खन्ना के बिलां वाली छप्पड़ी इलाके में एक महिला की मौत पर विवाद हो गया। इस मौत के बाद मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया। वहीं दूसरी तरफ ससुरालियों पक्ष के लोग इसे खुदकुशी बता रहे हैं। फिलहाल सिटी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी थी। ससुराल परिवार के लोग मौके से फरार हो गए। शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। मृतका की पहचान अंजलि (26) के तौर पर हुई। उसकी ढाई साल की बेटी भी है। ससुराल वालों पर तंग करने का आरोप मृतका की मां मंजू और बहन कामिनी ने आरोप लगाया कि ससुराल परिवार अंजलि को तंग करते रहते थे। जब भी कभी अंजलि फोन पर बात करती थी तो उसकी बातों से अहसास होता रहता था। लेकिन कभी अंजलि ने उनके साथ खुलकर बात नहीं की। कामिनी के अनुसार आज उसके जीजा का फोन आया तो पहले बोला गया कि अंजलि बाथरूम में गिर गई है। कुछ ही समय बाद फोन किया कि जल्दी आ जाओ अंजलि ने फंदा लगा लिया है। इससे उन्हें शक हुआ कि अंजलि को मारा गया है। उनके जाने से पहले अंजलि को फंदे से उतारा हुआ था। इसकी जांच होनी चाहिए और उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए। मामले की जांच में जुटी पुलिस सिटी थाना एसएचओ राव वरिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि बिलां वाली छप्पड़ी में महिला ने खुदकुशी कर ली है। वे खुद मौका देखकर आए हैं। शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा। अंजलि के परिवार वाले जो आरोप लगा रहे हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। जैसे तथ्य सामने आएंगे, वैसी कार्रवाई की जाएगी। खन्ना के बिलां वाली छप्पड़ी इलाके में एक महिला की मौत पर विवाद हो गया। इस मौत के बाद मायके वालों ने हत्या का आरोप लगाया। वहीं दूसरी तरफ ससुरालियों पक्ष के लोग इसे खुदकुशी बता रहे हैं। फिलहाल सिटी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी थी। ससुराल परिवार के लोग मौके से फरार हो गए। शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। मृतका की पहचान अंजलि (26) के तौर पर हुई। उसकी ढाई साल की बेटी भी है। ससुराल वालों पर तंग करने का आरोप मृतका की मां मंजू और बहन कामिनी ने आरोप लगाया कि ससुराल परिवार अंजलि को तंग करते रहते थे। जब भी कभी अंजलि फोन पर बात करती थी तो उसकी बातों से अहसास होता रहता था। लेकिन कभी अंजलि ने उनके साथ खुलकर बात नहीं की। कामिनी के अनुसार आज उसके जीजा का फोन आया तो पहले बोला गया कि अंजलि बाथरूम में गिर गई है। कुछ ही समय बाद फोन किया कि जल्दी आ जाओ अंजलि ने फंदा लगा लिया है। इससे उन्हें शक हुआ कि अंजलि को मारा गया है। उनके जाने से पहले अंजलि को फंदे से उतारा हुआ था। इसकी जांच होनी चाहिए और उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए। मामले की जांच में जुटी पुलिस सिटी थाना एसएचओ राव वरिंदर सिंह ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि बिलां वाली छप्पड़ी में महिला ने खुदकुशी कर ली है। वे खुद मौका देखकर आए हैं। शव को सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा। अंजलि के परिवार वाले जो आरोप लगा रहे हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। जैसे तथ्य सामने आएंगे, वैसी कार्रवाई की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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शहीद के पेरेंट्स-पत्नी को इंश्योरेंस फंड के 50-50 लाख मिले:आर्मी बोली- पेंशन पत्नी को मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था
शहीद के पेरेंट्स-पत्नी को इंश्योरेंस फंड के 50-50 लाख मिले:आर्मी बोली- पेंशन पत्नी को मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था सियाचिन में सेना के टेंट में आग लगने से 19 जुलाई 2023 को शहीद हुए देवरिया के कैप्टन अंशुमान के परिवार को आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड से 1 करोड़ रुपए दिए गए। यह रकम अंशुमान के पेरेंट्स और उनकी पत्नी में आधी-आधी बांटी गई। शहीद के माता-पिता ने कहा था- बेटे को मिले मरणोपरांत कीर्ति चक्र को बहू ने छूने भी नहीं दिया। बेटे के जाने के बाद बहू सम्मान लेकर चली गई। हमारे पास कुछ नहीं बचा। आर्मी को शहीद के परिवार को मिलने वाली वित्तीय सहायता के नियमों में बदलाव करना चाहिए। इसे लेकर आर्मी के सूत्रों ने कहा है कि आर्मी की ओर से पेरेंट्स को 50 लाख और पत्नी को 50 लाख दिए जा चुके हैं। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक शहीद की पेंशन उनकी पत्नी स्मृति को ही मिलेगी, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें नॉमिनी बनाया था। इसके अलावा UP सरकार ने भी परिवार को 50 लाख रुपए दिए थे। इसमें से 15 लाख माता-पिता और 35 लाख रुपए पत्नी स्मृति को दिए गए थे। इसके बावजूद शहीद के पेरेंट्स ने कहा था कि वित्तीय सहायता के नियमों में बदलाव होना चाहिए। आर्मी ने कहा- शहीद के पिता रिटायर्ड JCO, उन्हें पेंशन मिलती है
आर्मी के एक अधिकारी ने कहा- कैप्टन अंशुमान मार्च 2020 में आर्मी मेडिकल कॉर्प्स में शामिल हुए थे। पत्नी स्मृति को आर्मी के ज्यादा बेनिफिट इसलिए मिल रहे हैं, क्योंकि अंशुमान ने उन्हें अपना नॉमिनी बनाया था। साथ ही बताया कि अंशुमान के पिता आर्मी में रिटायर्ड JCO हैं। उन्हें पेंशन और आर्मी की अन्य सुविधाएं मिलती हैं। ऐसे मुद्दे आर्मी के सामने पहले भी आए हैं, खासकर तब जब शहीद के माता-पिता उन पर आश्रित होते हैं, लेकिन आर्मी यूनिट ऐसे मुद्दों को निपटा लेती है। अंशुमान का मामला अलग है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि उनके पिता भी सेना में रह चुके हैं। आर्मी में PF और पेंशन के नियम पत्नी ने कहा था- एक कॉल ने 50 साल के सपने तोड़ दिए
सम्मान समारोह के बाद स्मृति ने कहा- अंशुमान के शहीद होने का कॉल आया था। इस कॉल ने 50 साल के सपने तोड़ दिए थे। कैप्टन अंशुमान बहुत सक्षम थे। वे अक्सर कहा करते थे, मैं अपने सीने पर गोली खाकर मरना चाहता हूं। मैं आम आदमी की तरह नहीं मरना चाहता, जिसे कोई जान ही न पाए। इंजीनियरिंग कॉलेज के पहले दिन हमारी मुलाकात हुई थी। यह पहली नजर का प्यार था। एक महीना ही बीता था कि उनका चयन AFMC में हो गया। वे सुपर इंटेलिजेंट शख्स थे। हम सिर्फ एक महीना ही रूबरू मिले। फिर आठ साल तक दूरी रही, लेकिन रिश्ता बना रहा। फरवरी, 2023 में हमने शादी कर ली। दुर्भाग्य से शादी के दो महीने बाद ही उनकी सियाचिन में पोस्टिंग हो गई। 18 जुलाई, 2023 को हमारी लंबी बातचीत हुई थी कि अगले 50 साल में हमारी जिंदगी कैसी होगी। अपना घर होगा। हमारे बच्चे होंगे …और भी बहुत कुछ। 19 जुलाई की सुबह मैं एक फोन कॉल से उठी। उधर से आवाज आई…कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए। यह खबर भी पढ़ें… शादी के 5 महीने बाद कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद, ग्लेशियर में टेंट में आग लगने से गई थी जान सियाचिन ग्लेशियर में भारतीय सेना के कई टेंट में आग लग गई। हादसे में रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए। अंशुमान सिंह की 5 महीने पहले 10 फरवरी को शादी हुई थी। कैप्टन अंशुमान 15 दिन पहले ही सियाचिन गए थे। अंशुमान मूल रूप से देवरिया के रहने वाले थे। पूरी खबर पढ़ें…
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जालंधर में कार सवार से 19.50 लाख कैश बरामद:फिरोजपुर के 3 लोगों को हिरासत में, पुलिस ने फिल्लौर हाईटेक नाके पर पकड़ा जालंधर में फिल्लौर पुलिस ने हाई-स्पीड चेक पोस्ट के दौरान 19.50 लाख रुपये के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी फिरोजपुर कैंट के रहने वाले हैं। इनकी पहचान अमित कुमार पुत्र जैलेश चंद, अनिल कुमार पुत्र लछमन दास और दीपक कोहली पुत्र लछमन दास के रूप में हुई है। सभी आरोपियों से बरामद नगदी की जानकारी आयकर विभाग को दे दी गई है। फिल्लौर थाने के एसएचओ सुखदेव सिंह ने बताया कि बीती रात उनकी पुलिस पार्टी ने जालंधर पानीपत हाईवे पर फिल्लौर के पास नाकाबंदी कर रखी थी। रात करीब 11 बजे पुलिस ने चेक पोस्ट पर एक सफेद रंग की वैगनार कार (पीबी-05-एआर-0472) को चेकिंग के लिए रोका। कार की तलाशी के दौरान उसमें एक बैग मिला, बैग से भारी मात्रा में नगदी बरामद हुई। नगदी देखकर तुरंत मौके पर अधिकारियों को बुलाया गया नगदी मिलने पर हित नाका पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने तुरंत मौके पर वीडियोग्राफी शुरू कर दी और मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तुरंत नगदी जब्त कर ली और नकदी के दस्तावेज दिखाने को कहा। लेकिन देर रात तीनों नगदी के संबंध में कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। थाने में जब बैग से निकाली गई नकदी की गिनती की गई तो वह 19,50,455 रुपए निकली। आयकर विभाग को दी गई मामले की जानकारी प्राप्त जानकारी के अनुसार, जब कार में सवार तीनों लोग नगदी का कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए तो तुरंत उच्च अधिकारियों से बात कर मामले की जानकारी आयकर विभाग को दी गई। जिसके बाद आयकर विभाग के अधिकारी टीपी सिंह द्वारा आगे की जांच शुरू की गई। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है कि उक्त पैसा कहां से आया और किसे दिया जाना था।
SC की नियुक्त कमेटी से मीटिंग नहीं करेंगे किसान:चिट्ठी लिख बोले- जो भी बात होगी, केंद्र से होगी; शंभू बॉर्डर खोलने पर सुनवाई कल
SC की नियुक्त कमेटी से मीटिंग नहीं करेंगे किसान:चिट्ठी लिख बोले- जो भी बात होगी, केंद्र से होगी; शंभू बॉर्डर खोलने पर सुनवाई कल किसान आंदोलन के कारण 10 महीने से बंद हरियाणा-पंजाब का शंभू बॉर्डर खोलने पर कल (18 दिसंबर) सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इसके अलावा 22 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत पर भी कोर्ट सुनवाई करेगी। डल्लेवाल MSP कानून की मांग को लेकर अनशन पर हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट की ओर से किसानों की समस्या सुनने के लिए बनाई गई कमेटी के साथ 18 दिसंबर को होने वाली मीटिंग में जाने से किसान नेताओं ने इनकार कर दिया है। उन्होंने एक चिट्ठी लिखकर कहा है कि अब वे जो भी बात करेंगे, केंद्र सरकार से ही करेंगे। उन्हें कमेटी के सदस्यों से कोई बात नहीं करनी। डल्लेवाल की ओर से कमेटी को लिखी चिट्ठी… लेटर में कहीं ये 4 बड़ी बातें… 1.मेरी भूख हड़ताल का 22वां दिन
आपको मालूम ही होगा कि मैं(डल्लेवाल) 26 नवंबर से खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर हूं, आज मेरी भूख हड़ताल का 22वां दिन है और मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी मेडिकल स्थिति के बारे में जानकारी मिल रही होगी। मेरी भूख हड़ताल की घोषणा संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने 4 नवंबर को की थी, 43 दिन बीत चुके हैं और भूख हड़ताल शुरू हुए 22 दिन हो चुके हैं। 2. 40 से ज्यादा किसान घायल हुए
शंभू बॉर्डर से पैदल दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस अत्याचार किया गया जिसमें 40 से ज्यादा किसान घायल हुए। किसानों और सरकारों के बीच विश्वास बहाली के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आपकी कमेटी बनाई गई थी लेकिन आपने अभी तक इसके लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए और न ही आपने हमारी जायज मांगों को पूरा करवाने के लिए केंद्र सरकार से बातचीत करने का कोई गंभीर प्रयास किया। 3. कमेटियां सिर्फ औपचारिकता के लिए बनाई
हमारे दोनों मोर्चों को पहले से ही संदेह था कि कमेटियां सिर्फ औपचारिकता के लिए बनाई जाती हैं लेकिन उसके बावजूद भी आप सभी का सम्मान करते हुए हमारा प्रतिनिधिमंडल 4 नवंबर को आपसे मिला लेकिन इतनी गंभीर स्थिति होने के बावजूद भी आपकी कमेटी को अभी तक खनौरी और शंभू मोर्चों पर आने का समय नहीं मिला। मुझे यह देखकर बहुत दुख हुआ कि आप इतनी देरी के बाद सक्रिय हुए हैं। क्या यह समिति मेरी मौत का इंतजार कर रही थी? 4. मांगों पर बातचीत केंद्र सरकार से होगी
हमें समिति के आप सभी सम्मानित सदस्यों से ऐसी असंवेदनशीलता की उम्मीद नहीं थी। मेरी मेडिकल स्थिति और शंभू बॉर्डर पर घायल किसानों की स्थिति को देखते हुए हमारे दोनों मोर्चों ने फैसला किया है कि हम आपसे बैठक करने में असमर्थ हैं। अब हमारी मांगों पर जो भी बातचीत होगी, वह केंद्र सरकार से ही होगी। डल्लेवाल के अनशन की तस्वीर शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश दे चुकी कोर्ट
13 दिसंबर की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर तुरंत खोलने का आदेश देने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि पंजाब और हरियाणा सरकार किसानों को हाईवे छोड़कर किसी दूसरी जगह प्रदर्शन शिफ्ट करने या कुछ समय के लिए स्थगित करने के लिए मनाए। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने किसान नेता डल्लेवाल की सेहत पर भी चिंता जताई थी। कोर्ट ने पंजाब सरकार को निर्देश दिया था कि वह डल्लेवाल को फौरन मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाएं। डल्लेवाल से अनशन तुड़वाने के लिए कोई जबरदस्ती न की जाए। संयुक्त किसान मोर्चे की कल आपात बैठक
खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरणव्रत के मद्देनजर संयुक्त किसान मोर्चे की तरफ से अपनी आपात मीटिंग बुलाई गई है। मीटिंग दोपहर दो बजे चंडीगढ़ स्थित किसान भवन में होगी। इसमें डल्लेवाल के संघर्ष को समर्थन देने का ऐलान हो सकता है आज के अपडेट्स शंभू बॉर्डर का मामला सुप्रीम कोर्ट कैसे पहुंचा, 6 पॉइंट… किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… किसान आंदोलन के समर्थन में हरियाणा में किसानों का ट्रैक्टर मार्च शंभू-खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में सोमवार (16 दिसंबर) को हरियाणा में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। हिसार, सोनीपत, चरखी दादरी, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल और अंबाला में किसानों ट्रैक्टर मार्च निकाल प्रदर्शन किया। पूरी खबर पढ़ें…