हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट को ओलिंपिक में सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इसका अभी और इंतजार करना पड़ेगा। खेल कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिटरेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने फैसला 16 अगस्त तक टाल दिया है। इससे पहले CAS ने 10 अगस्त को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखकर 13 अगस्त को फैसले की तारीख तय की थी। इस मामले में डॉ. एनाबेले बेनेट को फैसला सुनाना है। वहीं, आज अगर फैसला होता तो इसके बाद CAS में विनेश के वकील रहे हरीश साल्वे और भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) की प्रमुख पीटी ऊषा को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी थी। वहीं, इस मामले पर विनेश के ताऊ महावीर फोगाट ने कहा है कि हम विनेश का गोल्ड मेडलिस्ट की तरह की स्वागत करेंगे। विनेश के संन्यास को लेकर उन्होंने कहा कि जिस खिलाड़ी के साथ इतने बड़े स्तर पर ऐसा बर्ताव हो जाता है, वह खिलाड़ी ऐसा फैसला ले लेता है। पेरिस से लौटने पर विनेश को पूरा परिवार मनाएगा और 2028 के ओलिंपिक के लिए तैयारी शुरू करेंगे। 16 को देश लौटेंगी विनेश वहीं, विनेश फोगाट के भारत लौटने के सस्पेंस से भी पर्दा उठ गया है। विनेश 16 अगस्त को स्वदेश लौटेंगी। सुबह 10 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर उनकी फ्लाइट पहुंचने की संभावना है। एयरपोर्ट से वह अपने पैतृक गांव बलाली पहुंचेंगी। एयरपोर्ट से लेकर बलाली गांव तक विभिन्न स्थानों पर रेसलर का स्वागत होगा। वहीं, पेरिस ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी के बाद बाकी खिलाड़ी भारत लौट चुके हैं। एक दिन पहले विनेश को खेल विलेज के बाहर बैग के साथ स्पॉट किया गया था। चर्चा थी कि मंगलवार को विनेश भारत लौट सकती हैं। वेट बढ़ने पर अयोग्य करार दी गईं बता दें कि विनेश फोगाट ने ओलिंपिक में 50 kg वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक दिन में जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 पहलवानों को पटखनी देकर वह फाइनल में पहुंची। हालांकि अगले दिन फाइनल मुकाबले से पहले उसका वेट 100 ग्राम ज्यादा निकल आया। जिस वजह से उसे अयोग्य करार दे दिया गया। उधर, इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा- ”वजन का मैनेजमेंट करना खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी है। खासकर कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग और जूडो जैसे खेलों में। इनमें एथलीटों के वजन मैनेजमेंट की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की है, न कि IOA द्वारा नियुक्त चीफ मेडिकल अफसर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की।” विनेश के पक्ष में यह दलीलें भी रखी गईं खेल कोर्ट में विनेश के पक्ष में कहा गया कि 100 ग्राम वजन बहुत कम है। यह एथलीट के वजन के 0.1% से 0.2% से ज्यादा नहीं है। यह गर्मी के मौसम में इंसान के शरीर के फूलने से भी आसानी से बढ़ सकता है क्योंकि गर्मी के कारण इंसान की जीवित रहने की जरूरत की वजह से शरीर में ज्यादा पानी जमा होता है। इसके अलावा विनेश को एक ही दिन में 3 कॉम्पिटिशन लड़ने पड़े। इस दौरान एनर्जी को मेंटेन करने के लिए भी उन्हें खाना पड़ा। इसके अलावा भारतीय पक्ष ने कहा कि खेल गांव और ओलिंपिक गेम्स के एरीना के बीच की दूरी और पहले दिन फाइट के टाइट शेड्यूल की वजह से विनेश को वजन घटाने का पर्याप्त टाइम नहीं मिला। विनेश का वजन पहले दिन की 3 कुश्तियां लड़ने के बाद 52.7 किलो पहुंच चुका था। भारतीय पक्ष ने यह भी कहा कि विनेश को 100 ग्राम वजन बढ़ने से दूसरे रेसलर के मुकाबले कोई फायदा नहीं होना था। यह सिर्फ जरूरी रिकवरी प्रोसेस का परिणाम था। एक दिन में लगातार 3 मुकाबले लड़ने के बाद उसके शरीर को डाइट की भी जरूरत थी। भारतीय पक्ष ने यह भी दलील दी कि विनेश फोगाट के मामले में कोई धोखाधड़ी या हेराफेरी जैसी बात नहीं है। न ही कोई डोपिंग जैसा कोई इश्यू है। पहले सारे मुकाबले सही लड़ने और फाइनल में अयोग्य होने की वजह से विनेश को कड़ी मेहनत के बावजूद सिल्वर मेडल से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या- हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट को ओलिंपिक में सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इसका अभी और इंतजार करना पड़ेगा। खेल कोर्ट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिटरेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने फैसला 16 अगस्त तक टाल दिया है। इससे पहले CAS ने 10 अगस्त को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखकर 13 अगस्त को फैसले की तारीख तय की थी। इस मामले में डॉ. एनाबेले बेनेट को फैसला सुनाना है। वहीं, आज अगर फैसला होता तो इसके बाद CAS में विनेश के वकील रहे हरीश साल्वे और भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) की प्रमुख पीटी ऊषा को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी थी। वहीं, इस मामले पर विनेश के ताऊ महावीर फोगाट ने कहा है कि हम विनेश का गोल्ड मेडलिस्ट की तरह की स्वागत करेंगे। विनेश के संन्यास को लेकर उन्होंने कहा कि जिस खिलाड़ी के साथ इतने बड़े स्तर पर ऐसा बर्ताव हो जाता है, वह खिलाड़ी ऐसा फैसला ले लेता है। पेरिस से लौटने पर विनेश को पूरा परिवार मनाएगा और 2028 के ओलिंपिक के लिए तैयारी शुरू करेंगे। 16 को देश लौटेंगी विनेश वहीं, विनेश फोगाट के भारत लौटने के सस्पेंस से भी पर्दा उठ गया है। विनेश 16 अगस्त को स्वदेश लौटेंगी। सुबह 10 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर उनकी फ्लाइट पहुंचने की संभावना है। एयरपोर्ट से वह अपने पैतृक गांव बलाली पहुंचेंगी। एयरपोर्ट से लेकर बलाली गांव तक विभिन्न स्थानों पर रेसलर का स्वागत होगा। वहीं, पेरिस ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी के बाद बाकी खिलाड़ी भारत लौट चुके हैं। एक दिन पहले विनेश को खेल विलेज के बाहर बैग के साथ स्पॉट किया गया था। चर्चा थी कि मंगलवार को विनेश भारत लौट सकती हैं। वेट बढ़ने पर अयोग्य करार दी गईं बता दें कि विनेश फोगाट ने ओलिंपिक में 50 kg वेट कैटेगरी में कुश्ती लड़ी थी। एक दिन में जापान की ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 पहलवानों को पटखनी देकर वह फाइनल में पहुंची। हालांकि अगले दिन फाइनल मुकाबले से पहले उसका वेट 100 ग्राम ज्यादा निकल आया। जिस वजह से उसे अयोग्य करार दे दिया गया। उधर, इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा- ”वजन का मैनेजमेंट करना खिलाड़ी और कोच की जिम्मेदारी है। खासकर कुश्ती, वेटलिफ्टिंग, बॉक्सिंग और जूडो जैसे खेलों में। इनमें एथलीटों के वजन मैनेजमेंट की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट और उसके कोच की है, न कि IOA द्वारा नियुक्त चीफ मेडिकल अफसर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की।” विनेश के पक्ष में यह दलीलें भी रखी गईं खेल कोर्ट में विनेश के पक्ष में कहा गया कि 100 ग्राम वजन बहुत कम है। यह एथलीट के वजन के 0.1% से 0.2% से ज्यादा नहीं है। यह गर्मी के मौसम में इंसान के शरीर के फूलने से भी आसानी से बढ़ सकता है क्योंकि गर्मी के कारण इंसान की जीवित रहने की जरूरत की वजह से शरीर में ज्यादा पानी जमा होता है। इसके अलावा विनेश को एक ही दिन में 3 कॉम्पिटिशन लड़ने पड़े। इस दौरान एनर्जी को मेंटेन करने के लिए भी उन्हें खाना पड़ा। इसके अलावा भारतीय पक्ष ने कहा कि खेल गांव और ओलिंपिक गेम्स के एरीना के बीच की दूरी और पहले दिन फाइट के टाइट शेड्यूल की वजह से विनेश को वजन घटाने का पर्याप्त टाइम नहीं मिला। विनेश का वजन पहले दिन की 3 कुश्तियां लड़ने के बाद 52.7 किलो पहुंच चुका था। भारतीय पक्ष ने यह भी कहा कि विनेश को 100 ग्राम वजन बढ़ने से दूसरे रेसलर के मुकाबले कोई फायदा नहीं होना था। यह सिर्फ जरूरी रिकवरी प्रोसेस का परिणाम था। एक दिन में लगातार 3 मुकाबले लड़ने के बाद उसके शरीर को डाइट की भी जरूरत थी। भारतीय पक्ष ने यह भी दलील दी कि विनेश फोगाट के मामले में कोई धोखाधड़ी या हेराफेरी जैसी बात नहीं है। न ही कोई डोपिंग जैसा कोई इश्यू है। पहले सारे मुकाबले सही लड़ने और फाइनल में अयोग्य होने की वजह से विनेश को कड़ी मेहनत के बावजूद सिल्वर मेडल से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या- हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में 21 दिन से चल रही लू:42 साल का रिकार्ड टूटा; आज कुछ जिलों में बूंदाबांदी, पर गर्मी से राहत नहीं
हरियाणा में 21 दिन से चल रही लू:42 साल का रिकार्ड टूटा; आज कुछ जिलों में बूंदाबांदी, पर गर्मी से राहत नहीं हरियाणा में नौतपा चाहे खत्म हो गया है, लेकिन भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। प्रदेश का सिरसा लगातार देश में चौथे दिन भी सबसे गर्म रहा। सिरसा और राजस्थान के गंगानगर में 45.4 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। वहीं, लू ने प्रदेश लू में 42 साल का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया है। साल 1982 में लगातार 19 दिन लू चली थी। इस बार 21 दिन पार हो गए हैं । आज सूबे के कई स्थानों पर बूंदाबांदी व हल्की बारिश की संभावना है, लेकिन गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। आगे कैसा रहेगा मौसम जून में भी गर्मी से कोई राहत नहीं मिलने के आसार हैं। IMD के अनुसार आज प्रदेश के कई जिलों में बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने के असार हैं, लेकिन दिन के तापमान में ज्यादा गिरावट आने की संभावना नहीं है। वैसे भी दो दिन पहले एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर आज रात से कम हो जाएगा, इस वजह से मौसम फिर से शुष्क हो जाएगा। इससे दिन के तापमान में फिर से बढ़ोतरी हो सकती है। रात के तापमान में भी 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। दो दिन बाद फिर से बदलाव के आसार मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में दो दिन बाद फिर से बदलाव के आसार हैं। 5 से 6 जून को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे 6 जून को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है । वहीं, जून में प्रदेश में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ सकती है। हालांकि, मई में भी सामान्य से ज्यादा गर्मी पड़ी है। जून में भी लू चलने की संभावना जताई गई है ।
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भाजपा कार्यकर्ता को राजनीतिक भाषण देना पड़ा भारी:2 लोगों ने धारदार हथियार से किया हमला, भाजपा का लिया था पक्ष हरियाणा के इंद्री विधानसभा में राजनीतिक भाषण देना एक भाजपा कार्यकर्ता को भारी पड़ गया। भाजपा कार्यकर्ता इंद्री हल्का में सैन समाज के हलका प्रधान भी है। भाषण के बाद 2 लोगों ने तेजधार हथियारों से हमला बोल दिया। जिसकी वजह से व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।
गंभीर अवस्था में घायल को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया। जहां उसका इलाज चल रहा है। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सुनील पंवार ने बुलाई थी मीटिंग पटेहड़ा गांव निवासी भाजपा कार्यकर्ता राकेश कुमार का कहना है कि बीती 18 सितंबर को डॉ. सुनील पंवार और नवजोत कश्यप ने होटल दीवान पैलेस में एक मीटिंग बुलाई थी। जिसमें उसने एक छोटा सा भाषण दिया था। पीड़ित ने बताया कि भाषण के दौरान मैने इतना ही कहा था कि जिस आदमी ने हमारे को हराने का काम किया और पार्टी के साथ गद्दारी की है, उस व्यक्ति को वोट नहीं देंगे। उसके खिलाफ वोट करेंगे। 19 सितंबर को मैं अपनी दुकान पर गया। 6 बजकर 10 मिनट पर मेरे ही गांव के 2 युवकों ने मेरे ऊपर लाठी डंडों और तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। हमलावरों ने मेरे को कहा कि तू बहुत बड़ा नेता बन गया है और आज तेरे को नेता बनाते है। कर्णदेव कंबोज के भांजे पर आरोप पीड़ित ने बताया कि स्पीच के दौरान मेरा इशारा रामकुमार कश्यप की तरफ ही था। बीजेपी को वोट दो। मैने नवजोत और डॉ. सुनील के खिलाफ स्पीच की थी। पीड़ित का आरोप है कि हमलावर कर्णदेव कंबोज के भांजे बताए जा रहे है। मौके पर अन्य लोग भी थे, लेकिन किसी ने भी छुड़वाने की जहमत नहीं उठाई। मैं घायल हुआ तो घर वाले दुकान पर पहुंचे और मुझे अस्पताल पहुंचाया। पीड़ित ने बताया कि मेरे ऊपर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया गया है। पीड़ित ने बताया कि आज सुबह डीएसपी इंद्री सोनू नरवाल ने मौके का मुआयना किया था। आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने शरीर पर लगी पुरानी चोट का मेडिकल करवाया है। जिसके संदर्भ डीएसपी को बताया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
महेंद्रगढ़ के CUH का 10वां दीक्षांत समारोह 22 जुलाई को:राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू होगी मुख्य अतिथि, 1338 विद्यार्थियों व शोधार्थियों को मिलेगी डिग्री
महेंद्रगढ़ के CUH का 10वां दीक्षांत समारोह 22 जुलाई को:राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू होगी मुख्य अतिथि, 1338 विद्यार्थियों व शोधार्थियों को मिलेगी डिग्री हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (CUH) का दसवां दीक्षांत समारोह आगामी 22 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर भारत की राष्ट्रपति व विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्ष द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति रहेगी। इस दीक्षांत समारोह में 1338 विद्यार्थियों व शोधार्थियों को पीएचडी, एमफिल, स्नातक व स्नातकोत्तर की डिग्री प्रदान की जायेंगी। दीक्षांत समारोह को लेकर हुई बैठक विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने बताया कि 10वें दीक्षांत समारोह के आयोजन के संबंध में 9 जुलाई को विश्वविद्यालय कुलपति की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों व आयोजन से जुड़ी विभिन्न समितियों के संयोजकों की बैठक हुई। जिसमें इस आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय इस आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार है और इससे जुड़ी सभी तैयारियों को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा। छात्रों को दी जाएगी डिग्री विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कौशिक के अनुसार इस बार अभी तक 65 को पीएचडी, 8 को एमफिल सहित 1338 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की जाएगी। इसी क्रम में 46 विद्यार्थियों को उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए लिए स्वर्ण पदक प्रदान किए जायेंगे। इस वर्ष 10वें दीक्षांत समारोह में यूजी पाठ्यक्रमों के अंतर्गत बीटेक में 192 तथा बीवॉक में 83 विद्यार्थियों को तथा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में 990 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की जायेंगी।