15 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट:अधिकतर शहरों में बादल छाए; 4 दिन से नहीं हुई बरसात, सिरसा का तापमान 41 पर पहुंचा

15 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट:अधिकतर शहरों में बादल छाए; 4 दिन से नहीं हुई बरसात, सिरसा का तापमान 41 पर पहुंचा

हरियाणा में आज यानी बुधवार को फिर से मानसून एक्टिव होगा। मौसम विभाग ने आज 15 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह और पलवल में तेज बारिश आ सकती है। अधिकतर शहरों में बादल छाए हुए हैं। हालांकि 4 दिन से अधिकतर शहरों में बारिश नहीं होने के कारण गर्मी और उमस ने लोगों के पसीने छुड़ा रखे हैं। 24 घंटे के दौरान सिरसा जिला सबसे गर्म दर्ज किया गया, यहां का अधिकतम तापमान 41.0 डिग्री रहा। हरियाणा में 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक बारिश रोहतक और करनाल में दर्ज की गई है। करनाल में 11.5 MM और रोहतक में 11.0 MM बारिश हुई है। इन जिलों के अलावा अंबाला में 9.0 MM, रेवाड़ी में 4.5 MM बारिश रिकॉर्ड की गई है। इन जिलों में सबसे कम बारिश मौसम विभाग के मुताबिक हरियाणा के सिर्फ 2 जिलों को छोड़ बाकी जिलों में सूखे की स्थिति बनी रही है। रोहतक व करनाल में सामान्य से 70%, अंबाला में 58%, भिवानी में 48%, कैथल में 51%, पंचकूला में 46%, सोनीपत में 55% और यमुनानगर में 40% कम बारिश दर्ज की गई। सिर्फ महेंद्रगढ़ और फतेहाबाद में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। इसलिए एक्टिव हुआ मानसून सूबे में बदले मौसम के मिजाज के बाद मौसम विशेषज्ञों ने अब उम्मीद जताई है कि 48 घंटे बाद यानी अगस्त के पहले सप्ताह में मानसून फिर सक्रिय होगा। राजस्थान में बन रहे दबाव के चलते वर्षा होने की उम्मीद है। मानसूनी बारिश कम होने की वजह बंगाल और राजस्थान से आने वाली हवाएं बीच में ही खत्म होना बताया जा रहा है। इससे हवाएं भी कमजोर हो रही हैं। साथ ही हवा में नमी नहीं होने से इस बार हरियाणा से मानसून रूठा हुआ है। जुलाई में सिर्फ 87 MM बारिश 30 जुलाई तक हरियाणा में सिर्फ 87 MM बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह 7 साल में सबसे कम है। पिछले साल जुलाई में 237 MM बारिश दर्ज की गई थी। कम बारिश की वजह से किसान भी चिंतित है। उन्हें धान की फसल पर पीले पन का खतरा सता रहा है। विशेषज्ञ का कहना है कि यदि एक हफ्ते में बारिश नहीं हुई तो किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। हरियाणा में आज यानी बुधवार को फिर से मानसून एक्टिव होगा। मौसम विभाग ने आज 15 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह और पलवल में तेज बारिश आ सकती है। अधिकतर शहरों में बादल छाए हुए हैं। हालांकि 4 दिन से अधिकतर शहरों में बारिश नहीं होने के कारण गर्मी और उमस ने लोगों के पसीने छुड़ा रखे हैं। 24 घंटे के दौरान सिरसा जिला सबसे गर्म दर्ज किया गया, यहां का अधिकतम तापमान 41.0 डिग्री रहा। हरियाणा में 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक बारिश रोहतक और करनाल में दर्ज की गई है। करनाल में 11.5 MM और रोहतक में 11.0 MM बारिश हुई है। इन जिलों के अलावा अंबाला में 9.0 MM, रेवाड़ी में 4.5 MM बारिश रिकॉर्ड की गई है। इन जिलों में सबसे कम बारिश मौसम विभाग के मुताबिक हरियाणा के सिर्फ 2 जिलों को छोड़ बाकी जिलों में सूखे की स्थिति बनी रही है। रोहतक व करनाल में सामान्य से 70%, अंबाला में 58%, भिवानी में 48%, कैथल में 51%, पंचकूला में 46%, सोनीपत में 55% और यमुनानगर में 40% कम बारिश दर्ज की गई। सिर्फ महेंद्रगढ़ और फतेहाबाद में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। इसलिए एक्टिव हुआ मानसून सूबे में बदले मौसम के मिजाज के बाद मौसम विशेषज्ञों ने अब उम्मीद जताई है कि 48 घंटे बाद यानी अगस्त के पहले सप्ताह में मानसून फिर सक्रिय होगा। राजस्थान में बन रहे दबाव के चलते वर्षा होने की उम्मीद है। मानसूनी बारिश कम होने की वजह बंगाल और राजस्थान से आने वाली हवाएं बीच में ही खत्म होना बताया जा रहा है। इससे हवाएं भी कमजोर हो रही हैं। साथ ही हवा में नमी नहीं होने से इस बार हरियाणा से मानसून रूठा हुआ है। जुलाई में सिर्फ 87 MM बारिश 30 जुलाई तक हरियाणा में सिर्फ 87 MM बारिश रिकॉर्ड की गई है। यह 7 साल में सबसे कम है। पिछले साल जुलाई में 237 MM बारिश दर्ज की गई थी। कम बारिश की वजह से किसान भी चिंतित है। उन्हें धान की फसल पर पीले पन का खतरा सता रहा है। विशेषज्ञ का कहना है कि यदि एक हफ्ते में बारिश नहीं हुई तो किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर