दिल्ली से पंजाब आते समय ट्रक में किरयाना के सामान के साथ बोरियों में छिपाकर लाई जा रही भुक्की के साथ पुलिस ने ट्रक ड्राइवर और क्लीनर को शंभू बार्डर से अरेस्ट कर लिया है। शंभू थाना पुलिस स्टेशन की टीम ने गांव गंडिया पर की नाकाबंदी के दौरान दोनों आरोपी पकड़े हैं। जिनकी पहचान ड्राइवर दीप कुमार गांव नंदपुर साहनेवाल लुधियाना व क्लीनर परमिंदर सिंह गांव माणेवाल लुधियाना के तौर पर हुई है। इन दोनों के खिलाफ शंभू थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर रजिस्टर कर ली है। तलाशी के दौरान पुलिस ने 60 किलो भुक्की बरामद की। कंपनी की गाड़ी चलाते हैं आरोपी शंभू पुलिस स्टेशन के एसएचओ अमनपाल सिंह ने कहा कि आरोपियों को सब इंस्पेक्टर बहादर राम व पुलिस पार्टी ने काबू किया है। यह दोनों कंपनी की गाड़ी चलाते हैं और दिल्ली से किरयाना का सामान लेकर वापस लौट रहे थे। शॉर्टकट में अमीर होने के चक्कर में यह लोग नशा तस्करी में शामिल हो गए और 60 किलो भुक्की को बोरियों में भरने के बाद इन्हें किरयाना के सामान के बीच में छिपा दिया था, ताकि पुलिस चेकिंग से बच सकें। पहले शंभू पुलिस ने पौने दो करोड़ रुपए पकड़े थे शंभू थाना पुलिस ने भुक्की की रिकवरी से पहले एक करोड़ 77 लाख 17 हजार रुपए के करीब रकम बरामद की थी। जिसके बाद नाकाबंदी पर सख्ती की तो भुक्की तस्कर भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिए। दिल्ली से पंजाब आते समय ट्रक में किरयाना के सामान के साथ बोरियों में छिपाकर लाई जा रही भुक्की के साथ पुलिस ने ट्रक ड्राइवर और क्लीनर को शंभू बार्डर से अरेस्ट कर लिया है। शंभू थाना पुलिस स्टेशन की टीम ने गांव गंडिया पर की नाकाबंदी के दौरान दोनों आरोपी पकड़े हैं। जिनकी पहचान ड्राइवर दीप कुमार गांव नंदपुर साहनेवाल लुधियाना व क्लीनर परमिंदर सिंह गांव माणेवाल लुधियाना के तौर पर हुई है। इन दोनों के खिलाफ शंभू थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर रजिस्टर कर ली है। तलाशी के दौरान पुलिस ने 60 किलो भुक्की बरामद की। कंपनी की गाड़ी चलाते हैं आरोपी शंभू पुलिस स्टेशन के एसएचओ अमनपाल सिंह ने कहा कि आरोपियों को सब इंस्पेक्टर बहादर राम व पुलिस पार्टी ने काबू किया है। यह दोनों कंपनी की गाड़ी चलाते हैं और दिल्ली से किरयाना का सामान लेकर वापस लौट रहे थे। शॉर्टकट में अमीर होने के चक्कर में यह लोग नशा तस्करी में शामिल हो गए और 60 किलो भुक्की को बोरियों में भरने के बाद इन्हें किरयाना के सामान के बीच में छिपा दिया था, ताकि पुलिस चेकिंग से बच सकें। पहले शंभू पुलिस ने पौने दो करोड़ रुपए पकड़े थे शंभू थाना पुलिस ने भुक्की की रिकवरी से पहले एक करोड़ 77 लाख 17 हजार रुपए के करीब रकम बरामद की थी। जिसके बाद नाकाबंदी पर सख्ती की तो भुक्की तस्कर भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिए। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब CM को आतंकी पन्नू की धमकी:15 अगस्त को तिरंगा न फहराने की सलाह; 1 करोड़ रुपए दिया लालच
पंजाब CM को आतंकी पन्नू की धमकी:15 अगस्त को तिरंगा न फहराने की सलाह; 1 करोड़ रुपए दिया लालच भारत सरकार की तरफ से आतंकी घोषित सिख फॉर जस्टिस का आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को धमकी दे दी है। आतंकी ने सीएम को पंजाब में तिरंगा ना फहराने की नसीहत दी है। पन्नू का कहना है कि पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है। भारत के तिरंगे के नेतृत्व में सिखों के साथ नस्लकुशी हुई और आज पंजाब के किसानों के साथ बेइन्साफी हो रही है। लगातार वीडियो बना पंजाब के लोगों को उकसाने वाले आतंकी पन्नू ने कहा- 15 अगस्त सिख पंथ और पंजाब की आजादी का दिवस नहीं है। भगवंत मान जालंधर में तिरंगा फहरा रहे हैं। इस तिरंगे के नीचे हमारे सिखों की नस्लकुशी हुई है। भगंवत मान की सरकार जिम्मेदार है, हमारे राज्य के सिख किसानों की खुदकुशी का। 15 अगस्त को भगवंत मान को तिरंगा फहराने से रोका जाएगा। आज जरूरत है दिलावर सिंह की। सिख फार जस्टिस 1 करोड रुपए उसे देगा, जो मुख्यमंत्री भगवंत मान को तिरंगा चढ़ाने से रोकेगा। जिस तिरंगे के नीचे नस्लकुशी हुई है, आज किसानों को खुदकुशी के लिए उकसाया जा रहा है। भगवंत मान ही पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह (जिनका पंजाब में आतंकवाद खत्म करने में योगदान रहा) है। ये 15 अगस्त पंजाब और सिख पंथ की आजादी का दिवस नहीं है। 1 करोड़ उस सिख को जो भगवंत मान को रोकेगा। खालिस्तान समर्थन में आवाज उठा रहा है पन्नू आतंकी पन्नू बीते साल कनाडा में मारे गए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर का साथी है। निज्जर की हत्या के बाद से ही पन्नू बहुत अधिक बढ़क चुका है। लगातार देश विरोधी बयान देता है और देश के विभिन्न शहरों में आतंकवाद के समर्थन में नारे लिखवाता है। G20 सम्मेलन के दौरान दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों पर भी खालिस्तान समर्थन में नारे लिखवाए थे। लेकिन अंत में पंजाब के विभिन्न शहरों से उसके साथियों को पकड़ा गया था, जिन्होंने ये नारे लिखे थे। इतना ही नहीं, पन्नू ने रेफरेंडेम 2020 भी शुरू कर रखा है। जिसमें वे सिखों को उकसा वोटिंग करवा रहा है ताकि पंजाब को भारत से अलग किया जा सके। 2020 में आतंकी घोषित हुआ पन्नू भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत पन्नू के संगठन SFJ पर बैन लगाया। गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा है। पन्नू पर साल 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगा। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। 2020 में सरकार ने SFJ से जुड़े 40 से ज्यादा वेब पेज और यूट्यूब चैनलों को बैन किया।
पंजाब में मंत्रिमंडल में नहीं होगा फेरबदल:सीएम CM ने तिहाड़ जेल में केजरीवाल से की मुलाकात, पाठक भी रहे मौजूद
पंजाब में मंत्रिमंडल में नहीं होगा फेरबदल:सीएम CM ने तिहाड़ जेल में केजरीवाल से की मुलाकात, पाठक भी रहे मौजूद पंजाब में लोकसभा चुनाव में 13-0 का मिशन फेल होने के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से तिहाड़ जेल मीटिंग की है। यह मीटिंग करीब बीस मिनट तक चली है। इस दौरान संगठन महासचिव संदीप पाठक और सुनीता केजरीवाल भी मौजूद रहीं। दूसरी तरफ पार्टी का कहना है कि पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में किसी का कोई फेरबदल नहीं होने जा रहा है। इस तरह की पार्टी ने कोई तैयारी नहीं की है। आप महासचिव हरचंद सिंह बरसट ने यह जानकारी दी है। मुख्यमंत्री हलका वाइज कर रहे है मीटिंग इससे पहले, मुख्यमंत्री भगवंत लोकसभा हलका वाइज विधायकों, नेताओं व उम्मीदवारों से मीटिंग कर हारने के कारणों पर मंथन कर चुके हैं। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. संदीप पाठक ने भी विधायकों से मीटिंग की। मोहाली में 15 विधायकों से मीटिंग की दूसरी तरफ संदीप पाठक की अगुवाई में मीटिंग मोहाली में हुई थी। इस बैठक में गुरप्रीत सिंह बनावाली, देविंदर सिंह लाडी धोस, हरमीत सिंह पठानमाजरा, अशोक पराशर पप्पी, दलजीत सिंह ग्रेवाल भोला, वीरेंद्र गोयल और रवजोत सिंह शामिल थे। इतना ही नहीं, यहां अमृतसर सेंट्रल के विधायक अजय गुप्ता भी थे। उन्होंने पहले नशे जैसे मुद्दे पर अपनी सरकार पर सवाल उठाए थे। हालांकि बाद में पीछे हट गए थे। इसमें हर मुद्दे पर मंथन हुआ। साथ ही भविष्य को लेकर रणनीति तैयार की गई। 42 से 26 फीसदी पर पहुंचा वोट शेयर
लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 13 लोकसभा सीटों में से केवल 3 पर जीत हासिल की है। इनमें संगरूर से गुरमीत सिंह मीत हेयर, आनंदपुर साहिब से मालविंदर कंग और होशियारपुर से राजकुमार चब्बेवाल का नाम है। 4 मंत्रियों को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इसी तरह 3 विधायकों को हार का मुंह देखना पड़ा। 2022 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 117 सीटों में 92 सीटें जीतकर इतिहास रचा था। उस समय पार्टी का वोट शेयर 46 फीसदी के करीब रहा था, जो कि अब कम होकर 26 फीसदी रह गया है। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर AAP से आगे निकल गया। जबकि भाजपा करीब 19 फीसदी वोट बैंक के साथ तीसरे नंबर पर पहुंच गई है। गुरमीत सिंह हेयर जाएंगे संसद में पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में कुल 17 मंत्री बनाए जा सकते हैं। गुरमीत सिंह मीत हेयर के मंत्री बनने के बाद एक पद खाली हो गया है। इस समय मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा 15 मंत्री हैं। इनमें हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा, बलजीत कौर, गुरमीत सिंह मीत हेयर, कुलदीप सिंह धालीवाल, डॉ बलबीर सिंह, ब्रह्म शंकर जिंपा, लाल चंद कटारूचक्क, लालजीत सिंह भुल्लर, हरजोत सिंह बैंस, हरभन सिंह ईटीओ, चेतन सिंह जौड़ामाजरा, अनमोल गगन मान, बलकार सिंह और गुरमीत सिंह खुडि्डयां का नाम हैं।
गुरदासपुर में सांसद रंधावा के दरवाजे पर चिपकाया पत्र:किसानों ने की सदन में आवाज उठाने की मांग, दी चेतावनी
गुरदासपुर में सांसद रंधावा के दरवाजे पर चिपकाया पत्र:किसानों ने की सदन में आवाज उठाने की मांग, दी चेतावनी गुरदासपुर में किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा गैर-राजनीतिक का संघर्ष 146वें दिन में पहुंच गया है। इस दौरान दोनों मोर्चों द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह और प्रदेश महासचिव राणा रणबीर के नेतृत्व में किसान मजदूर संघर्ष की मांगों को लेकर गैर भाजपा सांसदों को ज्ञापन सौंपे। दरवाजे पर चिपकाया मांग पत्र इसी कड़ी के तहत किसान नेताओं ने कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा के घर के दरवाजे पर ज्ञापन चिपकाया। किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा की मांगों में सभी फसलों की खरीद और एमएसपी गारंटी कानून, प्रति वर्ष 200 दिन का रोजगार और मनरेगा योजना के तहत मजदूरों के लिए 700 रुपए दैनिक मजदूरी, खेत मजदूरों का कुल कर्ज खत्म करना आदि शामिल है। सदन में आवाज उठाने की मांग इस मौके पर नेताओं ने कहा कि मांगों के साथ-साथ सांसदों को पत्र लिखकर कहा गया है कि किसान आंदोलन 2.0 में किसानों पर अत्याचार करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को सदन में उठाया जाए। भाजपा सरकार ने “दिल्ली चलो” मोर्चा को रोकने के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाकर और जहरीली गैस का इस्तेमाल करके किसानों पर अत्याचार किया, जिससे 22 वर्षीय किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई, पांच किसानों की आंखों की रोशनी चली गई और 433 किसान घायल हो गए। सांसदों को दी चेतावनी उन्होंने पत्र में कहा कि इन पार्टियों ने लोकसभा चुनाव से पहले घोषणापत्र में उपरोक्त मांगों को शामिल किया था। आम जनता ने किसानों की मांगों को संसद में उठाने के लिए इन्हें चुना है। उन्होंने कहा कि विपक्षी सांसदों को मानसून सत्र में किसानों की मांगों पर एक निजी विधेयक लाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी दलों ने आंदोलन की आवाज मजबूती से नहीं उठाई तो आने वाले दिनों में इन सांसदों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया जाएगा।