हरियाणा के फतेहाबाद में एक बाइक सवार युवक द्वारा 7वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र को बहला फुसलाकर उससे गलत काम करने और उसकी वीडियो बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने बालक के बयानों के आधार पर बीएनएस की धारा 137 (2), 351 (2) (3) व चार पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस को दिए बयान में बालक ने बताया कि वह 7वीं में पढ़ता है और कल शाम को वह रतिया चुंगी क्षेत्र की तरफ अपनी मां के पास जा रहा था। किशोर ने बताया कि रास्ते में उसे बाइक पर एक युवक मिला, जिसे वह नहीं जानता। युवक ने उसे पास बुलाकर कहा कि वह पिंजरा लेने जा रहा है और इसके बाद उसे बातों में लेकर अपने बाइक पर बैठाकर सिरसा रोड की तरफ ले गया। बालक ने बताया कि रास्ते में खाली जगह देखकर उसने बाइक रोका और उसके कपड़े उतार कर उससे गलत काम करना शुरू कर दिया। बालक के अनुसार उसकी वीडियो बनाने लगा। उसने शोर मचाया तो उसका मुंह दबाकर उसे मारने की धमकी दी। जिससे वह डर गया। बाद में आरोपी उसे रतिया चुंगी क्षेत्र में छोड़ गया, जहां उसने अपनी मां को यह बात बताई। पुलिस मामले में जांच पड़ताल कर रही है। हरियाणा के फतेहाबाद में एक बाइक सवार युवक द्वारा 7वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र को बहला फुसलाकर उससे गलत काम करने और उसकी वीडियो बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने बालक के बयानों के आधार पर बीएनएस की धारा 137 (2), 351 (2) (3) व चार पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस को दिए बयान में बालक ने बताया कि वह 7वीं में पढ़ता है और कल शाम को वह रतिया चुंगी क्षेत्र की तरफ अपनी मां के पास जा रहा था। किशोर ने बताया कि रास्ते में उसे बाइक पर एक युवक मिला, जिसे वह नहीं जानता। युवक ने उसे पास बुलाकर कहा कि वह पिंजरा लेने जा रहा है और इसके बाद उसे बातों में लेकर अपने बाइक पर बैठाकर सिरसा रोड की तरफ ले गया। बालक ने बताया कि रास्ते में खाली जगह देखकर उसने बाइक रोका और उसके कपड़े उतार कर उससे गलत काम करना शुरू कर दिया। बालक के अनुसार उसकी वीडियो बनाने लगा। उसने शोर मचाया तो उसका मुंह दबाकर उसे मारने की धमकी दी। जिससे वह डर गया। बाद में आरोपी उसे रतिया चुंगी क्षेत्र में छोड़ गया, जहां उसने अपनी मां को यह बात बताई। पुलिस मामले में जांच पड़ताल कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में कांग्रेस ने गुपचुप तरीके से लगाया सह प्रभारी:राहुल के करीबी बघेल को मिला जिम्मा; बाबरिया की हो सकती है छुट्टी
हरियाणा में कांग्रेस ने गुपचुप तरीके से लगाया सह प्रभारी:राहुल के करीबी बघेल को मिला जिम्मा; बाबरिया की हो सकती है छुट्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस हाईकमान ने संगठन लेवल पर बदलाव शुरू कर दिया है। इसी क्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेता जितेंद्र बघेल को हरियाणा का नया सहप्रभारी लगाया है। कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया पहले ही हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने इस्तीफे की पेशकश राहुल गांधी से कर चुके हैं। हरियाणा में सहप्रभारी के खाली पड़े पद पर राहुल गांधी के करीबी जितेंद्र बघेल को लगाए 10 दिन हो चुके हैं लेकिन उनकी नियुक्ति से जुड़ा कोई आदेश जारी नहीं हुआ। हार के कारणों की जांच के लिए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान की ओर से गठित 8 मेंबरी कमेटी की मंगलवार को दिल्ली में हुई मीटिंग में बघेल शामिल हुए। उसके बाद ही उनके नया सहप्रभारी बनने की बात सामने आई। इस कमेटी की 9 नवंबर को दिल्ली में दोबारा मीटिंग होगी जिसमें सभी हारे हुए उम्मीदवारों को बुलाया गया है। उस समय जितेंद्र बघेल इन कैंडिडेट्स से बात करेंगे। कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया मंगलवार को हुई मीटिंग में मौजूद नहीं थे। 8 अक्टूबर को आए विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद से ही बाबरिया ने पार्टी के सभी प्रोग्रामों से दूरी बना रखी है। ऐसे में जितेंद्र बघेल की तैनाती काफी अहम है। जितेंद्र बघेल ने अपना राजनीतिक करियर कांग्रेस से ही शुरू किया। छात्र संघ चुनाव के जरिए कांग्रेस में एंट्री लेने वाले बघेल गुजरात समेत कई राज्यों में पार्टी संगठन का कामकाज संभाल चुके हैं। बघेल ने हारे नेताओं को बुलाने की बात कही
हार के कारण जानने के लिए 5 नवंबर को दिल्ली में 8 सदस्यीय कमेटी की मीटिंग हुई थी। मीटिंग की अध्यक्षता हरियाणा के सह प्रभारी जितेंद्र बघेल और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने की। मीटिंग में कमेटी के चेयरमैन करण सिंह दलाल भी मौजूद रहे। इस मीटिंग में जितेंद्र बघेल ने हारे हुए नेताओं को बुलाने की बात कही थी। करीब डेढ़ घंटे चली मीटिंग में तय हुआ कि 9 नवंबर को दोपहर 12 बजे दिल्ली में दोबारा मीटिंग की जाएगी और इसमें चुनाव हारने वाले 53 नेताओं को बुलाया जाएगा। इन नेताओं से न केवल हार के कारण पूछे जाएंगे, बल्कि इनके सबूत भी मांगे जाएंगे। इन सबूतों का कांग्रेस की लीगल टीम अध्ययन करेगी और अदालत का दरवाजा खटखटाएगी। कांग्रेस के मुताबिक- हारे नेताओं से 4 बिंदुओं पर मांगे जाएंगे सबूत
1. पुलिस का क्या रोल रहा : चुनाव में भाजपा के नेताओं व उनके प्रतिनिधियों पर शराब और पैसा बांटने का आरोप था। किन-किन एरिया में कब-कब पैसा बांटा गया।
2. अधिकारियों की भूमिका : अधिकारियों पर भाजपा के पक्ष में वोट डलवाने का आरोप था। इन अधिकारियों के नाम और वीडियो फुटेज।
3. धर्म के नाम पर वोट : भाजपा नेताओं पर धर्म के नाम पर वोट मांगने का आरोप था। वोटों का ध्रुवीकरण का प्रयास किया गया।
4. बूथों की वेब कास्टिंग : चुनाव आयोग की तरफ से पूरी चुनाव प्रक्रिया को वेब कास्ट करने और CCTV की निगरानी में EVM रखने का प्रावधान था, लेकिन कई जगहों पर CCTV नहीं थे। स्ट्रॉन्ग रूम में भी कई जगह लाइटें कट गईं। कमेटी में ये नेता शामिल ____________________________________________________________________________ हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया इस्तीफे की पेशकश कर चुके हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच दीपक बाबरिया को ब्रेन स्ट्रोक आया था। उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराना पड़ा था। चुनाव में हार के बाद उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की थी। उन्होंने राहुल गांधी से कहा था कि मेरी जगह किसी और को हरियाणा का प्रभारी नियुक्त किया जाए, मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी। स्वास्थ्य कारणों के कारण अभी समय नहीं दे सकता। पूरी खबर पढ़ें…
रोहतक में पराली जलाने वाले किसान पर केस:हरसेक से मिली लोकेशन, मौके पर पहुंची टीम, जिले में तीसरी FIR
रोहतक में पराली जलाने वाले किसान पर केस:हरसेक से मिली लोकेशन, मौके पर पहुंची टीम, जिले में तीसरी FIR रोहतक में पराली जलाने वाले किसान पर केस दर्ज किया गया है। हरसेक से मिली लोकेशन के बाद ग्राम स्तरीय निगरानी टीम ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया और कार्रवाई की। इससे पहले जिले में दो किसानों पर फसल अवशेष जलाने की धाराओं के तहत केस दर्ज हो चुका है, यह तीसरी FIR है। कृषि विभाग के एग्रीकल्चर सुपरवाइजर प्रीतम ने सदर थाना पुलिस को शिकायत दी। शिकायत में धान के अवशेष जलाने वाले किसान पर कार्रवाई करने के लिए लिखा। उसने कहा कि धान कटाई के बाद बचे हुए अवशेष जलने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके लिए रोहतक के उप कृषि निदेशक ने पत्र जारी करके ग्राम स्तरीय संयुक्त टीम (एग्रीकल्चर, पटवारी व ग्राम सचिव) का गठन किया गया है। वही रोहतक के डीसी द्वारा जारी पत्र के अनुसार धारा 163 के तहत धान के अवशेष जलाना एक दंडनीय अपराध है। हरसेक से मिली आगजनी की लोकेशन 26 अक्टूबर को हरसेक से आगजनी की लोकेशन ग्राम स्तरीय निगरानी टीम को प्राप्त हुई। इसके बाद टीम ने खेतों का निरीक्षण किया तो पाया कि किसानों ने अपने खेत में धान के अवशेष जलाए हुए हैं। गांव सांघी के करीब डेढ़ एकड़ में फसल अवशेष जलाए पाए गए। खेत गांव सांघी निवासी रामबीर का था, जिसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को लिखा गया। पुलिस में किसान के खिलाफ केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
किरण चौधरी की सदस्यता के खिलाफ कांग्रेस:स्पीकर को पिटीशन दे सदस्यता खत्म करने की मांग; ज्ञानचंद गुप्ता पहली याचिका कर चुके खारिज
किरण चौधरी की सदस्यता के खिलाफ कांग्रेस:स्पीकर को पिटीशन दे सदस्यता खत्म करने की मांग; ज्ञानचंद गुप्ता पहली याचिका कर चुके खारिज हरियाणा में भाजपा जॉइन कर चुकी कांग्रेस विधायक किरण चौधरी के खिलाफ उन्हीं की पार्टी की ओर से विधानसभा स्पीकर को फिर से पिटीशन दी गई है। इस पिटीशन में कांग्रेस की ओर से किरण चौधरी के खिलाफ दल बदल कानून के तहत कार्रवाई करते हुए उनकी विधानसभा सदस्यता रद करने की मांग की गई है। इससे पहले भी कांग्रेस की और से इस बाबत एक याचिका डाली जा चुकी है, लेकिन स्पीकर ने उसे तकनीकी कमियों के आधार पर खारिज कर दिया था। हालांकि स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने यह स्पष्ट किया है कि वह इस मामले में नई पिटीशन देखने के बाद ही कुछ कह पाएंगे। किरण अभी भी कांग्रेस विधायक हरियाणा में कांग्रेस से इस्तीफा दे चुकी तोशाम से विधायक किरण चौधरी अभी कांग्रेस की ही विधायक हैं। इसका खुलासा खुद विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता कर चुके हैं। अगस्त में होने वाले मानसून सेशन में उन्हें कांग्रेस के खेमे में ही बैठना पड़ेगा। सदन में उन्हें नई सीट आवंटित नहीं की जाएगी। किरण चौधरी की विधानसभा सदस्यता रद्द करने का नोटिस स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता पहले ही खारिज कर चुके हैं। स्पीकर स्पष्ट कर चुके हैं कि विधानसभा की पार्टी स्थिति के अनुसार, किरण चौधरी कांग्रेस के साथ हैं। उन्हें तब तक कांग्रेस का हिस्सा माना जाएगा, जब तक वह इस्तीफा नहीं दे देतीं या अयोग्य घोषित नहीं कर दी जाती। अब यहां पढ़िए क्या हैं नियम… किरण चौधरी की विधायकी को लेकर चल रही कॉन्ट्रोवर्सी पर कानूनी जानकारों का कहना है कि इस मुद्दे पर नियमों के अनुसार याचिका दायर की जानी चाहिए। हर याचिका पर याचिकाकर्ता द्वारा सिग्नेचर किए जाने चाहिए और सिविल प्रक्रिया संहिता (CPC) के अनुसार उनके द्वारा वेरिफिकेशन की जानी चाहिए। याचिका के हर अटैचमेंट पर भी उसी तरह सिग्नेचर किए जाने चाहिए और उसका सत्यापन किया जाना चाहिए। जबकि स्पीकर दावा कर चुके हैं कि कांग्रेस के द्वारा दायर किए गए नोटिस के हर पेज पर सिग्नेचर नहीं किए हैं। खुद संज्ञान नहीं ले सकते स्पीकर विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता का कहना है कि किरण चौधरी के भाजपा में जाने पर वह स्वतः संज्ञान नहीं ले सकते। आरोप लगाने से पहले कांग्रेस को खुद को देखना चाहिए। अपने समय में वे 4 साल से अधिक समय तक एक याचिका पर बैठे रहे। स्पीकर ने नियमों का हवाला देते हुए दावा किया कि कांग्रेस ने पहले नोटिस दिया और फिर रिमाइंडर भेजा। जब मैंने उनका नोटिस खारिज किया, तब भी उन्होंने नियम नहीं पढ़े। मुझे उनकी कानून की डिग्री पर संदेह है। कांग्रेस ने स्पीकर पर ये लगाए आरोप कांग्रेस के मुख्य सचेतक बीबी बत्रा और डिप्टी CLP नेता आफताब अहमद स्पीकर पर जमकर निशाना साध चुके हैं। हाल ही में कांग्रेस के दोनों विधायकों ने आरोप लगाया था कि चूंकि स्पीकर सत्ताधारी पार्टी से हैं, इसलिए वे वैसे भी उनकी याचिका खारिज कर देते। कांग्रेस के दोनों नेता यहां तक कह चुके हैं कि स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता संविधान का मजाक उड़ा रहे हैं। कांग्रेस का आरोप- SC के फैसले की हो रही अनदेखी आफताब अहमद के अनुसार, स्पीकर के कार्यों ने डॉ. महाचंद्र प्रसाद सिंह बनाम बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष और अन्य के ऐतिहासिक 2004 के फैसले में निर्धारित सुप्रीम कोर्ट के सिद्धांतों की अनदेखी की है। उनका कहना है कि इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने माना था कि नियमों के प्रावधान इतने अनिवार्य नहीं थे, जबकि यह भी देखा गया था कि संवैधानिक प्रावधान यानी 10वीं अनुसूची के आदेश को पूरा करना स्पीकर का कर्तव्य है।