घरौंडा में बारिश में रात को गिरी मकान की छत:कमरे में सो रहे पति-पत्नी घायल; गहरी नींद में था पूरा परिवार

घरौंडा में बारिश में रात को गिरी मकान की छत:कमरे में सो रहे पति-पत्नी घायल; गहरी नींद में था पूरा परिवार

हरियाणा में करनाल जिला के घरौंडा के गांव कैरवाली में देर रात बारिश के चलते एक गरीब परिवार के मकान की छत गिरने से बड़ा हादसा हुआ। इस हादसे में कमरे में सो रहे दंपती घायल हो गए। हादसा रात 2 बजे हुआ, जब पूरा परिवार गहरी नींद में था। गनीमत रही कि गाटर दंपती पर नहीं गिरा, अन्यथा जान भी जा सकती थी। घायलों को घरौंडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पीड़ित परिवार ने मुआवजे की मांग की है। जानकारी अनुसार गांव कैरवाली निवासी 40 वर्षीय बिजेंद्र सिंह मेहनत मजदूरी का काम करता है। उसका मकान कड़ियों का बना हुआ है। लंबे समय से छत की मरम्मत की जरूरत थी। लगातार हो रही बारिश के कारण छत की मजबूती कम हो गई थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। उसने बताया कि घटना के समय वह और उसकी पत्नी सुषमा तथा 17 वर्षीय बेटा टिंकू कमरे में सो रहे थे। रात को तेज बारिश हुई थी। जिससे घर की छत अचानक ढह गई और वह और उसकी पत्नी मलबे में दब गए। कड़ियां ऊपर गिरने की वजह से गंभीर व गुम चोटे आई है। गनीमत रही कि बेटे को कोई चोट नहीं आई। हादसा होने के बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और उन्हें मलबे से बाहर निकाला और नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। बिजेंद्र ने बताया कि उसका परिवार पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, और अब इस हादसे के बाद उनकी हालत और भी खराब हो गई है। उनके घर का सारा सामान मलबे के नीचे दब चुका है। सिर से छत जा चुके है। ऐसे में सरकार से मुआवजे की मांग है, ताकि हम अपने घर की मरम्मत कर सकें और अपने जीवन को फिर से पटरी पर ला सकें। ग्रामीणों ने भी प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है और उम्मीद जताई है कि सरकार जल्द से जल्द इस परिवार की सहायता करेगी। वहीं गांव के सरपंच प्रतिनिधि मनीष राणा ने बताया कि बिजेंद्र के मकान की छत ढह गई है और दोनों चोटें भी आई है। गरीब परिवार है, इसकी सहायता के लिए सरकार से मुआवजे का निवेदन किया जाएगा। हरियाणा में करनाल जिला के घरौंडा के गांव कैरवाली में देर रात बारिश के चलते एक गरीब परिवार के मकान की छत गिरने से बड़ा हादसा हुआ। इस हादसे में कमरे में सो रहे दंपती घायल हो गए। हादसा रात 2 बजे हुआ, जब पूरा परिवार गहरी नींद में था। गनीमत रही कि गाटर दंपती पर नहीं गिरा, अन्यथा जान भी जा सकती थी। घायलों को घरौंडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पीड़ित परिवार ने मुआवजे की मांग की है। जानकारी अनुसार गांव कैरवाली निवासी 40 वर्षीय बिजेंद्र सिंह मेहनत मजदूरी का काम करता है। उसका मकान कड़ियों का बना हुआ है। लंबे समय से छत की मरम्मत की जरूरत थी। लगातार हो रही बारिश के कारण छत की मजबूती कम हो गई थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। उसने बताया कि घटना के समय वह और उसकी पत्नी सुषमा तथा 17 वर्षीय बेटा टिंकू कमरे में सो रहे थे। रात को तेज बारिश हुई थी। जिससे घर की छत अचानक ढह गई और वह और उसकी पत्नी मलबे में दब गए। कड़ियां ऊपर गिरने की वजह से गंभीर व गुम चोटे आई है। गनीमत रही कि बेटे को कोई चोट नहीं आई। हादसा होने के बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और उन्हें मलबे से बाहर निकाला और नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। बिजेंद्र ने बताया कि उसका परिवार पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, और अब इस हादसे के बाद उनकी हालत और भी खराब हो गई है। उनके घर का सारा सामान मलबे के नीचे दब चुका है। सिर से छत जा चुके है। ऐसे में सरकार से मुआवजे की मांग है, ताकि हम अपने घर की मरम्मत कर सकें और अपने जीवन को फिर से पटरी पर ला सकें। ग्रामीणों ने भी प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है और उम्मीद जताई है कि सरकार जल्द से जल्द इस परिवार की सहायता करेगी। वहीं गांव के सरपंच प्रतिनिधि मनीष राणा ने बताया कि बिजेंद्र के मकान की छत ढह गई है और दोनों चोटें भी आई है। गरीब परिवार है, इसकी सहायता के लिए सरकार से मुआवजे का निवेदन किया जाएगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर