बठिंडा में चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर कस्बा रामपुर फूल में हुए सड़क हादसे में पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई। रामपुर ओवरब्रिज के पास एक कार सड़क पर खड़े टिप्पर के पीछे जा टकराई। सहारा समाज सेवा के अध्यक्ष संदीप वर्मा ने बताया कि सफेद रंग की आई-20 कार बरनाला से बठिंडा आ रही थी। जैसे ही कार ने रामपुरा फूल स्थित ओवरब्रिज को पार कर किया कि अचानक सड़क पर खड़े टिप्पर के पिछले हिस्से से टकरा गई। दो की मौके पर हुई मौत हादसा इतना भीषण था कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और ड्राइवर और गाड़ी की कंडक्टर सीट पर बैठे व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पिछली सीट पर बैठे व्यक्ति को लोगों ने एंबुलेंस से सिविल अस्पताल रामपुरा पहुंचाया। जहां उसकी भी रास्ते में मौत हो गई। हादसे में गाड़ी टिप्पर पर फंस गई, जिसे लोगों को बाहर निकालना पड़ा और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद मृतकों के शवों को कार से बाहर निकाला गया। वह ब्यूटी पार्लर में इस्तेमाल होने वाला सामान लेकर आए हैं। मृतकों की पहचान बठिंडा निवासी हिमांशु, उसके पिता सतीश कुमार निवासी नई बस्ती बठिंडा और दोस्त विक्रम निवासी मस्जिद वाली गली बठिंडा के रुप में हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है। बठिंडा में चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर कस्बा रामपुर फूल में हुए सड़क हादसे में पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई। रामपुर ओवरब्रिज के पास एक कार सड़क पर खड़े टिप्पर के पीछे जा टकराई। सहारा समाज सेवा के अध्यक्ष संदीप वर्मा ने बताया कि सफेद रंग की आई-20 कार बरनाला से बठिंडा आ रही थी। जैसे ही कार ने रामपुरा फूल स्थित ओवरब्रिज को पार कर किया कि अचानक सड़क पर खड़े टिप्पर के पिछले हिस्से से टकरा गई। दो की मौके पर हुई मौत हादसा इतना भीषण था कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और ड्राइवर और गाड़ी की कंडक्टर सीट पर बैठे व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पिछली सीट पर बैठे व्यक्ति को लोगों ने एंबुलेंस से सिविल अस्पताल रामपुरा पहुंचाया। जहां उसकी भी रास्ते में मौत हो गई। हादसे में गाड़ी टिप्पर पर फंस गई, जिसे लोगों को बाहर निकालना पड़ा और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद मृतकों के शवों को कार से बाहर निकाला गया। वह ब्यूटी पार्लर में इस्तेमाल होने वाला सामान लेकर आए हैं। मृतकों की पहचान बठिंडा निवासी हिमांशु, उसके पिता सतीश कुमार निवासी नई बस्ती बठिंडा और दोस्त विक्रम निवासी मस्जिद वाली गली बठिंडा के रुप में हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गुरदासपुर में ट्रेन से कटकर कारोबारी ने की आत्महत्या:बिना पैसों के रजिस्ट्री का दबाव; सुसाइड नोट में 5 लोगों को बताया जिम्मेदार
गुरदासपुर में ट्रेन से कटकर कारोबारी ने की आत्महत्या:बिना पैसों के रजिस्ट्री का दबाव; सुसाइड नोट में 5 लोगों को बताया जिम्मेदार गुरदासपुर जिले के दीनानगर क़स्बे में क्रेशर संचालक ने अमृतसर से पठानकोट जा रही पैसेंजर ट्रेन के सामने आकर सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि मृतक अपने साथ प्रॉपर्टी की खरीद फ़रोख़्त के कारोबार में पार्टनर द्वारा प्लाट की रजिस्ट्री करने को लेकर धमकाने से परेशान था। मृतक कारोबारी की पहचान दीनानगर के राकेश महाजन (57) पुत्र दृष्टि पाल के रूप में हुई है। मृतक के पास से चार पेज का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें उसने सुसाइड का कारण अपने पार्टनर, उसकी पत्नी, बेटे, दामाद और एक वकील को बताया है। सुसाइड नोट को रेलवे पुलिस ने क़ब्ज़े में ले लिया है। इसमें कुछ लोगों के नाम भी लिखे हैं जिनसे उसे पैसे लेने थे। बिना पैसों के रजिस्ट्री करने का बनाया जा रहा था दबाव मृतक के बेटे सत्यम महाजन ने बताया कि उसके पिता राकेश कुमार और ओंकार नाथ के बीच पिछले करीब 25 वर्षों में दोस्ती थी और दोनों आपस में मिलकर प्रॉपर्टी की खरीद फ़रोख़्त का काम करते थे। ओंकार नाथ उन पर डीएवी स्कूल के पास स्थित एक साढ़े सोलह मरले के प्लाट की रजिस्ट्री बिना पैसों के करने के लिए दबाव बना रहा था। इस सिलसिले में कुछ समय पहले उसके पिता को धमराई गांव के पास यूबीडीसी नहर के पास बुला कर धमकाया गया। लगातार परेशान करने और धमकाने से तंग आकर आखिर उनके पिता राकेश महाजन ने सुसाइड का कदम उठा लिया। ट्रेन ड्राइवर ने की थी समझाने की कोशिश रेलवे पुलिस के ASI विजय कुमार ने बताया कि राकेश महाजन ने पहले आउटर सिग्नल के पास पठानकोट से अमृतसर जाने वाली ट्रेन के आगे सुसाइड करने की कोशिश की। लेकिन ट्रेन की स्पीड कम होने के कारण ड्राइवर ने उसे देख कर ट्रेन को रोक लिया और समझा बुझा कर वहां से भेज दिया। ट्रेन ड्राइवर ने स्टेशन पर इसके बारे सूचना दी। जिसके बाद वह ट्रैक पर चेक करने भी गए। लेकिन वहां कोई नहीं मिला। करीब एक घंटे बाद उसने रेलवे स्टेशन से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर तारागढ़ रोड रेलवे क्रासिंग से पहले पठानकोट से अमृतसर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन के आगे आकर सुसाइड कर लिया। रेलवे पुलिस की ओर से बीएनएसएस की धारा 194 के तहत मृतक का पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि सुसाइड नोट के आधार पर मृतक के बेटे के बयान लेने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
लॉरेंस की वीडियो कॉल पर बलकौर सिंह का बयान:कहा- धारा 268 लगाकर गुजरात जेल में रख किया सेफ; सरकार का समर्थन हासिल
लॉरेंस की वीडियो कॉल पर बलकौर सिंह का बयान:कहा- धारा 268 लगाकर गुजरात जेल में रख किया सेफ; सरकार का समर्थन हासिल कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का 17 सेकेंड का वीडियो कॉल वायरल होने के बाद पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह का बयान सामने आया है। बलकौर सिंह ने अपने बेटे की हत्या के मास्टरमाइंड को पनाह देने के आरोप गवर्नमेंट पर लगाए हैं। इतना ही नहीं, पुराने इंटरव्यू मामले में भी पुलिस ने अज्ञात पर FIR दर्ज कर पल्ला झाड़ने के आरोप सरकार पर लगाए हैं। बलकौर सिंह का ये इंटरव्यू लॉरेंस के पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी के साथ हुई 17 सेकेंड की वीडियो कॉल के बाद आया है। माना जा रहा है कि ये वीडियो कॉल 16 जून का हो सकता है। हालांकि दैनिक भास्कर वीडियो को लेकर किए जा रहे दावों की पुष्टि नहीं करता। बलकौर सिंह ने कहा- मैंने तो इस बात को चुनावों में भी बहुत बार उठाया था कि सेंटर व स्टेट दोनों ही इस बात पर ध्यान नहीं दे रहे। स्टेट भी कार्रवाई कर सकती है, कम से कम शिकायत तो सेट्रल गर्वमेंट के आगे रख सकती है। मैंने पहले भी कहा था कि लॉरेंस को जेल में होटल जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। अब तो क्लीयर-कट उसकी वीडियो पर पाकिस्तान के बड़े लोग या बड़े क्रिमिनल हैं, उनके साथ भी वे साठगांठ कर रहा है। सारी ढील असले से लेकर सारी उनके साथ चल रही है। पर हैरानी की बात है कि ना सेंटर और ना ही स्टेट, कोई भी हमारी बात पर ध्यान नहीं दे रही है। इन्फॉर्मेशन देकर भी क्या करेंगे। सारी बात का तो उन्हें पता है। बिश्नोई तो लगभग गवर्नमेंट के समर्थन के साथ ही चल रहा है। मेरी राहुल गांधी के साथ भी बातचीत हुई थी, उन्हें भी यही बात कही थी कि धारा 268 लगाकर गुजरात जेल में रखने का मतलब क्या है। इसका मतलब उसे सेफ करना ही है। इतना क्राइम वे पंजाब में करके गुजरात की जेल में जाकर बैठ गया है। अब ये देखो गुजरात की जेल से 16 जून की वीडियो कॉल है। ईद मुबारक दे रहा है। जिस तरह हम नॉर्मल वीडियो कॉल करते हैं, वैसे वे कॉल कर रहा है। सारी आजादी उसके पास है। कस्टडी नाम की कोई चीज लग नहीं रही है। काला कारोबार है, वे बिना डर के चला रहा है। पुराने इंटरव्यू मामले में हाईकोर्ट ने दो बार एक्शन लिया। FIR दर्ज की, वे भी अज्ञात के खिलाफ कर दी, किसी दोषी का नाम सरकार ने तो इसमें डालना ही नहीं है। इसी से तो पता चलता है कि ये नैक्सस है। जाने क्या है मामला- पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस का 17 सेकेंड का वीडियो कॉल वायरल हुआ है। इसमें वह पाकिस्तान के कुख्यात डॉन शहजाद भट्टी से बात करते हुए नजर आ रहा है। लॉरेंस भट्टी को ईद की बधाई दे रहा है। माना जा रहा है कि यह वीडियो 16 जून का है। लॉरेंस अभी अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है। उसे पिछले साल सितंबर में तिहाड़ से यहां शिफ्ट किया गया था। साबरमती जेल के DYSP बोले- यह वीडियो हमारी जेल का नहीं साबरमती सेंट्रल जेल के DYSP परेश सोलंकी ने कहा कि मुझे भी इस वीडियो की जानकारी सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए मिली, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह वीडियो हमारी जेल का है। लॉरेंस 2023 से इस जेल में है। उसे बहुत टाइट सिक्योरिटी में रखा गया है। आज तक उसके पास से कोई भी संदिग्ध वस्तु प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर उसकी सिक्योरिटी की जांच भी की जाती है। वैसे भी ईद तो साल में तीन बार आती है। ऐसे में यह वीडियो पुराना या फिर जनरेटेड भी हो सकता है। तमाम सुरक्षा एजेंसी इसकी जांच में लगी हुई हैं। जांच पूरी होने के बाद ही इसके बारे में पुख्ता जानकारी मिल पाएगी। हाल ही में गुजरात की तमाम जेलों में कई सुरक्षा एजेंसी ने अचानक छापेमारी भी की थी, लेकिन किसी जेल से मोबाइल फोन या अन्य कोई संदिग्ध चीजें नहीं मिली थी। वीडियो कॉल में लॉरेंस ने कहा- कल बधाई दूंगा… इस वीडियो कॉल में लॉरेंस भट्टी को ईद मुबारक कहता है। इस पर भट्टी ने कहा- आज नहीं है। दुबई वगैरह में आज हो गई है। पाकिस्तान में कल होगी। इस पर लॉरेंस ने पूछा कि पाकिस्तान में आज नहीं है। इस पर भट्टी ने जवाब दिया कि नहीं… नहीं आज नहीं है। दूसरी कंट्रीज में आज हो गई है लेकिन पाकिस्तान में कल होगी। इस पर लॉरेंस ने कहा कि कल फोन करके बधाई दूंगा। सिग्नल ऐप से किया वीडियो कॉल सूत्रों के मुताबिक यह वीडियो कॉल सिग्नल ऐप से किया गया है। इससे कॉलिंग ट्रेस करना आसान नहीं होता। सुरक्षा एजेंसियों को यह भी शक है कि जेल में बैठकर लॉरेंस इसी सिग्नल ऐप के जरिए अपनी पूरी गैंग चला रहा है। विदेशों से चलता है भट्टी का नेटवर्क शहजाद भट्टी का नेटवर्क अमेरिका, कनाडा, पाकिस्तान दुबई सहित अन्य देशों में भी चलता है। वह अपने आका फारुक खोखर के साथ मिलकर सारा नेटवर्क चलाता है। फारुक राजनीतिक लेवल पर भी अच्छी पकड़ रखता है। फारुक पाकिस्तान का ऐसा व्यक्ति है, जिसने शेर को पाल रखा है और अपने बड़े काफिले के साथ चलता है। फिर चाहे वो पाकिस्तान हो या फिर दुबई।
पंजाब में अंडरएज ड्राइविंग पर पुलिस एक्शन:नाबालिग बाइक-स्कूटी,कार चलाते पकड़ा तो मां-बाप को 3 साल जेल, दूसरे का वाहन तो मालिक को सजा
पंजाब में अंडरएज ड्राइविंग पर पुलिस एक्शन:नाबालिग बाइक-स्कूटी,कार चलाते पकड़ा तो मां-बाप को 3 साल जेल, दूसरे का वाहन तो मालिक को सजा पंजाब में नाबालिग बच्चा स्कूटी-बाइक या कार चलाते पकड़ा गया तो मां-बाप को 3 साल कैद और 25 हजार जुर्माना होगा। अगर वह किसी दूसरे से मांगकर वाहन चला रहा है तो फिर उसके मालिक को यह सजा मिलेगी। पंजाब पुलिस 31 जुलाई से इसे शुरू करने जा रही है। पंजाब के ADGP (ट्रैफिक) ने इस संबंध में सभी जिलों के SSP और पुलिस कमिश्नरों को ऑर्डर जारी कर दिए हैं। अंडरएज की ड्राइविंग मामले में मां-बाप या वाहन मालिक पर मोटर व्हीकल एक्ट (संशोधन 2019) की धारा 199 ए और 199 -बी के तहत कार्रवाई होगी। ADGP ट्रैफिक के ऑर्डर की 2 अहम बातें… 1. मां-बाप को जागरूक करे पुलिस
ADGP के ऑर्डर के मुताबिक 31 जुलाई के बाद अगर कोई अंडरएज ड्राइविंग यानी 18 साल से कम उम्र का बच्चा दोपहिया या कार वगैरह चलाता मिले तो उसके मां-बाप या वाहन मालिक पर कार्रवाई होगी। इस बारे में पुलिस कमिश्नरों और सभी SSP को पूरे जुलाई महीने में अवेयरनेस ड्राइव चलाने को कहा गया है। जिसमें वह मां-बाप और वाहन मालिकों को जागरूक करेंगे। 2. पेरेंट्स के अलावा वाहन मालिक पर भी एक्शन
एडीजीपी के मुताबिक इस मामले में दूसरे वाहन मालिकों को भी बताया जाए कि वह 18 साल से कम उम्र के किसी बच्चे को अपनी गाड़ी न दें। अगर पुलिस ने पकड़ लिया तो फिर उस सूरत में गाड़ी की रजिस्ट्रेशन देखकर मालिक पर कार्रवाई होगी। ADGP के जारी किया आदेश पढ़ें… चलती कार के सनरूफ से बाहर निकलने पर रोक लगा चुकी पुलिस
पंजाब पुलिस इससे पहले चलती कार के सनरूफ से बाहर निकलने पर भी रोक लगा चुकी है। ADGP ने इस बारे में ऑर्डर जारी कर कहा था कि लग्जरी कारों में सनरूफ लगी होती है। नेशनल हाईवे या अन्य सड़कों पर उनसे बाहर निकलकर बच्चे या बड़े हुड़दंग मचाते हैं। इससे ड्राइवर का ध्यान भटक जाता है। ऐसी सूरत में एक्सीडेंट होता है। पुलिस आदेश का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाने की तैयारी है। पंजाब में एक्सीडेंट में मौतें रोकने के 2 अहम फैसले 1. कनाडा की तर्ज पर सड़क सुरक्षा फोर्स
पंजाब में सड़क हादसे रोकने को कनाडा की तर्ज पर सड़क सुरक्षा फोर्स (SSF) बनाई गई है। देश में यह अपनी तरह की पहली फोर्स है। जिसकी तैनाती सिर्फ हाईवेज पर की गई है। यह गाड़ी में दिक्कत, एक्सीडेंट या अन्य इमरजेंसी में लोगों की मदद करती है। फोर्स में 5 हजार पुलिसकर्मी और 130 मॉडर्न वाहन हैं। CM भगवंत मान का दावा है कि पुलिस अब तक 500 से ज्यादा लोगों की जान बचा चुकी है। वहीं लोगों का 25 लाख से अधिक का कीमती सामान भी बचाया है। 2. फरिश्ते स्कीम: इलाज फ्री, मददगार को इनाम
पंजाब सरकार ने फरिश्ते स्कीम लागू की है। स्कीम के तहत अगर कोई सड़क हादसे में घायल हो जाता है, तो उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाने वाले को 2 हजार रुपए व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित करने की योजना है। इस मददगार से पुलिस किसी तरह की पूछताछ नहीं करेगी। वहीं, पहले 48 घंटे घायल का हर हॉस्पिटल में इलाज फ्री होगा।