मनु भाकर को गिफ्ट मिलेगी लैंडरोवर-हार्ले डेविडसन:हरियाणा की शूटर ने 2 ओलिंपिक मेडल जीते; लग्जरी कार और हाईएंड बाइक्स की शौकीन

मनु भाकर को गिफ्ट मिलेगी लैंडरोवर-हार्ले डेविडसन:हरियाणा की शूटर ने 2 ओलिंपिक मेडल जीते; लग्जरी कार और हाईएंड बाइक्स की शौकीन

पेरिस ओलिंपिक में 2 ब्रॉन्ज ‎मेडल जीतने वाली मनु भाकर के ‎‎‎स्वागत की‎‎ हरियाणा में भव्य तैयारी की‎‎ जा रही है। ‎‎‎फरीदाबाद में ‎‎‎सोसाइटी के ‎‎‎अलावा मनु की मां सुमेधा और पिता रामकिशन अपनी ‎‎बेटी की सफलता‎ पर बड़ा उपहार देने की तैयारी में ‎हैं। मनु को बड़ी गाड़ियों और‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎ गोल्ड का बड़ा शौक है। ऐसे में मां ‎सुमेधा बेटी के वापस आने‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎ ‎पर उसकी मन पसंद कार लैंड‎रोवर डिफेंडर व हार्ले डेविडसन ‎बाइक गिफ्ट में देने की तैयारी कर ‎रही हैं।‎ सुमेधा भाकर ने‎ बताया कि बेटी जो कहेगी, वही‎ गाड़ी उसे खरीदकर देंगे। इसके ‎लिए कार एजेंसियों से बात हो रही‎ है। शूटिंग के शुरुआती दौर में जब ‎वह चरखी दादरी से गुरुग्राम होते ‎हुए डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज‎ आती-जाती थीं तो गुरुग्राम स्थित ‎बिग बो ट्वाय कार एजेंसी की ओर इशारा करते हुए कहती थी कि ‎जिस तरह की महंगी कारें खड़ी हैं,‎ उसी तरह की लेनी है।‎ मौसी ने जन्म पर नौकरी लगा दी थी दांव पर ‎सुमेधा ने बताया कि मनु के जन्म के समय वह भिवानी के विकास नगर में‎ रहने लगी थी। मनु सुबह 4.20 बजे पैदा हुई थी। उसी ‎दिन सुबह 10 बजे से मेरा संस्कृत ओरिएंटल ट्रेनिंग की परीक्षा थी। मनु‎ की मौसी अनीता प्राइवेट स्कूल में नौकरी करती थीं। वहां से छुट्टी लेकर‎ अस्पताल आई और भिवानी के परीक्षा केंद्र में जाकर सुपरिंटेंडेंट से मेरी‎ कहानी बताई। उसने परीक्षा देने की अनुमति से इनकार कर दिया। अनीता ‎ने पैर पकड़कर मिन्नतें कीं। तब उन्होंने परीक्षा की अनुमति दी। एक‎ सप्ताह से अधिक समय तक अनीता मनु और मुझे संभालती रही। उसने ‎अपनी नौकरी दांव पर लगा दी थी। क्लोजिंग सेरेमनी में फ्लैग बियरर बन सकती है मुन भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के सूत्रों के मुताबिक 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद पेरिस ओलिंपिक में मनु भाकर क्लोजिंग सेरेमनी में भारतीय दल की फ्लैग बियरर बन सकती हैं। हालांकि इस संबंध में अभी औपचारिक ऐलान होना बाकी है। पिता ने मनु काे बंदूक खरीदकर दी मनु भाकर का जन्म 18 फरवरी 2002 को हुआ था। वह हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता राम किशन भाकर मर्चेंट नेवी में हैं। एक दिन मनु अपने पापा के साथ शूटिंग रेज में घूम रही थी। अचानक मनु शूटिंग करने लगी। उसने बिल्कुल बीच में 10 नंबर टारगेट पर निशाना साधा। यह देखकर पिता ने मनु को शूटिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया और बंदूक खरीदकर दी। मनु को नेशनल कोच यशपाल राणा ने शूटिंग के गुर सिखाए। शूटिंग से पहले मनु खुद को कराटे, थांग टा, टांता, स्केटिंग, स्वीमिंग और टेनिस में आजमा चुकी हैं। कराटे, थांग टा और टांता में मनु नेशनल मेडलिस्ट है। टांता में 3 बार की नेशनल चैंपियन है। स्केटिंग में स्टेट मेडल जीत चुकी हैं। उन्होंने स्कूल में स्वीमिंग और टेनिस खेला है। पेरिस ओलिंपिक में 2 ब्रॉन्ज ‎मेडल जीतने वाली मनु भाकर के ‎‎‎स्वागत की‎‎ हरियाणा में भव्य तैयारी की‎‎ जा रही है। ‎‎‎फरीदाबाद में ‎‎‎सोसाइटी के ‎‎‎अलावा मनु की मां सुमेधा और पिता रामकिशन अपनी ‎‎बेटी की सफलता‎ पर बड़ा उपहार देने की तैयारी में ‎हैं। मनु को बड़ी गाड़ियों और‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎ गोल्ड का बड़ा शौक है। ऐसे में मां ‎सुमेधा बेटी के वापस आने‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎ ‎पर उसकी मन पसंद कार लैंड‎रोवर डिफेंडर व हार्ले डेविडसन ‎बाइक गिफ्ट में देने की तैयारी कर ‎रही हैं।‎ सुमेधा भाकर ने‎ बताया कि बेटी जो कहेगी, वही‎ गाड़ी उसे खरीदकर देंगे। इसके ‎लिए कार एजेंसियों से बात हो रही‎ है। शूटिंग के शुरुआती दौर में जब ‎वह चरखी दादरी से गुरुग्राम होते ‎हुए डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज‎ आती-जाती थीं तो गुरुग्राम स्थित ‎बिग बो ट्वाय कार एजेंसी की ओर इशारा करते हुए कहती थी कि ‎जिस तरह की महंगी कारें खड़ी हैं,‎ उसी तरह की लेनी है।‎ मौसी ने जन्म पर नौकरी लगा दी थी दांव पर ‎सुमेधा ने बताया कि मनु के जन्म के समय वह भिवानी के विकास नगर में‎ रहने लगी थी। मनु सुबह 4.20 बजे पैदा हुई थी। उसी ‎दिन सुबह 10 बजे से मेरा संस्कृत ओरिएंटल ट्रेनिंग की परीक्षा थी। मनु‎ की मौसी अनीता प्राइवेट स्कूल में नौकरी करती थीं। वहां से छुट्टी लेकर‎ अस्पताल आई और भिवानी के परीक्षा केंद्र में जाकर सुपरिंटेंडेंट से मेरी‎ कहानी बताई। उसने परीक्षा देने की अनुमति से इनकार कर दिया। अनीता ‎ने पैर पकड़कर मिन्नतें कीं। तब उन्होंने परीक्षा की अनुमति दी। एक‎ सप्ताह से अधिक समय तक अनीता मनु और मुझे संभालती रही। उसने ‎अपनी नौकरी दांव पर लगा दी थी। क्लोजिंग सेरेमनी में फ्लैग बियरर बन सकती है मुन भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के सूत्रों के मुताबिक 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद पेरिस ओलिंपिक में मनु भाकर क्लोजिंग सेरेमनी में भारतीय दल की फ्लैग बियरर बन सकती हैं। हालांकि इस संबंध में अभी औपचारिक ऐलान होना बाकी है। पिता ने मनु काे बंदूक खरीदकर दी मनु भाकर का जन्म 18 फरवरी 2002 को हुआ था। वह हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता राम किशन भाकर मर्चेंट नेवी में हैं। एक दिन मनु अपने पापा के साथ शूटिंग रेज में घूम रही थी। अचानक मनु शूटिंग करने लगी। उसने बिल्कुल बीच में 10 नंबर टारगेट पर निशाना साधा। यह देखकर पिता ने मनु को शूटिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया और बंदूक खरीदकर दी। मनु को नेशनल कोच यशपाल राणा ने शूटिंग के गुर सिखाए। शूटिंग से पहले मनु खुद को कराटे, थांग टा, टांता, स्केटिंग, स्वीमिंग और टेनिस में आजमा चुकी हैं। कराटे, थांग टा और टांता में मनु नेशनल मेडलिस्ट है। टांता में 3 बार की नेशनल चैंपियन है। स्केटिंग में स्टेट मेडल जीत चुकी हैं। उन्होंने स्कूल में स्वीमिंग और टेनिस खेला है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर