आजादी से 5 साल पहले 1942 में चित्तू पांडेय ने बलिया को आजाद करा लिया। हालांकि, यह आजादी सिर्फ 14 दिनों के लिए थी। लेकिन चित्तू पांडेय का साहस और बलिया के लोगों की जीवटता इतिहास में दर्ज हो गई। चित्तू पांडेय और बलिया के लोगों की संघर्ष की कहानी यहां क्लिक करके देखिए… कल देखिए: उस चौरी-चौरा घटना की कहानी जिसके बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस लेने का ऐलान कर दिया। कहानी- 1 यहां क्लिक कर देखें…काकोरी ट्रेन एक्शन के 100 साल पूरे…VIDEO: एक चादर से क्रांतिकारियों तक पहुंचे अंग्रेज कहानी- 2 यहां क्लिक कर देखें…चंद्रशेखर के आखिरी वक्त की कहानी:15 साल की उम्र में खुद का नाम ‘आजाद’ रखा कहानी- 3 यहां क्लिक कर देखें…दोनों हाथ में तलवार, पीठ पर बेटा…अंग्रेजों पर टूट पड़ीं:कहा था-मरने के बाद भी अंग्रेज हाथ न लगा पाएं; VIDEO में रानी लक्ष्मीबाई की कहानी आजादी से 5 साल पहले 1942 में चित्तू पांडेय ने बलिया को आजाद करा लिया। हालांकि, यह आजादी सिर्फ 14 दिनों के लिए थी। लेकिन चित्तू पांडेय का साहस और बलिया के लोगों की जीवटता इतिहास में दर्ज हो गई। चित्तू पांडेय और बलिया के लोगों की संघर्ष की कहानी यहां क्लिक करके देखिए… कल देखिए: उस चौरी-चौरा घटना की कहानी जिसके बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस लेने का ऐलान कर दिया। कहानी- 1 यहां क्लिक कर देखें…काकोरी ट्रेन एक्शन के 100 साल पूरे…VIDEO: एक चादर से क्रांतिकारियों तक पहुंचे अंग्रेज कहानी- 2 यहां क्लिक कर देखें…चंद्रशेखर के आखिरी वक्त की कहानी:15 साल की उम्र में खुद का नाम ‘आजाद’ रखा कहानी- 3 यहां क्लिक कर देखें…दोनों हाथ में तलवार, पीठ पर बेटा…अंग्रेजों पर टूट पड़ीं:कहा था-मरने के बाद भी अंग्रेज हाथ न लगा पाएं; VIDEO में रानी लक्ष्मीबाई की कहानी उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हरियाणा BJP के पंजाबी वैक्यूम पर कांग्रेस की नजर:खट्टर दिल्ली चले गए, विज घर बैठे; इनके 32% वोट बैंक को साधने की तैयारी
हरियाणा BJP के पंजाबी वैक्यूम पर कांग्रेस की नजर:खट्टर दिल्ली चले गए, विज घर बैठे; इनके 32% वोट बैंक को साधने की तैयारी हरियाणा में सितंबर-अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के साथ कांग्रेस भी तैयारी में जुटी हुई है। 10 सालों से सत्ता में बैठी BJP को हराने के लिए कांग्रेस ने अब पार्टी के पंजाबी वैक्यूम पर नजर गड़ा दी है। भाजपा के 2 बड़े पंजाबी चेहरे पार्टी से दूर हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली में मोदी कैबिनेट में पहुंच गए हैं। वहीं, दूसरे बड़े पंजाबी चेहरे पूर्व गृहमंत्री अनिल विज घर बैठे हुए हैं। वह सिर्फ अपनी विधानसभा अंबाला कैंट में ही सक्रिय दिख रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस सूबे में चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए पंजाबी वोट बैंक को रिझाने में जुट गई है। कांग्रेस की ओर से इसके लिए राष्ट्रीय पंजाबी महासभा (RPM) को जिम्मेदारी दी गई है। जानिए, क्यों BJP से दूर हुए पंजाबी नेता… पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर : हरियाणा में भाजपा में पंजाबी समुदाय का यह बड़ा चेहरा थे। 2014 में पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद वह सूबे में BJP की सरकार में लगातार दो टर्म के मुख्यमंत्री रहे। 2024 में लोकसभा चुनाव जीतकर अब दिल्ली में केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी देख रहे हैं। अनिल विज : हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री भाजपा के बड़े नेताओं में शामिल हैं। यह भी पंजाबी समुदाय से आते हैं। खट्टर को हटाने के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने नायब सैनी को CM बना दिया था, जिसके बाद से वह लगातार नाराज हैं। लोकसभा चुनाव में भी वह अपनी विधानसभा अंबाला कैंट में ही सक्रिय रहे। संदीप सिंह : पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी प्लेयर संदीप सिंह हरियाणा में भाजपा से जुड़े हैं। खट्टर के कार्यकाल में पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद ही उन्हें खेल मंत्री बना दिया गया। हालांकि, इस दौरान उन पर जूनियर महिला कोच ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगा दिए, जिसके बाद अब वह भाजपा से अलग-थलग पड़े हुए हैं। पंजाबियों का सूबे में 34 से 40% वोट
हरियाणा की करीब ढाई करोड़ आबादी में पंजाबी समुदाय 34 से 40 फीसदी तक है। इसके साथ ही 25 से 26 विधानसभा ऐसी हैं, जहां पंजाबी बिरादरी की पकड़ है। इन इलाकों में पंजाबी बिरादरी के उम्मीदवार जीतते रहे हैं। 1991 में चौधरी भजनलाल के शासन काल में हरियाणा सरकार में 17 मंत्री अकेले पंजाबी समुदाय के थे, लेकिन आज के राजनीतिक दौर में उनका हिस्सा बहुत कम है। जबकि, चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा, इस समुदाय की भूमिका निर्णायक होती है। भाजपा से पहले यह समुदाय कांग्रेस के साथ था, लेकिन अनदेखी के कारण यह पंजाबी समुदाय कांग्रेस से टूट कर दूसरे दलों में बिखर गया है। अब कांग्रेस ने इसे साधने के लिए विशेष रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। अभी की सियासत में पंजाबियों का क्या योगदान
हरियाणा की सियासत में पंजाबियों का बड़ा योगदान रहा है। हालांकि, इसके बाद भी किसी भी पार्टी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी पंजाबियों को नहीं दी गई। चौधरी भजनलाल के कार्यकाल को छोड़ दें तो 2014 से लेकर 2024 तक भाजपा ने सरकार में पंजाबियों को ठीक नेतृत्व दिया। मनोहर लाल खट्टर को CM बनाया। उन्हीं की कैबिनेट में अनिल विज को गृह मंत्री और संदीप सिंह को खेल मंत्री की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन इसके बाद अब सूबे की सियासत में कोई भी पंजाबी समुदाय का बड़ा नेता न ही सरकार में और न ही विपक्ष में एक्टिव है। एक्टिव हुए कांग्रेस से जुड़े पंजाबी नेता
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस से जुड़े पंजाबी नेताओं ने पार्टी में और टिकट के मामले में समुदाय को पर्याप्त प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए खुद को संगठित करना शुरू कर दिया है। इस उद्देश्य से समुदाय के नेता अगस्त में करनाल में एक पंजाबी सम्मेलन आयोजित करेंगे। इसमें राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मेहता सम्मेलन के राज्य समन्वयक होंगे। इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भी शामिल होंगे। टिकट के लिए पैरवी करेगा RPM
RPM ने पंजाबी समुदाय के संभावित उम्मीदवारों से कहा है कि वे टिकट के लिए कांग्रेस में आवेदन करें। इसके साथ ही वह अपने आवेदन की एक प्रति RPM को भेजें, जिससे नेताओं की उम्मीदवारी का समर्थन किया जा सके। आम चुनाव में कांग्रेस ने पंजाबी समुदाय को 2 टिकट दिए थे। विधानसभा चुनाव में इस समुदाय से जुड़े नेताओं को उम्मीद है कि पार्टी उन्हें पर्याप्त प्रतिनिधित्व देगी।
करंट लगने पर दोस्त मरा…साथियों ने गंगा में फेंका:लाश को ऑटो में लादते CCTV में दिखे; कानपुर में करते थे ट्रांसफॉर्मर की चोरी
करंट लगने पर दोस्त मरा…साथियों ने गंगा में फेंका:लाश को ऑटो में लादते CCTV में दिखे; कानपुर में करते थे ट्रांसफॉर्मर की चोरी कानपुर में ट्रांसफॉर्मर चोरी के दौरान युवक की करंट से मौत हो गई। इसके बाद चोरों के गैंग ने उसे हाथ पैर बांधकर गंगा में फेंक दिया था। परिवार के लोगों ने FIR कराई, तो पुलिस की जांच की। इससे पता चला कि चोरों का गैंग ट्रांसफॉर्मर चोरी कर रहा था। इस दौरान करंट की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। इससे दहशत में आए गैंग ने गंगा में फेंक दिया था। रविवार को पुलिस ने तीनों चोरों को पकड़ लिया। रात में करते थे चोरी
ADCP कर्नलगंज महेश कुमार ने बताया-ग्वालटोली निवासी हिमांशु (22) कबाड़ी का काम करता है। लेकिन, ट्रांसफॉर्मर चोरों के गैंग से जुड़ा है। इससे पहले भी वह ट्रांसफॉर्मर चोरी के केस में जेल जा चुका है। 26 अक्टूबर को गुरु-देव पैलेस चौराहे पर ट्रांसफॉर्मर चोरी करते वक्त हिमांशु को करंट लग गया। इससे उसकी मौत हो गई। हिमांशु की मौत के वक्त गैंग के चोर एफएम कालोनी निवासी शान अली, सिविल लाइंस निवासी असलम, ग्वालटोली निवासी विशाल और रवि के हाथ पांव फूल गए। चारों दोस्तों ने हिमांशु के शव को बांधकर शुक्लागंज पुल से गंगा नदी में फेंक दिया। हिमांशु के न मिलने पर मां मंजू देवी ने 31 अक्टूबर को ग्वालटोली थाने में दोस्त शान अली, असलम, विशाल और रवि पर संदेह जताते हुए हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। शान, असलम और विशाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो सच्चाई सामने आ गई। तीनों ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर चोरी के दौरान ही हिमांशु की मौत हुई है। हत्या के आरोप में तीनों शातिर भेजे गए जेल
आरोपियों के बयान की तस्दीक के लिए गुरुदेव पैलेस ट्रांसफॉर्मर चोरी वाले स्थान की जांच की गई। जांच में चारों युवक हिमांशु को ऑटो से लादकर ले जाते दिख रहे हैं। पुलिस ने जांच की तो शुक्लागंज वाले रूट की भी बात सही निकली। इससे साफ हो गया कि शव को गंगा में फेंका गया है। शव की तलाश के लिए पुलिस की टीमों को लगाया गया है। इधर पुलिस ने पकड़े गए तीनों आरोपियों को रविवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
शिक्षक भर्ती मामले में CM योगी की पहली प्रतिक्रिया, क्या HC के आदेश का पालन करेगी यूपी सरकार?
शिक्षक भर्ती मामले में CM योगी की पहली प्रतिक्रिया, क्या HC के आदेश का पालन करेगी यूपी सरकार? <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 69,000 शिक्षक भर्ती मामले में बड़ा फैसला सुनाया था. इलाहाबाद हाई कोर्ट की डबल बेंच ने शिक्षक भर्ती की मेरिट लिस्ट रद्द कर दी थी. इसके बाद सवाल उठने लगे थे कि यूपी सरकार हाई कोर्ट के आदेश का पालन करेगी या फिर सुप्रीम कोर्ट जाएगी. हालांकि अब खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने इस पर मुहर लगा दी है कि यूपी सरकार इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश का पालन करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम योगी ने इस मामले को लेकर एक्स पर पोस्ट कर लिखा- “69,000 शिक्षक भर्ती प्रकरण में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आज माननीय न्यायालय के निर्णय के सभी तथ्यों से मुझे अवगत कराया गया. माननीय सर्वोच्च न्यायालय के ऑब्जर्वेशन एवं माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद की लखनऊ बेंच के निर्णय के आलोक में कार्यवाही करने हेतु विभाग को निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार का स्पष्ट मत है कि संविधान द्वारा प्रदत्त आरक्षण की सुविधा का लाभ आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को प्राप्त होना ही चाहिए एवं किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>69,000 शिक्षक भर्ती प्रकरण में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आज माननीय न्यायालय के निर्णय के सभी तथ्यों से मुझे अवगत कराया गया।<br /><br />माननीय सर्वोच्च न्यायालय के ऑब्जर्वेशन एवं माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद की लखनऊ बेंच के निर्णय के आलोक में कार्यवाही करने हेतु विभाग को निर्देश दिए हैं।…</p>
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) <a href=”https://twitter.com/myogiadityanath/status/1825179393129672897?ref_src=twsrc%5Etfw”>August 18, 2024</a></blockquote>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि इससे पहले यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और मोदी सरकार की मंत्री और एनडीए की सहयोगी अनुप्रिया पटेल ने भी इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले का स्वागत किया था. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया था. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा था “69,000 शिक्षक भर्ती भी आखिरकार भाजपाई घपले, घोटाले और भ्रष्टाचार का शिकार हुई. यही हमारी मांग है कि नए सिरे से न्यायपूर्ण नई सूची बने, जिससे पारदर्शी और निष्पक्ष नियुक्ति संभव हो सके.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि इलाहाबाद हाई कोर्ट की सिंगल बेंच ने शिक्षक भर्ती परीक्षा मामले में ATRE (अपेक्स टैलेंट रिवॉर्ड एग्जाम ) को पात्रता परीक्षा नहीं माना था. हालांकि अब लखनऊ की डबल बेंच ने इस आदेश को रद्द करते हुए आरक्षण नियमावली 1994 की धारा 3 (6) और बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 का हवाला देते हुए सरकार को 3 महीने के अंदर नई लिस्ट रिजर्वेशन का पालन करते हुए जारी करने को कहा है</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/samajwadi-party-chief-akhilesh-yadav-fire-on-keshav-prasad-maurya-name-in-press-conference-2764008″>’वो कुछ हैं नहीं CM डांट देंगे तो चुप…’ प्रेस कॉन्फ्रेंस में किस पर फायर हो गए अखिलेश यादव</a></strong></p>