शिरोमणि अकाली दल ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के चुनावों के लिए बनाई जा रही वोटों में धांधली के आरोप लगा दिए हैं। उन्होंने SGPC मुख्य आयुक्त न्यायमूर्ति (रिटायर्ड) एसएस सरोन से उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने का अनुरोध किया है। अकाली दल का आरोप है कि मतदाता सूची में झूठे मतदाताओं को नामांकित किया जा रहा है। SGPC चुनाव आयोग को लिखे पत्र में अकाली दल के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि फर्जी मतदाताओं को नामांकित करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग किए जाने के कुछ चैंकाने वाले मामले पार्टी के लीगल सेल के ध्यान में आए हैं। उन्होने कहा कि एक व्यक्ति की तरफ से फार्वर्ड की गई इलेक्शन सुपरवाइजर जगराओं नामक व्हाटसएप ग्रुप की चैट को चुनाव आयोग के सामने रखा। जिसमें वरिष्ठ अधिकारी अपने जूनियर्स को SGPC चुनावों के लिए फर्जी मतदाताओं को नामांकित करने के लिए सरेआम उकसा रहा है। सरकारी कर्मचारी ने गलत कदम पर फंसने का डर जताया दलजीत चीमा ने कहा कि आयोग को भेजी गई व्हाटसएप चैट के अनुसार एक सरकारी कर्मचारी ने खुद ही SGPC चुनावों के लिए फर्जी वोटरों के पंजीकरण पर आपत्ति जताई है। सरकारी कर्मी का कहना है कि अगर किसी के आधार कार्ड का इस्तेमाल करके वोटर आईडी कार्ड से उसकी तस्वीर बनाकर फर्जी वोट बनाया जाता है, तो संबंधित व्यक्ति इसे अदालत में चुनौती दे सकता है। डॉ. चीमा ने कहा कि सरकारी अधिकारी ने अपने वरिष्ठ अधिकारी से पूछा था कि अगर ऐसा हुआ तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। कार्रवाई की उठाई मांग अकाली दल ने SGPC चुनावों में इस तरह की अवैध गतिविधि पर अंकुश लगाने और नए मतदाताओं को पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से नामांकित करने का आग्रह करते हुए तत्काल दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश देने का आग्रह किया है। शिरोमणि अकाली दल ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के चुनावों के लिए बनाई जा रही वोटों में धांधली के आरोप लगा दिए हैं। उन्होंने SGPC मुख्य आयुक्त न्यायमूर्ति (रिटायर्ड) एसएस सरोन से उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने का अनुरोध किया है। अकाली दल का आरोप है कि मतदाता सूची में झूठे मतदाताओं को नामांकित किया जा रहा है। SGPC चुनाव आयोग को लिखे पत्र में अकाली दल के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि फर्जी मतदाताओं को नामांकित करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग किए जाने के कुछ चैंकाने वाले मामले पार्टी के लीगल सेल के ध्यान में आए हैं। उन्होने कहा कि एक व्यक्ति की तरफ से फार्वर्ड की गई इलेक्शन सुपरवाइजर जगराओं नामक व्हाटसएप ग्रुप की चैट को चुनाव आयोग के सामने रखा। जिसमें वरिष्ठ अधिकारी अपने जूनियर्स को SGPC चुनावों के लिए फर्जी मतदाताओं को नामांकित करने के लिए सरेआम उकसा रहा है। सरकारी कर्मचारी ने गलत कदम पर फंसने का डर जताया दलजीत चीमा ने कहा कि आयोग को भेजी गई व्हाटसएप चैट के अनुसार एक सरकारी कर्मचारी ने खुद ही SGPC चुनावों के लिए फर्जी वोटरों के पंजीकरण पर आपत्ति जताई है। सरकारी कर्मी का कहना है कि अगर किसी के आधार कार्ड का इस्तेमाल करके वोटर आईडी कार्ड से उसकी तस्वीर बनाकर फर्जी वोट बनाया जाता है, तो संबंधित व्यक्ति इसे अदालत में चुनौती दे सकता है। डॉ. चीमा ने कहा कि सरकारी अधिकारी ने अपने वरिष्ठ अधिकारी से पूछा था कि अगर ऐसा हुआ तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। कार्रवाई की उठाई मांग अकाली दल ने SGPC चुनावों में इस तरह की अवैध गतिविधि पर अंकुश लगाने और नए मतदाताओं को पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से नामांकित करने का आग्रह करते हुए तत्काल दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश देने का आग्रह किया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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