कानपुर के घाटमपुर स्थित नेयवेली पावर प्लांट में अगस्त महीने से पहली यूनिट का ट्रायल शुरू होने वाला है। एक महीने ट्रायल पूरा होने के बाद सितंबर से 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। यहां से 75% बिजली UPPCL (उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड) को और 25% बिजली असम सरकार को दी जाएगी। यह लेटेस्ट टेक्नोलॉजी सुपर क्रिटिकल तकनीक से बनने वाला प्रदेश का पहला सबसे बड़ा पावर प्लांट हैं। यहां पर तीन यूनिट 660-660 मेगावाट की हैं। तीनों के शुरू होते ही प्रदेश में गर्मियों में बिजली कटौती से राहत मिल सकती है। अभी यूपी में राज्य, निजी और केंद्र के पावर प्लांट से कुल 28,029 मेगावाट बिजली का प्रोडक्शन होता है। इस बार मई के अंतिम सप्ताह में बिजली की मांग 29,147 मेगावाट हो गई थी। उत्पादन में चौथे नंबर पर पहुंचेगा यूपी
इस पावर प्लांट के शुरू हाेते ही उत्तर प्रदेश, देश में बिजली उत्पादन में चौथे नंबर पर पहुंच जाएगा। अभी यूपी पांचवें नंबर पर है। सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन करने वाला महाराष्ट्र, फिर गुजरात है। बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाएगा यूपी
अभी 4 तापीय परियोजनाओं सोनभद्र की अनपरा, ओबरा, झांसी की पारीछा, अलीगढ़ के हुनमानगढ़ में संचालन किया जा रहा है, जिसकी कुल बिजली उत्पादन क्षमता 6,134 मेगावाट है। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित 3300 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता विकसित कर रहा है। पावर प्लांट को लेकर CEO संतोष सीएस से बातचीत एक साल की देरी से शुरू हो रहा प्लांट?
सीईओ संतोष सीएस ने बताया कि पावर प्लांट में दिन-रात निर्माण कार्य जारी है। बारिश और ट्रांसपोर्ट में देरी होने के चलते पावर प्लांट की पहली यूनिट का काम पूरा नहीं हो पाया था, जिसके चलते पहली यूनिट शुरू होने में देरी हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार को कितनी बिजली दी जाएगी?
नेयवेली पावर प्लांट के द्वारा यूपीपीसीएल को 75 प्रतिशत और असम सरकार को 25 प्रतिशत बिजली सप्लाई की जाएगी। पावर प्लांट में बिजली उत्पादन शुरू होने से 25 किलोमीटर के दायरे में 24 घंटे बिजली मिलेगी?
यह काम सरकार का है, हम यूपीपीसीएल को बिजली सप्लाई करेंगे, वह चाहे तो प्लांट के 25 किलोमीटर के दायरे में 24 घंटे विद्युत सप्लाई दे सकते हैं। हमारे यहां से सिर्फ यूपीपीसीएल को बिजली सप्लाई की जाएगी। पावर प्लांट शुरू होने से एक दिन में कितने कोयले की खपत होगी?
घाटमपुर थर्मल पावर प्लांट में दो लाख टन कोयला स्टॉक में है, यहां पर रोजाना 7 से 8 हजार टन कोयला की खपत होगी। प्लांट शुरू होते ही रोजाना तीन ट्रेन कोयला मंगाया जाएगा। पावर प्लांट में निर्माणाधीन दो अन्य यूनिट कब तक बनकर तैयार होगी?
पावर प्लांट की शेष दोनों यूनिटों का निर्माण कार्य दिन-रात जारी है, दूसरी यूनिट एक साल में बनकर तैयार हो जाएगी। तीसरी यूनिट बनने में समय लगेगा। हांलाकि, निर्माण कार्य कर रही कंपनियां जल्द निर्माण कार्य पूरा करने का प्रयास कर रही हैं। पावर प्लांट के बॉयलर से निकलने वाले कोल वेस्टेज (राख) का क्या होगा ?
नेयवेली पावर प्लांट के बॉयलर से निकलने वाले कोल वेस्टेज (राख) के लिए जेके सीमेंट कंपनी ने टाइअप किया है। यहां से निकलने वाले कोल वेस्टेज (राख) से भरूआ सूमेरपुर स्थित जेके सीमेंट फैक्ट्री में राख से सीमेंट बनाई जाएगी। कानपुर के घाटमपुर स्थित नेयवेली पावर प्लांट में अगस्त महीने से पहली यूनिट का ट्रायल शुरू होने वाला है। एक महीने ट्रायल पूरा होने के बाद सितंबर से 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। यहां से 75% बिजली UPPCL (उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड) को और 25% बिजली असम सरकार को दी जाएगी। यह लेटेस्ट टेक्नोलॉजी सुपर क्रिटिकल तकनीक से बनने वाला प्रदेश का पहला सबसे बड़ा पावर प्लांट हैं। यहां पर तीन यूनिट 660-660 मेगावाट की हैं। तीनों के शुरू होते ही प्रदेश में गर्मियों में बिजली कटौती से राहत मिल सकती है। अभी यूपी में राज्य, निजी और केंद्र के पावर प्लांट से कुल 28,029 मेगावाट बिजली का प्रोडक्शन होता है। इस बार मई के अंतिम सप्ताह में बिजली की मांग 29,147 मेगावाट हो गई थी। उत्पादन में चौथे नंबर पर पहुंचेगा यूपी
इस पावर प्लांट के शुरू हाेते ही उत्तर प्रदेश, देश में बिजली उत्पादन में चौथे नंबर पर पहुंच जाएगा। अभी यूपी पांचवें नंबर पर है। सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन करने वाला महाराष्ट्र, फिर गुजरात है। बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर हो जाएगा यूपी
अभी 4 तापीय परियोजनाओं सोनभद्र की अनपरा, ओबरा, झांसी की पारीछा, अलीगढ़ के हुनमानगढ़ में संचालन किया जा रहा है, जिसकी कुल बिजली उत्पादन क्षमता 6,134 मेगावाट है। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित 3300 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता विकसित कर रहा है। पावर प्लांट को लेकर CEO संतोष सीएस से बातचीत एक साल की देरी से शुरू हो रहा प्लांट?
सीईओ संतोष सीएस ने बताया कि पावर प्लांट में दिन-रात निर्माण कार्य जारी है। बारिश और ट्रांसपोर्ट में देरी होने के चलते पावर प्लांट की पहली यूनिट का काम पूरा नहीं हो पाया था, जिसके चलते पहली यूनिट शुरू होने में देरी हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार को कितनी बिजली दी जाएगी?
नेयवेली पावर प्लांट के द्वारा यूपीपीसीएल को 75 प्रतिशत और असम सरकार को 25 प्रतिशत बिजली सप्लाई की जाएगी। पावर प्लांट में बिजली उत्पादन शुरू होने से 25 किलोमीटर के दायरे में 24 घंटे बिजली मिलेगी?
यह काम सरकार का है, हम यूपीपीसीएल को बिजली सप्लाई करेंगे, वह चाहे तो प्लांट के 25 किलोमीटर के दायरे में 24 घंटे विद्युत सप्लाई दे सकते हैं। हमारे यहां से सिर्फ यूपीपीसीएल को बिजली सप्लाई की जाएगी। पावर प्लांट शुरू होने से एक दिन में कितने कोयले की खपत होगी?
घाटमपुर थर्मल पावर प्लांट में दो लाख टन कोयला स्टॉक में है, यहां पर रोजाना 7 से 8 हजार टन कोयला की खपत होगी। प्लांट शुरू होते ही रोजाना तीन ट्रेन कोयला मंगाया जाएगा। पावर प्लांट में निर्माणाधीन दो अन्य यूनिट कब तक बनकर तैयार होगी?
पावर प्लांट की शेष दोनों यूनिटों का निर्माण कार्य दिन-रात जारी है, दूसरी यूनिट एक साल में बनकर तैयार हो जाएगी। तीसरी यूनिट बनने में समय लगेगा। हांलाकि, निर्माण कार्य कर रही कंपनियां जल्द निर्माण कार्य पूरा करने का प्रयास कर रही हैं। पावर प्लांट के बॉयलर से निकलने वाले कोल वेस्टेज (राख) का क्या होगा ?
नेयवेली पावर प्लांट के बॉयलर से निकलने वाले कोल वेस्टेज (राख) के लिए जेके सीमेंट कंपनी ने टाइअप किया है। यहां से निकलने वाले कोल वेस्टेज (राख) से भरूआ सूमेरपुर स्थित जेके सीमेंट फैक्ट्री में राख से सीमेंट बनाई जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर