हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना में आज सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) की ‘बदलेगा हरियाणा’ रैली होगी। इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचेंगे। जनसभा के लिए मंच और पंडाल दोनों ही तैयार हैं। आप के प्रदेश वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। रैली को लेकर पुलिस चौकस है और इंट्री पर मेटल डिटेक्टर तक लगाए गए हैं। कुछ देर में लोग पहुंचना शुरू हो जाएंगे। गोहाना में आप की ये जनसभा नई अनाज मंडी में रखी गई है। पार्टी के स्थानीय नेताओं ने भीड़ जुटाने के लिए पूरा जोर लगाया है। प्रदेश यूथ विंग सचिव मोना ने बताया कि गोहाना में दोपहर को आम आदमी पार्टी की बदलाव जनसभा होगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान कार्यकर्ताओं में नई जान फूकेंगे। गोहाना और बरौदा विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता इसमें भाग लेंगे। सोनीपत में आम आदमी पार्टी की ये तीसरी सभा है। इससे पहले पंजाब के सीएम सोनीपत में जनसभा कर चुके हैं। गन्नौर में आप की सभा में सांसद संजय सिंह पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं में रैली और विधानसभा चुनाव को लेकर जोश है। पंजाब के सीएम आज पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में आ रहे हैं। हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना में आज सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) की ‘बदलेगा हरियाणा’ रैली होगी। इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचेंगे। जनसभा के लिए मंच और पंडाल दोनों ही तैयार हैं। आप के प्रदेश वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। रैली को लेकर पुलिस चौकस है और इंट्री पर मेटल डिटेक्टर तक लगाए गए हैं। कुछ देर में लोग पहुंचना शुरू हो जाएंगे। गोहाना में आप की ये जनसभा नई अनाज मंडी में रखी गई है। पार्टी के स्थानीय नेताओं ने भीड़ जुटाने के लिए पूरा जोर लगाया है। प्रदेश यूथ विंग सचिव मोना ने बताया कि गोहाना में दोपहर को आम आदमी पार्टी की बदलाव जनसभा होगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान कार्यकर्ताओं में नई जान फूकेंगे। गोहाना और बरौदा विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता इसमें भाग लेंगे। सोनीपत में आम आदमी पार्टी की ये तीसरी सभा है। इससे पहले पंजाब के सीएम सोनीपत में जनसभा कर चुके हैं। गन्नौर में आप की सभा में सांसद संजय सिंह पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं में रैली और विधानसभा चुनाव को लेकर जोश है। पंजाब के सीएम आज पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में आ रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कैथल में युवक की गोली मारकर की हत्या:पटाखे बजाने को लेकर हुआ विवाद, दो भाईयों को भी लगे छर्रे हरियाणा के कैथल जिले के मुंदडी गांव में दिवाली की रात पटाखे बजाने को लेकर दो पक्षों के बीच में हुए विवाद में एक युवक की गोली लगे से मौत हो गई। इसके अलावा मृतक के दो अन्य भाई भी छर्रे लगने से घायल हुए है। जिनका इलाज कैथल के सरकारी अस्पताल में चल रहा है। युवक गली में फोड़ रहे थे पटाखे पुलिस के मुताबिक घटना शुक्रवार देर रात 11 बजे की है, मृतक साहिल दुकान पर घर का सामान लेने गया था, जब वह वापस आया, तो रास्ते में उनके गांव के कुछ युवक गली में पटाखे फोड़ रहे थे, तभी मृतक साहिल ने उन्हें ऐसा करने से रोकना चाहा तो वह उसके साथ झगड़ा करने लगे जिस बीच पटाखे फोड़ रहे हो कौन है साहिल की पिटाई कर दी। इलाज के दौरान तोड़ा दम घटना की सूचना जब साहिल के परिजनों को लगी, तो वह भी वहां पहुंच गए, तभी उनमें से संजू नामक युवक ने उसको गोली मार दी, जो साहिल के माथे में लगी। जिसको इलाज के लिए कैथल अस्पताल लाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
अंबाला में कांग्रेस संदेश यात्रा में बोली सैलजा:भाजपा की कारगुजारी सबके सामने; बीरेंद्र बोले- परिवर्तन का माहौल बना दिया, चंद्रमोहन साथ हैं
अंबाला में कांग्रेस संदेश यात्रा में बोली सैलजा:भाजपा की कारगुजारी सबके सामने; बीरेंद्र बोले- परिवर्तन का माहौल बना दिया, चंद्रमोहन साथ हैं हरियाणा के अंबाला में सिरसा की कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा की ‘कांग्रेस संदेश यात्रा’ शनिवार को अग्रसेन चौक से शुरू हुई। खुली गाड़ी में कुमारी सैलजा के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह भी सवार हैं। यात्रा कपड़ा मार्केट से होते हुए जगाधरी गेट तक जाएगी। कुमारी सैलजा व बीरेंद्र सिंह का समर्थक फूल मालाओं से स्वागत कर रहे हैं। यात्रा में रणदीप सिंह सुरजेवाला फिलहाल नहीं पहुंचे हैं। पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नाई भी सैलजा के साथ हैं। यात्रा के दौरान चौ. बीरेंद्र सिंह ने कहा कि चुनाव से पूर्व ही कुमारी सैलजा ने अंबाला से परिवर्तन का माहौल बना दिया है। प्रदेश में भाजपा जनाधार खो चुकी है। यात्रा के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो गया है। राहुल गांधी का संदेश जन जन तक लेकर जा रहे हैं। सब कार्यकर्ताओं में उत्साह है। लोगों की इच्छा है कि प्रदेश में कांग्रेस उनका विकल्प बने। कांग्रेस की सरकार हरियाणा में बने। कुमारी सैलजा ने कहा कि उनकी यात्रा अलग अलग हिस्सों में जाएगी। लोकसभा का सैशन चल रहा है, इस वजह से कंटीन्यू यात्रा नहीं कर पाएंगे, लेकिन अलग अलग समय में अलग अलग क्षेत्र में जनचेतना जगाएंगे। भाजपा ने जो कारगुजारी की है, उसी का परिणाम है कि वे 240 सीटों पर आ गए। अंबाला से शुरू हुई कुमारी सैलजा की कांग्रेस जन संदेश यात्रा प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में निकाली जाएगी। पहले चरण में यात्रा अंबाला में रहेगी। इसके बाद यात्रा हिसार पहुंचेगी। जनसभा व पदयात्रा के माध्यम से सैलजा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व लोकसभा में विपक्ष के नेता पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का संदेश जन जन तक पहुंचाएंगी। कुमारी सैलजा 28 जुलाई रविवार को बरवाला विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करेंगी। देखें अंबाला में सैलजा की यात्रा से जुड़े PHOTOS… SRK से SRB हुआ गुट हुड्डा के खिलाफ एकजुट हुए एसआरके खेमे का नाम किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने के बाद बदल कर एसआरबी हो गया है। कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ अब किरण चौधरी की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ़ बीरेंद्र सिंह का नाम जुड़ गया है। सैलजा द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट में इस यात्रा को लेकर जारी किए पोस्टर में भी उनके (सैलजा) साथ सुरजेवाला और बीरेंद्र सिंह के फोटो है। हालांकि, बाद में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान सिंह की फोटो भी जोड़ी गई।
गोपाल कांडा के दांव से BJP नेता टेंशन में:2 सीटें तय, 3 पर हलोपा नेता की मर्जी चलेगी; मंत्री-विधायकों की कुर्सी खतरे में
गोपाल कांडा के दांव से BJP नेता टेंशन में:2 सीटें तय, 3 पर हलोपा नेता की मर्जी चलेगी; मंत्री-विधायकों की कुर्सी खतरे में हरियाणा में गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा (हरियाणा लोकहित पार्टी) BJP के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ सकती है। मुख्यमंत्री नायब सैनी बुधवार को सिरसा दौरे के दौरान सिरसा के विधायक हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा से मिले थे, और उनके घर नाश्ता किया था। इसके बाद CM ने बयान दिया था कि भाजपा हलोपा के साथ है और आगामी विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे। अब माना जा रहा है कि भाजपा 5 विधानसभा सीटों पर हलोपा की जिम्मेदारी लगा सकती है। गोपाल कांडा और गोविंद कांडा पर ही 5 विधानसभाओं में कमल खिलाने की जिम्मेदारी होगी। 2 सीटों के उम्मीदवारों के चयन पर हलोपा और BJP दोनों की सहमति बनाई जाएगी, लेकिन 3 सीटें ऐसी हैं जिन पर दोनों पार्टियों में पेंच फंस सकता है। इसमें सिरसा, रानियां और फतेहाबाद विधानसभा सीट शामिल हैं। इससे कैबिनेट मंत्री समेत विधायकों की कुर्सी खतरे में है। ये है 3 सीटों का गणित… 1. रानिया विधानसभा से लड़ना चाहते हैं गोविंद कांडा
बताया जा रहा है कि हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा रानिया विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहते हैं। रानिया से रणजीत चौटाला निर्दलीय विधायक चुने गए थे, लेकिन वह लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद लोकसभा चुनाव भी हार गए। रणजीत चौटाला को हिसार से चुनाव लड़वाने के पीछे का मकसद रानिया विधानसभा सीट पर गोविंद कांडा की दावेदारी को और मजबूत करना था, लेकिन चौटाला हारकर दोबारा रानिया विधानसभा से तैयारी में लग गए हैं। भाजपा लोकसभा में चुनाव लड़ चुके उम्मीदवारों से किनारा कर सकती है। 2. फतेहाबाद सीट भी ऑफर हो सकती है
अगर रानिया में रणजीत चौटाला अड़ जाते हैं तो फतेहाबाद सीट भी गोबिंद कांडा को ऑफर की जा सकती है। हालांकि, यहां से कुलदीप बिश्नोई के भाई दुड़ाराम मौजूदा विधायक हैं। ऐसे में दुड़ाराम की नाराजगी भी भाजपा मोल नहीं लेना चाहेगी। इधर, मुख्यमंत्री की हाल ही में हुई फतेहाबाद रैली में दुड़ाराम उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं जुटा पाए। मुख्यमंत्री को रिपोर्ट मिल चुकी है कि स्थानीय विधायक के कामकाज को लेकर लोगों में रोष है। वहीं, लोकसभा चुनाव में भी दुड़ाराम शहरी क्षेत्र के होने के बावजूद सिरसा लोकसभा से उम्मीदवार रहे अशोक तंवर को फतेहाबाद हलके से जितवा नहीं पाए थे। इस कारण उनके रिपोर्ट कार्ड को देखते हुए इस बार उनका टिकट काटकर किसी नए चेहरे को फतेहाबाद में मौका दिया जा सकता है। 3. सिरसा सीट पर BJP नेताओं को लगेगा झटका
उधर, सिरसा सीट पर तैयारी कर रहे भाजपा नेताओं को गोपाल कांडा के कारण दावेदारी छोड़नी पड़ सकती है। यहां से पूर्व चेयरमैन जगदीश चोपड़ा के बेटे अमन चोपड़ा, पूर्व में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके प्रदीप रातुसरिया और पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल के बेटे मनीष गोयल दावेदार हैं। ऐसे में गोपाल कांडा के मैदान में आने से उनकी उम्मीदवारी कमजोर पड़ सकती है। बता दें कि भाजपा के गणेशी लाल सिरसा सीट से चौधरी बंसीलाल के समय विधायक बने थे। इसके बाद से सिरसा सीट भाजपा ने कभी नहीं जीती। रानिया में रणजीत की राह मुश्किल
दरअसल, रानियां विधानसभा में रणजीत चौटाला की राह मुश्किल है। रणजीत के रानिया को छोड़कर हिसार से चुनाव लड़ने से क्षेत्र में नाराजगी है। हिसार लोकसभा में रणजीत चौटाला कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी से हार गए थे। लोगों में नाराजगी का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि जब मुख्यमंत्री सैनी सिरसा के दौरे पर थे तो रानिया के लोगों ने बाजार बंद कर विरोध जताया था। रानिया तहसील के लोग क्षेत्र को उपमंडल का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। वहीं, यहां के किसान नेताओं का कहना है कि किसान आंदोलन के समय रणजीत चौटाला कैबिनेट मंत्री थे, मगर किसानों के लिए कोई आवाज नहीं उठाई। इसलिए, वह चौटाला का साथ चुनाव में नहीं देंगे। 2019 में सिरसा की 5 विधानसभा सीटें हारी थी भाजपा
भाजपा प्रदेश में अबकी बार हारी हुई विधानसभा सीटों पर फोकस कर रही है। हार के कारणों से सबक लेते हुए लगातार मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री उन विधानसभाओं में जा रहे हैं। सिरसा जिले की पांचों सीट भाजपा 2019 में हार गई थी। इसके अलावा ऐलनाबाद में हुए उपचुनाव में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। सिरसा जिले में सिरसा, रानिया, डबवाली, कालांवाली और ऐलानाबाद विधानसभाएं आती हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी एक महीने में तीसरी बार 31 जुलाई को सिरसा पहुंचे थे। लोकसभा चुनाव हारने के बाद मुख्यमंत्री लगातार सिरसा का दौरा कर रहे हैं।