लखनऊ में 31 जुलाई को बारिश में बैड टच के मामले में गोमती नगर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे है। इस मामले में जेल गए पवन ने अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद कहा मैं चाय पी रहा था। पुलिस मुझे उठाकर ले गई। मैं यादव हूं इसलिए मुझे जेल भेज दिया गया। पवन यादव से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने बयान दिया है। इसके बाद लखनऊ पुलिस का बयान आया है। पुलिस ने कहा जांच चल रही है, न तो क्लीन चिट दी गई और न ही न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया है। बुधवार को अखिलेश से मिला पवन लखनऊ के गोमती नगर में बारिश के दौरान पानी से भरी सड़क से गुजर रही एक युवती से बैड टच के आरोपी पवन यादव ने अखिलेश यादव से मुलाकात की। गुरुवार को आरोपी पवन यादव सपा कार्यालय पहुंचा और अखिलेश यादव को पूरे मामले की जानकारी दी। करीब 6 दिन जेल में रहने के बाद वह हाल ही में जमानत पर छूटा है। अखिलेश यादव ने कहा- घटना में जो लड़के पकड़े गए और जिसका विधानसभा में नाम लिया गया वह मिलने आया है। ये बेचारा चाय पी रहा था और पुलिसवालों ने इसको पकड़ लिया। खैर वो जांच का विषय है, जिसमें वह छूट जाएगा। पवन ने कहा-मैं मौके पर मौजूद नहीं था पवन ने कहा- मैं मौके पर मौजूद नहीं था, मैं तो चाय पी रहा था, तभी पुलिस पकड़ ले गई। पवन ने दावा किया कि वह घटना के वीडियो फुटेज में भी नहीं दिखाई दे रहा है। उसने आरोप लगाया कि शायद उसे यादव बिरादरी का होने की वजह से मामले में फंसाया गया। पवन ने कहा- मैं इतना वायरल हो गया कि अब कुछ कह नहीं सकता। गेंहू के साथ घुन भी पिसते हैं, वहीं मेरे साथ हुआ। शायद यादव था, इसलिए ऐसा हुआ। वीडियो में जो कुछ दिख रहा है, वो बेहद खराब है। मैं उसमें नहीं शामिल था। अखिलेश यादव से मुलाकात हुई है, उन्होंने आश्वासन दिया है। अखिलेश बोले- तस्वीर छापने वाले अधिकारियों को नहीं भूलना अखिलेश ने कहा- जिन अधिकारियों ने अपना रुतबा बनाने के लिए और सरकार की छवि साफ करने के लिए इनको थानों में ले जाकर हाथ जोड़कर जो तस्वीर छापी है। मैं इनसे कहूंगा उनको मत भूलना और हम खुद भी नहीं भूलेंगे। क्योंकि नाम तो और भी पढ़े जाने थे, बाकी नाम क्यों नहीं पढ़े गए? अब बात उस घटना की, जब लड़की को बारिश के पानी में गिराया गया तारीख 31 जुलाई। दोपहर के वक्त लखनऊ में 2 घंटे में 55.7 MM बारिश हुई। ताज होटल के पास मरीन ड्राइव पर पानी भरा था। इसमें 25 से 30 लड़के हुड़दंग कर रहे थे। तभी एक लड़की अपने दोस्त के साथ बाइक से गुजरी। लड़की को देखते ही हुड़दंगियों ने पहले उस पर पानी डाला। फिर घेरकर बदसलूकी की। लड़की का दोस्त हाथ से इशारा कर समझाता रहा, लेकिन आरोपियों ने एक नहीं सुनी। लड़की को बचाने के लिए वह बाइक से उतरने की कोशिश करता है। हुड़दंगियों से बचने में लड़की भी बाइक से गिर जाती है। गिरने के बाद आरोपियों ने लड़की से बैड टच किया। इस दौरान हुड़दंगियों ने हूटिंग भी की। घबराए लड़के ने किसी तरह भरे पानी में बाइक उठाई और दोनों वहां से चले गए। इस मामले में अब तक हुई कार्रवाई मामले में पुलिस की 3 टीमें गठित हुईं। हुड़दंग करने वाले लड़कों की पहचान की। तलाश में पूरे शहर में छापेमारी हुई। रात में ही 4 आरोपियों को दबोचा गया। इसके बाद गुरुवार को 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। मामले में एक नाबालिग सहित कुल 27 आरोपियों को पकड़ा गया था। राजधानी के VIP इलाके में हुई घटना को सीएम योगी ने बेहद गंभीरता से लिया और एक्शन लेते हुए दो IPS अफसर- DCP पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह, ADCP अमित कुमावत और ACP अंशु जैन को तत्काल प्रभाव से हटा दिया था। SHO गोमती नगर दीपक कुमार पांडेय, चौकी प्रभारी समेत पूरी चौकी को सस्पेंड कर दिया था। सीएम तक पहुंचा मामला, योगी ने विधानसभा में लिया नाम मामला सीएम योगी तक पहुंच गया। एक अगस्त को विधानसभा में 16 आरोपियों में से पवन यादव और मोहम्मद अरबाज का सीएम योगी ने नाम लिया था। मुख्यमंत्री ने तल्ख अंदाज में कहा था कि इस घटना के अपराधियों के लिये ‘सद्भावना ट्रेन’ नहीं बल्कि ‘बुलेट ट्रेन’ चलेगी। लखनऊ में 31 जुलाई को बारिश में बैड टच के मामले में गोमती नगर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे है। इस मामले में जेल गए पवन ने अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद कहा मैं चाय पी रहा था। पुलिस मुझे उठाकर ले गई। मैं यादव हूं इसलिए मुझे जेल भेज दिया गया। पवन यादव से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने बयान दिया है। इसके बाद लखनऊ पुलिस का बयान आया है। पुलिस ने कहा जांच चल रही है, न तो क्लीन चिट दी गई और न ही न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया है। बुधवार को अखिलेश से मिला पवन लखनऊ के गोमती नगर में बारिश के दौरान पानी से भरी सड़क से गुजर रही एक युवती से बैड टच के आरोपी पवन यादव ने अखिलेश यादव से मुलाकात की। गुरुवार को आरोपी पवन यादव सपा कार्यालय पहुंचा और अखिलेश यादव को पूरे मामले की जानकारी दी। करीब 6 दिन जेल में रहने के बाद वह हाल ही में जमानत पर छूटा है। अखिलेश यादव ने कहा- घटना में जो लड़के पकड़े गए और जिसका विधानसभा में नाम लिया गया वह मिलने आया है। ये बेचारा चाय पी रहा था और पुलिसवालों ने इसको पकड़ लिया। खैर वो जांच का विषय है, जिसमें वह छूट जाएगा। पवन ने कहा-मैं मौके पर मौजूद नहीं था पवन ने कहा- मैं मौके पर मौजूद नहीं था, मैं तो चाय पी रहा था, तभी पुलिस पकड़ ले गई। पवन ने दावा किया कि वह घटना के वीडियो फुटेज में भी नहीं दिखाई दे रहा है। उसने आरोप लगाया कि शायद उसे यादव बिरादरी का होने की वजह से मामले में फंसाया गया। पवन ने कहा- मैं इतना वायरल हो गया कि अब कुछ कह नहीं सकता। गेंहू के साथ घुन भी पिसते हैं, वहीं मेरे साथ हुआ। शायद यादव था, इसलिए ऐसा हुआ। वीडियो में जो कुछ दिख रहा है, वो बेहद खराब है। मैं उसमें नहीं शामिल था। अखिलेश यादव से मुलाकात हुई है, उन्होंने आश्वासन दिया है। अखिलेश बोले- तस्वीर छापने वाले अधिकारियों को नहीं भूलना अखिलेश ने कहा- जिन अधिकारियों ने अपना रुतबा बनाने के लिए और सरकार की छवि साफ करने के लिए इनको थानों में ले जाकर हाथ जोड़कर जो तस्वीर छापी है। मैं इनसे कहूंगा उनको मत भूलना और हम खुद भी नहीं भूलेंगे। क्योंकि नाम तो और भी पढ़े जाने थे, बाकी नाम क्यों नहीं पढ़े गए? 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<p style=”text-align: justify;”><strong>'</strong><strong>निषाद समाज को आरक्षण नहीं तो प्रधानमंत्री को बधाई नहीं</strong><strong>'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सोमवार (10 जून) को बयान जारी करते हुए वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा, “ऐसे प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं, जो हमारे संविधान को समाप्त करने की सोच रखता है. निषाद समाज को आरक्षण नहीं तो प्रधानमंत्री जी को भी बधाई नहीं. उन्होंने कहा कि कैसे ऐसे प्रधानमंत्री को बधाई दूं, जो भाईचारा की समाप्त करने की सोच रखता हो. मैं कैसे ऐसे प्रधानमंत्री को बधाई दूं जो जनता की चुनी सरकार को रातों रात गिरा दे और अपनी सरकार बना ले.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>सहनी ने आगे कहा, “मैं कैसे ऐसे प्रधानमंत्री को बधाई दूं, जो जिसने मछुआरे के बेटे के चार विधायक खरीद लिए. गरीब, पिछड़ा के हक अधिकार को दूसरे में बांटने वाले और बाबा साहेब आंबेडकर के सपने को कुचलने वाले तथा आरक्षण खत्म करने के लिए सभी सरकारी संस्थाओं को निजीकरण करने वाले प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>'</strong><strong>वादा कर ले और फिर मुकर जाए…</strong><strong>'</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अंत में मुकेश सहनी ने कहा कि ऐसे प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं जो निषाद आरक्षण का वादा कर ले और फिर मुकर जाए. ऐसे प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं जो एक मछुआरा के बेटे को रात दिन खत्म करने की सोच रखता हो. धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले, युवाओं को बेरोजगार रखने वाले प्रधानमंत्री को कैसे बधाई दूं. कैसे ऐसे प्रधानमंत्री को बधाई दूं जो अग्निवीर योजना के जरिए युवाओं को 22 साल में रिटायर कराने की योजना लाया हो.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें- <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/pappu-yadav-met-priyanka-gandhi-big-statement-regarding-pm-modi-new-government-rss-nitish-kumar-2711760″>Pappu Yadav: प्रियंका गांधी से मिले पप्पू यादव, नई सरकार को लेकर कहा- ‘RSS नहीं चाहेगा कि…'</a></strong></p>
राजस्थान में बीजेपी की नई लीडरशिप हुई फेल? जानिए क्या कहते हैं सियासी एक्सपर्ट
राजस्थान में बीजेपी की नई लीडरशिप हुई फेल? जानिए क्या कहते हैं सियासी एक्सपर्ट <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan Lok Sabha Election Result 2024:</strong> <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> 2024 राजस्थान में बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ है. जहां पर इंडिया गठबंधन ने 11 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है. इसके पीछे की बड़ी सियासी कहानी क्या है, इसे लेकर खूब बातें हो रही है. लेकिन राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकारों की माने तो बीजेपी की नई लीडरशिप टीम पूरी तरह से फेल हुई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, राजस्थान में टिकट के बंटवारे में पार्टी अध्यक्ष और अन्य नेताओं ने सही निर्णय नहीं लिया है. जिसका असर अब चुनाव के परिणाम पर पड़ा है. वहीं, कुछ पत्रकारों का कहना है कि सरकार भी बेअसर दिखी है. प्रशासन का कोई बड़ा असर नहीं बन सका और इसके साथ कई सीटों पर अपने लोगों को मैनेज करने में यहां पर पार्टी में कोई बड़ी कोशिश नहीं हुई है. ऐसी कई वजहें हैं जो इन्हे नुकसान उठाना पड़ा है. राजस्थान के पुराने नेताओं की सभाएं भी बेहद कम कराई गईं. उनकी सलाह भी बेहद कम ली गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई टिकटों के बंटवारे गलत हुए</strong><br />राजस्थान में इस बार बीजेपी ने लगभग 10 नए चेहरों को मैदान में उतारा था. बाकी सीटों पर पुराने चेहरों को रिपीट किया है. वरिष्ठ पत्रकार विनोद पाठक का मानना है कि राजस्थान की कई सीटों पर टिकट में बदलाव करना था लेकिन पार्टी ने वहां पर मुंह फेर लिया. जैसे सवाईमाधोपुर, बाड़मेर-जैसलमेर, चूरू, दौसा, सीकर आदि सीटों पर प्रत्याशी का चयन ठीक नहीं हुआ. वहां पर भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा है. नागौर की सीट का असर जोधपुर के साथ पाली और अन्य पर असर पड़ा है. यहां पर टिकट वितरण पर ध्यान देना चाहिए था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नई टीम के पास अनुभव की कमी</strong><br />राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार जगदीश शर्मा का कहना है कि वैसे इस सरकार में नए लोग कम हैं, लेकिन इनके पास प्रशासन का अनुभव ज्यादा नहीं है. इसका असर भी पड़ने लगा है. कई जगहों पर नाराजगी भी बनी हुई है. भरतपुर, धौलपुर -करौली, दौसा और सवाईमाधोपुर में इसका असर भी दिखा है. हालांकि, पार्टी अध्यक्ष तीसरी बार सांसद बने हैं. उन्हें तो मझा हुआ खिलाड़ी माना जा रहा है. फिर भी सीटें कम हुई है. मुख्यमंत्री के साथ दोनों डिप्टी सीएम शासन में कमजोर माने जा सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सिर्फ मोदी के सहारे रह गए स्थानीय नेता</strong><br />इसके अलावा वरिष्ठ पत्रकार हरीश मलिक का कहना है कि स्थानीय स्तर पर काम नहीं हुआ. बीजेपी नेता सिर्फ पीएम <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> के सहारे ही रह गए, जिसे लेकर यहां के सामान्य कायकर्ताओं में रोष और नाराजगी थी. टिकट बंटवारे के साथ ही साथ नाराज नेताओं को मनाया नहीं गया. पूर्वी राजस्थान हो या मेवाड़ सभी क्षेत्रों में नाराजगी बनी रही. कुछ सीटों पर पार्टी ने प्रयास किया लेकिन बाकी जगहों पर छोड़ दिया गया था. जिसका असर परिणाम पर दिखा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”बाड़मेर हारकर भी चर्चा में रविंद्र सिंह भाटी, ऐसे बिगाड़ा केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का खेल” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/barmer-lok-sabha-elections-result-2024-bjp-candidate-kailash-choudhary-ravindra-singh-bhati-ann-2708378″ target=”_blank” rel=”noopener”>बाड़मेर हारकर भी चर्चा में रविंद्र सिंह भाटी, ऐसे बिगाड़ा केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का खेल</a></strong></p>