लुधियाना में आज ताजपुर रोड पर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट ने बड़ी कार्रवाई की। सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जे करके बैठे लोगों की झुग्गियों को गिराया गया। आज करीब 70 से 80 झुग्गियों और ढाबों पर जेसीबी का पिल्ला पंजा चला। छुट-पुट लोगों ने विरोध भी किया लेकिन पुलिस बल की मदद से अधिकारियों ने अवैध निर्माण को गिरा सरकारी स्कूल की दीवार बनाने का काम शुरू करवाया। इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के अतिक्रमणकारियों पर डंडा चलने के बाद लोगों ने अदालत के द्वारा दिए गए स्टे ऑर्डर भी दिखाए। दुकानदार बोला-सरकारी जमीन थी तो क्यों लगने दिया मीटर जानकारी देते हुए कुलदीप सिंह ने कहा कि उसे अदालत से स्टे मिला हुआ है। उसकी इलाके में दुकान है। उसके बिजली का मीटर लगा है। वह बिजली बिल भी भरता है। इस मामले में उसका केस चल रहा है। 25 सितंबर को केस की सुनवाई है। कुलदीप ने कहा कि यदि उसकी दुकान सरकारी जमीन पर है तो उसकी दुकान पर बिजली का मीटर क्यों लगाया गया। आज तक अधिकारी उनसे क्या पैसे ठगने के लिए मीटर लगाकर बिल लेते रहे है। इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के एक्सियन नवीन मल्होत्रा बोले… उधर, इस मामले में इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के एक्सियन नवीन मल्होत्रा ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा PWD के जरिए चार दिवारी करवाई जा रही है। स्कूल साइट और सड़क पर झुग्गियां बनाकर कब्जे किए हुए है। इन कब्जाधारियों को कई बार कह चुके है कि वह झुग्गियां हटा ले। लेकिन आज मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ी। डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी से भी बैठक हुई थी। इस जगह पर बार अनाउंसमैंट भी करवा चुके है। जहां तक बात स्टे की है इस बारे कोई सूचना नहीं है। बिजली विभाग ने किस तरह से बिजली के मीटर लगाए है यह पावर-काम के अधिकारी ही बता सके। लुधियाना में आज ताजपुर रोड पर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट ने बड़ी कार्रवाई की। सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जे करके बैठे लोगों की झुग्गियों को गिराया गया। आज करीब 70 से 80 झुग्गियों और ढाबों पर जेसीबी का पिल्ला पंजा चला। छुट-पुट लोगों ने विरोध भी किया लेकिन पुलिस बल की मदद से अधिकारियों ने अवैध निर्माण को गिरा सरकारी स्कूल की दीवार बनाने का काम शुरू करवाया। इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के अतिक्रमणकारियों पर डंडा चलने के बाद लोगों ने अदालत के द्वारा दिए गए स्टे ऑर्डर भी दिखाए। दुकानदार बोला-सरकारी जमीन थी तो क्यों लगने दिया मीटर जानकारी देते हुए कुलदीप सिंह ने कहा कि उसे अदालत से स्टे मिला हुआ है। उसकी इलाके में दुकान है। उसके बिजली का मीटर लगा है। वह बिजली बिल भी भरता है। इस मामले में उसका केस चल रहा है। 25 सितंबर को केस की सुनवाई है। कुलदीप ने कहा कि यदि उसकी दुकान सरकारी जमीन पर है तो उसकी दुकान पर बिजली का मीटर क्यों लगाया गया। आज तक अधिकारी उनसे क्या पैसे ठगने के लिए मीटर लगाकर बिल लेते रहे है। इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के एक्सियन नवीन मल्होत्रा बोले… उधर, इस मामले में इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के एक्सियन नवीन मल्होत्रा ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा PWD के जरिए चार दिवारी करवाई जा रही है। स्कूल साइट और सड़क पर झुग्गियां बनाकर कब्जे किए हुए है। इन कब्जाधारियों को कई बार कह चुके है कि वह झुग्गियां हटा ले। लेकिन आज मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ी। डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी से भी बैठक हुई थी। इस जगह पर बार अनाउंसमैंट भी करवा चुके है। जहां तक बात स्टे की है इस बारे कोई सूचना नहीं है। बिजली विभाग ने किस तरह से बिजली के मीटर लगाए है यह पावर-काम के अधिकारी ही बता सके। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अर्चना मकवाना ने नई तस्वीरें की शेयर:पोस्ट में लिखा- वाहेगुरु, आप सत्य जानते हैं, न्याय करें; पुलिस के नोटिस का कल देना है जवाब गोल्डन टेंपल में योग करने वाली अर्चना मकवाना ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर एक बार फिर तस्वीरों को शेयर किया है। लेकिन इस पोस्ट में मकवाना ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पर कोई सवाल नहीं उठाया है। तस्वीरों में अर्चना गोल्डन टेंपल के सामने पिंक सूट पहने यादगार तस्वीर लेती, बाल्टी में पानी भर सेवा करते, कड़ाह प्रसाद और थाली मे परोसे गए लंगर को दिखा रही हैं। मकवाना इस बार कोई सवाल ना उठा कर, शब्दों में खुद को बेकसूर बताया है। अर्चना मकवाना ने अपनी पोस्ट में लिखा- 20 जून 2024 को स्वर्ण मंदिर अमृतसर में श्री हरमंदिर साहिब से दिव्य आशीर्वाद प्राप्त किया। इस पवित्र आशीर्वाद के लिए वाहेगुरुजी को धन्यवाद, सदैव आभारी। कुछ तस्वीरें साझा नहीं करनी थी, लेकिन क्योंकि मेरी मंशा पर सवाल उठाया जा रहा है तो मैंने अपना बचाव करने के लिए इसे साझा किया है। वाहेगुरुजी आप सच्चाई जानते हैं, कृपया न्याय करें। अर्चना ने इन तस्वीरों में बताया कि यह तस्वीर 20 जून 2024 की है, जब वह गोल्डन टेंपल में नतमस्तक हुई थी। उसने सेवा की, गुरु घर के प्रसाद की तस्वीर भी शेयर की। जिसमें लिखा है कि 20 जून को सुबह 8.19 बजे मैंने प्रसाद लिया। दूसरी तस्वीर गुरु घर के कड़ाह प्रसाद की है। ये 21 जून की फोटो है। इसके अलावा उन्होंने अकाल तख्त साहिब की भी कई तस्वीरें शेयर की हैं। मकवाना को कल होना है अमृतसर पुलिस के समक्ष पेश अरचना मकवाना ने ये पोस्ट पंजाब पुलिस के नोटिस के जवाब का समय खत्म होने से एक दिन पहले जारी की है। गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने अर्चना को थाना ई डिवीजन में SGPC की तरफ से की गई शिकायत का जवाब देने के लिए 30 जून को बुलाया है। पुलिस के नोटिस की मियाद रविवार खत्म हो रही है। SGPC की शिकायत का जवाब देगी अर्चना अर्चना मकवाना ने दो दिन पहले ही SGPC को शिकायत वापस लेने की बात कही थी। अर्चना ने अपनी वीडियो में कहा था- 21 जून को जब मैं शीर्षास्न कर रही थी, गोल्डन टेंपल में, वहां हजारों सिख मौजूद थे। जिसने फोटो खींचा वे भी सरदार जी थे। वो तो मेरे से पहले भी फोटो खींच रहे थे। वहां जो सेवादार खड़े थे, उन्होंने भी नहीं रोका। सेवादार भी पक्षपाती ही हैं, वे किसी को रोकते हैं, किसी को नहीं रोकते। इसलिए मैंने भी कहा एक फोटो खींच लेती हूं, मुझे गलत नहीं लग रहा। जब मैं फोटो कर रही थी, तब लाइव जितने भी सिख खड़े थे, उनके आस्था को तो दुख नहीं पहुंचा। तो मुझे नहीं लगा मैंने कुछ गलत किया। लेकिन 7 समंदर पार किसी को लगा कि मैंने गलत किया। नेगेटिव तरीके से मेरा फोटो वायरल कर दिया। उस पर SGPC ऑफिस ने मेरे पर बेसलैस FIR दर्ज करवा दी। जिसके बाद ये और बुरा होगा, अन्यथा मेरा इरादा बुरा नहीं था। अब सीसीटीवी कैमरे का सारा वीडियो वायरल कर दो। वहां कहीं नियम नहीं लिखे हैं। सिख, जो वहां रोज जाते हैं, उन्हें नियम नहीं पता, तो जो लड़की पहली बार गुजरात से आई है, उसे कैसे पता होगा। वहां किसी ने मुझे रोका नहीं। रोका होता तो डिलीट कर देती फोटो। मेरे खिलाफ ये फालतू की FIR करने की जरूरत क्या थी। इतना सारा मैंटल टॉर्चर मेरे को हुआ, उसका क्या। अभी भी टाइम है, FIR वापस ले लीजिए, अन्यथा मैं और मेरी लीगल टीम फाइट करने के लिए तैयार है। जानें, क्या है मामला दरअसल, अर्चना मकवाना ने योग दिवस के दिन गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में योग करते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। अर्चना मकवाना ने सोशल मीडिया पर 2 तस्वीरें पोस्ट कीं। इनमें वह ध्यान और शीर्षासन करते नजर आ रही हैं। यह योगासन उन्होंने गोल्डन टेंपल की परिक्रमा में किए। जिसके बार ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं और SGPC की तरफ से उसके खिलाफ FIR दर्ज करवा दी गई। FIR में गोल्डन टेंपल के जनरल मैनेजर भगवंत सिंह ने लिखवाया है कि 22 जून 2024 को हम अपनी ड्यूटी पर मौजूद थे कि यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर एक वीडियो वायरल की गई है। इसमें अर्चना मकवाना श्री दरबार साहिब की परिक्रमा में शहीद बाबा दीप सिंह जी के स्थान के पास जगह पर ऐतराज योग्य फोटो खींची और जानबूझ कर वायरल कर रही है। इससे सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है। 5 सेकेंड में ही किए योगासन गोल्डन टेंपल के जनरल मैनेजर भगवंत सिंह ने बताया कि CCTV कैमरों की जांच से पता चला कि युवती ने योग करने की हरकत केवल 5 सेकेंड में ही पूरी कर डाली। इस दौरान 3 सुरक्षाकर्मी वहां ड्यूटी पर थे। शुरुआती जांच के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि एक कर्मचारी को 5 हजार रुपए जुर्माना कर गुरुद्वारा गढ़ी साहिब गुरदास नंगल में ट्रांसफर कर दिया गया है।
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लुधियाना में कपड़ा व्यापारी के बेटे पर फायरिंग:कार सवार अज्ञात लोगों ने की फायरिंग, दोस्तों के साथ BMW से घर जा रहा था पंजाब के लुधियाना में कपड़ा व्यापारी के बेटे पर फायरिंग का मामला सामने आया है। यह घटना नगर निगम जोन-डी के पास हुई। व्यापारी का बेटा अपने दोस्तों के साथ कॉफी शॉप से घर लौट रहा था। तभी कुछ युवक उसकी बीएमडब्ल्यू कार के बगल में कार लेकर आए और गाली-गलौज करने लगे। देखते ही देखते उन बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। कपड़ा व्यापारी के बेटे ने किसी तरह कार भगाकर हमलावरों से अपनी जान बचाई। जानकारी देते हुए सराभा नगर के कपड़ा व्यापारी संजीव भारद्वाज ने बताया कि बीती रात उनका बेटा गैरी भारद्वाज अपने दो दोस्तों के साथ खूब शराब पीकर घर लौट रहा था कि रास्ते में उनकी कार के बगल में एक कार ने पहले उन्हें टक्कर मारी और फिर फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद उनके बेटे ने किसी तरह अपनी कार की रफ्तार तेज करके हमलावरों से अपनी जान बचाई। भारद्वाज ने बताया कि उनके बेटे गैरी भारद्वाज के साथ यह घटना बीती रात नगर निगम के दीप नगर के पास हुई। हमलावर सफेद रंग की ब्रेजा कार में आए थे, जिन्होंने अपनी कार उनके बेटे की कार के बगल में खड़ी कर दी और फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों ने लगातार तीन-चार राउंड फायरिंग की, जो कार को छूती हुई निकल गई। दो हमलावरों की हुई पहचान, पुलिस को दिए नाम कपड़ा व्यापारी संजीव भारद्वाज ने बताया कि उसके बेटे पर हमला करने वाले आयर्न व दीपापुर है जोकि उसके बेटे के साथ अक्सर रंजिश रखते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले उसके बेटे के दोस्तों पर हमला हुआ था उस केस में उनका बेटा भी गवाह है। उसी रंजिश से हमलावर आर्यन व दीपापपुर उसे मारना चाहते हैं। पहले भी उसके बेटे पर हमला कर चुके हैं। बेंगलुरु में स्टडी कर रहा है गैरी गैरी भारद्वाज जोकि खुद बेंगलुरु में स्टडी कर रहा है और कुछ समय पले ही छुट्टियों होने के कारण लुधियाना अपने माता-पिता के पास आया था। कपड़ा व्यापारी संजीव भारद्वाज ने बताया कि उनका बेटा लुधियाना में उनके पास आया था। उसने कुछ समय पहले ही नई BMW कार खरीदी है। लगातार रैकी कर रहे थे हमलावर हमलावर लगातार गैरी की रैकी कर रहे थे। गैरी बेंगलुरु से लुधियाना आया तब से हमलावर रैकी कर रहे थे और बीती रात जब वह कार पर सवार होकर घर लौट रहा था तो हमलावरों ने मौका पाते उस पर फायरिंग कर दी जिसमें वह बाल-बाल बच गया। थाना डिवीजन नंबर-5 की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। SHO विजय कुमार ने बताया कि मामले की जांच कर रहे हैं। हमलावरों के खिलाफ बनती कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
PSEB को एसोसिएशन अध्यक्ष पर एक्शन:सर्टिफिकेट वैरिफिकेशन मामले में खंगूड़ा सहित तीन सस्पेंड; जांच के बाद कार्रवाई
PSEB को एसोसिएशन अध्यक्ष पर एक्शन:सर्टिफिकेट वैरिफिकेशन मामले में खंगूड़ा सहित तीन सस्पेंड; जांच के बाद कार्रवाई पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) ने बोर्ड कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष परविंदर सिंह खंगूड़ा सहित तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। सर्टिफिकेट की वैरिफिकेशन के मामले में PSEB के वाइस चेयरमैन प्रेम कुमार ने यह आदेश जारी किए हैं। आदेश में कहा गया है कि मामला पंजाब फार्मेसी काउंसिल की तरफ से 4 अप्रैल को पत्र के माध्यम से ध्यान में लाया गया था। काउंसिल ने 2 उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट वेरिफाइड करने के लिए साल 2023 में भेजे थे। बोर्ड ने सर्टिफिकेट्स की वेरिफिकेशन की दो रिपोर्ट भेजी। पहली में सर्टिफिकेट्स को सही और दूसरी में फेक बताया गया था। बोर्ड ने प्रारंभिक जांच संयुक्त सचिव जनरल से करवाई थी। शिक्षा बोर्ड कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष खंगूड़ा ने उन पर लगे आरोपों का खंडन किया है। उनका कहना है कि वे तथ्यों के आधार पर खुद को सही साबित करेंगे। ये फैसला जल्दबाजी के तहत किया गया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष और बोर्ड के सचिव की अनियमितताओं को वे समय-समय पर उजागर करते रहे हैं। जानबूझ कर उन्हें निशाना बनाया गया है। उन पर लगे आरोप साबित नहीं होते परविंदर सिंह ने आरोप लगाया कि उन पर लगे आरोप किसी भी तरह से साबित नहीं हुए हैं और न ही कहीं पर उनके हस्ताक्षर हैं। लेकिन फिर भी उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। आने वाले दिनों में बोर्ड के सचिव द्वारा की अनियमितताओं का खुलासा करेंगे।