हरियाणा के हिसार जिला में बरवाला के वार्ड नम्बर 01 निवासी ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि मेरा भाई सुनील उर्फ शम्मी 13 अगस्त 24 को शाम को घर से निकला व आज तक वापिस नहीं आया। उसका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है, जिसका नम्बर 9034792005 है। छानबीन में जुटी पुलिस हमने आस पड़ोस व रिश्तेदारों के यहां पता किया, लेकिन मेरे भाई का कोई पता नहीं लग पाया। मेरे भाई सुनील उर्फ शम्मी की लम्बाई 5 फीट 8 के आस पास, रंग गेहुंआ, खाकी टी शर्ट व काला पायजामा व पैरों में चपल पहनी हुई थी। हमें डर है कि मेरा भाई किसी मुसीबत में न हो। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे भाई के फोन पर निम्न नंबरों से बार बार फोन आते थे, इनसे पूछताछ की जाए। बरवाला पुलिस ने सुनील की शिकायत पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के हिसार जिला में बरवाला के वार्ड नम्बर 01 निवासी ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि मेरा भाई सुनील उर्फ शम्मी 13 अगस्त 24 को शाम को घर से निकला व आज तक वापिस नहीं आया। उसका मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है, जिसका नम्बर 9034792005 है। छानबीन में जुटी पुलिस हमने आस पड़ोस व रिश्तेदारों के यहां पता किया, लेकिन मेरे भाई का कोई पता नहीं लग पाया। मेरे भाई सुनील उर्फ शम्मी की लम्बाई 5 फीट 8 के आस पास, रंग गेहुंआ, खाकी टी शर्ट व काला पायजामा व पैरों में चपल पहनी हुई थी। हमें डर है कि मेरा भाई किसी मुसीबत में न हो। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे भाई के फोन पर निम्न नंबरों से बार बार फोन आते थे, इनसे पूछताछ की जाए। बरवाला पुलिस ने सुनील की शिकायत पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हांसी में पिस्तौल लेकर घर में घुसा पार्षद पति:वार्डवासी महिला ने पेयजल समस्या पर किया था मैसेज; आधी रात को हंगामा,FIR
हांसी में पिस्तौल लेकर घर में घुसा पार्षद पति:वार्डवासी महिला ने पेयजल समस्या पर किया था मैसेज; आधी रात को हंगामा,FIR हरियाणा के हिसार के हांसी में एक पूर्व पार्षद व मौजूदा पार्षद प्रतिनिधि हाथ में पिस्तौल लेकर एक घर में घुस कर गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगे हैं। विवाद पानी समस्या को लेकर वार्ड की महिला पार्षद को मैसेज करने का है। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। हांसी के मॉडल टाउन में रहने वाले सुरेंद्र बांगा ने पुलिस को शिकायत दी है कि उनके वार्ड मे पीने का पानी नहीं आ रहा था। इस पर उसकी पत्नी बिमला देवी ने पूर्व पार्षद सीमान्त चौधरी की पत्नी वार्ड पार्षद मौना चौधरी को व्हाट्सएप मैसेज कर दिया।उसने बताया कि उनके घर में पीने का पानी नहीं आ रहा है। इसी को लेकर पार्षद पति भड़क गया। गेट खोल अंदर घुसा, कमरे के दरवाजे पर मारी लातें सुरेंद्र बांगा ने बताया कि 9 व 10 जून की रात को करीब 12:45 बजे महिला पार्षद का पति सीमांत चौधरी अपने हाथ में रिवाल्वर लिए हुए उनके घर पहुंच गया। वह गेट के बाहर खड़ा होकर अपने मोबाइल फोन से उसे फोन पर गंदी-गंदी गालियां देने लगा। धमकी दी कि उसकी पत्नी को मैसेज करने पर आज उसे जान से मार दूंगा। बांगा ने डर के मारे घर का गेट नहीं खोला। वह गेट को लात मारकर अन्दर घुस गया और फोन पर ही उसको व उसकी पत्नी को गालियां देता रहा। डर के साये में रहा परिवार उसने बताया कि फिर वह कमरे के दरवाजे को लाते मारने लगा, लेकिन दरवाजा अन्दर से बन्द था। वह और उसके परिवार के अन्य सदस्य डर के मारे उसके सामने नहीं आए। सुरेंद्र ने बताया कि इसके बाद आरोपी निशांत चौधरी उनको जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से चला गया। सुरेंद्र बांगा ने बताया कि अगर हमारे घर का कोई भी सदस्य उसके सामने आ जाता तो वह उसे जान से मार देता, क्योंकि उसके हाथ में रिवाल्वर थी। घटना के बाद से उसका परिवार काफी डरा हुआ है।
हरियाणा कांग्रेस में सांसदों को चुनाव न लड़ाने पर घमासान:सैलजा बोलीं- मैं तो इलेक्शन लड़ूंगी, प्रभारी ने कहा था-MP पैनल में शामिल नहीं होंगे
हरियाणा कांग्रेस में सांसदों को चुनाव न लड़ाने पर घमासान:सैलजा बोलीं- मैं तो इलेक्शन लड़ूंगी, प्रभारी ने कहा था-MP पैनल में शामिल नहीं होंगे हरियाणा कांग्रेस में सांसदों को विधानसभा चुनाव में न उतारने के फैसले के बाद घमासान मच गया है। सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा दीपक बाबरिया का बयान अधूरा है। उन्होंने कहा है कि कोई सांसद चुनाव नहीं लड़ेगा, लेकिन यदि कोई लड़ना चाहता है तो हाईकमान से अनुमति ले। मैं कांग्रेस की अनुशासित सिपाही हूं। हाईकमान के आदेश पर ही मैंने लोकसभा चुनाव लड़ा था और अब हाईकमान की अनुमति से विधानसभा चुनाव भी जरूर लडूंगी। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए मजबूत होकर जनता के हक के लिए लड़ाई लडूंगी। वहीं, राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि वह पहले ही कह चुके हैं कि हाईकमान जो तय करेगा, उसके अनुसार फैसला लेंगे। दरअसल, बीते कल कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा था कांग्रेस ने सैद्धांतिक फैसला लिया है कि किसी भी लोकसभा व राज्यसभा सांसद को विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया जाएगा। सांसद विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भी किसी सांसद का नाम टिकट के लिए नहीं रखा जाएगा। इसके बाद भी कोई सांसद चुनाव लड़ने की जिद करता है तो उसे पार्टी अध्यक्ष से अनुमति लेनी होगी। वैसे कांग्रेस अपने सैद्धांतिक फैसलों से हटती नहीं है। सैलजा ने दलित CM बनने की दावेदारी पेश की थी
हरियाणा चुनाव के बीच 3 दिन पहले सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कांग्रेस सरकार बनने पर CM कुर्सी पर दावा ठोक दिया था। कुमारी सैलजा ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा, ”लोगों की व्यक्तिगत और जातीय आधार पर महत्त्वाकांक्षा होती है, मेरी भी है। मैं राज्य में काम करना चाहती हूं। विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हूं। हालांकि अंतिम फैसला हाईकमान करेगा।” सैलजा ने बयान दिया था, कि देश में अनुसूचित जातियों ने कांग्रेस को बड़ा समर्थन दिया है। जब दूसरी जातियों के नेता मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो फिर अनुसूचित जातियों से क्यों नहीं। सैलजा ने सीधे तौर पर हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर दलित सीएम की दावेदारी पेश कर दी। CM फेस को लेकर कॉन्ट्रोवर्सी जारी
कांग्रेस में CM फेस को लेकर पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा के बीच लगातार कॉन्ट्रोवर्सी चल रही है। गुटबाजी के कारण ही कांग्रेस के हरियाणा में 10 साल सत्ता से बाहर है। 2014 में कांग्रेस 15 और 2019 में 31 सीटें ही जीत पाई थी। 2014 में भाजपा ने बहुमत की सरकार बनाई तो 2019 में JJP के साथ गठबंधन कर सरकार बना कांग्रेस को झटका दे दिया। सैलजा का विधानसभा पर ही फोकस था सैलजा का
हरियाणा में हुड्डा की ही तरह कुमारी सैलजा भी खुद को CM कैंडिडेट प्रोजेक्ट करने की कोशिश में लगी हुई हैं। बताया जाता है कि वह लोकसभा चुनाव न लड़कर विधानसभा चुनाव पर ही फोकस करना चाहती थीं, लेकिन आलाकमान ने उन्हें चुनावी मैदान में उतार दिया। सैलजा हरियाणा में पार्टी का दलित चेहरा हैं। इनके राज्य के करीब 11 फीसदी वोटर 9 विधानसभा सीटों पर सीधा-सीधा असर डालते हैं। साथ ही वह महिला चेहरा भी हैं। ऐसे में राज्य की महिला वोटर्स का भी समर्थन उन्हें मिल सकता है। कुमारी सैलजा सोनिया गांधी की करीबी मानी जाती हैं और उनके पिता चौधरी दलवीर सिंह भी हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री रह चुके हैं। शायद यही वजह है कि कांग्रेस आलाकमान ने फिलहाल दोनों में से किसी एक गुट का न तो समर्थन किया है, न ही किसी एक चेहरे पर चुनाव लड़ने का संकेत दिया है। लोकसभा चुनाव से पहले भी हुड्डा और सैलजा ने अलग-अलग यात्राएं निकाली थीं। बावजूद इसके कांग्रेस इन दोनों नेताओं के बीच के विवाद को नहीं सुलझा पाई, या ये कहें कि पार्टी इस विवाद को सुलझाना ही नहीं चाहती।
रेवाड़ी के रामपुरा थाने में ACB की रेड:SI और ASI 30 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार; पटाखे से जुड़े केस में मांगी थी रकम
रेवाड़ी के रामपुरा थाने में ACB की रेड:SI और ASI 30 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार; पटाखे से जुड़े केस में मांगी थी रकम हरियाणा के रेवाड़ी शहर स्थित रामपुरा थाना में गुरुवार की दोपहर बाद एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने रेड की। इस दौरान एक सब इंस्पेक्टर और एक ASI को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को एसीबी की टीम गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। आरोपी पुलिसकर्मियों ने 9 माह पुराने पटाखे से जुड़े केस में किसी को फंसाने की धमकी देकर रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता बोला- मैं पेशी भुगत रहा, ASI ने कहा- तेरे भाई का भी नाम है
मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी शहर के मोहल्ला कुतुबपुर निवासी संजू ने बताया कि 9 माह पहले दीपावली के त्योहार पर रामपुरा थाना पुलिस ने उनके घर से पटाखे पकड़े थे। पुलिस ने पटाखे पकड़ने के साथ ही उन पर केस बना दिया था। जिसकी वह कोर्ट में पेशी भी भुगत रहे है। लेकिन कुछ दिन पहले अचानक उनके पास रामपुरा थाना में तैनात ASI त्रिदेव का फोन आया और कहा कि उनके छोटे भाई का भी इस केस में नाम है। नाम कटवाने के लिए मांगे रुपए
ASI ने उसे कहा कि अगर भाई का नाम कटवाना है तो 50 हजार रुपए देने होंगे। संजू ने बताया कि उनके परिवार के लोगों ने पुलिसकर्मियों से फरियाद भी लगाई, लेकिन इसमें ईएसआई मनोज कुमार भी शामिल हो गया और दोनों पुलिसकर्मियों ने कहा कि 50 हजार रुपए नहीं दिए तो छोटे बेटे को भी इस केस में शामिल किया जाएगा। शिकायत मिलने पर ACB ने जाल बिछाया
इसके बाद संजू ने रिश्वत मांगने की शिकायत एंट्री करप्शन ब्यूरो में कर दी। संजू और पुलिसकर्मियों के बीच 30 हजार रुपए में बात बन गई। हालांकि एसीबी की टीम को पहले ही इसकी सूचना मिल चुकी थी। ऐसे में दोनों पुलिसकर्मियों को पकड़ने का जाल बिछाया गया। रिश्वत के रुपए देकर भेजा, रुपए पकड़ते ही ACB ने दबोचा
एसीबी की टीम ने उसे 30 हजार रुपए देकर रामपुरा थाना भेज दिया। जैसे ही ईएसआई मनोज कुमार और एएसआई त्रिदेव ने 30 हजार रुपए लिए। पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने दोनों को मौके पर ही रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। एसीबी की रामपुरा थाना में रेड के बाद अन्य पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई। टीम दोनों को गिरफ्तार कर एसीबी थाना ले गई।