अलीगढ़ में मंगलवार को 3 बार के भाजपा सांसद सतीश गौतम FIR दर्ज हो गई। कोर्ट के आदेश पर जान से मारने की धमकी देने और किडनैपिंग की कोशिश की धारा में मुकदमा लिखा गया। दरअसल, पूर्व सांसद प्रत्याशी और RTI कार्यकर्ता पं. केशवदेव ने सांसद पर गंभीर आरोप लगाए। बताया, सांसद ने मुझे फोन कहा था- मैं तुम्हें गायब करवा दूंगा और लाश का पता नहीं चलेगा। केशवदेव का कहना है कि इस मामले में थाने में तहरीर दी थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई थी। इसके बाद मैं कोर्ट गया। अब पुलिस पीड़ित का बयान लेगी। 3 अक्टूबर को हमला कराने का आरोप पं. केशवदेव ने सांसद सतीश गौतम पर आरोप लगाया कि 3 अक्टूबर, 2023 को उनके घर के दरवाजे काले रंग की गाड़ी आकर रुकी। उससे दो लोग उतरे। उन लोगों ने खुद को सांसद का कार्यकर्ता बताते हुए साथ चलने को कहा। केशवदेव ने बीमारी की बात कहकर उन लोगों के साथ जाने से मना कर दिया था। इस पर उन लोगों ने सांसद से अपने मोबाइल फोन से बात कराई। केशव का आरोप है कि सांसद ने उन्हें अपशब्द कहे और जान से मारने की धमकी दी। दोनों के बीच पहले से चल रही मुकदमेबाजी
पं. केशवदेव ने सांसद सतीश गौतम के खिलाफ पहले से एक वाद दाखिल कर रखा है। इसमें उन्होंने सांसद पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सांसद ने पहली बार चुनाव लड़ने से पहले अपनी घोषणा में कहा था कि वह AMU से जिन्ना की तस्वीर हटवा देंगे। उनका एक कार्यकाल अच्छे से पूरा हो गया था और वह 2019 में दोबारा जीत गए। दूसरा कार्यकाल भी आधा गुजर गया, लेकिन वह AMU से जिन्ना की तस्वीर नहीं हटवा पाए। जबकि इसी वादे को आधार बनाकर वह जीते थे। इस मुकदमे की सुनवाई जारी है। केशवदेव का कहना है कि सांसद सतीश गौतम लगातार वादाखिलाफी के इसी मुकदमे को वापस लेने का दबाव बना रहे थे। जिसके चलते उनके घर पर अपने लोग भेजे थे। 20 अगस्त को दर्ज किए जाएंगे बयान
पं. केशवदेव के अधिवक्ता ने बताया कि सांसद सतीश गौतम ने पीड़ित को अपने आदमी भेजकर अपहरण की कोशिश की थी। जान से मारने की धमकी दी थी। जिसके बाद उन्होंने MP/MLA कोर्ट में परिवाद दाखिल किया था। कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए वाद के रूप में इसे दर्ज कर लिया है। अब इस मामले की जांच की जाएगी। 20 अगस्त को केशवदेव के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। (खबर अपडेट हो रही है) अलीगढ़ में मंगलवार को 3 बार के भाजपा सांसद सतीश गौतम FIR दर्ज हो गई। कोर्ट के आदेश पर जान से मारने की धमकी देने और किडनैपिंग की कोशिश की धारा में मुकदमा लिखा गया। दरअसल, पूर्व सांसद प्रत्याशी और RTI कार्यकर्ता पं. केशवदेव ने सांसद पर गंभीर आरोप लगाए। बताया, सांसद ने मुझे फोन कहा था- मैं तुम्हें गायब करवा दूंगा और लाश का पता नहीं चलेगा। केशवदेव का कहना है कि इस मामले में थाने में तहरीर दी थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई थी। इसके बाद मैं कोर्ट गया। अब पुलिस पीड़ित का बयान लेगी। 3 अक्टूबर को हमला कराने का आरोप पं. केशवदेव ने सांसद सतीश गौतम पर आरोप लगाया कि 3 अक्टूबर, 2023 को उनके घर के दरवाजे काले रंग की गाड़ी आकर रुकी। उससे दो लोग उतरे। उन लोगों ने खुद को सांसद का कार्यकर्ता बताते हुए साथ चलने को कहा। केशवदेव ने बीमारी की बात कहकर उन लोगों के साथ जाने से मना कर दिया था। इस पर उन लोगों ने सांसद से अपने मोबाइल फोन से बात कराई। केशव का आरोप है कि सांसद ने उन्हें अपशब्द कहे और जान से मारने की धमकी दी। दोनों के बीच पहले से चल रही मुकदमेबाजी
पं. केशवदेव ने सांसद सतीश गौतम के खिलाफ पहले से एक वाद दाखिल कर रखा है। इसमें उन्होंने सांसद पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सांसद ने पहली बार चुनाव लड़ने से पहले अपनी घोषणा में कहा था कि वह AMU से जिन्ना की तस्वीर हटवा देंगे। उनका एक कार्यकाल अच्छे से पूरा हो गया था और वह 2019 में दोबारा जीत गए। दूसरा कार्यकाल भी आधा गुजर गया, लेकिन वह AMU से जिन्ना की तस्वीर नहीं हटवा पाए। जबकि इसी वादे को आधार बनाकर वह जीते थे। इस मुकदमे की सुनवाई जारी है। केशवदेव का कहना है कि सांसद सतीश गौतम लगातार वादाखिलाफी के इसी मुकदमे को वापस लेने का दबाव बना रहे थे। जिसके चलते उनके घर पर अपने लोग भेजे थे। 20 अगस्त को दर्ज किए जाएंगे बयान
पं. केशवदेव के अधिवक्ता ने बताया कि सांसद सतीश गौतम ने पीड़ित को अपने आदमी भेजकर अपहरण की कोशिश की थी। जान से मारने की धमकी दी थी। जिसके बाद उन्होंने MP/MLA कोर्ट में परिवाद दाखिल किया था। कोर्ट ने मामले का संज्ञान लेते हुए वाद के रूप में इसे दर्ज कर लिया है। अब इस मामले की जांच की जाएगी। 20 अगस्त को केशवदेव के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। (खबर अपडेट हो रही है) उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर