शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) चुनाव की वोटर लिस्ट में खामियों का मामला गुरुद्वारा चुनाव आयोग तक पहुंच गया है। इस मामले को लेकर शिरोमणि अकाली दल और एसजीपीसी के सदस्य आयोग से मिले हैं। उन्होंने आयोग को ज्ञापन भी सौंपा है। उन्होंने लिस्ट में कई खामियां बताई हैं। एक तो वोटर लिस्ट में ऐसे लोग शामिल हैं जिनके नाम में सिंह या कौर नहीं है। उन्होंने मांग की है कि वोटर लिस्ट में आपत्ति देने का समय बढ़ाया जाए। प्रतिनिधिमंडल में शिरोमणि अकाली दल के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़, पूर्व अध्यक्ष सुखबीर बादल, एसजीपीसी अध्यक्ष धामी भी मौजूद थे। मुलाकात में उठाएं चार मुद्दें- 1. अकाली दल के प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को बताया कि पंजाब में कोई ऐसा वोटर नहीं है, जिसका अपना घर न हो। लेकिन कई वोटों में घर के नंबर तक नहीं है। एक से लेकर सौ नंबर तक के नंबर गायब है, जो कि पूरी तरह से गलत है। जीरो पर नंबर पर ही वोट बन गए हैं। 2. रहत मर्यादा के मुताबिक सिख धर्म में जन्म लेने वाले बच्चे के नाम के पीछे सिंह और कौर लिखा जाता है। लेकिन वोटर सूचियों में शामिल नामों के पीछे सिंह और कौर नहीं है। जिससे साफ है वोटर सूचियों में धांधली हुई हैं। कई गांवों में इस तरह के मामले सामने आए हैं। प्रतिनिधिमंडल ने दलील दी है कि जिसे सिख धर्म का ज्ञान नहीं है। वह वोटर कैसे बन सकता है। उन्होंने ऐसा कर सिख धर्म धार्मिक स्थानों पर दखल की कोशिश की जा रही है। 3. कई जगह पर असल वोट ही काट दिए गए हैं। जिससे कई सिख धर्म को मानने वाले लोग वोटिंग नहीं कर पाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सारी कार्रवाई सरकारी साजिश के तहत की गई है। जिसे की बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने इसके कुछ सबूत सौंपे है। 4. आयोग से अपील की है कि रिव्यू के लिए समय दिया जाए। ताकि सारी चीजों को उचित तरीके से पड़ताल हो सकें। 31 मार्च तक समय मांगा है। धामी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं हुए शामिल गुरुद्वारा इलेक्शन बोर्ड से मिलने गए डेलिगेशन में सुखबीर सिंह बादल और एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी भी मौजूद थे। लेकिन दोनों ही नेता पीसी में शामिल नहीं हुए । इस मौके डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि धामी को किसी काम से जाना था। ऐस में वह पीसी में शामिल नहीं हुए। दूसरी तरफ पंजाब के माझा एरिया में हो रहे धर्म परिवर्तन के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन्हीं चीजों को हम उठा रहे हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) चुनाव की वोटर लिस्ट में खामियों का मामला गुरुद्वारा चुनाव आयोग तक पहुंच गया है। इस मामले को लेकर शिरोमणि अकाली दल और एसजीपीसी के सदस्य आयोग से मिले हैं। उन्होंने आयोग को ज्ञापन भी सौंपा है। उन्होंने लिस्ट में कई खामियां बताई हैं। एक तो वोटर लिस्ट में ऐसे लोग शामिल हैं जिनके नाम में सिंह या कौर नहीं है। उन्होंने मांग की है कि वोटर लिस्ट में आपत्ति देने का समय बढ़ाया जाए। प्रतिनिधिमंडल में शिरोमणि अकाली दल के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़, पूर्व अध्यक्ष सुखबीर बादल, एसजीपीसी अध्यक्ष धामी भी मौजूद थे। मुलाकात में उठाएं चार मुद्दें- 1. अकाली दल के प्रतिनिधिमंडल ने आयोग को बताया कि पंजाब में कोई ऐसा वोटर नहीं है, जिसका अपना घर न हो। लेकिन कई वोटों में घर के नंबर तक नहीं है। एक से लेकर सौ नंबर तक के नंबर गायब है, जो कि पूरी तरह से गलत है। जीरो पर नंबर पर ही वोट बन गए हैं। 2. रहत मर्यादा के मुताबिक सिख धर्म में जन्म लेने वाले बच्चे के नाम के पीछे सिंह और कौर लिखा जाता है। लेकिन वोटर सूचियों में शामिल नामों के पीछे सिंह और कौर नहीं है। जिससे साफ है वोटर सूचियों में धांधली हुई हैं। कई गांवों में इस तरह के मामले सामने आए हैं। प्रतिनिधिमंडल ने दलील दी है कि जिसे सिख धर्म का ज्ञान नहीं है। वह वोटर कैसे बन सकता है। उन्होंने ऐसा कर सिख धर्म धार्मिक स्थानों पर दखल की कोशिश की जा रही है। 3. कई जगह पर असल वोट ही काट दिए गए हैं। जिससे कई सिख धर्म को मानने वाले लोग वोटिंग नहीं कर पाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सारी कार्रवाई सरकारी साजिश के तहत की गई है। जिसे की बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने इसके कुछ सबूत सौंपे है। 4. आयोग से अपील की है कि रिव्यू के लिए समय दिया जाए। ताकि सारी चीजों को उचित तरीके से पड़ताल हो सकें। 31 मार्च तक समय मांगा है। धामी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं हुए शामिल गुरुद्वारा इलेक्शन बोर्ड से मिलने गए डेलिगेशन में सुखबीर सिंह बादल और एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी भी मौजूद थे। लेकिन दोनों ही नेता पीसी में शामिल नहीं हुए । इस मौके डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि धामी को किसी काम से जाना था। ऐस में वह पीसी में शामिल नहीं हुए। दूसरी तरफ पंजाब के माझा एरिया में हो रहे धर्म परिवर्तन के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन्हीं चीजों को हम उठा रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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