हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में सतलुज नदी किनारे आज 9 चिताएं एक साथ जलेगी। हिमाचल-पंजाब बॉर्डर पर जेजों हादसे में मृत लोगों के शव दोपहर बाद पैतृक गांव देहरा लोअर और भटोली लाए जा रहे हैं। इसके बाद भभौर साहिब में सतलुज नदी किनारे अंतिम संस्कार होगा। इनमें से 5 मृतक देहलां लोअर के एक ही परिवार (सुरजीत कुमार मुखिया) के हैं, जबकि इनके परिवार का एक सदस्य अभी लापता है। वहीं भटोली गांव के एक ही परिवार (सुरेंद्र कौर) के 3 मृतकों का भी आज ही सतलुज नदी किनारे अंतिम संस्कार होगा। सुरेंद्र कौर अभी खुद लापता है, मगर दो बेटियों और एक बेटे का आज ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। इनोवा गाड़ी का चालक भी देहलां लोअर का रहने वाला था। इसका भी भभौर साहिब में अंतिम संस्कार होगा। यानी भभौर साहिब में सतलुज नदी किनारे 9 चिताएं एक साथ जलेगी। जेजों खड्ड में इनोवा गाड़ी में बहे 9 लोगों के शवों का पंजाब के होशियारपुर स्थित सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम चल रहा है। इसके बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। सर्च अभियान जारी देहलां लोअर के सरूप चंद और भटोली की सुरेंदर कौर उर्फ सिन्नो का शव अभी बरामद नहीं हुआ है। देहलां अपर के प्रधान राजेंद्र पाल ने बताया कि सुबह 6 बजे से दोनों के शव तलाशने के लिए जेजों में सर्च अभियान चल रहा है। बता दें कि बीते रविवार को सुबह करीब 8 बजे देहलां लोअर से चालक समेत 12 लोग इनोवा गाड़ी में पंजाब के नवांशहर में साले की बेटी की शादी के लिए गए थे। मगर जेजों खड्ड में आए उफान में उनकी इनोवा गाड़ी फंस गई और सभी 12 लोग इनोवा सहित बह गए। इनमें से दीपक कुमार का स्थानीय लोगों ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। 9 को नहीं बचाया जा सका। हादसे में इनकी मौत हुई इस हादसे में सुरजीत कुमार पुत्र गुरदास राम, परमजीत कौर पत्नी सुरजीत कुमार, गगन कुमार पुत्र सुरजीत कुमार, सरूप चंद पुत्र गुरदास राम, पलविंदर कौर पत्नी सरूप चंद, नितिन पुत्र सरूप चंद (सभी देहलां लोअर निवासी) सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो पत्नी अमरीक सिंह, अमानत पुत्री अमरीक सिंह, भावना पुत्री अमरीक सिंह व हर्षित पुत्र अमरीक सिंह (सभी भटोली निवासी) के रहने वाले थे। ड्राइवर कुलविंद्र सिंह पुत्र हुकम सिंह देहलां लोअर का था। 3 सगी बहनों की मौत इस हादसे में तीन सगी बहनों की मौत हुई है। इनमें परमजीत कौर, पलविंदर कौर और सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो शामिल हैं। परमजीत कौर और पलविंदर कौर की दो सगे भाइयों सुरजीत कुमार और सरूप चंद के साथ शादी हुई थी, जबकि तीसरी बहन सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो का भटोली में सुसराल था। प्रवीण ने बचाई कुलदीप की जान जिस वक्त जेजों में हादसा हुआ, तब प्रवीण सोनी वहां मौजूद थे। जिन्होंने इनोवा से बहे कुलदीप कुमार की जान बचाई। प्रवीण ने कहा कि यदि इनोवा की चालक ने उनकी बात मानी होती तो हादसा नहीं होता। हमने उसे रोका भी, लेकिन उसने खतरा मोल लेकर खुद और दूसरों की जान गवाई। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में सतलुज नदी किनारे आज 9 चिताएं एक साथ जलेगी। हिमाचल-पंजाब बॉर्डर पर जेजों हादसे में मृत लोगों के शव दोपहर बाद पैतृक गांव देहरा लोअर और भटोली लाए जा रहे हैं। इसके बाद भभौर साहिब में सतलुज नदी किनारे अंतिम संस्कार होगा। इनमें से 5 मृतक देहलां लोअर के एक ही परिवार (सुरजीत कुमार मुखिया) के हैं, जबकि इनके परिवार का एक सदस्य अभी लापता है। वहीं भटोली गांव के एक ही परिवार (सुरेंद्र कौर) के 3 मृतकों का भी आज ही सतलुज नदी किनारे अंतिम संस्कार होगा। सुरेंद्र कौर अभी खुद लापता है, मगर दो बेटियों और एक बेटे का आज ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। इनोवा गाड़ी का चालक भी देहलां लोअर का रहने वाला था। इसका भी भभौर साहिब में अंतिम संस्कार होगा। यानी भभौर साहिब में सतलुज नदी किनारे 9 चिताएं एक साथ जलेगी। जेजों खड्ड में इनोवा गाड़ी में बहे 9 लोगों के शवों का पंजाब के होशियारपुर स्थित सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम चल रहा है। इसके बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। सर्च अभियान जारी देहलां लोअर के सरूप चंद और भटोली की सुरेंदर कौर उर्फ सिन्नो का शव अभी बरामद नहीं हुआ है। देहलां अपर के प्रधान राजेंद्र पाल ने बताया कि सुबह 6 बजे से दोनों के शव तलाशने के लिए जेजों में सर्च अभियान चल रहा है। बता दें कि बीते रविवार को सुबह करीब 8 बजे देहलां लोअर से चालक समेत 12 लोग इनोवा गाड़ी में पंजाब के नवांशहर में साले की बेटी की शादी के लिए गए थे। मगर जेजों खड्ड में आए उफान में उनकी इनोवा गाड़ी फंस गई और सभी 12 लोग इनोवा सहित बह गए। इनमें से दीपक कुमार का स्थानीय लोगों ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। 9 को नहीं बचाया जा सका। हादसे में इनकी मौत हुई इस हादसे में सुरजीत कुमार पुत्र गुरदास राम, परमजीत कौर पत्नी सुरजीत कुमार, गगन कुमार पुत्र सुरजीत कुमार, सरूप चंद पुत्र गुरदास राम, पलविंदर कौर पत्नी सरूप चंद, नितिन पुत्र सरूप चंद (सभी देहलां लोअर निवासी) सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो पत्नी अमरीक सिंह, अमानत पुत्री अमरीक सिंह, भावना पुत्री अमरीक सिंह व हर्षित पुत्र अमरीक सिंह (सभी भटोली निवासी) के रहने वाले थे। ड्राइवर कुलविंद्र सिंह पुत्र हुकम सिंह देहलां लोअर का था। 3 सगी बहनों की मौत इस हादसे में तीन सगी बहनों की मौत हुई है। इनमें परमजीत कौर, पलविंदर कौर और सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो शामिल हैं। परमजीत कौर और पलविंदर कौर की दो सगे भाइयों सुरजीत कुमार और सरूप चंद के साथ शादी हुई थी, जबकि तीसरी बहन सुरेंद्र कौर उर्फ सिन्नो का भटोली में सुसराल था। प्रवीण ने बचाई कुलदीप की जान जिस वक्त जेजों में हादसा हुआ, तब प्रवीण सोनी वहां मौजूद थे। जिन्होंने इनोवा से बहे कुलदीप कुमार की जान बचाई। प्रवीण ने कहा कि यदि इनोवा की चालक ने उनकी बात मानी होती तो हादसा नहीं होता। हमने उसे रोका भी, लेकिन उसने खतरा मोल लेकर खुद और दूसरों की जान गवाई। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के मंत्री बोले-वक्फ बोर्ड में ट्रांसपेरैंसी को बदलाव जरूरी:जमीन-अकाउंट का ऑडिट जरूरी; पारदर्शिता आएगी, सभी धार्मिक बॉडी में बदलाव समय की जरूरत हिमाचल प्रदेश में मस्जिद विवाद के बीच वक्फ बोर्ड खत्म करने की मांग को लेकर आवाजें उठने लगी है। इस पर बीते रोज सोशल मीडिया में पोस्ट करके प्रतिक्रिया देने वाले PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज मीडिया से बातचीत में कहा, हर संगठन और धार्मिक संस्थाओं में भी समय के हिसाब से बदलाव होना चाहिए। वक्फ बोर्ड में भी बदलाव जरूरी है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि रामपुर के सराहन में मां भीमाकाली मंदिर उनकी निजी संपत्ति थी। मगर उनके पिता वीरभद्र सिंह जब प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने भीमाकाली मंदिर ट्रस्ट को सरकार के अधीन लाया। इससे नियमित तौर पर सरकारी जमीन और अकाउंट का ऑडिट हो रहा है। पारदर्शिता के बदलाव जरूरी पारदर्शिता के लिए यह जरूरी है। वक्फ बोर्ड में भी ऐसे बदलाव होना चाहिए। इसी मंशा के साथ उन्होंने वक्फ बोर्ड में तब्दीली व सुधारीकरण की बात कही है। प्रदेश में बीते एक सप्ताह के दौरान मस्जिद विवाद के बाद लोग जगह जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। अब तक 27 शहरों में प्रदर्शन हो गए है। हिंदू संगठन कर रहे वक्फ बोर्ड खत्म करने की मांग इस दौरान हिंदू संगठन खुलकर वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग करने लगे हैं। कुछ लोग वक्फ बोर्ड को भू-माफिया तक कह रहे है। इस पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा, प्रदेश में इन दिनों जिस ढंग का माहौल बना हुआ है, हम चाहते हैं कि सब शांति के साथ और आपसी भाईचारा बनाकर रहे। प्रदेश में आंतरिक सुरक्षा बनाए रखना हम सबका दायित्व बनता है। वक्फ बोर्ड कैसे काम करता है? जब कोई व्यक्ति अल्लाह या इस्लाम के नाम कोई संपत्ति या पैसा दान देता है तो उसकी देखरेख वक्फ बोर्ड करता है। वक्फ बोर्ड इस संपत्ति को शरिया के नियम के मुताबिक इन्वेस्ट करता है। इन्वेस्टमेंट से मिलने वाले रिटर्न को शिक्षा, स्वास्थ्य, आपदा, गरीब कल्याण जैसे जनहित के कामों में खर्च किया जाता है। शिमला के संजौली से सुलगी चिंगारी दरअसल, हिमाचल में बीते 31 अगस्त से मस्जिद मामले में बवाल मचा हुआ है। दो गुटों में लड़ाई के बाद मामला हिंदू-मुस्लिम का हो गया है। प्रदेश में अवैध तौर पर बनी मस्जिदों को तोड़ने के लिए लोग सड़कों पर उतर रहे है। शिमला के संजौली मस्जिद से उठा विवाद पूरे प्रदेश में फैल गया है। इसी मामले में देवभूमि संघर्ष समिति ने 27 अक्टूबर को प्रदेशभर में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। शुरुआत में यह प्रदर्शन मस्जिद गिराने की मांग तक सीमित था, लेकिन बीते चार-पांच दिनों के दौरान वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग तेज होने लगी है। इस बीच पीडब्ल्यूडी मंत्री ने भी इसमें सुधार का सुझाव दिया है।
शिमला में नशा तस्करी करने वाली दो युवतियां गिरफ्तार:अब तक 2 गैंग का हो चुका पर्दाफाश, पकड़े जा चुके 11 तस्कर
शिमला में नशा तस्करी करने वाली दो युवतियां गिरफ्तार:अब तक 2 गैंग का हो चुका पर्दाफाश, पकड़े जा चुके 11 तस्कर हिमाचल के शिमला में पुलिस ने मंगलवार को नशा तस्करी करने वाली दो युवतियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी युवती सगी बहनें हैं। बीते कल ही पुलिस ने रंजन गैंग के 6 आरोपियों को गिरफ्तार करके उसका भंडाफोड़ किया था, मंगलवार को गिरफ्तार हुई दोनों युवतियां भी इसी गैंग की सदस्य हैं। शाही महात्मा और राधे गैंग के बाद पुलिस ने रंजन गैंग के 6 आरोपियों को कल गिरफ्तार किया था। इस गैंग के 3 सदस्य पहले पकड़े जा चुके थे। इनसे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने रंजन गैंग का पर्दाफाश किया है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। DSP ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि पुलिस ने NDPS एक्ट के तहत बीते 13 सितंबर को कोटखाई में एक किराए के कमरे से 3 लोगों को चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था, जिसमें 2 कोटखाई और 1 दिल्ली का तस्कर शामिल था। इनकी गिरफ्तारी के समय पुलिस को जानकारी मिली कि इनका अंतरराज्यीय गिरोह है। इसके बाद पुलिस ने जांच जारी रखी और इनका बैक ग्राउंड खंगाला। इसमें पुलिस को सोमवार को बड़ी कामयाबी मिली थी, जब पुलिस ने इस गैंग के 6 लोगों को गिरफ्तार किया था और आज इसी में दो लड़कियों की गिरफ्तारी हुई है। मामले में अब तक 11 लोग गिरफ्तार
DSP ठियोग ने बताया कि रंजन गैंग के अब तक 11 तस्कर पकड़े जा चुके हैं। गैंग में पकड़े गए तस्करों में गैंग का सरगना रंजन शर्मा कोटखाई का रहने वाला है। वहीं सुमन शाही कोटखाई, कमल आचार्य पश्चिमी दिल्ली का रहने वाला है। इनके अलावा बीते कल 6 लोगों जिनकी पहचान विकास दत्ता उम्र 38 गांव गूंजदली पीओ व तहसील टिककर शिमला, लोकेंद्र कंवर उम्र 39 गांव कराली कोटखाई, सचिन चौहान उम्र 31 गांव कुपवी नाला कोटखाई, कपिल सावंत उम्र 38 गांव जलताड़ चलनैर कोटखाई, प्रमोद खिमटा उम्र 40 गांव आदर्श नगर देवरी खनेटी कोटखाई और अभिलाष उम्र 31 गांव सहडौली कोकुनाला शिमला के रहने वाले के रुप मे हुई थी। मंगलवार को इसमें दो लोगों का और इजाफा हुआ है। पुलिस ने गिरफ्तार की गई युवतियों की पहचान महक नेगी उम्र 24 ,निवासी पडशाल, डाकघर दरकोटी, तहसील कोटखाई व सिमरन नेगी उम्र 22 साल ,पडशाल डाकघर दरकोटी तहसील कोटखाई जिला शिमला के रूप में हुई है। गिरफ्तार हुई दोनों युवतियां रिश्ते में बहने बताई जा रही हैं। DSP शिमला बोले कार्रवाई अभी जारी
DSP सिद्धार्थ शर्मा ने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है। रंजन गैंग के 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गैंग कोटखाई के पूरे क्षेत्र में फैला हुआ था और अवैध नशे की सप्लाई करता था। उन्हें अंदेशा है कि इस गैंग में अभी और भी लोग शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा, गैंग को जड़ से उखाड़ फेंकने तक पुलिस की जांच जारी रहेगी। इससे पहले शाही महात्मा व राधे गैंग का भी भंडाफोड़ हो चुका है। इन दोनों गैंग में शाही महात्मा के करीब 30 तस्कर और राधे गैंग में आधा दर्जन से ज्यादा आरोपी गिरफ्तार किए गए। शिमला पुलिस ने एक महीने के भीतर तीसरी बड़ी गैंग का भंडाफोड़ किया है। इन तीनों गैंग का सीधा अंतरराज्यीय कनेक्शन था।
ऊना में अवैध माइनिंग के खिलाफ कार्रवाई:एसडीएम ने 2 लाख रुपए वसुला जुर्माना, जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्राली को किया जब्त
ऊना में अवैध माइनिंग के खिलाफ कार्रवाई:एसडीएम ने 2 लाख रुपए वसुला जुर्माना, जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्राली को किया जब्त हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के उपमंडल अंब के एसडीएम सचिन शर्मा ने इलीगल माइनिंग करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने रविवार को पुलिस की एक टीम को साथ लेकर कलरूही में अवैध माइनिंग कर रहे 5 ट्रैक्टर व एक जेसीबी को जब्त कर 2 लाख 25 हजार रुपया जुर्माना वसूल किया है। दरअसल एसडीएम ने पुलिस के साथ रविवार दोपहर कलरूही खड्ड में चेकिंग की। इस दौरान उन्होंने वहां पर एक जेसीबी व 5 ट्रैक्टरों को मिट्टी से भरा हुआ पाया। एसडीएम इन सभी वाहनों को अपने कार्यालय लेकर आए थे। इसके बाद उन्होंने एनजीटी ऑर्डर्स के अनुसार जेसीबी का 2 लाख रुपए का और इलीगल माइनिंग के लिए प्रति ट्रैक्टर ₹5000 का जुर्माना लगाया है।एसडीएम अंब सचिन शर्मा का कहना है। यह ट्रैक्टर न केवल इलीगल माइनिंग कर रहे थे बल्कि यह सड़क पर बिना नंबर के ही दौड़ रहे थे। इनके ऊपर मौका पर कार्रवाई करने की बजाय इन्हें जब्त कर कार्यालय लाया गया है। उन्होंने कहा कि जब इनके मालिक इन्हें छुड़वाने आएंगे तब आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अवैध खनन पर्यावरण के लिए खतरा बनता जा रहा है और बिना नंबर घूम रहे ट्रैक्टर लोगों की सुरक्षा के लिए भी किसी खतरे से काम नहीं है। उन्होंने कहा कि बिना नंबर प्लेट घूमने वाले वाहनों और अवैध खनन करने वालों पर ऐसी कार्रवाई निकट भविष्य में भी चलती रहेगी।