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दिल्ली में नहीं सुधर रही ‘आबो-हवा’, चौथे दिन भी AQI बहुत खराब, जानें- IMD अपडेट
दिल्ली में नहीं सुधर रही ‘आबो-हवा’, चौथे दिन भी AQI बहुत खराब, जानें- IMD अपडेट <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Weather News:</strong> दिल्ली के मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है. सुबह और शाम के समय तापमान में और कमी के संकेत हैं. गुलाबी ठंड का असर लोगों के चेहरे पर भी दिखने लगा है. फिलहाल, रात में मौसम बहुत हद तक बदल चुका है. दिन के समय धूप होने से अभी थोड़ी बहुत गर्मी पड़ रही है. दिल्ली में गुरुवार को मौसम साफ रहेगा. अधिकतम तापमान 34 डिग्री के करीब रहने की संभावना है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली प्रदूषण विभाग के मुताबिक वायु प्रदूषण कम होने के बजाय और ज्यादा बढ़ने के संकेत हैं. गुरुवार सुबह छह बजे एक्यूआई (AQI) दिल्ली के इहबास इलाके में 365, मदर डेयरी प्लांट इलाके में 346 और अलीपुर में 276 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली की वायु गुणवत्ता गुरुवार को लगातार चौथे दिन भी ‘खराब’ श्रेणी में रही. मौसम मौसम के कुछ निगरानी केंद्रों ने इसका स्तर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया. दरअसल, दिल्ली में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए केंद्र की निर्णय सहायता प्रणाली के अनुसार परिवहन से होने वाले उत्सर्जन का दिल्ली के वायु प्रदूषण में लगभग 19.2 प्रतिशत योगदान है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पंजाब में पराली के सबसे ज्यादा मामले</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हवा की गुणवत्ता खराब होने का एक और बड़ा कारण पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना है. उपग्रह से प्राप्त आंकड़े के मुताबिक बुधवार को पराली जलाने के पंजाब में 99, हरियाणा में 14, उत्तर प्रदेश में 59 और दिल्ली में एक मामले सामने आए.</p>
<p style=”text-align: justify;”> बुधवार को तड़के चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 230 दर्ज किया गया. आईटीओ, चांदनी चौक और लोधी रोड स्थित मौसम निगरानी केंद्र पर वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में रही. आनंद विहार में एक्यूआई 430 के गंभीर स्तर पर पहुंच गया, जबकि मुंडका स्टेशन ने 327 के ‘बहुत खराब’ स्तर की सूचना दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गर्मी में और कमी के संकेत </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को आसमान साफ रहने तथा अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 34 डिग्री सेल्सियस और 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है. मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.2 डिग्री ज्यादा है. न्यूनतम तापमान 19 डिग्री था, जो सामान्य से डिग्री कम था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Delhi Weather: दिल्ली में नहीं सुधर रही ‘आबो-हवा’, चौथे दिन भी AQI बहुत खराब, जानें- IMD अपडेट” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-cm-atishi-awarded-permanent-job-letter-to-607-mcd-sanitation-workers-as-diwali-gift-ann-2805046″ target=”_blank” rel=”noopener”>Delhi Weather: दिल्ली में नहीं सुधर रही ‘आबो-हवा’, चौथे दिन भी AQI बहुत खराब, जानें- IMD अपडेट</a></strong></p>
बच्चों के जज्बे को बाढ़ भी नहीं कर पाई प्रभावित, पेड़ की छांव के नीचे जगने लगी शिक्षा की अलख
बच्चों के जज्बे को बाढ़ भी नहीं कर पाई प्रभावित, पेड़ की छांव के नीचे जगने लगी शिक्षा की अलख <p style=”text-align: justify;”><strong>Gorakhpur News:</strong> गोरखपुर में राप्‍ती और रोहिन का पानी भले ही कम हो रहा है. फिर भी ऐसे कई गांव हैं, जो बाढ़ की चपेट में हैं. गांव में बाढ़ की वजह से बच्‍चे भी स्‍कूल नहीं जा पा रहे हैं. वहीं बांध पर बसे कई ऐसे गांव भी हैं, जो बाढ़ से बचे हुए हैं, लेकिन स्‍कूल बाढ़ के पानी में डूबने की वजह से बांध और उसके दूसरे छोर पर बसे गांव में पेड़ की छांव में शिक्षा की अलख जग रही है. हालांकि शिक्षकों और यहां पढ़ने वाले बच्‍चों को भी उम्‍मीद है कि वे बाढ़ का पानी उतरने के बाद फिर से स्‍कूल में अपनी पढ़ाई शुरू कर सकेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोरखपुर के विकासखंड खोराबार का कठउर गांव अब शहर का हिस्‍सा हो गया है. फिर भी यहां जब बाढ़ आती है, तो पूरा इलाका डूब जाता है. कम्‍पोजिट विद्यालय कठउर में 200 से अधिक बच्‍चे पढ़ते हैं. यहां प्रधानाचार्य आशा त्रिपाठी के अलावा 15 शिक्षक शिक्षा की अलख जगा रहे हैं. जुलाई माह में अभी विद्यालय का नया सत्र शुरू ही हुआ था कि बाढ़ आ गई. आसपास के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए. बेसिक शिक्षा विभाग ने बच्‍चों और शिक्षकों के साथ दस्‍तावेजों की सुरक्षा को देखते हुए बाढ़ प्रभावित स्‍कूलों की प्रधानाचार्य को वै‍कल्‍पिक व्‍यवस्‍था करने को कहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बाढ़ के पानी से प्रभावित हो रही शिक्षा</strong><br />कम्‍पोजिट विद्यालय कठउर एक सप्‍ताह से बाढ़ के पानी की वजह से बंद है. बच्‍चों की सुरक्षा को देखते हुए मलौली बांध के पश्चिम में बसे स्‍कूल पर ताला जड़ दिया गया है. स्‍कूल के अंदर भी पानी भरा है. आसपास गहरा पानी होने की वजह से स्‍कूल की वैकल्पिक व्‍यवस्‍था बंधे और उसके पूरब छोर पर गांव में की गई है. दस्‍तावेजों को सुरक्षित करने के लिए दो कमरों को किराए पर लिया गया है. वहीं बच्‍चों को गांव के बंधे तो कभी पेड़ की छांव के नीचे बढ़ाया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कम्पोजिट विद्यालय कठउर की प्रधानाचार्य आशा त्रिपाठी बताती हैं कि बाढ़ आए एक सप्‍ताह हो गया है. इस विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक के बच्‍चे पढ़ते हैं. वे बताती हैं कि यहां पर 261 बच्‍चों को शिक्षा दी जाती है. बाढ़ के पहले 70 से 80 प्रतिशत बच्‍चे पढ़ने आ रहे थे. अभी ये संख्‍या घटकर 20 से 30 प्रतिशत पर आ गई है. यहां पर शिक्षामित्र को लेकर कुल 15 शिक्षक और शिक्षिकाएं हैं. वे बताती हैं बांध के आसपास रहने वाले बच्‍चे पढ़ने के लिए आ रहे हैं. परेशानी तो है. यहां स्‍कूल और क्‍लास वाली सुविधा इस भीषण गर्मी में नहीं मिल पा रही है. जब पढ़ाई का माहौल शुरू हुआ, तब तक बाढ़ आ गई. इस समय संख्‍या 50 से करीब हो गई है.</p>
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<figure class=”image”><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/20/a7ce1d3e46f78707054179337726a2f91721491259895898_original.jpg” alt=”स्कूल में भरा बाढ़ का पानी” />
<figcaption>स्कूल में भरा बाढ़ का पानी</figcaption>
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<p style=”text-align: justify;”>यहां पढ़ने वाले बच्‍चे वीरा, अंश, दीप्ति, पल्‍लवी, सुकन्‍या, अंकिता बताती हैं कि स्‍कूल में पानी भरने की वजह से वे लोग यहां पर पेड़ की छांव के नीचे पढ़ रहे हैं. हालांकि यहां पर बच्‍चों को पढ़ने में अच्‍छा लग रहा है लेकिन यहां पेड़ की छांव के नीचे पढ़ने वाले बच्‍चों को पूरी उम्‍मीद है कि बाढ़ का पानी उतरेगा और उनकी कक्षाएं फिर से शुरू हो पाएंगी. बाढ़ प्रभावित गांव में बच्‍चों को सुरक्षित स्‍थान पर शिक्षा देने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से पत्र भी जारी किया गया है. सरकार के आदेश के बाद जारी पत्र को सभी विद्यालय में भेजा गया है. ऐसे में जो विद्यालय बाढ़ की चपेट में हैं, वहां वै‍कल्पिक व्‍यवस्‍था की गई है. जिससे शिक्षा के साथ नौनिहालों का जीवन भी सु‍रक्षित रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढे़ं: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maha-kumbh-2025-cm-yogi-adityanath-meeting-with-oficer-in-prayagraj-and-instructed-2741943″><strong>महाकुंभ को लेकर सीएम योगी की अधिकारियों के साथ बैठक, कहा- ‘मेले में स्वच्छता का रखा जाए ध्यान'</strong></a></p>
दरगाहों पर बीजेपी MLA के विवादित बयान पर भड़के सपा विधायक, रामायण का किया जिक्र
दरगाहों पर बीजेपी MLA के विवादित बयान पर भड़के सपा विधायक, रामायण का किया जिक्र <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics:</strong> गाजियाबाद की लोनी सीट से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर के दरगाहों को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान को लेकर सियासत गरमा गई है. समाजवादी पार्टी के बिलारी से विधायक मोहम्मद फहीम इरफान ने उनके बयान पर पलटवार किया और उसे समाज में सद्भाव बिगाड़ने वाला बताया. उन्होंने कहा कि ये देश गंगा जमुनी तहजीब वाला है. हमें सभी के धर्म का सम्मान करना चाहिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा विधायक फहीम इरफान ने नंदकिशोर गुर्जर को जवाब देते हुए कहा कि ये बहुत गलत बयान है और समाज मे सद्भाव को बिगड़ने वाला है. भाजपा विधायक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होनी चाहिए. हम इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष से भाजपा विधायक की शिकायत करेंगे. हमारा देश गंगा-जमुनी तहजीब का देश है और किसी के भी धर्म का अपमान नहीं करना चाहिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सपा विधायक ने दिया जवाब</strong><br />फहीम इरफान ने कहा- भाजपा विधायक ने बहुत खराब बात की है दरगाहों पर सभी धर्म और मजहब के लोग अपनी-अपनी मुरादें लेकर जाते हैं और अल्लाह के नेक बंदों की दुआओं से लोगों की मुरादें पूरी होती हैं. सूफी संतों का सभी सम्मान करते हैं. हम उनके बारे में इस तरह की बात को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे. दरगाहों पर फिल्मी सितारें भी बड़ी संख्या में जाते हैं भाजपा विधायक अपनी राजनीति के लिए इस तरह की खराब बात कर रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि ये हमारे दिलों को तोड़ने वाली बात है. भाजपा विधायक को शायद मालूम नहीं है कि हमारे देश में मिलीजुली संस्कृति है मैं खुद मोहम्मद फहीम इरफान होने के बावजूद अपने क्षेत्र में होने वाले रामायण के पाठ और श्री कृष्णा जन्माष्टमी के अवसरों पर हिंदू धर्म के कार्यक्रमों में मुझे बुलाया जाता है और मैं वहां सम्मान के साथ जाता हूं, ये हमारे देश की यही संस्कृति है कि एक दूसरे के धर्म का सम्मान करना. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा विधायक ने कहा कि देश की आजादी के लिए हिंदू-मुसलमान सबने मिलकर लड़ाई लड़ी थी. तभी हमारा देश आजाद हुआ. इस तरह की बातें करना भाजपा विधायक को शोभा नहीं देता वह विधानसभा के सदस्य हैं. ऐसे बयान देकर वह लोगों के दिलों को तोड़ रहे हैं और देश के अमन सुकून और देश के संस्कृत सौहार्द को बिगाड़ रहे हैं. भाजपा विधायक ने शायद अपने धार्मिक ग्रंथ भी नही पढ़े हैं अगर उन्होंने रामायण और रामचरितमानस पढ़ ली होती तो ऐसे बयान न देते.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने हिन्दुओं को दरगाहों में जाने से मना किया था. उन्होने कहा कि हिन्दू दरगाहों या मजारों पर न जाएं क्योंकि वहां जिहादी दफ़्न हैं. इन्होंने महिलाओं पर जुल्म किया और उन्हें जौहर के लिए मजबूर किया था. अगर हिन्दू वहां जाकर माथा पटकता है तो उससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/prayagraj-uppsc-aspirants-protest-5th-day-shouting-slogans-by-beating-plates-after-up-government-rolls-back-decision-ann-2823499″>UPPSC के खिलाफ छात्रों का आंदोलन 5वें दिन भी जारी, थाली पीटकर कर रहे हैं नारेबाजी</a></strong></p>