जाता था. सरकार उन्हें संरक्षण भी देती थी. इससे मुस्लिम समाज को कोई फायदा नहीं होता था. ये उनके तुष्टिकरण का परिचायक है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>[tw]https://x.com/ANINewsUP/status/1821443789107667309[/tw]</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी नेता ने कहा कि इतनी शक्तियां तो सऊदी अरब और ओमान में भी नहीं दी गई है. हमारे देश के अंदर भी किसी संस्था को इतना ज्यादा शक्तियां नहीं दी गई है जितनी वक्फ के पास थीं. इसलिए पूरे देश की मांग थी कि वक्फ अधिनियम में संशोधन आना चाहिए. जो लोग इस संशोधन का विरोध कर रहे हैं वो इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने ही वक्फ बोर्ड की संपत्तियां हड़पी हुई हैं. इसलिए उन्हें परेशानी हो रही है. इससे ये पता चलेगा कि वक्फ बोर्ड के पास इतनी संपत्तियाँ कैसे मिली हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>[tw]https://x.com/ANINewsUP/status/1821447442052854115[/tw]</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>AIMPLB ने किया बिल का विरोध</strong><br />वहीं दूसरी तरफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य खालिद रशीद फरंगी महली ने इस बिल का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि जो भी संशोधन लाए जा रहे हैं उससे वक्फ को फायदे से ज्यादा नुकसान होगा. अपनी मजहबी चीजों को मैनेज करने के लिए उसी मजहब के जानकार ही कर सकते हैं. पिछले कुछ सालों में वक्फ को लेकर एक गलत दृष्टिकोण बनाया गया है. ये आरोप एकदम गलत है कि अगर वक्फ ने किसी संपत्ति को अपना बताया दिया तो वो उसकी हो जाएगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्फ अधिनियम में पर्याप्त से अधिक कानून हैं, जिसमें अगर आपको कोई भी संपत्ति वक्फ करनी है तो उसकी एक प्रक्रिया है. उसके बाद ही वो वक्फ की संपत्ति बनती है. इन संपत्तियों को खरीदा और बेचा भी नहीं जा सकता है न उनसे कोई एक रुपये की आमदनी होती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-news-mangoes-were-sent-to-iqra-hasan-from-pakistan-mp-lodged-a-complaint-in-police-station-2756108″><strong>इकरा हसन को भेजा गया पाकिस्तान से आम! सांसद ने दर्ज कराई थाने में शिकायत, कहा- फर्जी है ये दावा</strong></a></p>
यूपी विधानसभा में कौन बनेगा नेता प्रतिपक्ष? इस नेता को मिल सकती है अखिलेश यादव की जगह!
यूपी विधानसभा में कौन बनेगा नेता प्रतिपक्ष? इस नेता को मिल सकती है अखिलेश यादव की जगह! <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा? इस सवाल का जवाब जल्द मिलने के आसार हैं. 29 जुलाई 2024 से मानसून सत्र की शुरुआत होने जा रही हैं. इससे पहले इस बात का इंतजार किया जा रहा है कि यूपी विधानसभा में नेता विपक्ष कौन होगा, यानि अखिलेश यादव की कुर्सी कौन संभालेगा. इस बीच इससे जुड़ी एक बड़ी जानकारी सामने आई है.<br /> <br />खबरों के मुताबिक समाजवादी पार्टी में इस बात पर मंथन हो रहा है कि नेता विपक्ष की कुर्सी पर किसी दलित समाज के चेहरे को बैठाया जाए या फिर ओबीसी चेहरा आगे किया जाए. अगर चेहरा दलित समाज का होगा तो इंद्रजीत सरोज का नाम सबसे आगे है और अगर ओबीसी चेहरा बनाने की बात आएगी तो शिवपाल यादव के नाम पर मुहर लग सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अखिलेश यादव की जगह कौन होगा नेता विपक्ष?</strong><br /><a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में कन्नौज से सांसद बनने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद से ही ये चर्चा तेज हैं कि अब यूपी विधानसभा में उनकी जगह कौन इस पद को संभालेगा. सपा अध्यक्ष जैसे पिछले एक साल से पीडीए के नारे को बुलंद कर रहे हैं, जिसके आधार पर लोकसभा में टिकटों का बंटवारा किया गया क्या नेता प्रतिपक्ष के नाम पर भी उसी पीडीए की छाप दिखाई देगी या नहीं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले जल्द ही सपा विधायक दल की बैठक बुलाई जानी है जिसमें सभी विधायकों से बातचीत के बाद इस पर आखिरी फैसला लिया जा सकता है. विधायकों से चर्चा के बाद ही नेता प्रतिपक्ष के नाम पर आखिरी मुहर लगाई जाएगी. हालांकि सपा अध्यक्ष किसी दलित को ही नेता विपक्ष बनाना चाहते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>समाजवादी पार्टी में इंद्रजीत सरोज और शिवपाल यादव के अलावा रामअचल राजभर के नाम भी की चर्चा है. राम अचल राजभर ने ओबीसी समाज से ही आते हैं हालांकि फिलहाल उनका नाम इस रेस में पिछड़ता जा रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/keshav-prasad-maurya-who-did-not-attend-cm-yogi-adityanath-meeting-what-new-is-he-going-to-do-now-2746039″><strong>सीएम योगी की बैठक में नहीं पहुंचे केशव प्रसाद मौर्य अब क्या नया करने वाले हैं?</strong></a></p>