मोहाली पुलिस ने चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले आरोपी युवक को उसकी गर्लफ्रेंड सहित काबू किया है। दोनों बंटी-बबली स्टाइल में चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। वह केवल नोटों के हार व नकदी चोरी करते थे। पुलिस कई महीनों से आरोपियों की तलाश में थी। आरोपियों की पहचान मनप्रीत (22) और रीनू (23) के रूप में हुई है। दोनों इलाके की एक नामी रिहायशी सोसायटी में रहते थे। पुलिस को विश्वास है कि पूछताछ में कई राज खुलेंगे। गर्लफ्रेंड करती थी रेकी, युवक चोरी आरोपी युवक और युवती चोरी की वारदातों को पूरी स्ट्रेटजी से अंजाम देते थे। लड़की पहले जाकर कॉस्मेटिक की दुकानों की रेकी करती थी। उसके बाद आरोपी वारदात को अंजाम देता था। वह कॉस्मेटिक की उन दुकानों को निशाना बनाते थे जहां नोटों के हार बनाए जाते हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने पहली वारदात में 90 हजार रुपए के नोटों के दो हार व 20 हजार नकदी चोरी की थी। जबकि दूसरी वारदात में ढाई लाख रुपए के नोटों के हार व दस हजार नकदी चुराई थी। युवती रबड़ बैंड लेने के के बहाने दुकानों की रेकी करती थी। फिर वारदात को अंजाम देते थे। हालांकि यह चोरी करते हुए कैमरे में कैद हो गए थे। पुलिस ने ट्रैप लगाकर दबोचा यह दोनों पुलिस के लिए आफत बने हुए थे, क्योंकि हर बार यह नई मार्किट में जाते थे। लेकिन वह कैमरे में कैद हो गए। इसके बाद पुलिस को उम्मीद थी, कि वह आरोपियों तक पहुंच जाएगी। पुलिस ने मार्किटों में इनके वीडियो आदि शेयर किए थे। साथ ही पुलिस भी अलर्ट थी। इसके बाद पुलिस ने ट्रैप लगाकर उक्त लोगों को दबोच लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पटियाला के राजपुरा का रहने वाला है। पहले भी उस पर करीब पांच केस दर्ज हैं, जबकि लड़की उसकी दोस्त है। आरोपी पहले बुड़ैल जेल में था बंद पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी पहले बुड़ैल जेल में बंद था। दोनों की दोस्ती पटियाला में हुई थी। इसके दोनों इकट्ठे रहने लगे। जब उन्हें पैसे की जरूरत होती तो वारदात को अंजाम देते थे। दोनों ही अच्छी जिंदगी जी रहे थे। मोहाली पुलिस ने चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले आरोपी युवक को उसकी गर्लफ्रेंड सहित काबू किया है। दोनों बंटी-बबली स्टाइल में चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। वह केवल नोटों के हार व नकदी चोरी करते थे। पुलिस कई महीनों से आरोपियों की तलाश में थी। आरोपियों की पहचान मनप्रीत (22) और रीनू (23) के रूप में हुई है। दोनों इलाके की एक नामी रिहायशी सोसायटी में रहते थे। पुलिस को विश्वास है कि पूछताछ में कई राज खुलेंगे। गर्लफ्रेंड करती थी रेकी, युवक चोरी आरोपी युवक और युवती चोरी की वारदातों को पूरी स्ट्रेटजी से अंजाम देते थे। लड़की पहले जाकर कॉस्मेटिक की दुकानों की रेकी करती थी। उसके बाद आरोपी वारदात को अंजाम देता था। वह कॉस्मेटिक की उन दुकानों को निशाना बनाते थे जहां नोटों के हार बनाए जाते हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने पहली वारदात में 90 हजार रुपए के नोटों के दो हार व 20 हजार नकदी चोरी की थी। जबकि दूसरी वारदात में ढाई लाख रुपए के नोटों के हार व दस हजार नकदी चुराई थी। युवती रबड़ बैंड लेने के के बहाने दुकानों की रेकी करती थी। फिर वारदात को अंजाम देते थे। हालांकि यह चोरी करते हुए कैमरे में कैद हो गए थे। पुलिस ने ट्रैप लगाकर दबोचा यह दोनों पुलिस के लिए आफत बने हुए थे, क्योंकि हर बार यह नई मार्किट में जाते थे। लेकिन वह कैमरे में कैद हो गए। इसके बाद पुलिस को उम्मीद थी, कि वह आरोपियों तक पहुंच जाएगी। पुलिस ने मार्किटों में इनके वीडियो आदि शेयर किए थे। साथ ही पुलिस भी अलर्ट थी। इसके बाद पुलिस ने ट्रैप लगाकर उक्त लोगों को दबोच लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पटियाला के राजपुरा का रहने वाला है। पहले भी उस पर करीब पांच केस दर्ज हैं, जबकि लड़की उसकी दोस्त है। आरोपी पहले बुड़ैल जेल में था बंद पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी पहले बुड़ैल जेल में बंद था। दोनों की दोस्ती पटियाला में हुई थी। इसके दोनों इकट्ठे रहने लगे। जब उन्हें पैसे की जरूरत होती तो वारदात को अंजाम देते थे। दोनों ही अच्छी जिंदगी जी रहे थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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आतंकी डल्ला के प्रत्यर्पण पर NIA एक्शन मोड में:पंजाब में एक्टिव हुई टीमें, तैयार कर रहे स्ट्रांग-ग्राउंड; कनाडा में हुआ था गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला की कनाडा में हुई गिरफ्तारी की पुष्टि होने के बाद अब भारतीय जांच एजेंसी एक्शन मोड में आ गई है। नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग (NIA) ने मामले में अर्श डल्ला की गिरफ्तारी की पुष्टि होने के बाद पंजाब में अपनी मूवमेंट बढ़ा दी है। साथ ही पंजाब पुलिस के अधिकारियों से भी संपर्क किया गया है। नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग (NIA) डल्ला के अरेस्ट होने की पुष्टि के बाद अब स्ट्रॉग ग्राउंड तैयार करनी शुरू कर दी है। जिससे अर्श को किसी भी हालात में भारत लाया जा सके। बुधवार देर शाम नेशनल इंवेस्टिगेशन विंग की दो टीमें पंजाब आई थी। पंजाब के फरीदकोट पहुंची टीमों ने बीते दिनों गिरफ्तार किए गए अर्श डल्ला के दोनों शूटरों से पूछताछ की थी। पंजाब पुलिस को NIA आने से पहले जानकारी साझा की थी। फरीदकोट के गुरप्रीत सिंह हरीनौ और मध्य प्रदेश, ग्वालियर के डबरा में जसवंत सिंह गिल उर्फ सोनी सरदार हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए दोनों शूटरों से पूछताछ की गई। पूछताछ में उन्होंने अर्श से हो रही उनकी बातचीत और कनाडा में उनकी आखिरी बार कब बात हुई, इस पर पूछताछ की गई। NIA को शक है कि अर्श डल्ला के शूटर नवजोत सिंह और अनमोलप्रीत सिंह को हथियार सीमा पार से आए थे। दोनों पुलिस रिमांड पर हैं, इसी रिमांड में एनआईए द्वारा भी पूछताछ की गई। वारिस पंजाब दे संस्था के पूर्व वित्त सचिव गुरप्रीत सिंह हरीनौ की पिछले माह 9 अक्टूबर को उनके पैतृक गांव में बाइक सवार दो शूटरों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में हाल ही में पुलिस ने कनाडा में बैठे गैंगस्टर से आतंकी बने अर्श डल्ला गिरोह से जुड़े बरनाला जिले के दोनों शूटरों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी से दो दिन पहले ही डबरा में दोनों ने सोनी सरदार की हत्या की थी। डल्ला का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से लिंक का शक
अर्श डल्ला का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ लिंक है। उसी के द्वारा अर्श के शूटरों को हथियार मुहैया करवाए जा रहे हैं, जिनसे पूरे देश में वारदातें करवाई गई। खालिस्तान टाइगर फोर्स की कमान संभाल रहा अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला फिलहाल कनाडाई पुलिस की हिरासत में है। इधर भारतीय एजेंसियां कोशिश कर रही हैं कि किसी तरह से अर्श डल्ला के खिलाफ स्ट्रांग ग्राउंड बना लिया जाए, जिससे कनाडा सरकार डल्ला को भारत सरकार के हवाले करने में दिक्कत न करे। कनाडाई पुलिस डल्ला की अरेस्ट पर साधे चुप्पी
बता दें कि 28 अक्टूबर को कनाडा में हुई गोलीबारी के दौरान अर्श डल्ला की दाहिने हाथ में गोली लगी थी। हालांकि गोली हाथ के ऊपरी हिस्से में लगी थी। जिससे कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। ऐसा पहली बार हुआ था कि कनाडा की हाल्टन पुलिस द्वारा जारी किए गए बयानों में दोनों आरोपियों के नाम नहीं बताए गए। ऐसा कनाडाई पुलिस तब करती है, जब कोई बड़ा क्रिमिनल हो। इसलिए कनाडा पुलिस अर्श की गिरफ्तारी को लेकर इस वक्त सवालों के घेरे में है। राजस्थान की लड़की से पेपर मैरिज कर भागा विदेश
मोगा में गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की हत्या के बाद डल्ला की मोगा में दुश्मनी बढ़ गई थी। इसके बाद डल्ला ने उगाही के पैसों से विदेश भागने का प्लान बनाया। विदेश भागने में उसकी मदद खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के गुर्गों ने की थी। उसने राजस्थान की एक लड़की से पेपर मैरिज की और जालंधर से एक फेक पासपोर्ट बनवाया। पेपर मैरिज के प्रूफ लगाकर वह किसी तरह कनाडा भाग गया और सरे में जाकर शरण ले ली। कनाडा पहुंचते ही वह खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के संपर्क में आ गया था। बाद में कनाडा के सरे में ही अर्श डल्ला की एक बेटी हुई। वहां से डल्ला ने एक-एक कर पूरे देश में वारदातें करवानी शुरू कीं। इस दौरान अर्श के भाई बलदीप सिंह की भी गिरफ्तारी हुई। जब बलदीप सिंह जमानत पर लौटा तो वह अपनी मां के साथ कनाडा भाग गया और वहां से कभी नहीं लौटा। विदेश से लौट मोगा में की गैंगस्टर सुक्खा लम्मा की हत्या
परिवार ने अर्श को किसी तरह से विदेश भेज दिया। जब विदेश गया तो उसकी मोगा के बदमाश सुक्खा लम्मा के साथ किसी बात को लेकर दुश्मनी हो गई। इसके बाद वह विदेश से भारत लौट आया और उसने सुक्खा लम्मा की अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी। सुक्खा अपने एरिया में काफी प्रभाव रखता था। यह पहली हत्या थी, जोकि अर्श द्वारा की गई थी। डल्ला ने लम्मा की हत्या के बाद उसके सोशल मीडिया अकाउंट से कई लोगों से उगाही की और फिरौतियां मांगीं। लम्मा का नाम सुनकर लोगों ने फिरौतियां दी भी। साल 2020 में ही डल्ला दोबारा विदेश भाग गया था। इसके बाद कनाडा से मोगा के चर्चित कारोबारी सुपर शाइन जींस शोरूम के मालिक जितेंद्र उर्फ पिंका (45) की गोली मारकर हत्या करवाई गई थी। इसकी जिम्मेदारी गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह लम्मा ने फेसबुक पर ली गई थी। जांच में पता चला कि हत्या अर्श ने करवाई थी, लेकिन जिम्मेदारी लम्मा के अकाउंट से ली गई। डल्ला का पिता मोगा में लोगों को धमकाकर मांगता था फिरौती
पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, आतंकी अर्श डल्ला जब विदेश भागा और पूरे देश में उसका नाम टॉप मोस्ट गैंगस्टरों में आने लगा तो उसके पिता चरणजीत सिंह गिल ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया। चरणजीत सिंह ने मोगा और आसपास के रसूखदारों से उगाही करनी शुरू कर दी। इस बारे में जब पंजाब पुलिस को पता चला तो चरणजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेजा गया और वह इस वक्त पंजाब की संगरूर जेल में बंद है। पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, पूरे देश में डल्ला पर करीब 70 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें सबसे ज्यादा केस पंजाब में दर्ज हैं, जिसकी गिनती 50 है। केंद्र सरकार ने 2022 में डल्ला को आतंकी घोषित किया
केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने साल 2022 में डल्ला को आतंकी घोषित किया। गैंगस्टर और खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) ऑपरेटिव अर्श डल्ला को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों में आतंकी घोषित किया गया था। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेशों के अनुसार, वर्तमान में कनाडा में रह रहे अर्श डल्ला के तार KTF से जुड़े हुए हैं। अर्शदीप NIA द्वारा रजिस्टर्ड और जांच किए गए विभिन्न मामलों में आरोपी पाया जा चुका है। इसके बाद केंद्र सरकार ने अर्श को रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी करवाया था।