लखनऊ के डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) ने करीब 3 लाख स्टूडेंट्स के एग्जाम से जुड़ा नया आदेश जारी किया गया है। AKTU की परीक्षा में ऐसे छात्र अब फेल नहीं होंगे, जो परीक्षा की कॉपी पर अपनी पहचान और मोबाइल नंबर लिखते हैं। परीक्षा समिति ने इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से पेश किए गए प्रस्ताव पर बुधवार को मुहर लगा दी। इसके अलावा दीक्षांत समारोह के मेधावियों की सूची पर भी अपनी सहमति प्रदान कर दी है। कुलपति की अगुवाई में हुई बैठकबुधवार को AKTU की परीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कुलपति जेपी पांडेय ने की। इसमेंं विश्वविद्यालय के प्रस्ताव पर परीक्षा समिति ने आंसर बुकलेट यानी कॉपियों में अपनी पहचान या मोबाइल नंबर लिखने वाले छात्रों को फेल नहीं करने पर अपनी अनुमति दे दी हैं। प्रस्ताव के अनुसार परीक्षा की कापियों पर अपनी पहचान व मोबाइल नंबर लिखने पर छात्र-छात्राओं को मिलने वाले कुल ग्रेड मेंं से एक ग्रेड कम कर दिया जाएगा। साथ ही उनका परीक्षा फल घोषित कर दिया जाएगा। अब तक ऐसे स्टूडेंट्स को फेल करने का प्रावधान था। यह नियम सत्र 2023-24 में सेमेस्टर में शामिल स्टूडेंट्स पर लागू किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में अंतिम वर्ष के नियमित ऐसे छात्र, जिनका अंतिम वर्ष के किसी विषय में कैरीओवर है। उनके लिए अक्टूबर महीने में अलग से परीक्षा आयोजित की जाएगी। ये रहे मौजूद बैठक में प्रस्तावों को परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार ने पेश किया। इस दौरान कुलसचिव रीना सिंह, वित्त अधिकारी केशव सिंह, फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर की प्राचार्या प्रो. वंदना सहगल, आईटी बीएचयू के पूर्व निदेशक प्रो. एसएन उपाध्याय, प्रो.मलेंद्रु मिश्रा, प्रो. विक्रम बाली, प्रो. सारिका श्रीवास्तव सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे। लखनऊ के डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) ने करीब 3 लाख स्टूडेंट्स के एग्जाम से जुड़ा नया आदेश जारी किया गया है। AKTU की परीक्षा में ऐसे छात्र अब फेल नहीं होंगे, जो परीक्षा की कॉपी पर अपनी पहचान और मोबाइल नंबर लिखते हैं। परीक्षा समिति ने इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से पेश किए गए प्रस्ताव पर बुधवार को मुहर लगा दी। इसके अलावा दीक्षांत समारोह के मेधावियों की सूची पर भी अपनी सहमति प्रदान कर दी है। कुलपति की अगुवाई में हुई बैठकबुधवार को AKTU की परीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कुलपति जेपी पांडेय ने की। इसमेंं विश्वविद्यालय के प्रस्ताव पर परीक्षा समिति ने आंसर बुकलेट यानी कॉपियों में अपनी पहचान या मोबाइल नंबर लिखने वाले छात्रों को फेल नहीं करने पर अपनी अनुमति दे दी हैं। प्रस्ताव के अनुसार परीक्षा की कापियों पर अपनी पहचान व मोबाइल नंबर लिखने पर छात्र-छात्राओं को मिलने वाले कुल ग्रेड मेंं से एक ग्रेड कम कर दिया जाएगा। साथ ही उनका परीक्षा फल घोषित कर दिया जाएगा। अब तक ऐसे स्टूडेंट्स को फेल करने का प्रावधान था। यह नियम सत्र 2023-24 में सेमेस्टर में शामिल स्टूडेंट्स पर लागू किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में अंतिम वर्ष के नियमित ऐसे छात्र, जिनका अंतिम वर्ष के किसी विषय में कैरीओवर है। उनके लिए अक्टूबर महीने में अलग से परीक्षा आयोजित की जाएगी। ये रहे मौजूद बैठक में प्रस्तावों को परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार ने पेश किया। इस दौरान कुलसचिव रीना सिंह, वित्त अधिकारी केशव सिंह, फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर की प्राचार्या प्रो. वंदना सहगल, आईटी बीएचयू के पूर्व निदेशक प्रो. एसएन उपाध्याय, प्रो.मलेंद्रु मिश्रा, प्रो. विक्रम बाली, प्रो. सारिका श्रीवास्तव सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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छत्तीसगढ़ में जादू-टोने के शक में तीन महिलाओं समेत पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या, 5 आरोपी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ में जादू-टोने के शक में तीन महिलाओं समेत पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या, 5 आरोपी गिरफ्तार <p style=”text-align: justify;”><strong>Sukma News:</strong> छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल सुकमा जिले के एक गांव में रविवार को जादू-टोना करने के संदेह में दो दंपतियों और एक महिला की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने यह जानकारी दी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने बताया कि हत्या के सिलसिले में एक ही गांव के पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. एक पुलिस अधिकारी ने यहां बताया कि यह घटना कोंटा थाना क्षेत्र के एकतल गांव में हुई और पीड़ितों की पहचान मौसम कन्ना (34), उसकी पत्नी मौसम बिरी, मौसम बुच्चा (34), उसकी पत्नी मौसम आरजू (32) और एक अन्य महिला करका लच्छी (43) के रूप में हुई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि हिरासत में लिए गए आरोपियों में सवलम राजेश (21), सवलम हिड़मा, करम सत्यम (35), कुंजम मुकेश (28) और पोडियाम एंका शामिल हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि घटना की जांच जारी है. इसी तरह की एक घटना राज्य के बलौदाबाजार-भाटपारा जिले में गुरुवार को सामने आई थी जिसमें कथित तौर पर जादू-टोने के शक में 11 माह के शिशु समेत एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गई थी.</p>
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बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बहराइच से 2 चचेरे भाई गिरफ्तार:शूटर शिवा-धर्मराज को हथियार और रुपए मुहैया कराए; रेकी के लिए घर दिलवाया था
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बहराइच से 2 चचेरे भाई गिरफ्तार:शूटर शिवा-धर्मराज को हथियार और रुपए मुहैया कराए; रेकी के लिए घर दिलवाया था मुंबई पुलिस ने बहराइच से मंगलवार को बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के आरोपी धर्मराज कश्यप के चचेरे भाई अनुराग और हरीश को गिरफ्तार किया है। मुंबई क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की संयुक्त टीम ने गण्डारा क्षेत्र में छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक, पुणे में कबाड़ की दुकान चलाने वाले हरीश कुमार बालकराम ने बाबा ने शिवप्रसाद और धर्मराज को कुछ दिन पहले पैसे और नया मोबाइल खरीद कर दिया था। कुर्ला में किराए का घर मुहैया कराया और बाइक दिलाई थी। कुर्ला वाले घर में रुके तीनों शूटर, यहीं से बाबा सिद्दीकी की रेकी की
DCP स्तर के एक अधिकारी ने बताया कि बाबा सिद्दीकी के मर्डर की साजिश प्रवीण और शुभम के कुर्ला वाले फ्लैट में रची गई थी। तीनों शूटर गुरमैल, शिवा और धर्मराज यहीं रुके थे। वे शाम को खाना खाने और बाबा सिद्दीकी की रैकी करने के लिए निकलते थे। आसपास के लोग बताते हैं कि गुरमैल अक्सर सिगरेट पीने के लिए घर के बाहर खड़ा रहता था। धर्मराज और शिव कुमार अंदर ही रहते थे। दो दिन पहले दो शूटरों की हुई थी पहचान दो दिन पहले 2 हमलावरों की पहचान बहराइच के धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा के रूप में हुई थी। शिवा फरार है, जबकि धर्मराज को मुंबई पुलिस ने पकड़ लिया है। दोनों कैसरगंज थाना क्षेत्र में एक ही गांव गण्डारा के रहने वाले हैं। दोनों पुणे में कबाड़ का काम करते थे। इनका अभी तक कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं मिला है। एसपी ने बताया कि दोनों ही सामान्य परिवार से हैं। घरवालों के संपर्क में भी रहते थे। 6 साल से पुणे में काम कर रहा था शिवा, धर्मराज को दो महीने पहले बुलाया
बहराइच पुलिस के मुताबिक, शिवा 6 साल से पुणे में एक स्क्रैप व्यापारी के यहां काम करता था। शिवा ने दो महीने पहले ही अपने पड़ोसी धर्मराज को भी पुणे काम के लिए बुलाया। सुपारी देने वाले व्यक्ति ने शिवा और धर्मराज से गुरमेल की मुलाकात कराई थी। सूत्रों को मुताबिक, शूटर्स पिछले करीब 40 दिनों से मुंबई में रहकर सिद्दीकी की रेकी कर रहे थे। वे 2 सितंबर से कुर्ला में किराए के कमरे में रुके थे। गिरफ्तार हुए दोनों शूटर ने बताया कि उन्होंने बाबा के घर और बेटे के ऑफिस की रैकी की थी। मुंबई पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि कॉन्ट्रैक्ट किलिंग है। सुपारी देकर बाबा सिद्दीकी की हत्या कराई गई है। किसने सुपारी दी। कितने की दी। यह अभी भी जांच का विषय है। बाबा सिद्दीकी को पेट और सीने में लगी गोली
सिद्दीकी पर बांद्रा में खेर नगर में कल रात करीब 9.30 बजे विधायक बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर 3 बदमाशों ने फायरिंग की थी। सूत्रों के मुताबिक, ऑटो से आए 3 शूटर्स ने दो बंदूकों से 6 राउंड फायरिंग की। इनमें बाबा को 3 गोलियां लगीं। 2 गोलियां उनके पेट और 1 सीने पर लगी। तीनों ने मुंह पर रूमाल बांधा हुआ था। सिद्दीकी को Y-सिक्योरिटी मिली थी, लेकिन उनके साथ कोई कॉन्स्टेबल नहीं था। स्ट्रीट लाइट और CCTV भी बंद थे। 2 शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है, तीसरे शूटर की भी पहचान हो गई है। पुलिस कई राज्यों में उसकी तलाश कर रही है। शुरू से ही घटना के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस गैंग के शामिल होने की आशंका जताई जा रही थी। लॉरेंस गैंग का नाम सामने आने के बाद एक्टर सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमैंट के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। पुलिस की एक अतिरिक्त टीम तैनात की गई है। लॉरेंस गैंग ने सलमान के घर के बाहर 14 अप्रैल को फायरिंग कराई थी। —————————- ये भी पढ़ें… पर सेल बनाया, 700 शूटर्स; सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला लॉरेंस कैसे बना गैंगस्टर 2011 में लॉरेंस ने पंजाब यूनिवर्सिटी में चुनाव लड़ा, लेकिन हार गया। हार के बाद दोनों गुटों में बहस और हाथापाई हुई। इसी बीच लॉरेंस ने फायरिंग कर दी। लॉरेंस के खिलाफ ये पहला मामला था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि गैंगवार में उसकी गर्लफ्रेंड की हत्या हो गई। जिसके बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। क्या है लॉरेंस के गैंगस्टर बनने की कहानी। पढ़िए इस रिपोर्ट में…
हिमाचल हाईकोर्ट के कंटेम्प्ट केस में सख्त आदेश:पंचायतीराज विभाग के सचिव-डायरेक्टर की सरकारी गाड़ियां जब्त की जाए, पंचायत चौकीदारों को दैनिक वेतनभोगी नहीं बनाया
हिमाचल हाईकोर्ट के कंटेम्प्ट केस में सख्त आदेश:पंचायतीराज विभाग के सचिव-डायरेक्टर की सरकारी गाड़ियां जब्त की जाए, पंचायत चौकीदारों को दैनिक वेतनभोगी नहीं बनाया हिमाचल हाईकोर्ट ने न्यायालय के आदेशों की अवहेलना से जुड़े केस में पंचायती राज विभाग के सचिव और डायरेक्टर की सरकारी गाड़ियां जब्त करने के आदेश दिए है। कोर्ट के आदेशों के बाद सचिव और डायरेक्टर सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। न्यायाधीश ज्योत्सना रिवाल दुआ ने कहा कि दोनों अधिकारियों के सरकारी वाहन नंबर HP-07-E- 0027 और HP-07-E-0003 को कोर्ट के आगामी आदेशों तक जब्त किया जाए। हाईकोर्ट ने यह आदेश 25 सितंबर, 2023 को पारित आदेशों की अनुपालना नहीं करने पर दिए है, जिसमें कोर्ट ने 10 वर्षो तक बतौर अंशकालिक कार्यकाल पूरा करने वाले याचिकाकर्ता पंचायत चौकीदारों को नियत तिथि से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों में परिवर्तित करने के आदेश दिए थे। हाईकोर्ट ने इन आदेशों की अनुपालना के लिए राज्य सरकार को आठ सप्ताह का समय दिया था। कोर्ट ने इन्हें राज्य सरकार की नियमितिकरण नीति के अनुसार नियत तारीख से दैनिक वेतन भोगी बनाने को कहा था। कोर्ट का फैसला लागू नहीं होने पर प्रार्थियों ने कंटेम्प्ट पिटीशन डाली। इस पिटीशन पर कोर्ट ने फिर से पंचायती राज विभाग ने जवाब मांगा। दैनिक वेतन भोगी को कुछ साल की सेवाओं के बाद सरकार चतुर्थ श्रेणी पदों पर रेगुलर करती है। विभाग फिर बोला, रेगुलर नहीं किए जा सकते पंचायत चौकीदार कोर्ट में विभाग ने कहा कि प्रार्थियों को सरकार की नीति के अनुसार दैनिक वेतनभोगी नहीं किया जा सकता, क्योंकि वे एक स्वायत संस्था जिला परिषद के कर्मचारी हैं। इस पर कोर्ट ने कहा कि अनुपालना याचिका में अदालती आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित की जाती है, इसलिए मुख्य मामले में दिए फैसले की समीक्षा अनुपालना याचिका में नहीं की जा सकती। कर्मचारी-पेंशनर के 10 हजार करोड़ सरकार के पास कर्मचारी व पेंशनर के वित्तीय मामलों में हिमाचल हाईकोर्ट पहले इस तरह के सख्त आदेश व टिप्पणी कर चुका है। राज्य सरकार माली वित्तीय हालात के कारण कर्मचारियों व पेंशनर को लाभ नहीं दे पा रही। कर्मचारी-पेंशनर के 10 हजार करोड़ रुपए की राशि सरकार के पास पेंडिंग है।