नोएडा पुलिस ने गुरुवार को वाहन चोर गैंग के 5 लोगों को पकड़ा। दिल्ली, यूपी में इन पर 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। ये लोग ऑन डिमांड 100 से ज्यादा लग्जरी कारें चोरी कर चुके हैं। चोरों ने पुलिस के सामने कैमरे पर 4 मिनट का डेमो दिखाया कि कैसे लग्जरी कारों का गेट खोलकर 4 मिनट में स्टार्ट कर लेते थे। महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा में 50 और 40% कम दामों में बेचते थे। कस्टमर को फर्जी आरसी बनाकर देते थे। इनके पास से 17 लग्जरी कारें बरामद की गई, जिसे ये एक से दो सप्ताह में बेचने वाले थे। DCP राम बदन सिंह ने बताया- सीआरटी और थाना सेक्टर-24 पुलिस ने गिरोह के पांच लोगों को पकड़ा है। इनकी पहचान अब्बास उर्फ इकराम, कप्तान उर्फ भूरा, आरिफ उर्फ डोरामोन, आसिफ उर्फ पाटू, अब्दुल रज्जाक के रूप में हुई है। ये पहले भी जेल चुके है। बाहर आने के बाद फिर से कार चोरी करने लगे। 4 मिनट का लाइव डेमो दिखाया
पकड़े गए एक बदमाश ने महज 4 मिनट में DCP क्राइम के सामने एक लग्जरी कार को स्टार्ट कर दिखाया। चोर ने पहले कार का शीशा खोला। उससे गेट खोला। इसके बाद की-प्रोग्रामिंग पैड के जरिए कार के ECM (इलेक्ट्रॉनिक कंटेंट मैनेजमेंट) को रि-प्रोग्राम किया। वाईफाई से कनेक्ट करके पेयर बनाया और नया की-कोड जनरेट करके कार स्टार्ट की। DCP शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया- अगर प्रोग्रामिंग फेल हो जाए तो ये नकली चाबी और अन्य तरीकों से लॉक तोड़ते थे। पार्किंग में खड़ी करते थे कार
गिरोह के सदस्य चोरी के वाहनों की नंबर प्लेट तुरंत बदल देते थे। बेचने से पहले ये कार को दो से तीन दिन के लिए पार्किंग में खड़ा करते थे। नंबर प्लेट होने से किसी को शक नहीं होता था। इसके बाद चोरी की गाड़ियों की फर्जी आरसी और नंबर प्लेट तैयार करने के बाद बॉर्डर पार कराते थे। इस दौरान यदि कहीं पुलिस चेकिंग हो जाए तो ये अपने आप को मैकेनिक बताकर वहां से निकल जाते थे। इनके पास कार से संबंधित सभी उपकरण होते थे। इसलिए इन पर ज्यादा शक नहीं होता था। टोल पर कैश में देते थे भुगतान
हाईवे पर टोल बूथ पर भी ये चकमा देने में माहिर थे। इनके सर्विलांस के लिए एक कार आगे चलती थी। टोल आने पर ये काउंटर पर कैश देकर आगे बढ़ते थे। अचानक पुलिस के आने पर आरोपी कार के खराब होने का बहाना बनाकर गाड़ी के नीचे लेटकर ठीक करने की एक्टिंग करने लग जाते थे। आरोपी चोरी के वाहनों को पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान में बेचते हैं। पुलिस गिरोह के बाकी के सदस्यों की तलाश कर रही है। 10 से 15 लाख में बेचते थे वाहन
लग्जरी कारों की चोरी के बाद गिरोह 10 से 15 लाख में और सामान्य कारों को तीन से पांच लाख रुपए में बेच देता है। जिन गाड़ियों को बॉर्डर पार नहीं करा पाते थे, उनके पुरजे निकालकर बेच देते थे। बेचने के बाद मिली रकम का प्रयोग मौज मस्ती करने के लिए करते थे। ये कारें बरामद की गईं
सफेद और काले रंग की 4 क्रेटा कार, दो किया सिल्टोस, 3 बलेनो, एक अर्टिगा, दो मारुति शिफ्ट, एक टोयटा इनोवा, एक फोर्ड इंदीवर टाइटेनियम, एक आई-20, जेस्ट रंग सफेद, एक टैब, हाई फ्रीक्वेंसी डिवाइस कोड, गाड़ी लॉक (इग्नेशन स्विच), 7 रिमोट चाबी, 26 साधारण चाबियां, 21 पैकेट कई गाडियों की सेंसर चिप आदि सामान बरामद किया गया। ये भी पढ़ें:- ट्रेनों को पलटाने की REEL बनाने वाला यूट्यूबर छात्र प्रयागराज में अरेस्ट प्रयागराज में गोरखपुर वंदे भारत आने से पहले रेल पटरी पर एक युवक ने सिलेंडर, गिट्टी समेत तमाम चीजें रखकर पलटाने की कोशिश की। युवक के एक साथी ने इसकी रील भी बनाई। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो रेल महकमा अलर्ट मोड पर आ गया। युवक के खिलाफ नवाबगंज थाने में FIR दर्ज की गई। गुरुवार को ही उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पढ़ें पूरी खबर… नोएडा पुलिस ने गुरुवार को वाहन चोर गैंग के 5 लोगों को पकड़ा। दिल्ली, यूपी में इन पर 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। ये लोग ऑन डिमांड 100 से ज्यादा लग्जरी कारें चोरी कर चुके हैं। चोरों ने पुलिस के सामने कैमरे पर 4 मिनट का डेमो दिखाया कि कैसे लग्जरी कारों का गेट खोलकर 4 मिनट में स्टार्ट कर लेते थे। महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा में 50 और 40% कम दामों में बेचते थे। कस्टमर को फर्जी आरसी बनाकर देते थे। इनके पास से 17 लग्जरी कारें बरामद की गई, जिसे ये एक से दो सप्ताह में बेचने वाले थे। DCP राम बदन सिंह ने बताया- सीआरटी और थाना सेक्टर-24 पुलिस ने गिरोह के पांच लोगों को पकड़ा है। इनकी पहचान अब्बास उर्फ इकराम, कप्तान उर्फ भूरा, आरिफ उर्फ डोरामोन, आसिफ उर्फ पाटू, अब्दुल रज्जाक के रूप में हुई है। ये पहले भी जेल चुके है। बाहर आने के बाद फिर से कार चोरी करने लगे। 4 मिनट का लाइव डेमो दिखाया
पकड़े गए एक बदमाश ने महज 4 मिनट में DCP क्राइम के सामने एक लग्जरी कार को स्टार्ट कर दिखाया। चोर ने पहले कार का शीशा खोला। उससे गेट खोला। इसके बाद की-प्रोग्रामिंग पैड के जरिए कार के ECM (इलेक्ट्रॉनिक कंटेंट मैनेजमेंट) को रि-प्रोग्राम किया। वाईफाई से कनेक्ट करके पेयर बनाया और नया की-कोड जनरेट करके कार स्टार्ट की। DCP शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया- अगर प्रोग्रामिंग फेल हो जाए तो ये नकली चाबी और अन्य तरीकों से लॉक तोड़ते थे। पार्किंग में खड़ी करते थे कार
गिरोह के सदस्य चोरी के वाहनों की नंबर प्लेट तुरंत बदल देते थे। बेचने से पहले ये कार को दो से तीन दिन के लिए पार्किंग में खड़ा करते थे। नंबर प्लेट होने से किसी को शक नहीं होता था। इसके बाद चोरी की गाड़ियों की फर्जी आरसी और नंबर प्लेट तैयार करने के बाद बॉर्डर पार कराते थे। इस दौरान यदि कहीं पुलिस चेकिंग हो जाए तो ये अपने आप को मैकेनिक बताकर वहां से निकल जाते थे। इनके पास कार से संबंधित सभी उपकरण होते थे। इसलिए इन पर ज्यादा शक नहीं होता था। टोल पर कैश में देते थे भुगतान
हाईवे पर टोल बूथ पर भी ये चकमा देने में माहिर थे। इनके सर्विलांस के लिए एक कार आगे चलती थी। टोल आने पर ये काउंटर पर कैश देकर आगे बढ़ते थे। अचानक पुलिस के आने पर आरोपी कार के खराब होने का बहाना बनाकर गाड़ी के नीचे लेटकर ठीक करने की एक्टिंग करने लग जाते थे। आरोपी चोरी के वाहनों को पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान में बेचते हैं। पुलिस गिरोह के बाकी के सदस्यों की तलाश कर रही है। 10 से 15 लाख में बेचते थे वाहन
लग्जरी कारों की चोरी के बाद गिरोह 10 से 15 लाख में और सामान्य कारों को तीन से पांच लाख रुपए में बेच देता है। जिन गाड़ियों को बॉर्डर पार नहीं करा पाते थे, उनके पुरजे निकालकर बेच देते थे। बेचने के बाद मिली रकम का प्रयोग मौज मस्ती करने के लिए करते थे। ये कारें बरामद की गईं
सफेद और काले रंग की 4 क्रेटा कार, दो किया सिल्टोस, 3 बलेनो, एक अर्टिगा, दो मारुति शिफ्ट, एक टोयटा इनोवा, एक फोर्ड इंदीवर टाइटेनियम, एक आई-20, जेस्ट रंग सफेद, एक टैब, हाई फ्रीक्वेंसी डिवाइस कोड, गाड़ी लॉक (इग्नेशन स्विच), 7 रिमोट चाबी, 26 साधारण चाबियां, 21 पैकेट कई गाडियों की सेंसर चिप आदि सामान बरामद किया गया। ये भी पढ़ें:- ट्रेनों को पलटाने की REEL बनाने वाला यूट्यूबर छात्र प्रयागराज में अरेस्ट प्रयागराज में गोरखपुर वंदे भारत आने से पहले रेल पटरी पर एक युवक ने सिलेंडर, गिट्टी समेत तमाम चीजें रखकर पलटाने की कोशिश की। युवक के एक साथी ने इसकी रील भी बनाई। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो रेल महकमा अलर्ट मोड पर आ गया। युवक के खिलाफ नवाबगंज थाने में FIR दर्ज की गई। गुरुवार को ही उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर