लखनऊ में गोमती नदी के बीच गोमेश्वर महादेव का मंदिर है। भक्त यहां नाव से पहुंचते हैं। 1931 में बना गोमेश्वर मंदिर पहले गोमती नदी के किनारे था। 1932 में आई बाढ़ से शहर को बचाने के लिए अंग्रेजों ने गोमती की धारा को बदल दिया। कटाव के कारण तट पर बना मंदिर नदी की बीच धारा में स्थापित हो गया। नदी के बीच बने इस मंदिर की पूरी कहानी देखिए वीडियो में… लखनऊ में गोमती नदी के बीच गोमेश्वर महादेव का मंदिर है। भक्त यहां नाव से पहुंचते हैं। 1931 में बना गोमेश्वर मंदिर पहले गोमती नदी के किनारे था। 1932 में आई बाढ़ से शहर को बचाने के लिए अंग्रेजों ने गोमती की धारा को बदल दिया। कटाव के कारण तट पर बना मंदिर नदी की बीच धारा में स्थापित हो गया। नदी के बीच बने इस मंदिर की पूरी कहानी देखिए वीडियो में… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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कानपुर IIT स्टूडेंट का सुसाइड नोट-‘अपना भी दूर हो गया’:कैंपस प्रेशर पर लिखा- सबके बीच कम अपमानित करते तो सही रहता
कानपुर IIT स्टूडेंट का सुसाइड नोट-‘अपना भी दूर हो गया’:कैंपस प्रेशर पर लिखा- सबके बीच कम अपमानित करते तो सही रहता कानपुर IIT में 26 साल की रिसर्च स्कॉलर प्रगति ने सुसाइड किया। उसका शव हॉस्टल में फंदे पर लटका मिला। तब न सिर्फ परिवार, बल्कि साथ पढ़ने वाले छात्र भी हैरान थे कि प्रगति ने अपनी जान क्यों दे दी? इस सवाल का जवाब एक दिन बाद मिला, जब प्रगति का 3 पन्नों वाला सुसाइड लेटर सामने आया। प्रगति के मन में खुद के भविष्य को लेकर कन्फ्यूजन था। वह किसी खास दोस्त के दूर जाने से परेशान भी थी। इसलिए बेहद तनाव में थी। सुसाइड नोट के आखिरी पन्ने में प्रगति ने अकेलेपन में साथ निभाने वाले दोस्तों के लिए काफी कुछ लिखा। IIT कैंपस के प्रेशर पर लिखा- वो लोग (डीन) सबके बीच कम अपमानित करें तो थोड़ा बेहतर होगा। पहले सुसाइड नोट पढ़िए… (प्रगति का सुसाइड नोट अंग्रेजी में है, जिसे हम आपको हिंदी में पढ़ा रहे हैं।) ‘मैं आईआईटी में एक PHd स्टूडेंट हूं। अब लोगों को लगेगा कि स्टडी का प्रेशर होगा। मगर वह तो सबको सहना होता है। माना कि कभी-कभी थोड़ी डांट पड़ जाती थी, मगर इतनी तो नहीं कि मैं ये सब कर लूं। अगर मैं साधारण मानसिक स्थिति में होती तो सब हो जाता। पढ़ाई में इतनी तो कमजोर नहीं थी, बस ज्यादा मेहनत करना छोड़ दिया था, तो ऐसे में कोई भी सर को तो ब्लेम मत करना। हां, अगर वो लोगों को सबके बीच कम अपमानित करें तो थोड़ा अच्छा होगा। बाकी समर्थ से भी कोई शिकायत नहीं थी, न घर वालों से और न फ्रेंड से। समर्थ के अलावा कोई इतना अपना लग ही नहीं रहा था। समर्थ को भी कितना बुलाऊं, वो मुझसे बहुत दूर रहता है। मुझे हमारी दूरी बिल्कुल पसंद नहीं थी। यहां मेरा दोस्त आदिल था। समर्थ और आदिल तो थक गए होंगे मेरा लेक्चर और टेंशन सुन-सुनकर। क्यों ही रोऊं मैं उनके सामने भी, वो थोड़ी न ठेका लेकर बैठे हैं, मुझे खुश रखने का। खुशी का तो मुझे खुद ही सोचना चाहिए था। कम शब्दों में कहूं तो इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। बस इतना कह सकती हूं मैं उन भावनाओं से थक गईं हूं, जिन्हें महसूस करके मुझे दुख होता है। बनना तो काफी कुछ था पर अब कुछ है ही नहीं…’ मुझे नहीं पता कि मैं ये सब कर पाऊंगी या नहीं, इतने सालों में कितनी बार ये सब सोचा होगा। पर कभी इतना कठोर कदम नहीं उठा सकी। मुझे लगता है कि इस बार भी ऐसा न हो कि अभी ये सब लिखकर कल मैं इसे फाड़कर फेंक दूं और फिर से सोचूं कि अब जिंदगी में आगे क्या करना है। अब बस जो होना था हो गया मेरा…मैं हर चीज से थक गई हूं, ये मेरी भावनाओं का अंत है। हंसती हूं तो हंसी नहीं आती। रोती हूं तो आंसू नहीं। आंसू आए तो ऐसा लगता है कि बस अगले ही पल सिर फट जाएगा। उस दिन सबके सामने ही कैसे हंसा मैंने, वो भी कोई बात थी हंसने की? मन तो हुआ कि बोल दूं कि मिलने तो गई थी, पर आसान है क्या? 27 सालों का हिसाब कुछ शब्दों में कह देना। कोई मुझे मेरे दुख के बारे में भी पूछे तो न बता पाऊंगी, क्या ही बताऊंगी, लाइफ में सब सामान्य ही तो है। कुछ काम अच्छा भी है, तो इतना तो बुरा नहीं कि ये सब करूं। मुझसे कुछ भी नहीं हो पा रहा था… हालांकि, मेरा परिवार बहुत सहयोगी रहा, लेकिन वह कभी भी मेरी खुशी का कारण नहीं रहा। मैं वाकई किसी को गलत नहीं ठहरा रही। अब हर चीज का अंत यही है जो करने जा रही। अब प्रगति के बारे में पढ़िए…
प्रो. ताज दारुल की देखरेख में करती थी रिसर्च
IIT कानपुर में भू-विज्ञान में PHd कर रही प्रगति ने 10 अक्टूबर को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। उसने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से अप्लाइड जियोलॉजी में एमएससी किया। 2021 में IIT कानपुर में PHd में दाखिला लिया। वह प्रो. ताजदारुल हसन सैय्यद की देखरेख में रिसर्च कर रही थी। प्रगति के गाइड ताज दारुल हसन सैय्यद संस्थान के एसोशिएट डीन स्टूडेंट वेलफेयर भी हैं। चकेरी में रहता है परिवार
प्रगति का पूरा परिवार चकेरी के सनिगवां में रहता है। मूल रूप से उरई निवासी गोविंद खायरा चकेरी के सनिगवां में परिवार के साथ रहते हैं। वह कानपुर के एक प्रतिष्ठित ज्वेलरी शोरूम में मैनेजर हैं। उन्होंने बताया कि घर में पत्नी संगीता, तीन बेटे सत्यम, शिवम, सुंदरम और बेटी प्रगति थी। रोजाना परिवार से फोन पर और वीडियो कॉल पर बात हो रही थी, इसके बाद भी वह अकेलेपन का शिकार हो गई और डिप्रेशन में यह कदम उठा लिया। पुलिस बोली- परिवार जो कहेगा, उसके मुताबिक जांच होगी
इस पूरे मामले में DCP वेस्ट राजेश कुमार सिंह कहते हैं – छात्रा का शुक्रवार को अंतिम संस्कार हो गया है। परिवार के लोगों ने जांच की मांग की है, लेकिन अब तक मामले में कोई लिखित प्रार्थना पत्र नहीं मिला। सुसाइड नोट से साफ है कि छात्रा अवसाद में थी और यह सुसाइड केस है। अगर फिर भी परिवार के लोग कोई आरोप लगाते हैं या प्रार्थना पत्र देते हैं तो जरूर जांच की जाएगी। यह सुसाइड नोट का पहला पेज है… ————————————— यह भी पढ़ें ‘कानपुर IIT ने लावारिस की तरह भेजी बेटी की लाश’:PhD स्कॉलर प्रगति के ताऊ बोले- हमें जानना है कि बिटिया ने ऐसा क्यों किया? कानपुर IIT में PhD स्कॉलर प्रगति ने सुसाइड कर लिया। परिजनों ने आईआईटी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। घरवालों का कहना है- हमें देर से सूचना दी गई। बेटी की लाश को लावारिस की तरह लादकर घर भेज दिया। किसी ने उसे हाथ तक नहीं लगाया। ऐसा लग रहा था, जैसे वो आईआईटी की स्टूडेंट ही न हो। पढ़िए पूरी खबर…
मंडी में पुलिस चौकी को लेकर ग्रामीण लामबंद:निकाली जाएगी बाइक रैली, सीएम सुक्खू दे चुके हैं आश्वासन, बड़े आंदोलन की चेतावनी
मंडी में पुलिस चौकी को लेकर ग्रामीण लामबंद:निकाली जाएगी बाइक रैली, सीएम सुक्खू दे चुके हैं आश्वासन, बड़े आंदोलन की चेतावनी हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के द्रंग में वर्षों पुराने पुलिस थाने को पधर शिफ्ट करने बाद द्रंग में पुलिस चौकी स्थापित न किए जाने से आधा दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के लोग प्रदेश सरकार के खिलाफ मुखर हुए हैं। ग्रामीणों ने अब प्रदेश सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। पुलिस चौकी स्थापित किए जाने की मांग को लेकर स्थानीय युवा रविवार को बाइक रैली निकाल कर आवाज बुलंद करेंगे। इस धरना- प्रदर्शन में क्षेत्र के युवक मंडल, महिला मंडल, जनप्रतिनिधि और ग्रामीण भी शामिल होंगे। बाइक रैली पुलिस थाने के पुराने भवन से ग्राम पंचायत टांडू, मैगल, शाढला, तरयांबलि होते हुए सिलग पंचायत तक निकाली जाएगी। ग्राम पंचायत टांडू के प्रधान शुभम शर्मा ने कहा कि द्रंग से पुलिस थाना पधर शिफ्ट किए जाने के बाद द्रंग क्षेत्र में चोरी और अन्य वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। गत दो माह में ही दो दर्जन से अधिक चोरी की वारदातें हो चुकी हैं। जिससे ग्रामीण दहशत में है। उन्होंने कहा कि द्रंग से पुलिस थाना पधर शिफ्ट होने के बाद चोरों के हौसले बुलंद हैं। सीएम सुक्खू ने दिया था आश्वासन जिसके चलते स्थानीय प्रतिनिधियों और समाज सेवी संगठनों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से द्रंग में पुराने थाना के खाली भवन में चौकी स्थापित करने की मांग उठाई। लोकसभा चुनाव से पहले एक प्रतिनिधि मंडल विधायक पूर्ण चंद के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से शिमला में मिला था। उस समय सीएम ने आचार संहिता हटते ही चौकी स्थापित किए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक कदम सरकार द्वारा नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने मांग उठाई कि प्रदेश सरकार अति शीघ्र यहां पुलिस चौकी स्थापित करे। जब तक पुलिस चौकी की अधिसूचना जारी नहीं होती। अस्थाई चौकी यहां स्थापित की जाए। जिससे अपराधों में कमी आए। अन्यथा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और ग्रामीण प्रदेश सरकार के खिलाफ मुखर होंगे। जिसकी शुरुआत बाइक रैली से की जाएगी। इसके बाद भी सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। एक साल पहले शिफ्ट किया गया था थाना उल्लेखनीय है कि ठीक एक साल पहले अगस्त 2023 में वर्षों से द्रंग में चल रहे पुलिस थाना भवन को पधर शिफ्ट किया है। जिसके बाद से ही स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण द्रंग में पुलिस चौकी स्थापित करने की मांग उठाते आए हैं। लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक कार्रवाई इस बारे नहीं हो पाई है। ऐसे में ग्रामीण लामबंद हुए है। हालांकि थाना पधर में भी तहसील कार्यालय के पुराने भवन में ही चल रहा है। यहां थाने के निर्माणाधीन नए भवन का कार्य धीमी गति से चल रहा है।
अलवर में 100 फीट गहरे बोरवेल से 5 साल के गोलू का रेस्क्यू, तीन घंटे में SDRF को मिली सफलता
अलवर में 100 फीट गहरे बोरवेल से 5 साल के गोलू का रेस्क्यू, तीन घंटे में SDRF को मिली सफलता <p style=”text-align: justify;”><strong>SDRF Rescue Operation in Rajasthan: </strong>अलवर जिले में एसडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन सफल हो गया है. एसडीआरएफ की टीम ने 100 फीट गहरे बोरवेल से मासूम को सुरक्षित निकाल लिया. मंगलवार की सुबह बोरवेल में 5 साल का गोलू गिर गया था. हादसा लक्ष्मणगढ़ के कनवाड़ा गांव में हुआ. गोलू दोस्त के साथ खेत में नहाने गया था. मौके पर बोरवेल की खुदाई चल रही थी. नहाते समय अचानक पांव फिसलने से बच्चा बोरवेल में गिर गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोलू के साथ आए बच्चे ने हादसे की सूचना परिजनों को दी. बोरवेल में गिरने की खबर आग की तरफ फैल गयी. मौके पर पहुंचने ग्रामीणों ने बच्चे के गिरने की सूचना प्रशासन को दी. सूचना पाकर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. बच्चे का रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने बोरवेल में गिरे बच्चे को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/05/28/c4bdf5bb70bf45808282f7a135d5a86e1716908976048211_original.jpeg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>100 फीट गहरे बोरवेल से मासूम को निकाला</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया गया कि बच्चा 30 फीट की गहराई में जाकर फंसा हुआ है. एसडीआरएफ की टीम ने जेसीबी की मदद से खुदाई शुरू की. बोरवेल के बगल से कुएं को खोदा गया. लगभग 3 घंटे की मशक्कत के बाद बोरवेल से बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. रेस्क्यू ऑपरेशन सफल होने पर एसडीआरएफ की टीम को लोगों ने बधाई दी. बेटे को सकुशल पाकर गोलू के परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/05/28/3842bc03ef8c5822a8c835903ab871241716908994537211_original.jpeg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीन घंटे तक चला SDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>लक्ष्मणगढ़ उपखण्ड अधिकारी मोहकम सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी की कलवाड़ी मोड़ पर बोरवेल में 5 वर्षीय लड़का गिर गया है. सूचना पर एसडीआरएफ की टीम को बुलाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करवाया. 3 घंटे की मशक्क्त के बाद बच्चा बोरवेल से सुरक्षित बाहर आने में सफल रहा. रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने पर बच्चे को चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”राजस्थान में आग उगलती गर्मी! चुरू में पारा 50 के पार, जानें- पांच प्रमुख जिलों का हाल” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/rajasthan-weather-today-churu-temperature-crosses-50-degrees-today-ganganagar-jaipur-kota-barmer-weather-update-2701121″ target=”_self”>राजस्थान में आग उगलती गर्मी! चुरू में पारा 50 के पार, जानें- पांच प्रमुख जिलों का हाल</a></strong></p>