हरियाणा के सिरसा में शनिवार की रात दो मकान में आसमानी बिजली गिर गई। बड़ागुड़ा खंड के गांव भंगू में रात करीब 10:30 बजे जसप्रीत सिंह के मकान पर आसमानी बिजली गिरने से मकान में दरार आ गई। घटना के समय मकान में 7 लोग सो रहे थे। आसमानी बिजली गिरते ही जोरदार गड़गड़ाहट की आवाज हुई और छत में इतनी बड़ी दरार पड़ गई कि आसमान साफ दिखाई देने लगा। घबराहट में सभी लोग किसी तरह जान बचाकर बाहर निकले। मकान की ईंटें और मुंडेर के कुछ हिस्से गली में जा गिरे। घर की बिजली की फिटिंग भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। जसप्रीत के पड़ोसी के घर पर भी आसमानी बिजली गिरी, लेकिन सौभाग्य से कोई जान या माल का नुकसान नहीं हुआ। सुबह होते ही घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे। पटवारी ने प्रभावित घरों का निरीक्षण किया और क्षतिपूर्ति के लिए संबंधित विभाग को रिपोर्ट भेजने की बात कही। हरियाणा के सिरसा में शनिवार की रात दो मकान में आसमानी बिजली गिर गई। बड़ागुड़ा खंड के गांव भंगू में रात करीब 10:30 बजे जसप्रीत सिंह के मकान पर आसमानी बिजली गिरने से मकान में दरार आ गई। घटना के समय मकान में 7 लोग सो रहे थे। आसमानी बिजली गिरते ही जोरदार गड़गड़ाहट की आवाज हुई और छत में इतनी बड़ी दरार पड़ गई कि आसमान साफ दिखाई देने लगा। घबराहट में सभी लोग किसी तरह जान बचाकर बाहर निकले। मकान की ईंटें और मुंडेर के कुछ हिस्से गली में जा गिरे। घर की बिजली की फिटिंग भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। जसप्रीत के पड़ोसी के घर पर भी आसमानी बिजली गिरी, लेकिन सौभाग्य से कोई जान या माल का नुकसान नहीं हुआ। सुबह होते ही घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे। पटवारी ने प्रभावित घरों का निरीक्षण किया और क्षतिपूर्ति के लिए संबंधित विभाग को रिपोर्ट भेजने की बात कही। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में सो रहे परिवार पर छत गिरी:5 लोग घायल; पड़ोसियों ने अस्पताल पहुंचाया, बेटी की शादी में मरम्मत कराई थी
हरियाणा में सो रहे परिवार पर छत गिरी:5 लोग घायल; पड़ोसियों ने अस्पताल पहुंचाया, बेटी की शादी में मरम्मत कराई थी हरियाणा के पानीपत में एक घर में सो रहे परिवार पर छत गिर गई। इसके नीचे 5 लोग दब गए। छत गिरने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग भी जाग गए। छत के मलबे के नीचे दबे सदस्यों ने चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया और समय रहते सभी को मलबे के नीचे से बाहर निकाला। घायलों को तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है। एक महीने पहले मेरी बेटी की शादी हुई थी। जिसके लिए घर की मरम्मत करवाई गई थी। घायलों की पहचान सुषमा (45), सुमन (38), नीरज (19), स्वाति (21) के रूप में हुई है और हादसे में मौसेरी बहन की बेटी माफी (13) भी घायल हो गई। जो अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थी। मां-बेटे को चार-चार टांके लगे
हादसे में दौरान सुषमा के सिर में चोट आई। उसे चार टांके लगे। नीरज के सिर में चोट आई। उसे भी चार टांके लगे। सुमन के सिर में अंदरूनी चोट आई। माफ़ी के पैर में चोट आई। स्वाति भी घायल हो गई। मकान करीब 40 साल पुराना
परिवार के सदस्य सुरजीत ने बताया कि यह मकान करीब 40 साल पुराना है। मकान मालिक संजय पेशे से किसान है। बीती रात हुए हादसे की वजह छत पर लगा लोहे का गाटर दीवार में अपनी जगह से बाहर निकल आना था। संजय की साली की बेटी माफ़ी (13) सर्दियों की छुट्टियों में कैथल से घर आई हुई है। वह 10वीं की छात्रा है। शादी में न हो हादसा, इसलिए पहले करवाई थी रिपेयरिंग
घर के बुजुर्ग महाबीर ने बताया कि बेटा नीरज, उसकी मां और उसकी तीन बहनें कमरे में सो रही थीं। अचानक छत गिर गई। पड़ोसियों ने आकर परिवार के सदस्यों को बाहर निकालने में मदद की। जैसे ही सभी को बाहर निकाला गया, तुरंत सभी को सिविल अस्पताल ले जाया गया। महाबीर ने बताया कि एक महीने पहले घर में उनकी बेटी की शादी थी। उस दौरान इस छत समेत घर के कई हिस्सों की मरम्मत करवाई गई थी। शादी के दौरान छत या घर का कोई हिस्सा गिरने की आशंका के चलते मरम्मत करवाई गई थी। लेकिन इस बात का अहसास नहीं हुआ कि छत की पूरी तरह से मरम्मत नहीं हुई थी। दोबारा उसी मकान में सोने को मजबूर
मकान मालिक संजय ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। घर में 6 सदस्य हैं। वह अपनी खेतीबाड़ी से उनका भरण-पोषण कर रहा है। अब भले ही घर की छत गिर गई हो, लेकिन हालत ऐसी है कि वह फिर से उसी घर में सोने को मजबूर है। क्योंकि उसने हाल ही में अपनी बेटी की शादी की है, इसलिए हालत ऐसी नहीं है कि वह अपना घर दोबारा बना सके। संजय ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसकी और उसके परिवार की मदद की जाए।
सोनीपत में बैंक खाते से निकाले 46 हजार रुपए:स्टांप पेपर विक्रेता का मोबाइल हुआ था गुम; 2 व्यक्तियों को राशि की ट्रांसफर
सोनीपत में बैंक खाते से निकाले 46 हजार रुपए:स्टांप पेपर विक्रेता का मोबाइल हुआ था गुम; 2 व्यक्तियों को राशि की ट्रांसफर हरियाणा के सोनीपत में एक स्टांप पेपर विक्रेता का मोबाइल फोन गुम हो गया। व्यक्ति एक सप्ताह बाद जब बैंक में गया तो पता चला कि उसके मोबाइल फोन के जरिए उसके खाते से 46 हजार 700 रुपए की निकासी की गई है। पुलिस ने शिकायत के बाद गोहाना सिटी थाना में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। राशि दो व्यक्तियों के खाते में ट्रांसफर हुई है। गांव जागसी के रहने वाले सतबीर सिंह ने बताया कि वह महिला थाना के पास गोहाना में स्टांप पेपर विक्रेता का काम करता है। 1 अक्टूबर को उसका मोबाइल फोन कॉलेज मोड़ के पास गुम हो गया था। उसने अपने तौर पर मोबाइल फोन की काफी तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा। उसका बैंक खाता पंजाब नेशनल बैंक में है। खाते के साथ वही फोन नंबर अटैच है, जो कि गुम हुए मोबाइल फोन में था। सतबीर ने बताया कि 7 अक्टूबर को वह बैंक में गया तो उसे वहां से पता चला कि उसके अकाउंट से 1 अक्टूबर की रात के समय ही 4 ट्रांजेक्शन से रुपए निकाले गए हैं। पंजाब नेशनल बैंक के खाते से 1 अक्टूबर की रात को 20 हजार नक्का सिंह के नाम से, 15 हजार रुपए धनंजय यादव के नाम, 1700 रुपए धनंजय यादव और फिर 10 हजार रुपए नक्का सिंह के नाम पर ट्रांसफर किए गए हैं। सतबीर सिंह ने इसके बाद गोहाना सिटी थाना में मामले की शिकायत दी। थाना के ASI सतीश के अनुसार पुलिस ने सतबीर की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ धारा 303 318 (4) बीएनएस के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है।
दिल्ली की लड़की से लव जिहाद मामला:हिंदू बनकर युवक ने फंसाया, गर्भवती हुई, शादी के लिए कहने पर हत्या, डेढ़ साल पहले संपर्क
दिल्ली की लड़की से लव जिहाद मामला:हिंदू बनकर युवक ने फंसाया, गर्भवती हुई, शादी के लिए कहने पर हत्या, डेढ़ साल पहले संपर्क दिल्ली की युवती से लव जिहाद का मामले सामने आया है। आरोपी मुस्लिम युवक ने हिंदू बनकर युवती को प्यार के जाल में फंसाया। वहीं जब युवती ने गर्भवती होने के बाद शादी के लिए कहा तो उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। जिसका शव रोहतक के गांव मदीना के खेतों में मिला। मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए रोहतक पीजीआई में लाया गया है। जहां पर डाक्टरों के बोर्ड द्वारा मृतका के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। मृतका की पहचान दिल्ली के नांगलोई निवासी करीब 20 वर्षीय सोनी के रूप में हुई है। जिसे करीब एक डेढ़ साल से सलीम ने अपना नाम संजू बताकर प्रेम जाल में फंसाया। इसी बीच लड़की गर्भवती भी हो गई। लड़की के गर्भवती होने के कारण उससे शादी करने का दवाब बना रही थी। जबकि संजू उर्फ सलीम, शादी से इनकार कर दिया था। रास्ते से हटाने के लिए रची हत्या की साजिश
सलीम ने सोनी को अपने रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या की साजिश रच डाली। 20 अक्टूबर को करवा चौथ के दिन सोनी को घुमाने के बहाने घर से बुलाया और अपने दो और साथी पंकज और ऋतिक के साथ कार में लेकर चल पड़ा। इसी बीच सलीम ने सोनी का गला दबाकर हत्या कर दी। वहीं, ऋतिक सोनीपत जिले के गांव कथुरा का रहने वाला और गांव मदीना का भांजा है। सोनी की हत्या कर शव को ठिकाने लगाने के लिए ऋतिक उन्हें गांव मदीना के सुनसान खेतो में ले आया और तीनों ने खेत में गड्ढा खोदकर शव को गाड़ दिया और वापस नांगलोई आ गए। फोन पर बातचीत के दौरान हुआ संदेह
मृतका के भाई मनीष ने बताया कि उसने फोन कर संजू उर्फ सलीम से सोनी के घर नहीं आने की बात पूछी और कब तक आएगी तो उसने बहाना बनाया कि उसके साथ नहीं है। वह कहीं जंगल में फोन के दौरान वे गड्ढे की खोदने की बात कर रहे थे। दो दिन तक सोनी घर नहीं आई तो पुलिस में उसके प्रेमी के पास जाने की शिकायत दी। दिल्ली पुलिस ने उसके प्रेमी को हिरासत में लिया तो उसने कबूल किया कि सोनी की गला दबा कर हत्या कर दी और उसका शव मदीना के खेतों में गाड़ हुआ है। नाम बदलकर फंसाया
मनीष ने बताया कि पहले हमें नहीं पता था कि लड़का मुस्लिम है। वह करीब डेढ़ साल से उसके साथ संपर्क में थी। इसी बीच वह गर्भवती हो गई और अब करीब सात माह की गर्भवती थी। इसके बाद युवती ने शादी की बात कही, लेकिन आरोपी इनकार कर रहा था। शादी का झांसा देकर उसे फंसाया है। उसने बताया कि आरोपी ने अपना नाम संजू बताया था। जब आरोपी के परिवार वालों से संपर्क किया तो पता चला कि आरोपी हिंदू नहीं मुस्लिम है और उसका असली नाम सलीम है। मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं
लड़की के पिता शंकर ने बताया कि वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। कई साल से वह नांगलोई (दिल्ली) में रहता है। उसके तीन बच्चे (दो बेटी व एक बेटा) है और वह चारे की दुकान चलाता है। दोनों बेटियों में सोनी बड़ी थी। उसने कहा कि लड़की के बारे में उसे कुछ ज्यादा पता नहीं था। अगर उसे पता होता तो यह नहीं होने देता। उन्हें नहीं पता था कि लड़का हिंदू नहीं है।