<p><strong>UP RRTS News:</strong> राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड (एनसीआरपीबी) ने NCR-2032 के लिए परिवहन पर एक फंक्शनल प्लान तैयार किया है. नई योजना में हापुड़ और खुर्जा तक RRTS की पहुंच बढ़ाने की मंशा व्यक्त की गई है. एनसीआर में रेल आधारित कनेक्टिविटी में सुधार के लिए एनसीआर के विभिन्न महत्वपूर्ण शहरों को सेमी-हाई स्पीड रेल आधारित कम्यूटर ट्रांजिट सिस्टम से जोड़ने के लिए आठ क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर की पहचान की गई है. जिसमें (i) दिल्ली-गुरुग्राम-रेवाड़ी-अलवर (ii) दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ (iii) दिल्ली-सोनीपत-पानीपत (iv) दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लभगढ़-पलवल (v) दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक (vi) दिल्ली-शाहदरा-बड़ौत (vii) गाजियाबाद-खुर्जा (viii) गाजियाबाद-हापुड़ शामिल है. यह जानकारी आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने दी.</p>
<p>साहू ने लोकसभा में बताया कि भारत के तत्कालीन योजना आयोग (अब नीति आयोग) द्वारा नियुक्त टास्क फोर्स ने कार्यान्वयन के लिए इन तीन RRTS कॉरिडोर को प्राथमिकता दी थी:</p>
<ul>
<li style=”text-align: justify;”>दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ</li>
<li style=”text-align: justify;”>दिल्ली-गुरुग्राम-अलवर</li>
<li style=”text-align: justify;”>दिल्ली-पानीपत</li>
</ul>
<p>तीन कॉरिडोर में से, 82.15 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर को केंद्र सरकार द्वारा मार्च, 2019 में पहले ही मंजूरी दे दी गई है.</p>
<p>NCR में हरियाणा के 14 जिले फ़रीदाबाद, गुरूग्राम, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाडी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जिंद और करनाल शामिल है. यूपी के 8 जिले मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर, बागपत, हापुड, शामली और मुजफ्फरनगर, राजस्थान के अलवर और भरतपुर और पूरी दिल्ली शामिल है.</p>
<p><strong>RRTS के चार भूमिगत स्टेशनों में लगाया जा रहा एनवायरमेंट कंट्रोल सिस्टम</strong><br />गौरतलब है कि भारत के पहले दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर के आठ एलिवेटेड स्टेशनों पर नमो भारत ट्रेनों का संचालन जारी है, जिनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ और मोदी नगर नॉर्थ स्टेशन शामिल हैं. दिल्ली से मेरठ तक संपूर्ण RRTS कॉरिडोर 2025 तक संचालित करने का लक्ष्य है.</p>
<p>इन सबके बीच RRTS कॉरिडोर पर नमो भारत ट्रेन के लिए बनाए जा रहे भूमिगत स्टेशनों में एनवायरमेंट कंट्रोल सिस्टम (ईसीएस) लगाया जा रहा है. जिससे 8 से 23 मीटर की गहराई में बन रहे इन स्टेशनों में यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो सके.</p>
<p>ईसीएस सिस्टम भूमिगत स्टेशनों में निरंतर ताजी हवा, कूलिंग और वेंटिलेशन आवश्यकताओं को लगातार पूर्ति करके अनुकूलित तापमान सुनिश्चित करेगा. यह ईसीएस दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के सभी चार भूमिगत स्टेशनों, दिल्ली में आनंद विहार और मेरठ में मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल में स्थापित किया जा रहा है. ये स्टेशन जमीन से 8 से 23 मीटर की गहराई पर बनाए जा रहे हैं.</p> <p><strong>UP RRTS News:</strong> राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड (एनसीआरपीबी) ने NCR-2032 के लिए परिवहन पर एक फंक्शनल प्लान तैयार किया है. नई योजना में हापुड़ और खुर्जा तक RRTS की पहुंच बढ़ाने की मंशा व्यक्त की गई है. एनसीआर में रेल आधारित कनेक्टिविटी में सुधार के लिए एनसीआर के विभिन्न महत्वपूर्ण शहरों को सेमी-हाई स्पीड रेल आधारित कम्यूटर ट्रांजिट सिस्टम से जोड़ने के लिए आठ क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर की पहचान की गई है. जिसमें (i) दिल्ली-गुरुग्राम-रेवाड़ी-अलवर (ii) दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ (iii) दिल्ली-सोनीपत-पानीपत (iv) दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लभगढ़-पलवल (v) दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक (vi) दिल्ली-शाहदरा-बड़ौत (vii) गाजियाबाद-खुर्जा (viii) गाजियाबाद-हापुड़ शामिल है. यह जानकारी आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने दी.</p>
<p>साहू ने लोकसभा में बताया कि भारत के तत्कालीन योजना आयोग (अब नीति आयोग) द्वारा नियुक्त टास्क फोर्स ने कार्यान्वयन के लिए इन तीन RRTS कॉरिडोर को प्राथमिकता दी थी:</p>
<ul>
<li style=”text-align: justify;”>दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ</li>
<li style=”text-align: justify;”>दिल्ली-गुरुग्राम-अलवर</li>
<li style=”text-align: justify;”>दिल्ली-पानीपत</li>
</ul>
<p>तीन कॉरिडोर में से, 82.15 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर को केंद्र सरकार द्वारा मार्च, 2019 में पहले ही मंजूरी दे दी गई है.</p>
<p>NCR में हरियाणा के 14 जिले फ़रीदाबाद, गुरूग्राम, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाडी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जिंद और करनाल शामिल है. यूपी के 8 जिले मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर, बागपत, हापुड, शामली और मुजफ्फरनगर, राजस्थान के अलवर और भरतपुर और पूरी दिल्ली शामिल है.</p>
<p><strong>RRTS के चार भूमिगत स्टेशनों में लगाया जा रहा एनवायरमेंट कंट्रोल सिस्टम</strong><br />गौरतलब है कि भारत के पहले दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर के आठ एलिवेटेड स्टेशनों पर नमो भारत ट्रेनों का संचालन जारी है, जिनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ और मोदी नगर नॉर्थ स्टेशन शामिल हैं. दिल्ली से मेरठ तक संपूर्ण RRTS कॉरिडोर 2025 तक संचालित करने का लक्ष्य है.</p>
<p>इन सबके बीच RRTS कॉरिडोर पर नमो भारत ट्रेन के लिए बनाए जा रहे भूमिगत स्टेशनों में एनवायरमेंट कंट्रोल सिस्टम (ईसीएस) लगाया जा रहा है. जिससे 8 से 23 मीटर की गहराई में बन रहे इन स्टेशनों में यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो सके.</p>
<p>ईसीएस सिस्टम भूमिगत स्टेशनों में निरंतर ताजी हवा, कूलिंग और वेंटिलेशन आवश्यकताओं को लगातार पूर्ति करके अनुकूलित तापमान सुनिश्चित करेगा. यह ईसीएस दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के सभी चार भूमिगत स्टेशनों, दिल्ली में आनंद विहार और मेरठ में मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल में स्थापित किया जा रहा है. ये स्टेशन जमीन से 8 से 23 मीटर की गहराई पर बनाए जा रहे हैं.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Haryana News: खुशखबरी! हरियाणा रोडवेज से सफर हुआ आसान, जानें कैसे यात्री फ्री में कर सकेंगे सफर