आजादी से 5 साल पहले 1942 में चित्तू पांडेय ने बलिया को आजाद करा लिया। हालांकि, यह आजादी सिर्फ 14 दिनों के लिए थी। लेकिन चित्तू पांडेय का साहस और बलिया के लोगों की जीवटता इतिहास में दर्ज हो गई। चित्तू पांडेय और बलिया के लोगों की संघर्ष की कहानी यहां क्लिक करके देखिए… कल देखिए: उस चौरी-चौरा घटना की कहानी जिसके बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस लेने का ऐलान कर दिया। कहानी- 1 यहां क्लिक कर देखें…काकोरी ट्रेन एक्शन के 100 साल पूरे…VIDEO: एक चादर से क्रांतिकारियों तक पहुंचे अंग्रेज कहानी- 2 यहां क्लिक कर देखें…चंद्रशेखर के आखिरी वक्त की कहानी:15 साल की उम्र में खुद का नाम ‘आजाद’ रखा कहानी- 3 यहां क्लिक कर देखें…दोनों हाथ में तलवार, पीठ पर बेटा…अंग्रेजों पर टूट पड़ीं:कहा था-मरने के बाद भी अंग्रेज हाथ न लगा पाएं; VIDEO में रानी लक्ष्मीबाई की कहानी आजादी से 5 साल पहले 1942 में चित्तू पांडेय ने बलिया को आजाद करा लिया। हालांकि, यह आजादी सिर्फ 14 दिनों के लिए थी। लेकिन चित्तू पांडेय का साहस और बलिया के लोगों की जीवटता इतिहास में दर्ज हो गई। चित्तू पांडेय और बलिया के लोगों की संघर्ष की कहानी यहां क्लिक करके देखिए… कल देखिए: उस चौरी-चौरा घटना की कहानी जिसके बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस लेने का ऐलान कर दिया। कहानी- 1 यहां क्लिक कर देखें…काकोरी ट्रेन एक्शन के 100 साल पूरे…VIDEO: एक चादर से क्रांतिकारियों तक पहुंचे अंग्रेज कहानी- 2 यहां क्लिक कर देखें…चंद्रशेखर के आखिरी वक्त की कहानी:15 साल की उम्र में खुद का नाम ‘आजाद’ रखा कहानी- 3 यहां क्लिक कर देखें…दोनों हाथ में तलवार, पीठ पर बेटा…अंग्रेजों पर टूट पड़ीं:कहा था-मरने के बाद भी अंग्रेज हाथ न लगा पाएं; VIDEO में रानी लक्ष्मीबाई की कहानी उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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<p>केन्द्र मेडिकल की इतनी अहम परीक्षा सही से कराने के मामले में देश को अश्वस्त कर पाने में अभी तक विफल है जो समस्या को और गंभीर बना रहा है। अतः केन्द्रीयकृत मेडिकल नीट यूजी-पीजी परीक्षामो को समाप्त कर इसके लिए पुनः पुरानी व्यवस्था क्यों न बहाल हो, जैसाकि कई राज्य सरकरों की माँग है।</p>
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<p style=”text-align: justify;”>कहने को तो यूपी पुलिस कह रही है कि उसे बाबा भोले की तलाश है. लेकिन शायद पुलिस की कथनी और करनी में अंतर है. तभी तो बाबा के वकील कह रहे हैं कि बाबा कहीं फरार नहीं हैं और बाबा वही कर रहे हैं जो यूपी की पुलिस कह रही है. वहीं बाबा भोले को मीडिया ने तलाश लिया है और उनका बयान भी ले लिया है. लेकिन बाबा पुलिस को नहीं मिल रहे हैं और यही वजह है कि मायावती ने इस पूरे हादसे को अपनी सियासत की जमीन मजबूत करने की दिशा में अपने कदम बढ़ा दिए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीएसपी मुखिया मायावती ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है, ”देश में गरीबों, दलितों और पीड़ितों आदि को अपनी गरीबी, अन्य सभी दुःखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अन्धविश्वास व पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख व पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए. बल्कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बताए हुए रास्तों पर चलकर इन्हें सत्ता खुद अपने हाथों में लेकर अपनी तकदीर खुद बदलनी होगी अर्थात् इन्हें अपनी पार्टी बीएसपी से ही जुड़ना होगा, तभी ये लोग हाथरस जैसे काण्डों से बच सकते हैं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-by-election-2024-nda-vs-india-alliance-fight-on-10-assembly-seat-2732567″>UP By-election 2024: यूपी उपचुनाव में दिखेगी नई सियासी जंग! INDIA और NDA के बाहर ये हैं नए विकल्प?</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सबसे एक कदम आगे बढ़ती नजर आईं बीएसपी चीफ</strong><br />मायावती ने अपनी बात यहीं खत्म नहीं की है. बल्कि उन्होंने सीएम योगी, अखिलेश यादव और राहुल गांधी से एक कदम आगे बढ़कर बाबा भोले के खिलाफ ऐक्शन लेने की भी बात कही है. उन्होंने लिखा है- ”हाथरस काण्ड में बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. ऐसे अन्य और बाबाओं के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी जरूरी है. इस मामले में सरकार को अपने राजनैतिक स्वार्थ में ढ़ीला नहीं पड़ना चाहिए ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गवांनी पडे़.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>एक के बाद एक तीन पोस्ट में मायावती का मैसेज साफ है कि बाबा भोले की गिरफ्तारी होनी चाहिए और सरकार को इस बाबा भोले के पास के वोट बैंक की चिंता नहीं करनी चाहिए. लेकिन ये गरीब, दलित, वंचित लोग जाएंगे कहां, उन्हें अपने दुखों को काटने के लिए कोई तो सहारा चाहिए ही होगा. मायावती ने खुद को उस सहारे के तौर पर पेश करने की कोशिश की है, जिसमें उन्होंने इन सभी लोगों को बाबा साहेब डाक्टर भीम राव अंबेडकर के नाम पर खुद से जोड़ने की बात कह दी है. बाकी मायावती भोले बाबा के खिलाफ खुलकर बैटिंग इसलिए कर पा रही हैं, क्योंकि उनके पास अब फिलहाल खोने के लिए कुछ नहीं है. उनके पास न वोट है और न ही वोट जुटाने की मशीन. लिहाजा बाबा के चमत्कार में फंसे कुछ लोग भी मायावती और उनकी पार्टी में अपना आसरा तलाश कर लें, तो ये मायावती के लिए विन-विन सिचुएशन ही होगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अब अपने वोट बैंक की चिंता कर रहीं मायावती</strong><br />बाकी तो मायावती का तमिलनाडु दौरा भी इस बात का संकेत है कि मायावती एक बार फिर से राजनीतिक तौर पर सक्रिय होती दिख रही हैं. तमिलनाडु में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे के आर्मस्ट्रांग की हत्या और उसके बाद मायावती का उनके घर पहुंचना इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि मायावती को अब भी अपने वोट बैंक की चिंता है और यूपी में जिस तरह से दलितों ने मायावती से मुंह मोड़ा है, उससे मायावती को धक्का तो लगा है. तमिलनाडु से लौटकर मायावती का बाबा भोले के खिलाफ मुखर होना उस वोट बैंक को अपने पाले में करने की कवायद ही है, जिसका झंडाबरदार वो बाबा बना हुआ है और जिसके वोट बैंक के डर से कोई भी सियासी दल मुंह खोलने को तैयार नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बाकी तो बाबा का खास आदमी पकड़ा भी गया है. वही देव प्रकाश मधुकर, जिसे यूपी की पुलिस हाथरस कांड का मुख्य गुनहगार मान रही है. लेकिन बाबा के वकील भी तो एपी सिंह हैं तो वो अपनी नई थ्योरी लेकर आ गए हैं. जहरीले स्प्रे वाली थ्योरी, ताकि बाबा बच जाए. उन्होंने कहा, ‘भीड़ के बीच कुछ लोगों के हाथ में बोतले थी जो पानी की बोतल जैसी दिख रही थी. लेकिन उसमें जहरीली गैस भरी थी, जिसकी वजह से ये हादसा हुआ.'</p>
<p style=”text-align: justify;”>बाबा के वकील ने दावा किया, ‘हमारे पर ऐसे गवाह है जिन्होंने ये बोतलें देखी थी. गवाह ने बताया कि उसके परिजन भी वहां मौजूद थी. उन्होंने समझा कि ये पानी की बोतल है लेकिन उससे कुछ निकल रहा था. तीन लोगों ने इस बारे में बताया है. इसका असर इतना जहरीला था कि महिलाओं ने एक बार सांस गई तो दूसरी सांस नहीं ले पाई और गिर गई.'</p>
<p style=”text-align: justify;”>लेकिन यूपी पुलिस का जो रवैया है, उसमें एपी सिंह को खुद से किसी नई थ्योरी की जरूरत शायद नहीं पड़ेगी, क्योंकि जब पुलिस ही बाबा को गिरफ्तार नहीं करना चाहती है तो फिर एपी सिंह को आखिर बचाने की जरूरत ही क्या है?</p>
जगराओं में जमनात पर आए युवक पर फायरिंग:स्कूल चेयरमैन ने दिया घटना को अंजाम, 4 महीने पहले आरोपी ने की थी लूट
जगराओं में जमनात पर आए युवक पर फायरिंग:स्कूल चेयरमैन ने दिया घटना को अंजाम, 4 महीने पहले आरोपी ने की थी लूट लुधियाना जिले के जगराओं में घर में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले अपने पड़ोसी आरोपी युवक को देख कर प्राइवेट स्कूल के चेयरमैन का पारा चढ़ गया। जिससे भड़के स्कूल के चेयरमैन ने युवक को देख कर एक के बाद एक दो गोलियां चला दी। गोलियों की आवाज से गांव में दहशत का माहौल बन गया। गोलियां चलने की सूचना पर पुलिस विभाग में भगदड़ मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। इस सबंधी चोरी के केस में जेल से जमानत पर छूटे युवक की मां की मनदीप कौर की शिकायत पर चेयरमैन पर मामला दर्ज कर लिया। 4 महीने पहले घर में की थी चोरी आरोपी की पहचान प्राइवेट स्कूल के चेयरमैन हरमनदीप सिंह निवासी गांव चक्कर के रूप में हुई है। इस मामले सबंधी जानकारी देते हुए थाना हठूर के एएसआई सुलखन सिंह ने बताया कि करीब 4 महीने पहले गांव चक्कर में लक्खा रोड पर बने प्राइवेट स्कूल के चेयरमैन हरमनदीप सिंह की शिकायत पर पहले जीवन सिंह व गगनदीप सिंह दोनों भाइयों समेत 3 लोगों पर चोरी करने का मामला दर्ज किया था। उसी मामले में आरोपी गगनदीप सिंह की जमानत हो गई थी। इसी रंजिश के चलते आरोपी चेयरमैन ने गोलियां चलाई है। घर में घुसते युवक पर की फायरिंग इस मामले को लेकर पीड़ित मनदीप कौर ने पुलिस को दर्ज कार्रवाई शिकायत में बताया कि आरोपी हरमनदीप सिंह का उनके घर के सामने रहता है। आरोपी ने उसके दोनों बेटों पर चोरी करने का मामला दर्ज करवाया था। उसके एक बेटे की जमानत होने को लेकर आरोपी उनसे रंजिश रखने लगा। जब उसका बेटा अपने दोस्त के घर से वापस आया और घर में दाखिल होने लगा तो आरोपी ने उसे देख कर अपने घर की छत से गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस दौरान आरोपी उन्हें धमकियां व गालियां देने लगा गोलियों की आवाज से वह उसका पूरा परिवार सदमे में है। इस मामले से शुरू हुई रंजिश थाना हठूर के एएसआई सुलखन सिंह ने बताया कि करीब 4 महीने पहले प्राइवेट स्कूल के चेयरमैन हरमनदीप सिंह के घर से पडोस के रहने वाले दोनों भाइयों ने अपने तीसरे साथी संग मिलकर15 लाख रूपए की नगदी व सोने के गहने चुरा लिए थे। जिसको लेकर चेयरमैन की शिकायत पर पुलिस ने तीनों आरोपियों पर मामला दर्ज कर जेल भेज दिया था। इसी दौरान पड़ोस के रहने वाले एक आरोपी युवक की जमानत हो गई। जिसको लेकर चेयरमैन का पारा चढ़ गया। जैसे ही चेयरमैन ने आरोपी को देखा तो उसे अपने घर पर हुई चोरी की वारदात याद आ गई। आरोपी युवक घर में दाखिल होने के दौरान चेयरमैन ने गोलियां चला दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी युवक की मां के बयानों पर अब चेयरमैन पर मामला दर्ज कर लिया।