हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के मलाहत रेलवे क्रॉसिंग के पास रेल ट्रैक पर एक व्यक्ति की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। मृतक की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। उसका शव रेलवे ट्रैक पर लहूलुहान अवस्था में पड़ा मिला। रेलवे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। शव का ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया गया। इसके बाद शव को अस्पताल के शवगृह में रखा गया है। रेलवे पुलिस को आशंका है कि यह व्यक्ति के सुबह के समय दिल्ली जाने वाली जन शताब्दी ट्रेन की चपेट में आया होगा। इस संबंध में रेलवे पुलिस जानकारी जुटा रही है। स्टेशन मास्टर ने RPF को दी सूचना बता दें कि ऊना रेलवे स्टेशन स्टेशन मास्टर ने सुबह स्थानीय रेलवे पुलिस चौकी को मलाहत के नजदीक रेल ट्रैक पर शव होने की सूचना दी। जिस पर स्थानीय रेलवे पुलिस चौकी से टीम घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। मृतक की उम्र 40 से 45 साल के बीच लग रही है। उसने नीली जीन्स और नीली शर्ट पहन रखी थी। मृतक की जेब से कोई दस्तावेज बरामद नहीं हुआ, जिससे उसकी अभी पहचान नहीं हो सकी। मृतक की अभी पहचान नहीं रेलवे पुलिस चौकी ऊना के हेड कॉन्स्टेबल मोहिंदर सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर क्षेत्रीय अस्पताल में के शव गृह में पहचान के लिए रखा है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के मलाहत रेलवे क्रॉसिंग के पास रेल ट्रैक पर एक व्यक्ति की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। मृतक की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। उसका शव रेलवे ट्रैक पर लहूलुहान अवस्था में पड़ा मिला। रेलवे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। शव का ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया गया। इसके बाद शव को अस्पताल के शवगृह में रखा गया है। रेलवे पुलिस को आशंका है कि यह व्यक्ति के सुबह के समय दिल्ली जाने वाली जन शताब्दी ट्रेन की चपेट में आया होगा। इस संबंध में रेलवे पुलिस जानकारी जुटा रही है। स्टेशन मास्टर ने RPF को दी सूचना बता दें कि ऊना रेलवे स्टेशन स्टेशन मास्टर ने सुबह स्थानीय रेलवे पुलिस चौकी को मलाहत के नजदीक रेल ट्रैक पर शव होने की सूचना दी। जिस पर स्थानीय रेलवे पुलिस चौकी से टीम घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया। मृतक की उम्र 40 से 45 साल के बीच लग रही है। उसने नीली जीन्स और नीली शर्ट पहन रखी थी। मृतक की जेब से कोई दस्तावेज बरामद नहीं हुआ, जिससे उसकी अभी पहचान नहीं हो सकी। मृतक की अभी पहचान नहीं रेलवे पुलिस चौकी ऊना के हेड कॉन्स्टेबल मोहिंदर सिंह ने बताया कि मामले की जांच जारी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर क्षेत्रीय अस्पताल में के शव गृह में पहचान के लिए रखा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में बाढ़ ने 18 परिवार उजाड़े:किसी का पूरा परिवार दफन, किसी की पत्नी-बेटी लापता; जिंदा बचे रिश्तेदार मलबे में परिजनों को ढूंढ रहे
हिमाचल में बाढ़ ने 18 परिवार उजाड़े:किसी का पूरा परिवार दफन, किसी की पत्नी-बेटी लापता; जिंदा बचे रिश्तेदार मलबे में परिजनों को ढूंढ रहे हिमाचल के श्रीखंड में बादल फटने के बाद शिमला के रामपुर के समेच में एक ही झटके में 18 परिवार उजड़ गए। जो घर पर थे, वे लापता हो गए। जो उस वक्त घर से बाहर थे, उनकी जान तो बच गई लेकिन अपनों को खोने के डर से वह खौफ में हैं। किसी की बेटियां लापता हैं तो किसी का पोता। स्थिति यह है कि परिवार के लोग ऊंचाई वाली जगह पर बाढ़ से तबाह हो चुकी अपने घर को निहार कर परिजनों के जिंदा होने की प्रार्थना कर रहे हैं। यहां समेच खड्ड में बाढ़ के बाद अशोक कुमार का पूरा परिवार बाढ़ की चपेट में आ गया। घर पर न होने की वजह से अशोक खुद तो बच गए लेकिन उनकी पत्नी अनिता (40), बेटी योग प्रिया (11) और बेटा मुकेश (19) लापता है। इसी खड्ड की चपेट में कनराहड़ निवासी सूरत राम का परिवार भी आ गया। सूरत राम (58) समेत उनकी पत्नी संतोष (54), बेटा नीरज कुमार (30), छोटे बेटे की पत्नी रचना (23) और घर पर निरमंड से आए मेहमान वेदराज (55) भी मलबे में दब गए। अब सूरत राम के परिवार में छोटा बेटा राजेश कुमार, बड़े बेटे की बहू व पोता तीन लोग बचे है। गोपाल का घर बहने से 12 दबे
वहीं समेच खड्ड हादसे में सुगा गांव के गोपाल की पत्नी शिक्षा (37) और बेटी जिया (15) भी हादसे का शिकार हो गई। गोपाल और उनका बेटा खुद घर पर नहीं थे और किसी काम से झाखड़ी गए थे। इस वजह से दोनों की जान बच गई। गोपाल के ही घर पर रहने वाले ग्रीनको हाइड्रो प्रोजेक्ट के 7 कर्मचारियों तथा 3 अन्य भी लापता है। सनैल निवासी जय सिंह की पत्नी कल्पना (34), बेटी अक्षिता (7) और बेटा अद्विक (4) की भी इस हादसे में लापता है। इस हादसे में समेच निवासी चंद्र सिंह के परिवार के चार सदस्य लापता है, जबकि चंद्र सिंह दंपती घर पर नहीं होने की वजह से सुरक्षित है। सूचना के अनुसार, चंद्र सिंह के बेटे श्याम सिंह (39), बहु सरस्वती (33), पोता अरुण (15) और पोती आरुषि (13) लापता है। रविंदर केदारटा की दोनों बेटियां लापता
समेच गांव में रविंदर केदारटा की दो बेटी भी बाढ़ की चपेट में आने से दब गई। तनु केदारटा (15) और रानू कदारटा (16) का अभी तक सुराग नहीं लग पाया है। बताया जा रहा है कि इनके माता-पिता यानी रविंदर केदारटा दंपती दूसरे मकान में थे। इससे वह सुरक्षित है। मगर उनकी दोनों बेटियां बाढ़ में बह गई है। इस हादसे में घर पर अकेले रह रही दो वृद्ध महिलाएं भी लापता हैं। समेच निवासी मंगला देवी पत्नी सुना राम और कृष्णा देवी (70) सरपारा गांव का भी सुराग नहीं लग पाया है। जैसे जैसे वक्त बीतता जा रहा है, इनके जिंदा होने की उम्मीद भी कम होती जा रही है। मलबे में जिंदगी की तलाश की 3 तस्वीरें… प्रोजेक्ट में काम करने वाले सात कर्मचारी भी लापता
समेच खड्ड हादसे में न केवल स्थानीय लोगों बल्कि ग्रीन समेच हाइड्रो प्रोजेक्ट में बाहर काम करने वाले झारखंड और प्रदेश के अन्य जिलों के लोग भी लापता है। इनमें पुष्प देव शर्मा ग्राम खुन्ना रामपुर, हरदीप सिंह ग्राम नगरोटा बगवां कांगड़ा, हरदेव सिंह ग्राम सैंज, कुल्लू, अजय कुमार निवासी शिलाई सिरमौर, भाग चंद निवासी शिंगला रामपुर, सिद्धार्थ खेड़ा निवासी कांगड़ा और रूप सिंह गांव सिका सेरी सरपारा रामपुर शामिल है। झारखंड के 4 मजदूर भी लापता
इसी तरह झारखंड के 4 प्रवासी मजदूर भी लापता है। इनमें ममता पत्नी राज कुमार पांडे निवासी झारखंड, मुस्कान पुत्री राज कुमार पांडे निवासी झारखंड, रूपनी देवी पत्नी भोला नाथ उरांव झारखंड और अंजलि पुत्री भोला नाथ उराव पता झारखंड शामिल है। हिमाचल में बाढ़ की पूरी खबर पढ़ें हिमाचल में बाढ़, 4 मरे, 49 लापता: मलबे में मिले शरीर के अंग, 4 सेकंड में गिरी 5 मंजिला बिल्डिंग; चंडीगढ़-मनाली हाईवे बहा हिमाचल प्रदेश में बीती रात भारी बारिश से तबाही हुई है। जिसमें 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 49 लोग लापता हैं। NDRF, SDRF, पुलिस और होम गार्ड लोगों को रेस्क्यू करने में लगे हुए हैं। मनाली में 4 सेकंड में सब्जी मंडी की 5 मंजिला बिल्डिंग ढह गई। बारिश के बाद से नदियां और नाले उफान पर हैं। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे के साथ 4 पुल बह गए हैं। बीती रात कुल्लू, मंडी, चंबा और शिमला के रामपुर में बादल फटा। सबसे ज्यादा तबाही रामपुर में हुई। यहां समेज गांव के कई घर, स्कूल, गेस्ट हाउस और एक बिजली प्रोजेक्ट का पावर हाउस बह गया है (पूरी खबर पढ़ें)
शिमला में युवती से 4 साल तक यौन शोषण:आरोपी ने शादी का झांसा देकर कई बार बनाए शारीरिक सबंध, केस दर्ज
शिमला में युवती से 4 साल तक यौन शोषण:आरोपी ने शादी का झांसा देकर कई बार बनाए शारीरिक सबंध, केस दर्ज हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक युवती से शादी का झांसा देकर यौन शोषण का मामला सामने आया है। लड़की की शिकायत पर पुलिस ने महिला थाना BCS में आरोपी के खिलाफ़ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लड़की ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि विनीत नाम के युवक ने साल 2020 से उसके साथ शादी का झांसा देकर यौन शोषण किया है। पीड़िता का आरोप है कि युवक 4 साल तक उसे अपनी हवस का शिकार बनाता रहा और इस दौरान आरोपी ने उसके साथ कई बार शारीरिक सबंध बनाए। लेकिन अब शादी करने से इनकार कर रहा है और उसके साथ गाली गलौज और जाति-सूचक शब्द कहता है। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर युवक के खिलाफ़ भारतीय न्याय संहिता के तहत धारा 376 (2) एन , 417 व अनुसूचित जाति / जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है
अमृतसर में हिमाचल की कार पलटी:2 लोगों की मौत, 5 घायल, रिश्तेदारों से मिलकर लौट रहे थे कांगड़ा
अमृतसर में हिमाचल की कार पलटी:2 लोगों की मौत, 5 घायल, रिश्तेदारों से मिलकर लौट रहे थे कांगड़ा पंजाब के अमृतसर में वेरका बाईपास पर सड़क पार कर रहे व्यक्ति को बचाने के चक्कर में हिमाचल की कार पलट गई। जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई। जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, कार में बैठा परिवार हिमाचल प्रदेश का था और अमृतसर में अपने रिश्तेदारों को मिलकर वापस लौट रहा था। वेरका बाइपास पर सड़क पार कर रहे व्यक्ति को बचाते-बचाते कार पलट सड़क से नीचे उतर गई। मौके पर पहुंची इंस्पेटर ए.के. सोही ने बताया कि कार चलाने वाले ड्राइवर की मां और सड़क पार करने वाले व्यक्ति की मौत हुई है। सड़क पार करने वाले वेरका में ही हलवाई की दुकान चलाने वाले जसवंत सिंह की मौत हो गई है। कांगड़ा लौट रहे थे कार के ड्राइवर गोपी चंद ने जानकारी दी कि वे अपनी कार संख्या HP40E9576 में सवार होकर कांगड़ा लौट रहे थे। वेरका बाइपास पर डून पब्लिक स्कूल के पास अचानक एक व्यक्ति सड़क के बीच में आ गया। उसे बचाते हुए उनकी कार पलट गई। उन्होंने जानकारी दी कि वे अमृतसर में भगतांवाला के पास अपने रिश्तेदारों को मिलने आए थे। रिश्तेदारों को मिलने के बाद वे कांगड़ा वापस लौट रहे थे। सड़क क्रॉस करते व्यक्ति को बचाते हुए मौत मौके के चश्मदीद भिखीविंड निवासी रणजीत सिंह ने बताया कि कार चालक अमृतसर की साइड से आ रहा था। तभी पैदल जा रहा मृतक कार के आगे आ गया। उसे बचाते हुए कार पलटी और सड़क से नीचे जा गिरी। शवों को कब्जे में लेकर जांच की शुरू पुलिस जांच अधिकारी का कहना है कि मौके पर चश्मदीदों के बयान लिए गए हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। वहीं शवों को मॉर्चुरी में भेजा जा रहा है। गलती किसकी थी, इसके बारे में अभी कुछ जानकारी नहीं दी जा सकती। जांच के बाद ही पुलिस इस बारे में कुछ कह सकती है।