<p><strong>Paris Olympic 2024:</strong> पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवान व‍िनेश फोगाट ने सेमीफाइनल में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बनाई है. जिसके बाद से बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है. दरअसल, भारतीय महिला खिलाड़ियों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये थे. आरोप लगाने वाले खिलाड़ियों में व‍िनेश फोगाट भी शामिल थी. शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है, जिन्होंने उसका समर्थन नहीं किया या उसे न्याय नहीं दिया.</p>
<p>शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने कहा कि सभी को अभी भी याद है कि कैसे बृजभूषण शरण सिंह को बीजेपी ने बचाया और कैसे पार्टी ने उनके बेटे को <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> 2024 में टिकट देकर उन्हें पुरस्कृत किया.</p> <p><strong>Paris Olympic 2024:</strong> पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवान व‍िनेश फोगाट ने सेमीफाइनल में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बनाई है. जिसके बाद से बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है. दरअसल, भारतीय महिला खिलाड़ियों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये थे. आरोप लगाने वाले खिलाड़ियों में व‍िनेश फोगाट भी शामिल थी. शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है, जिन्होंने उसका समर्थन नहीं किया या उसे न्याय नहीं दिया.</p>
<p>शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने कहा कि सभी को अभी भी याद है कि कैसे बृजभूषण शरण सिंह को बीजेपी ने बचाया और कैसे पार्टी ने उनके बेटे को <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> 2024 में टिकट देकर उन्हें पुरस्कृत किया.</p> दिल्ली NCR UP News: केशव प्रसाद मौर्य की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, इस बयान के खिलाफ आज हाईकोर्ट में सुनवाई
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अखिलेश बोले-भाजपा ने हार के डर से चुनाव टाला:मिल्कीपुर में BLO बदले, अब बदनामी के डर से कोर्ट और आयोग के चक्कर लगा रहे लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। मिल्कीपुर उपचुनाव की घोषणा न होने और BLO को हटाने पर कहा- बीजेपी अपनी संभावित हार से बचने के लिए ऐसा कर रही है। अखिलेश यादव ने कहा- भाजपा ने इंटरनल सर्वे कराया था। मुख्यमंत्री कई बार मिल्कीपुर गए। प्रशासन के लोगों को बुलाकर पूछा। इंटेलिजेंस रिपोर्ट ली। जब पता लग गया कि इतने खेल खेलने के बाद भी हार रहे हैं, तो चुनाव को टालने का निर्णय लिया गया। सपा प्रमुख ने गुरुवार को नूरमंजिल लालबाग में महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। दो दिन के अंदर याचिका वापस लें
जो जंग में आने से पहले ही हार गए, वह अब बदनामी से बचने के लिए कोर्ट और चुनाव आयोग के चक्कर लगा रहे हैं, ताकि वहां चुनाव हो जाए। अगर 2 दिन के अंदर यह लोग कुछ नहीं कर पाए तो चुनाव नहीं होगा। हमारी भी अपील है की कम से कम 2 दिन के अंदर कोर्ट से याचिका वापस ले लें। समाज में भेदभाव खत्म करने का लिया संकल्प
अखिलेश यादव ने महर्षि वाल्मीकि को नमन करते हुए कहा कि वाल्मीकि जी का समाज में पूजनीय स्थान है। उन्हें भगवान का दर्जा प्राप्त है। उन्होंने रामायण के माध्यम से हमें जो सीख दी, उस प्रेरणा से आज हम संकल्प लेते हैं कि समाज में व्याप्त भेदभाव को समाप्त कर सामाजिक न्याय के मार्ग पर चलेंगे। शासन-प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा अन्याय
प्रशासन और शासन मिलकर अन्याय कर कर रहा है। जिस तरह से समाजवादी पार्टी ने वाल्मीकि जयंती पर छुट्टी घोषित की थी, उसी प्रकार जब हम फिर से सत्ता में आएंगे, तो वाल्मीकि समाज को वह सम्मान और सुविधाएं देंगे, जो उन्हें मिलनी चाहिए। इनका पूरा कार्यकाल तोड़फोड़, बुलडोजर चलाने वाला
जेपीएलआईसी के जवाब में योगी सरकार नए कन्वेंशन केंद्र की बात कर रही है, लेकिन बीजेपी को समाज में नफरत फैलाने से फुरसत नहीं है। इनका पूरा कार्यकाल तोड़फोड़ और बुलडोजर चलाकर पुलिस प्रशासन से अन्याय करने का है। अब तो इनके जाने का समय आ गया है। जाते समय पता नहीं क्या नया काम करना चाहते हैं। अब सरकार के पास काम करने के लिए समय नहीं है। बहराइच में प्रशासन-पुलिस मिलकर कर रहा अन्याय बहराइच की घटना में प्रशासन और शासन का फेल रहा। जो लोग जीरो टॉलरेंस की बात करते थे, इस बात को कभी नहीं कहा- हर आयोजन को शांतिपूर्ण करते हैं। जहां इतना बड़ा आयोजन हो रहा था वहां पुलिस सुरक्षा क्यों नहीं थी। प्रशासन और पुलिस मिलकर वहां अन्याय कर रहा है। जहां थे दो विधायक, वहां ज्यादा सीट मिलने की उम्मीद
अखिलेश यादव ने कहा- मैं कल महाराष्ट्र जा रहा हूं। हमारी कोशिश है कि इंडिया गठबंधन जीते। हमें उम्मीद है जहां हमारे दो विधायक थे, वहां हमें ज्यादा सीट मिलेगी। हम मजबूती के साथ इंडिया गठबंधन के साथ खड़े होंगे। यूपी में भी सीट बंटवारा बहुत जल्दी तय हो जाएगा। ……………………………………… ये खबर भी पढ़ें… बहराइच हिंसा में रामगोपाल को गोली मारने का पहला VIDEO:छत पर झंडा फहराते समय गोली मारी, पीछे से आवाज आई- मर गया…मर गया बहराइच हिंसा में मारे गए युवक राम गोपाल मिश्रा को गोली मारने का वीडियो सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि राम गोपाल छत पर झंडा फहराने के बाद दूसरे झंडे को लपेट रहा है। इसी दौरान सामने से गोली चलती है। जो उसके सीने में लगती है। वह मुंह के बल नीचे गिर जाता है। वीडियो में बच्चों की आवाज आती है- मर गया…मर गया, भाग..भाग। (पढ़ें पूरी खबर)
यूपी में 3 महीने में 22 प्रॉपर्टी पर चला बुलडोजर:पूर्व बाहुबली मंत्री हरिशंकर तिवारी की प्रतिमा का चबूतरा तोड़ा, 4 सपा नेताओं पर भी एक्शन
यूपी में 3 महीने में 22 प्रॉपर्टी पर चला बुलडोजर:पूर्व बाहुबली मंत्री हरिशंकर तिवारी की प्रतिमा का चबूतरा तोड़ा, 4 सपा नेताओं पर भी एक्शन सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में 1 अक्टूबर तक बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगा दी है। बुलडोजर एक्शन में यूपी सरकार देश में पहले स्थान पर है। लोकसभा चुनाव के बाद से कोर्ट के रोक लगाने तक प्रदेश में 3 महीने में 22 बुलडोजर एक्शन हुए। इनमें से 12 एक्शन अपराधी और गैंगस्टर के अवैध कब्जों पर हुए। वहीं, 4 सपा नेताओं पर भी बुलडोजर एक्शन देखने को मिला। इनमें दो सपा नेता रेप के आरोपी हैं। हालांकि, सबसे ज्यादा चर्चित कार्रवाई गोरखपुर में पूर्व मंत्री और बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी की प्रतिमा के चबूतरे को तोड़ने की रही। उनके बेटे विनयशंकर तिवारी भी सपा से विधायक हैं। सबसे पहले जानिए 4 सपा नेताओं पर बुलडोजर कार्रवाई…
1. हरिशंकर तिवारी का चबूतरा: टांडा गांव में बाहुबली नेता रहे हरिशंकर तिवारी की जयंती की तैयारियां चल रही थीं। 5 अगस्त को जयंती वाले दिन गांव के मेन गेट पर उनकी मूर्ति लगनी थी। 4 फीट का चबूतरा तैयार था, लेकिन गोरखपुर प्रशासन ने उस पर बुलडोजर चला दिया। हरिशंकर तिवारी का पूर्वांचल में बड़ा रुतबा रहा है। 1985 से लेकर 2007 तक वे विधायक रहे। इस दौरान करीब हर सरकार में मंत्री रहे। वह राजनीति में ब्राह्मण वर्ग का बड़ा चेहरा थे। गोरखपुर में उनकी पहुंच इतनी बढ़ गई कि उन्होंने गोरक्षपीठ के बराबर अपनी अलग राजनीतिक जमीन तैयार कर ली। 16 मई, 2023 को हरिशंकर तिवारी का निधन हो गया। इसी के साथ योगी और हरिशंकर तिवारी के बीच वर्चस्व की लड़ाई खत्म हो गई। अब टांडा गांव में बुलडोजर चलने के बाद ये लड़ाई फिर उभर आई है। UP में अगले महीने 10 सीटों पर उपचुनाव हैं। माना जा रहा है कि ब्राह्मण रूठे तो BJP को बड़ा नुकसान हो सकता है। 2. मोईद खान: अयोध्या में 12 साल की नाबालिग से गैंगरेप के आरोपी सपा नेता मोईद खान का शॉपिंग कॉम्प्लेक्स 22 अगस्त को ढहा दिया गया। 3 जेसीबी और एक पोकलेन मशीन से 5 घंटे में 2 मंजिला बिल्डिंग को जमींदोज कर दिया गया। करीब 3 करोड़ का कॉम्प्लेक्स 4000 स्क्वायर फीट में बना था। प्रशासन ने दावा किया कि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स तालाब और चकरोड पर अवैध तरीके से बनाया गया था। इसका नक्शा भी पास नहीं था। इसके 19 दिन पहले सपा नेता मोईद खान की 3000 वर्ग फीट पर बनी बेकरी पर बुलडोजर चला था। अयोध्या में नाबालिग से 12 जुलाई को गैंगरेप का मामला सामने आया था। इस मामले में पुलिस ने सपा नेता मोईद और उसके नौकर राजू को गिरफ्तार किया था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद घटना का जिक्र विधानसभा में किया था। 3. नवाब सिंह: अगस्त महीने में ही कन्नौज में नाबालिग से रेप के आरोपी नवाब सिंह यादव के रिश्तेदार के कोल्ड स्टोरेज पर बुलडोजर चला। 15 साल की नाबालिग अपनी बुआ के साथ नवाब के कॉलेज में नौकरी मांगने गई थी। आरोप है कि बुआ टायलेट के लिए गई, उसी दौरान नवाब ने जबरदस्ती नाबालिग के कपड़े उतरवाए और रेप किया। पीड़ित बच्ची के फोन कॉल पर पहुंची पुलिस ने नवाब को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया था। 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान मंच पर राहुल-अखिलेश के साथ नवाब सिंह की तस्वीर भी सामने आई थी। 4. हाजी रजा: फतेहपुर में पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी करने वाले सपा नेता हाजी रजा के निर्माणाधीन शॉपिंग मॉल पर बुलडोजर चला। पुलिस के मुताबिक, हाजी रजा मोहम्मद पुत्र मोबिन के खिलाफ 24 मामले दर्ज हैं। हाजी रजा ने 20 जून को सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के प्रेम नगर में सभा के दौरान पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। मंच पर सांसद नरेश उत्तम भी बैठे थे। रजा ने मंच से कहा था- हम आपको सांसद की तरफ से आश्वस्त करते हैं कि जनपद ही नहीं पूरे यूपी में मोदी की नहीं चलने वाली है। जिस समय देश की संसद के अंदर हमारे सांसद शेर की तरह दहाड़ मारेंगे, उस समय मोदी जी…कर देंगे। सीएम योगी के पहले कार्यकाल में 26 गैंगस्टरों पर चला बुलडोजर योगी सरकार के पहले कार्यकाल में कुल 26 गैंगस्टर्स पर प्रशासन का बुलडोजर चला था। इसमें कानपुर में विकास दुबे, गाजीपुर के मुख्तार अंसारी और प्रयागराज के अतीक अहमद का नाम सबसे ऊपर आता है। प्रदेश के इन तीन बड़े माफियाओं के अलावा वाराणसी के बृजेश कुमार सिंह उर्फ अरुण कुमार सिंह, लखनऊ के ओमप्रकाश उर्फ बबलू श्रीवास्तव, बिजनौर के मुनीर, अंबेडकर नगर के खान मुबारक, गाजियाबाद के अमित कसाना, शामली के आकाश जाट पर बुलडोजर एक्शन हुआ था। इसी तरह मेरठ के उधम सिंह और योगेश भदौड़ा, बागपत के अजीत उर्फ हप्पू, मुजफ्फरनगर के सुशील उर्फ मूच और संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा, गौतमबुद्ध नगर के सुंदर भाटी उर्फ नेताजी और अनिल भाटी, अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर, सिंहराज भाटी, अंकित गुर्जर, वाराणसी के सुभाष सिंह ठाकुर, आजमगढ़ के ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह, गाजीपुर के उमेश राय उर्फ गौरा राय और लखनऊ के त्रिभुवन सिंह उर्फ पवन कुमार, लखनऊ के मोहम्मद सलीम, मोहम्मद सोहराब और मोहम्मद रुस्तम की संपत्ति पर बुलडोजर चला और इन माफियाओं की संपत्ति को सरकार ने जब्त कर लिया। बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भाजपा और सपा आमने-सामने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अखिलेश यादव ने किया स्वागत सुप्रीम कोर्ट के बुलडोजर एक्शन पर 1 अक्टूबर तक रोक के आदेश पर अखिलेश यादव ने कहा- बुलडोजर न्याय नहीं हो सकता। यह असंवैधानिक हैं, लोगों को डराने के लिए था। बुलडोजर जानबूझकर विपक्ष की आवाज दबाने के लिए था। मैं सुप्रीम कोर्ट के इस निर्देश के लिए धन्यवाद देता हूं, जिसने बुलडोजर को रोक दिया है। सीएम, यूपी सरकार और बीजेपी के लोगों ने ‘बुलडोजर’ का महिमामंडन किया जैसे कि यह न्याय है। अब जब सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है, तो मुझे लगता है कि बुलडोजर रुक जाएगा और न्याय अदालत के माध्यम से होगा। भाजपा प्रवक्ता ने बुलडोजर एक्शन का किया समर्थन
बुलडोजर एक्शन पर कोर्ट के आदेश के बाद भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि राजनीतिक दुराग्रह या पूर्वाग्रह से बुलडोजर चलाना गलत है। भाजपा सरकार में अपराधी के अपराध पर बुलडोजर नहीं चलता। अपराधी के अवैध निर्माण के अतिक्रमण पर विधि की परिधि में बुलडोजर चला है। उन्होंने कहा- सपा शासनकाल में विधायक रामपाल यादव या उद्धव ठाकरे शासन में कंगना रनौत के घर पर बुलडोजर गलत ढंग से चला था। सुप्रीम कोर्ट के अंतिम आदेश की प्रतीक्षा सबको है। लोकसभा चुनाव के बाद अब तक के बुलडोजर एक्शन देखिए…. जुलाई में यूपी में कुल 8 बुलडोजर एक्शन हुए जुलाई महीने में 5 निजी और 3 सार्वजनिक कब्जा की गई संपत्तियों पर बुलडोजर चला। व्यक्तिगत संपत्तियों पर एक्शन में बरेली में उपद्रव करने वाले आरोपियों और बलिया में एक व्यक्ति को गोली मारने वाले तीन आरोपियों के घर शामिल थे। अगस्त में प्रदेश भर में 6 बुलडोजर एक्शन योगी सरकार का अवैध कब्जों के साथ हत्या और रेप जैसे अपराध के आरोपियों पर बुलडोजर एक्शन अगस्त महीने में भी जारी रहा। इस महीने प्रशासन की तरफ से कुल 6 बुलडोजर एक्शन हुए। इनमें से 5 निजी कब्जों पर बुलडोजर चला। ये खबर भी पढ़ें… बुलडोजर पर ब्रेक…यूपी से निकल MP-राजस्थान पहुंचा था:विकास दुबे का किला ढहाने से आया चर्चा में, 18वीं सदी में खेती में हुआ इस्तेमाल यूपी में बुलडोजर एक्शन की शुरुआत कैसे, कब और कहां से हुई? योगी का नाम कैसे बुलडोजर बाबा पड़ा? कैसे सरकार ने इसे राजनीतिक हथियार बना लिया? कब-कब इसे लेकर विवाद हुए? भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए…
हरियाणा में राज्यसभा सीट के लिए लॉबिंग:कुलदीप बिश्नोई समेत 4 नेता दौड़ में; दिल्ली में सक्रिय, CM सैनी की चलेगी
हरियाणा में राज्यसभा सीट के लिए लॉबिंग:कुलदीप बिश्नोई समेत 4 नेता दौड़ में; दिल्ली में सक्रिय, CM सैनी की चलेगी हरियाणा में कृष्ण लाल पंवार के इसराना से विधायक बनने के बाद उनकी जगह पर सीट खाली हो गई है। कृष्ण लाल पंवार SC कोटे से राज्यसभा गए थे। इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि SC कोटे से ही नेता राज्यसभा में भेजा जाएगा। हालांकि भाजपा अभी चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव घोषणा की तारीख का इंतजार कर रही है। मगर जिस तरफ से नेताओं की दिल्ली दौड़ रही है उससे साफ जाहिर है कि नेता राज्यसभा जाने के लिए ऐडी चोटी का जोर लगा रहे हैं। राज्यसभा के लिए पूर्व CM चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, पूर्व सांसद रतन लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया, सत्य प्रकाश जरावता दौड़ में शामिल हैं। इसके अलावा खिलाड़ियों के नाम भी विचार चल रहा है। अब आने वाले समय में पता चलेगा कि भाजपा किसे अपना उम्मीदवार बनाती है। राज्यसभा सांसद थे कृष्ण लाल पंवार, अब हैं मंत्री
2014 के चुनाव में इनेलो से टिकट कटने के बाद बीजेपी में शामिल होकर चुनाव लड़ने वाले कृष्ण लाल पंवार को भाजपा ने राज्यसभा भेजा था। कृष्ण लाल पंवार 2014 में इसराना विधानसभा से चुनाव लड़ा और विधायक बने। बीजेपी ने उन्हें परिवहन, आवास एवं कारावास मंत्रालय दिया। 2019 में वे फिर इसराना विधानसभा से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद बीजेपी ने उनको राज्यसभा भेज दिया। इसके बाद 2024 में इसराना से तीसरी बार भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत गए। राज्यसभा से इस्तीफा देकर हरियाणा सरकार में मंत्री बने। कुलदीप बिश्नोई ने परिवार सहित धनखड़ से की थी मुलाकात
हरियाणा में खाली हो रही राज्यसभा सीट के लिए अब कुलदीप बिश्नोई ने लॉबिंग शुरू कर दी है। बिश्नोई परिवार फिर से अपनी राजनीतिक जमीन बनाने में जुट गया है। 11 अक्टूबर को दिल्ली में कुलदीप बिश्नोई ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी। उनके साथ पूरा परिवार भी मौजूद था। इस दौरान हरियाणा विधानसभा चुनाव और आगामी राजनीति को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी से हरियाणा भवन में मुलाकात की और बाहर मीडिया में बयान दिया कि वह राज्यसभा के लिए दौड़ में नहीं है। वह किसी पद के लालच में नहीं है। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में बिश्नोई परिवार के हिस्से 3 सीटें आईं। 3 में से 2 सीटों पर नजदीकी हार हुई और 1 सीट नलवा पर कुलदीप के दोस्त रणधीर पनिहार जीत गए। बेटे की हार से उन्हें झटका लगा। उनकी इच्छा थी कि उनका बेटा आदमपुर से चुनाव जीतकर सरकार में मंत्री बने। मगर ऐसा नहीं हो पाया। इसलिए वह अब राज्यसभा के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। किरण चौधरी हाल ही में चुनी गई हैं राज्यसभा सांसद
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुलदीप बिश्नोई राज्यसभा की खाली हुई सीट पर चुनाव लड़कर राज्यसभा जाना चाहते हैं। राज्यसभा सीट के लिए भाजपा के पास पूर्ण बहुमत भी है। इससे पहले दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद बनने पर खाली हुई राज्यसभा सीट पर किरण चौधरी ने चुनाव लड़ा और वह राज्यसभा सांसद चुनी गईं। किरण चौधरी के सामने विपक्ष चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। भूपेंद्र हुड्डा अकसर यह कहते नजर आए कि हमारे पास बहुमत नहीं है। कौन-कौन राज्यसभा की दौड़ में 1.कुलदीप बिश्नोई: पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे हैं। 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे। 3 साल से भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं। पूर्व में विधायक और सांसद रह चुके हैं। पत्नी और बेटा भी विधायक रह चुके हैं। प्रदेश में और राजस्थान में बिश्नोई वोटरों पर पकड़ हैं। भाजपा ने चुनाव में चुनाव कैंपेन समिति का प्रदेश संयोजक बनाया था। बेटे के पास भाजयुमो में पद है। ऐसे में इनके चेहरे पर पार्टी में विचार चल रहा है। 2. सत्य प्रकाश जरावता: भाजपा के पुराने नेताओं में से हैं। अहीरवाल में पुराना SC चेहरा हैं। दिल्ली में बड़े नेताओं के करीबी हैं। दावेदारी इसलिए भी मजबूत है क्योंकि 2019 में विधायक चुनने के बाद भाजपा ने 2024 में पटौदी से टिकट काटकर बिमला चौधरी को टिकट दे दिया। इससे पहले पार्टी ने 2019 में बिमला चौधरी का टिकट काटते हुए उनकी जगह सत्यप्रकाश जरावता को मैदान में उतारा। BJP की यह रणनीति सफल रही और जरावता यहां से बाजी मार ले गए। अब भाजपा इनको राज्यसभा भेजकर दलित वोटों को मैसेज दे सकती है। 3. सुनीता दुग्गल: सुनीता दुग्गल सिरसा से सांसद रही हैं। इस बार भाजपा ने उनका टिकट काटकर कांग्रेस से आए अशोक तंवर को दे दिया, मगर वह हार गए। सुनीता दुग्गल को रतिया से हाल ही में विधानसभा चुनाव में टिकट मिला, मगर वह हार गईं। सिरसा-फतेहाबाद की 8 विधानसभा में कोई विधायक नहीं है। ऐसे में भाजपा क्षेत्र के प्रतिनिधित्व के लिए सुनीता दुग्गल को राज्यसभा भेजने पर विचार कर सकती है। 4. बंतो कटारिया: पूर्व सांसद स्वर्गीय रतन लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया इस बार अंबाला से लोकसभा चुनाव हार गई। अंबाला एससी रिजर्व सीट है। यहां एससी वोटरों को साधने के लिए बंतो कटारिया को राज्यसभा भेजा जा सकता है। स्व. रतन लाल कटारिया नरेंद्र मोदी के करीबी रहे हैं और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। ऐसे में बंतों कटारिया को राज्यसभा में भेजा जा सकता है। हालांकि बंतो राजनीति में ज्यादा सक्रिय नहीं है।