जालंधर में अकाली दल के बागी गुट की मीटिंग:वडाला बोले- पार्टी में परिवारवाद हावी नहीं होगा, गरीबों को भी मौका मिलेगा

जालंधर में अकाली दल के बागी गुट की मीटिंग:वडाला बोले- पार्टी में परिवारवाद हावी नहीं होगा, गरीबों को भी मौका मिलेगा

जालंधर के नकोदर और नूरमहल कस्बों में शिरोमणि अकाली दल के बागी गुट ने गुरुद्वारे में माथा टेककर अकाली दल सुधार लहर की शुरुआत की। नकोदर और नूरमहल में पूर्व विधायक और शिरोमणि अकाली बागी गुट के वरिष्ठ नेता गुरप्रताप सिंह वडाला की अध्यक्षता में एक बड़ी बैठक भी हुई। इस दौरान उन्होंने जालंधर में लोगों को संबोधित किया और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की। पूर्व विधायक और शिरोमणि अकाली बागी गुट के वरिष्ठ नेता गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा- ये लोग अकाली दल सुधार लहर के मद्देनजर इकट्ठे हुए थे। ताकि लोग हमारे साथ जुड़ सकें और हम पार्टी की हर बात उनसे साझा कर सकें। साथ ही लोगों ने कहा- यह फैसला सही है और पंजाब को इसकी जरूरत थी। पार्टी की कमजोरियों को दूर करने के लिए यह कदम उठाया गया है। वडाला बोले- पार्टी में नए नेतृत्व को आगे आने की जरूरत वडाला ने कहा- हम गांव-गांव जाकर लोगों को बता रहे हैं, क्योंकि हम अकाली दल को पुनर्जीवित करना चाहते हैं। वडाला ने कहा- हमने सुखबीर सिंह बादल से कहा था कि वह अपनी सीट छोड़ दें और नए नेतृत्व को आने दें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम सिर्फ लोगों के बीच अपना विश्वास बनाना चाहते हैं। यह बहुत ही नाजुक समय है, इसलिए हम अपनी पार्टी को पुनर्जीवित करना चाहते हैं। वडाला ने कहा- हम अब अकाली दल में भाई-भतीजावाद को नहीं रहने देंगे। ऐसा नहीं होगा कि जिसके पास पैसा है, वही आगे बढ़ सकता है। पार्टी में ऐसा नहीं हो सकता। अकाली दल में क्यों आई दरार? पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने अपनी उम्मीदवार सुरजीत कौर को समर्थन न देने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि अकाली दल के दूसरे पक्ष ने सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। दूसरे पक्ष में अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जागीर कौर, पूर्व विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं। ये नेता चंडीगढ़ में अकाली दल की बड़ी बैठक के दौरान नदारद थे और जालंधर में अलग से बैठक कर रहे थे। जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी को बदलाव की जरूरत है। चंदूमाजरा ने बदलाव शब्द का इस्तेमाल कर सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद सुखबीर सिंह बादल के पक्ष के वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने बयान जारी कर कहा- हम जालंधर उपचुनाव में जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया है, उसका समर्थन नहीं करेंगे, क्योंकि उक्त उम्मीदवार बीबी जागीर कौर ने बनाया है। इस बारे में उनसे पूछा तक नहीं गया। जालंधर के नकोदर और नूरमहल कस्बों में शिरोमणि अकाली दल के बागी गुट ने गुरुद्वारे में माथा टेककर अकाली दल सुधार लहर की शुरुआत की। नकोदर और नूरमहल में पूर्व विधायक और शिरोमणि अकाली बागी गुट के वरिष्ठ नेता गुरप्रताप सिंह वडाला की अध्यक्षता में एक बड़ी बैठक भी हुई। इस दौरान उन्होंने जालंधर में लोगों को संबोधित किया और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की। पूर्व विधायक और शिरोमणि अकाली बागी गुट के वरिष्ठ नेता गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा- ये लोग अकाली दल सुधार लहर के मद्देनजर इकट्ठे हुए थे। ताकि लोग हमारे साथ जुड़ सकें और हम पार्टी की हर बात उनसे साझा कर सकें। साथ ही लोगों ने कहा- यह फैसला सही है और पंजाब को इसकी जरूरत थी। पार्टी की कमजोरियों को दूर करने के लिए यह कदम उठाया गया है। वडाला बोले- पार्टी में नए नेतृत्व को आगे आने की जरूरत वडाला ने कहा- हम गांव-गांव जाकर लोगों को बता रहे हैं, क्योंकि हम अकाली दल को पुनर्जीवित करना चाहते हैं। वडाला ने कहा- हमने सुखबीर सिंह बादल से कहा था कि वह अपनी सीट छोड़ दें और नए नेतृत्व को आने दें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम सिर्फ लोगों के बीच अपना विश्वास बनाना चाहते हैं। यह बहुत ही नाजुक समय है, इसलिए हम अपनी पार्टी को पुनर्जीवित करना चाहते हैं। वडाला ने कहा- हम अब अकाली दल में भाई-भतीजावाद को नहीं रहने देंगे। ऐसा नहीं होगा कि जिसके पास पैसा है, वही आगे बढ़ सकता है। पार्टी में ऐसा नहीं हो सकता। अकाली दल में क्यों आई दरार? पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने अपनी उम्मीदवार सुरजीत कौर को समर्थन न देने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि अकाली दल के दूसरे पक्ष ने सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। दूसरे पक्ष में अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जागीर कौर, पूर्व विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं। ये नेता चंडीगढ़ में अकाली दल की बड़ी बैठक के दौरान नदारद थे और जालंधर में अलग से बैठक कर रहे थे। जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी को बदलाव की जरूरत है। चंदूमाजरा ने बदलाव शब्द का इस्तेमाल कर सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद सुखबीर सिंह बादल के पक्ष के वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने बयान जारी कर कहा- हम जालंधर उपचुनाव में जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया है, उसका समर्थन नहीं करेंगे, क्योंकि उक्त उम्मीदवार बीबी जागीर कौर ने बनाया है। इस बारे में उनसे पूछा तक नहीं गया।   पंजाब | दैनिक भास्कर