भाजपा सांसद और फिल्म एक्टर रवि किशन को जान से मारने की धमकी देते हुए वसूली की मांग करने वाले आरोपियों की अग्रिम जमानत पत्र विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम विजेश कुमार ने निरस्त कर दिया। अपर्णा सोनी उर्फ अपर्णा ठाकुर, उसके पति राजेश प्रेमनाथ सोनी व उसकी लड़की शिनोवा ने अग्रिम जमानत दाखिल किया था। इस मामले में सांसद रवि किशन की पत्नी प्रीति शुक्ला ने 16 अप्रैल 2024 को हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था। उन्होंने बताया कि मुंबई निवासी आरोपित अपर्णा सोनी ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर स्वयं को सांसद की पत्नी बताया। उसकी बेटी के जैविक पिता वादिनी के पति रवि किशन है। साथ ही धमकी देते हुए कहा कि उसका संबंध अंडरवर्ल्ड मफियाओं से है। अगर उसकी बात नहीं मानी तो उसके पति जो उस वक्त गोरखपुर लोकसभा से चुनाव लड़ रहे थे। उनको झूठे मुकदमे मे फंसा देगी, जिससे समाज में उनकी छवि धूमिल हो जाएगी। इसके अतिरिक्त आरोपित महिला ने वादिनी को जान से मारने की धमकी देते हुए बीस करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की थी। न्यायालय ने अग्रिम जमानत याचिका रद्द करते हुए कहा कि प्रस्तुत मामले में विवेचना जारी है, आरोपितों द्वारा साक्ष्यों से छेड़छाड़ व गवाहों को प्रभावित करने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। भाजपा सांसद और फिल्म एक्टर रवि किशन को जान से मारने की धमकी देते हुए वसूली की मांग करने वाले आरोपियों की अग्रिम जमानत पत्र विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम विजेश कुमार ने निरस्त कर दिया। अपर्णा सोनी उर्फ अपर्णा ठाकुर, उसके पति राजेश प्रेमनाथ सोनी व उसकी लड़की शिनोवा ने अग्रिम जमानत दाखिल किया था। इस मामले में सांसद रवि किशन की पत्नी प्रीति शुक्ला ने 16 अप्रैल 2024 को हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था। उन्होंने बताया कि मुंबई निवासी आरोपित अपर्णा सोनी ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर स्वयं को सांसद की पत्नी बताया। उसकी बेटी के जैविक पिता वादिनी के पति रवि किशन है। साथ ही धमकी देते हुए कहा कि उसका संबंध अंडरवर्ल्ड मफियाओं से है। अगर उसकी बात नहीं मानी तो उसके पति जो उस वक्त गोरखपुर लोकसभा से चुनाव लड़ रहे थे। उनको झूठे मुकदमे मे फंसा देगी, जिससे समाज में उनकी छवि धूमिल हो जाएगी। इसके अतिरिक्त आरोपित महिला ने वादिनी को जान से मारने की धमकी देते हुए बीस करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की थी। न्यायालय ने अग्रिम जमानत याचिका रद्द करते हुए कहा कि प्रस्तुत मामले में विवेचना जारी है, आरोपितों द्वारा साक्ष्यों से छेड़छाड़ व गवाहों को प्रभावित करने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज को बड़ा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने नहीं मानी बात, जाना पड़ेगा मद्रास
इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज को बड़ा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने नहीं मानी बात, जाना पड़ेगा मद्रास <p style=”text-align: justify;”><strong>Justice Shamim Ahmed:</strong> इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शमीम अहमद के मद्रास हाईकोर्ट में तबादले पुनर्विचार की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया है. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनका तबादला बेहतर न्याय व्यवस्था के लिए किया गया है. 21 अगस्त को जस्टिस शमीम अहमद के ट्रांसफर की सिफारिश की गई थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शमीम अहमद के तबादले की सिरफारिश की थी. इसमें जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हृषिकेश राय शामिल थे. जस्टिस शमीम अहमद ने 22 अगस्त 2024 को इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी और उनके तबादले को रोकने की अपील की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुप्रीम कोर्ट ने ठुकराया अनुरोध</strong><br />इस मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने कहा कि जस्टिस शमीम अहमद ने मद्रास हाईकोर्ट में अपने तबादले के प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है. जिसे लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट और मद्रास हाईकोर्ट दोनों के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीशों से परामर्श किया गया है. जिसके बाद कोर्ट ने उनके अनुरोध को ठुकरा दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>कॉलेजियम ने कहा कि जस्टिस अहमद के मद्रास हाईकोर्ट में तबादले के प्रस्ताव पर पुनर्विंचार करने का अनुरोध किया गया है लेकिन उनके इस अनुरोध में कोई ख़ास दम नहीं है. इसलिए उनके अनुरोध के आवेदन को ठुकराया जाता है और सुप्रीम कोर्ट उनके मद्रास हाईकोर्ट में स्थानांतरण की 21 अगस्त 2024 को की गई अनुशंसा को दोहराता है. कोर्ट के इस फैसले के बाद अब जस्टिस शमीम अहमद को मद्रास हाईकोर्ट में अपने पदभार को ग्रहण करना होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जस्टिस शमीम अहमद को 12 दिसंबर 2019 को इलाहाबाद हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया, जिसके बाद 26 मार्च, 2021 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की और इसके बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ही क़ानून की पढ़ाई की है. 17 अप्रैल 1993 को वो बार कांउसिल ऑफ उत्तर प्रदेश में एक वकील के रूप में नामांकित हुए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-deepotsav-2024-after-ram-mandir-inauguration-25-lakh-lamps-will-be-lit-ann-2772873″>Ayodhya में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहला दीपोत्सव होगा भव्य, 25 लाख दीये जलेंगे, बनेगा नया रिकॉर्ड</a></strong> <br /> </p>
डॉ. शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय का 11वां दीक्षांत समारोह:राज्यपाल की मौजूदगी में 1615 स्टूडेंट्स को उपाधि; 159 मेधावियों को मेडल
डॉ. शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय का 11वां दीक्षांत समारोह:राज्यपाल की मौजूदगी में 1615 स्टूडेंट्स को उपाधि; 159 मेधावियों को मेडल डॉ.शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह का आयोजन आज होगा। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में सुबह 11 बजे कॉन्वोकेशन की शुरुआत होगी। पद्मश्री मुरलीकांत पेटकर बतौर मुख्य अतिथि दीक्षांत में शामिल होंगे। इस दौरान 1615 स्टूडेंट्स को उपाधि और 130 मेधावियों को 159 मेडल दिए जाएंगे। इनमें 59 गोल्ड, 50 सिल्वर और 50 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। इन मेधावियों को मिलेंगे मेडल
चांसलर गोल्ड मेडल लखीमपुर खीरी निवासी छात्र चिन्मय शुक्ला को मिलेगा। सीएम गोल्ड मेडल कला एवं संगीत संकाय में तेजल कनौजिया, वाणिज्य से शिवानी अग्रवाल, विशेष शिक्षा प्रेमांशी साहू, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की आकांक्षा शर्मा को दिया जाएगा। इसके अलावा 37 शोधार्थियों को पीएचडी उपाधि दी जाएगी। गुरुवार को हुआ रिहर्सल
दीक्षांत समारोह के एक दिन पहले यानी गुरुवार को विश्वविद्यालय में कॉन्वोकेशन का रिहर्सल हुआ। इसमें प्रो. शेफाली यादव चांसलर की भूमिका में नजर आईं। जबकि मुख्य अतिथि पद्मश्री मुरलीकांत पेटकर की भूमिका में डॉ. महेश चौधरी, डॉ. देवेश कटियार विभागीय मंत्री, प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा बने। इसके साथ कुलपति प्रो. संजय सिंह, कुलसचिव रोहित सिंह व परीक्षा नियंत्रक अमित कुमार राय मौजूद रहे। आहत दिव्यांग छात्र ने थीसिस जलाने की दे रखी हैं धमकी
विश्वविद्यालय में कॉन्वोकेशन की तैयारियों के बीच नया विवाद सामने आया है। कुलपति से लिखित आश्वासन न मिलने पर दिव्यांग छात्र ने दीक्षांत समारोह के दिन थीसिस जलाने की धमकी दी हैं। आरोप हैं कि दिव्यांग छात्र मंतोष को थीसिस सबमिट करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। मंतोष के मुताबिक वर्ष 2015-16 में उसने पीएचडी में दाखिला लिया था। विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहते हुए लगातार 5 साल से अधिक समय तक पीएचडी की पढ़ाई की। UGC के नियमों का पूरा पालन किया। पर जब थीसिस जमा करने का समय आया तो जिम्मेदारों ने आनाकानी शुरू कर दी। जबकि उसके साथ के कई स्टूडेंट्स को पीएचडी अवॉर्ड भी की जा चुकी हैं। अब केवल उनकी थीसिस जमा कर डिग्री अवॉर्ड करना बाकी है। मंतोष ने विश्वविद्यालय पर जानबूझ कर शोधार्थियों की थीसिस जमा करने में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया है।
हरियाणा चुनाव के लिए BJP ने 2 कमेटियां बनाईं:कुलदीप बिश्नोई एक में मेंबर, दूसरे के संयोजक; कांग्रेस छोड़ आईं किरण चौधरी का नाम नहीं
हरियाणा चुनाव के लिए BJP ने 2 कमेटियां बनाईं:कुलदीप बिश्नोई एक में मेंबर, दूसरे के संयोजक; कांग्रेस छोड़ आईं किरण चौधरी का नाम नहीं हरियाणा में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 2 समितियों की घोषणा कर दी है। इनमें प्रदेश चुनाव समिति और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति शामिल है। प्रदेश चुनाव समिति में मनोहर लाल खट्टर के साथ राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर समेत 20 नेताओं को शामिल किया गया है। प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति की कमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को सौंपी गई है। वह हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष भी हैं। भाजपा के हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया ने इस संबंध में पत्र जारी करते हुए कहा कि यह नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू होंगी। इस लिस्ट में सबसे चौंकाने वाली 2 बातें सामने आई हैं। पहली… लिस्ट में पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई को पूरी अहमियत दी गई है। उन्हें प्रदेश चुनाव समिति का मेंबर और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया है। वह हिसार से लोकसभा टिकट काटे जाने के बाद पार्टी से नाराज चल रहे थे। दूसरी… लोकसभा चुनाव में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से अपनी बेटी श्रुति चौधरी को टिकट न मिलने पर कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुई किरण चौधरी या उनकी बेटी श्रुति चौधरी को BJP ने दोनों कमेटियों में से किसी में जगह नहीं दी किस कमेटी में कौन-कौन से नेता प्रदेश चुनाव समिति : इसमें प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, सीएम नायब सैनी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, भाजपा संसदीय बोर्ड की मेंबर पूर्व सांसद सुधा यादव, पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, राष्ट्रीय सचिव ओपी धनखड़, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, मंत्री जेपी दलाल, भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई, राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, रोहतक से लोकसभा चुनाव हारे अरविंद शर्मा, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, प्रदेश संगठन महामंत्री फणींद्रनाथ शर्मा, प्रदेश महामंत्री कृष्ण बेदी, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष उषा प्रियदर्शी, एसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सत्यप्रकाश जरावता को शामिल किया गया है। प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति: इसमें मोहनलाल बड़ौली को अध्यक्ष, कुलदीप बिश्नोई को संयोजक, कृष्ण पंवार और वेदपाल एडवोकेट को सह संयोजक बनाया गया है। इसके अलावा ओमप्रकाश धनखड़, सुनीता दुग्गल, विपुल गोयल, कृष्णमूर्ति हुड्डा, जवाहर यादव, अजय बंसल, संदीप जोशी, जीएल शर्मा, सुनीता दांगी, रेणु डाबला, कैप्टन भूपेंद्र, उषा प्रियदर्शी, अरविंद यादव, मानस डेका, वरिंद्र गर्ग, मेयर मदन चौहान, मदन गोयल, उमेश शर्मा, नागेंद्र शर्मा, प्रवीन जैन, राजीव जेटली, अरूण यादव, आदित्य चावला, सुनील राव, मनोज शर्मा, संचित नांदल, डॉ. बलवान और कर्नल राजेंद्र सुहाग को मेंबर बनाया गया है। PM मोदी से मिले थे कुलदीप बिश्नोई
कुलदीप बिश्नोई ने पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी और कहा था कि वह हरियाणा में चुनाव को लीड करना चाहते हैं। इसी को देखते हुए कुलदीप बिश्नोई को प्रदेश चुनाव समिति में जगह दी गई है और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया है। प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का अहम रोल
प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति ही तय करती है कि राज्य में किस नेताओं के दौरे कब और कहां होंगे, सार्वजनिक सम्मेलनों, चुनाव प्रचार सामग्री के वितरण और राज्य स्तरीय चुनाव घोषणापत्र तैयार करने आदि का काम संभालती है। BJP की जारी कमेटियों की लिस्ट देखें…