लुधियाना में विकास बग्गा हत्याकांड में खुलासा:वांटेड मुकुल ने अपने बैंक खाते से हथियारों का भुगतान किया, पुलिस खंगाल रही डिटेल

लुधियाना में विकास बग्गा हत्याकांड में खुलासा:वांटेड मुकुल ने अपने बैंक खाते से हथियारों का भुगतान किया, पुलिस खंगाल रही डिटेल

पंजाब के नांगल निवासी विश्व हिंदू परिषद (विहिप) नेता विकास बग्गा की हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा वांछित मुकुल मिश्रा की गिरफ्तारी के एक दिन बाद लुधियाना पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को पूछताछ के लिए दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी मुकुल ने खुलासा किया कि हत्यारों ने अवैध हथियारों के लिए उसके बैंक खाते से भुगतान किया था। पुलिस अभी भुगतान की गई राशि की जांच कर रही है। आरोपी के बैंक खाते की जांच की जा रही है। थाना डिवीजन नंबर 2 में अवैध हथियार सप्लाई करने का है मामला दर्ज आरोपी मुकुल लुधियाना के डिवीजन नंबर 2 थाना में दर्ज स्थानीय बदमाशों को अवैध हथियार सप्लाई करने के मामले में मुकदमे का सामना कर रहा था। इस बीच, स्थानीय पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की सूचना एनआईए को दे दी है। काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) लुधियाना और लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस ने सोमवार को ट्रांसपोर्ट नगर लुधियाना से मुकुल मिश्रा को गिरफ्तार किया। NIA को चकमा देकर भागा था बदमाश अधिकारियों के अनुसार, एनआईए के अधिकारी मामले में एक अन्य संदिग्ध धर्मेद्र कुमार उर्फ ​​कुणाल के साथ मुकुल मिश्रा की तलाश में थे। एनआईए ने 2 अगस्त को उनकी गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश के गोंडा में छापेमारी की, लेकिन आरोपी एनआईए को चकमा देकर भाग निकले। बाद में आरोपी ने लुधियाना में शरण ली। डिवीजन नंबर 2 पुलिस ने 26 जुलाई को लूट की साजिश रचने के आरोप में शुभम और राकेश कुमार समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों से पूछताछ में मुकुल मिश्रा का नाम सामने आया था। वह स्थानीय बदमाशों को अवैध हथियार सप्लाई करने में शामिल था। इसी तरह, 17 अप्रैल को मोती नगर पुलिस ने अवैध हथियार रखने के आरोप में धर्मेद्र कुमार उर्फ ​​कुणाल को गिरफ्तार किया था। हालांकि, आरोपी जमानत पर छूट गया और फिर से आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया। मुकुल मिश्रा और धर्मेद्र कुमार उर्फ ​​कुणाल दुकानदार विकास प्रभाकर उर्फ ​​विकास बग्गा की हत्या के मामले में शामिल थे। 13 अप्रैल को हुई थी विकास बग्गा की हत्या विश्व हिंदू परिषद (विहिप) नंगल मंडल के अध्यक्ष की इसी साल 13 अप्रैल की शाम को रेलवे रोड नंगल में स्थित उनकी दुकान पर दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। विकास बग्गा की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों की खरीद के लिए मुकुल मिश्रा ने अपने बैंक खाते से भुगतान की सुविधा दी थी। धरमिंदर कुमार उर्फ ​​कुणाल और एक अन्य यूपी निवासी की भूमिका भी सामने आई है। पुलिस ने पहले ही दोनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान मनदीप कुमार उर्फ ​​मंगी और सुरिंदर कुमार उर्फ ​​रिक्का के रूप में हुई है। साथ ही उनके पास से दो .32 बोर पिस्तौल और अपराध में प्रयुक्त स्कूटर बरामद किया है। पंजाब के नांगल निवासी विश्व हिंदू परिषद (विहिप) नेता विकास बग्गा की हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा वांछित मुकुल मिश्रा की गिरफ्तारी के एक दिन बाद लुधियाना पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपी को पूछताछ के लिए दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी मुकुल ने खुलासा किया कि हत्यारों ने अवैध हथियारों के लिए उसके बैंक खाते से भुगतान किया था। पुलिस अभी भुगतान की गई राशि की जांच कर रही है। आरोपी के बैंक खाते की जांच की जा रही है। थाना डिवीजन नंबर 2 में अवैध हथियार सप्लाई करने का है मामला दर्ज आरोपी मुकुल लुधियाना के डिवीजन नंबर 2 थाना में दर्ज स्थानीय बदमाशों को अवैध हथियार सप्लाई करने के मामले में मुकदमे का सामना कर रहा था। इस बीच, स्थानीय पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की सूचना एनआईए को दे दी है। काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) लुधियाना और लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस ने सोमवार को ट्रांसपोर्ट नगर लुधियाना से मुकुल मिश्रा को गिरफ्तार किया। NIA को चकमा देकर भागा था बदमाश अधिकारियों के अनुसार, एनआईए के अधिकारी मामले में एक अन्य संदिग्ध धर्मेद्र कुमार उर्फ ​​कुणाल के साथ मुकुल मिश्रा की तलाश में थे। एनआईए ने 2 अगस्त को उनकी गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश के गोंडा में छापेमारी की, लेकिन आरोपी एनआईए को चकमा देकर भाग निकले। बाद में आरोपी ने लुधियाना में शरण ली। डिवीजन नंबर 2 पुलिस ने 26 जुलाई को लूट की साजिश रचने के आरोप में शुभम और राकेश कुमार समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों से पूछताछ में मुकुल मिश्रा का नाम सामने आया था। वह स्थानीय बदमाशों को अवैध हथियार सप्लाई करने में शामिल था। इसी तरह, 17 अप्रैल को मोती नगर पुलिस ने अवैध हथियार रखने के आरोप में धर्मेद्र कुमार उर्फ ​​कुणाल को गिरफ्तार किया था। हालांकि, आरोपी जमानत पर छूट गया और फिर से आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया। मुकुल मिश्रा और धर्मेद्र कुमार उर्फ ​​कुणाल दुकानदार विकास प्रभाकर उर्फ ​​विकास बग्गा की हत्या के मामले में शामिल थे। 13 अप्रैल को हुई थी विकास बग्गा की हत्या विश्व हिंदू परिषद (विहिप) नंगल मंडल के अध्यक्ष की इसी साल 13 अप्रैल की शाम को रेलवे रोड नंगल में स्थित उनकी दुकान पर दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। विकास बग्गा की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों की खरीद के लिए मुकुल मिश्रा ने अपने बैंक खाते से भुगतान की सुविधा दी थी। धरमिंदर कुमार उर्फ ​​कुणाल और एक अन्य यूपी निवासी की भूमिका भी सामने आई है। पुलिस ने पहले ही दोनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान मनदीप कुमार उर्फ ​​मंगी और सुरिंदर कुमार उर्फ ​​रिक्का के रूप में हुई है। साथ ही उनके पास से दो .32 बोर पिस्तौल और अपराध में प्रयुक्त स्कूटर बरामद किया है।   पंजाब | दैनिक भास्कर