हरियाणा के गुरूग्राम जिला में स्वतंत्रता दिवस पर देशभर में प्रोग्राम आयोजित किए गए और हर कोई देश भावना से ओत-प्रोत थे। वहीं गुरुग्राम के सेक्टर 4 में आरडब्ल्यूए ने कुछ अलग अंदाज में स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाया। मौके पर बच्चों के साथ ही सीनियर सिटीजन का सम्मान किया गया और उनके द्वारा किए गए कार्यों के माध्यम से लोगों को बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। परीक्षाओं में बेहतर अंक लाने वाले विद्यार्थियों को किया सम्मानित आरडब्ल्यूए संरक्षक एलएन छाबड़ा, लक्ष्मण पाहूजा, पवन पाहूजा ने बताया कि हर साल की भांति न्यू कालोनी की श्याम वाटिका पार्क में सोसायटी व आरडब्ल्यूए ने मिलकर आजादी पर्व को धूमधाम से मनाया। पवन पाहूजा ने बताया कि इस अवसर पर परीक्षाओं में अच्छे नंबर लाने वाले एवं समाजहित में उनके द्वारा किए कार्यों के लिए उनका सम्मान किया गया। साथ ही सीनियर सिटीजन ने अपने अनुभव बताए और समाज हित व देशहित में किए गए उनके कार्यों के चलते उनको भी सम्मानित किया गया। क्षेत्र-शहर को आगे ले जाने का लिया संकल्प पार्षद सीमा पाहूजा ने ध्वजारोहण पश्चात राष्ट्रगान गाया गया और सभी ने इस अवसर पर क्षेत्र, शहर, प्रदेश व देश को आगे ले जाने का संकल्प लिया। मौके पर रंगारंग प्रोग्राम भी किए गए। इस अवसर पर कई स्कूली बच्चों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर मुकेश पाहूजा, नितिन मलिक, दीक्षा, तनिशा, बलदेव राज गंभीर, शानो देवी, किशोर पाहूजा, प्रेम शर्मा, हरीश सरदाना, प्यारेलाल वर्मा, अरविंद बजाज, राजेश नासा, पंकज शर्मा, अनूप नागपाल, विकास मेहता, सुनीता गाबा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हरियाणा के गुरूग्राम जिला में स्वतंत्रता दिवस पर देशभर में प्रोग्राम आयोजित किए गए और हर कोई देश भावना से ओत-प्रोत थे। वहीं गुरुग्राम के सेक्टर 4 में आरडब्ल्यूए ने कुछ अलग अंदाज में स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाया। मौके पर बच्चों के साथ ही सीनियर सिटीजन का सम्मान किया गया और उनके द्वारा किए गए कार्यों के माध्यम से लोगों को बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। परीक्षाओं में बेहतर अंक लाने वाले विद्यार्थियों को किया सम्मानित आरडब्ल्यूए संरक्षक एलएन छाबड़ा, लक्ष्मण पाहूजा, पवन पाहूजा ने बताया कि हर साल की भांति न्यू कालोनी की श्याम वाटिका पार्क में सोसायटी व आरडब्ल्यूए ने मिलकर आजादी पर्व को धूमधाम से मनाया। पवन पाहूजा ने बताया कि इस अवसर पर परीक्षाओं में अच्छे नंबर लाने वाले एवं समाजहित में उनके द्वारा किए कार्यों के लिए उनका सम्मान किया गया। साथ ही सीनियर सिटीजन ने अपने अनुभव बताए और समाज हित व देशहित में किए गए उनके कार्यों के चलते उनको भी सम्मानित किया गया। क्षेत्र-शहर को आगे ले जाने का लिया संकल्प पार्षद सीमा पाहूजा ने ध्वजारोहण पश्चात राष्ट्रगान गाया गया और सभी ने इस अवसर पर क्षेत्र, शहर, प्रदेश व देश को आगे ले जाने का संकल्प लिया। मौके पर रंगारंग प्रोग्राम भी किए गए। इस अवसर पर कई स्कूली बच्चों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर मुकेश पाहूजा, नितिन मलिक, दीक्षा, तनिशा, बलदेव राज गंभीर, शानो देवी, किशोर पाहूजा, प्रेम शर्मा, हरीश सरदाना, प्यारेलाल वर्मा, अरविंद बजाज, राजेश नासा, पंकज शर्मा, अनूप नागपाल, विकास मेहता, सुनीता गाबा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में गड्ढे में गिरने से बची रोडवेज बस:निर्माणाधीन पुल पर धंसे टायर; 40 सवारियों को पिछले दरवाजे से निकालकर बचाया गया
हरियाणा में गड्ढे में गिरने से बची रोडवेज बस:निर्माणाधीन पुल पर धंसे टायर; 40 सवारियों को पिछले दरवाजे से निकालकर बचाया गया हरियाणा के चरखी दादरी में रविवार को बड़ा हादसा होने से बचाव हो गया। यहां एक सवारियों से भरी चलती रोडवेज बस गड्ढे में गिरने से बच गई। जिससे सवारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान किसी तरह बस का थोड़ा बैलेंस बना और ड्राइवर-कंडक्टर नीचे उतरे। जिसके बाद करीब 35 से 40 सवारियों को पिछले दरवाजे से बाहर निकाला गया। इसके बाद जेसीबी बुलाकर बस को बाहर निकलवाया गया। नए पुल के लिए खोदा 15 फीट गहरा गड्ढा
जानकारी के मुताबिक बाढ़ड़ा में बाढ़ड़ा-सतनाली सड़क मार्ग पर नहर के ऊपर पुल पर बने पुराने पुल को तोड़कर नया पुल बनाया जा रहा है। इसके लिए वहा करीब 10 से 15 फीट गहरा और बड़ा गड्ढा खोदा गया है। वहीं इस गड्ढे के साथ ही वाहन निकल रहे हैं। बस के वजन से मिट्टी नीचे गिरी, टायर गड्ढे में गया
रविवार को रोडवेज बस सवारियों को लेकर बाढ़ड़ा में रविवार को तोशाम से सतनाली जा रही थी। जब बस बाढ़ड़ा से आगे निकली और इस पुल से निकलने लगी तो बस के वजन से मिट्टी टूटकर नीचे गिर गई। जिसके बाद बस का अगला टायर गड्ढे में चला गया। सवारियों में मची चीखपुकार
इस दौरान गनीमत रही कि बस वहीं रुक गई और गड्ढे में गिरने से बच गई। अगर बस गड्ढ़े में गिरकर पलट जाती तो बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं बस के टायर के गड्ढे में जाने से सवारियों में चीखपुकार मच गई। आनन-फानन में बस के रुकते ही स्टाफ नीचे उतरा। जिसके बाद सवारियों को तेजी से बस के पिछले दरवाजे से बाहर निकाला गया।
अम्बाला में पिता-पुत्री में बगावत:टिकट नहीं मिला तो बेटी ने निर्दलीय भरा पर्चा; पिता ने कांग्रेस से किया नामांकन
अम्बाला में पिता-पुत्री में बगावत:टिकट नहीं मिला तो बेटी ने निर्दलीय भरा पर्चा; पिता ने कांग्रेस से किया नामांकन अंबाला में कांग्रेसी पिता पुत्री में भी बगावत देखने को मिली है। जहां चौधरी निर्मल सिंह ने अंबाला शहर विधानसभा से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन भरा, तो दूसरी तरफ उनकी बेटी चित्रा सरवारा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अंबाला छावनी से नामांकन भर दिया है। चित्रा अंबाला छावनी विधानसभा से कांग्रेस की टिकट मांग रही थी। लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद अब वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जमीनी स्तर पर उतर गई है। अंबाला में गुट बाजी के चलते जहां कांग्रेस की टिकट अनाउंस होने के बाद एक तरफ परी के समर्थक कांग्रेस भवन पर इकट्ठे होने शुरू हो गए। तो दूसरी ओर चौधरी परिवार से लगाव रखने वाले कांग्रेस समर्थक निर्मल सिंह की कोठी पर एकत्रित हुए। अपना रोष व्यक्त करते हुए समर्थकों ने चित्रा सरवारा को आजाद नामांकन भरने के लिए कहा। हवन यज्ञ करने के बाद परविंदर ने किया नामांकन कांग्रेस की टिकट प्राप्त करने वाले परविंदर सिंह परी ने अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ कांग्रेस भवन तक शक्ति प्रदर्शन किया। वह इसके बाद कांग्रेस भवन में हवन यज्ञ आहुति डालकर नामांकन भरने के लिए अंबाला छावनी एसडीएम कार्यालय में पहुंचे। जहां उन्होंने नामांकन भरा। इसी दौरान आजाद उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरने के लिए पहुंची चित्रा सरवारा के समर्थकों ने सड़क पर जमकर चित्रा सरवारा के पक्ष में नारे लगाए। एसडीएम कार्यालय में दोनों प्रत्याशी आमने सामने नामांकन भरते नजर आए। मौजूदा विधायक व बीजेपी से हमारी लड़ाई- सरवारा चित्रा सरवारा ने कहा कि हम सरकार को पहले भी घेर रहे थे अब भी भाजपा सरकार और मौजूदा विधायक अनिल विज को घेरेंगे। उन्हें बताएंगे के विकास के नाम पर कहां-कहां भ्रष्टाचार हुआ है। हम अपनी लड़ाई भाजपा व मौजूदा विधायक से मानते हैं। इसे लेकर हम आश्वस्त हैं और हमारे कार्यकर्ता भी आश्वस्त हैं कि यह लड़ाई हम जीतेंगे।
बादशाहपुर सीट पर BJP में घमासान:राव-खट्टर फिर हो सकते हैं आमने-सामने, नरबीर के पाला बदलने के आसार, कमलबीर का नंबर मुश्किल
बादशाहपुर सीट पर BJP में घमासान:राव-खट्टर फिर हो सकते हैं आमने-सामने, नरबीर के पाला बदलने के आसार, कमलबीर का नंबर मुश्किल हरियाणा विधानसभा के तीन महीने बाद होने वाले चुनाव को लेकर सियासी पारा गरमाने लगा है। लोकसभा चुनाव में भाजपा से 5 सीटें छीनकर कांग्रेस उत्साहित है। ऐसे में BJP अपनी रणनीति बदलने पर सोचने को मजबूर हो गई है। अगर ऐसा हुआ तो BJP में कई पूर्व विधायकों, मौजूदा मंत्रियों और 2019 में हार चुके नेताओं के अरमानों पर पानी फिर सकता है। दस साल से सत्ता में बैठी BJP में टिकट के लिए सबसे अधिक मारामारी दिख रही है। पार्टी के कई दिग्गज अपने ज्यादा से ज्यादा करीबियों को टिकट दिलाने के लिए अभी से एक्टिव हो गए हैं। ऐसे में गुरुग्राम जिले की बादशाहपुर सीट पर एक बार फिर पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह आमने-सामने हो सकते हैं। बादशाहपुर विधानसभा हलके में भाजपा का टिकट चाहने वालों के बीच होर्डिंग्स वॉर दिख रही है। तमाम नेता अपने-अपने आकाओं की फोटो वाले पोस्टर-होर्डिंग्स लगाकर चुनावी दंगल में कूद चुके हैं। पार्टी ने भी मौजूदा विधायकों-मंत्रियों के अलावा 2019 का विधानसभा चुनाव हार चुके नेताओं की जगह नए चेहरों की तलाश शुरू कर दी है। इसकी वजह से कई नेताओं की नींद उड़ चुकी है। बेटी के लिए सेफ सीट चाह रहे राव BJP के कई बड़े नेताओं की नजरें बादशाहपुर विधानसभा सीट पर टिकी हैं। गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत सिंह खुले मंच से कह चुके हैं कि इस बार वह अपनी बेटी आरती राव को हर हाल में चुनाव लड़वाएंगे। राव ने फिलहाल क्लियर नहीं किया कि आरती किस सीट से चुनाव लड़ेगी लेकिन बताया जा रहा है कि बादशाहपुर उनके लिए सबसे सेफ सीट हो सकती है। हालांकि आरती खुद अटेली सीट से चुनाव लड़ने की बात भी कह चुकी है। इंद्रजीत गुट की प्रेशर पॉलिटिक्स आरती और उनके पिता राव इंद्रजीत सिंह जिस तरह पूरी अहीरवाल बेल्ट में एक्टिव हैं, उसकी वजह से BJP संगठन प्रेशर में नजर आ रहा है। दरअसल इस बार राव इंद्रजीत भजपा संगठन से भी दो-दो हाथ करने के मूड में नजर आ रहे हैं। यूं तो BJP में टिकटों का फैसला केंद्रीय चुनाव समिति करती है लेकिन राव खेमे ने प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू कर दी है। दरअसल 2019 के विधानसभा चुनाव में राव इंद्रजीत के लाख प्रयासों के बावजूद BJP ने आरती राव को टिकट नहीं दिया क्योंकि तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर इसके पक्ष में नहीं थे। राव पहली बार सांसद बने खट्टर को केंद्रीय मंत्री और खुद को 5 बार का सांसद होने के बावजूद राज्यमंत्री बनाए जाने से भी नाराज हैं। इस बार वह हर हाल में अपनी बेटी के लिए टिकट चाहते हैं और इसी वजह से अभी से खुलकर सार्वजनिक सभाओं में बिना नाम लिए खट्टर पर निशाना साध रहे हैं। जवाहर की सारी उम्मीदें खट्टर पर हरियाणा के पूर्व सीएम और मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के ओएसडी रह चुके जवाहर यादव पहले ही बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर चुके हैं। जवाहर को लगता है कि खट्टर की पैरवी से उन्हें टिकट मिल ही जाएगा। BJP में जवाहर यादव और आरती राव के अलावा बादशाहपुर से टिकट के लगभग आधा दर्जन दावेदार और भी हैं। इनमें पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह, 2019 में चुनाव हार चुके मनीष यादव, पूर्व मेयर विमल यादव, बेगराज यादव भी शामिल हैं। मनीष साबित हो चुके फिसड्डी, नरबीर के चांस कम राव नरबीर सिंह 2014 में बादशाहपुर से चुनाव जीतकर मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री बने। 2019 में राव इंद्रजीत सिंह के विरोध के चलते राव नरबीर का टिकट कट गया। तब BJP संगठन में अपनी पकड़ का फायदा उठाते हुए मनीष यादव टिकट पाने में कामयाब रहे लेकिन वह निर्दलीय कैंडिडेट राकेश दौलताबाद से मात खा गए। 2019 में मनीष यादव की पैरवी करने वाले आज की तारीख में हरियाणा से बाहर हो चुके हैं। दूसरी ओर राव नरबीर सिंह की बात करें तो 2019 में सीटिंग विधायक होते हुए उनका टिकट कट गया। उनके समधि और महेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक राव दान सिंह पर ED का शिकंजा कसता दिख रहा है। ऐसे में चर्चा है कि राव नरबीर सिंह किसी भी समय भाजपा छोड़कर कांग्रेस के पाले में जा सकते हैं। वैसे भी दल बदलना नरबीर सिंह के लिए नई बात नहीं है। कांग्रेस में भी आधा दर्जन दावेदार दूसरी ओर कांग्रेस की बात करें तो यहां रोहताश खटाना, राव कमलबीर सिंह और राजेश यादव के नाम सामने आ रहे हैं। 2019 में निर्दलीय चुनाव जीतने वाले स्व. राकेश दौलताबाद की जगह उनकी पत्नी भी सहानुभूति लहर के सहारे चुनावी रण पार करना चाहती हैं। उनके कांग्रेस में जाने की अटकलें हैं। कमलबीर सिंह भले ही राहुल कैंप से जुड़े हों लेकिन 2019 में 5% वोट भी नहीं ले पाने से उनका दावा कमजोर दिख रहा है। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता बीर सिंह उर्फ बीरू सरपंच भी क्षेत्र में लगातार एक्टिव हैं। बीर सिंह कह चुके हैं कि वह चुनाव हर हाल में लड़ेंगे। अब ये चुनाव AAP के टिकट पर होगा या फिर निर्दलीय? इसका फैसला उनके समर्थक करेंगे। यादव वोटर्स का दबदबा बादशाहपुर सीट पर यादव वोटर्स का दबदबा है। करीब सवा चार लाख मतदाताओं वाली इस सीट में 2019 में निर्दलीय कैंडिडेट राकेश दौलताबाद ने 47% वोट लेकर जीत दर्ज की थी। मोदी लहर के बावजूद उस समय BJP के टिकट पर चुनावी दंगल में उतरे मनीष यादव को महज 42.58% वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर बसपा के महाबीर रहे और कांग्रेस के कमलबीर सिंह को मात्र 4.67% वोट मिले।