हिसार में विवाहिता को ज़हर देकर मारा:भाई को फोन कर बोली- मुझे मार डालेंगे, परिजनों का आरोप- मारपीट करते थे

हिसार में विवाहिता को ज़हर देकर मारा:भाई को फोन कर बोली- मुझे मार डालेंगे, परिजनों का आरोप- मारपीट करते थे

बरवाला में शनिवार को एक महिला की मौत हो गई, मायके पक्ष के लोगों का आरोप है कि ससुराल वालों ने उसे ज़हर देकर मारा है। हालांकि अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने नहीं आई है लेकिन परिजनों का कहना है कि उसके पति और ससुराल पक्ष के अन्य लोग आए दिन उसके साथ मारपीट करते थे। मृतका का नाम उषा (41) है, जो कि उकलाना वार्ड नंo 11 की रहने वाली थी, उषा की शादी बरवाला शहर में लेखराम नामक युवक से हुई थी। 2003 में हुई थी शादी मृतका उषा के भाई धर्मेंद्र ने बरवाला पुलिस में उसके ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। धर्मेंद्र ने बताया कि उषा की शादी 2003 में लेखराम से हुई थी। वो अक्सर मेरी बहन के साथ मारपीट करते थे। मेरी बहन के तीन बच्चे हैं, दो लड़की मुस्कान व मनीषा और एक लड़का अंकुश है। मुस्कान की शादी हो चुकी है और मनीषा व अंकुश पढ़ाई कर रहे हैं। धर्मेंद्र ने बताया कि पिछले दिन मेरी बहन का कई बार फोन आया, उसने रोते हुए बताया कि ये लोग मेरे साथ मारपीट कर रहे हैं, मैं इनसे तंग आ चुकी हूं, मेरे ससुराल वाले मुझे ज़हर देकर मारने की कोशिश कर रहे हैं। इतने में उसका फोन कट गया। ससुराल वालों ने नहीं उठाया फोन मृतका के भाई ने बताया कि उषा का फोन आने के बाद तुरंत मेरे भाई विजय, मैं और मां अंबी देवी बरवाला के लिए निकल गए। तभी किसी का फोन आया कि उषा को अग्रोहा मेडिकल लेकर जा रहे हैं। हम जब अग्रोहा पहुंचे तो हमें उषा वहां नहीं मिली। इसके बाद उषा के भाई लेखराम के फोन पर संपर्क किया गया तो उसने बताया कि हिसार सर्वोदय या चूड़ामणि अस्पताल में उषा को ले जा रहे हैं। फिर हम सर्वोदय व चूड़ामणि में पहुंचे थे, वहां भी हमें कोई नहीं मिला और ना ही किसी ने फोन उठाया। परिजन पहुंचे तो ससुराल में कोई नहीं मिला मृतका के भाई ने बताया कि इसके बाद हम बरवाला आ गए तो घर पर भी कोई नहीं मिला। हम उनकी गली के सामने मेन रोड पर खड़े हो कर इंतजार करने लगे।
करीब रात 11:00 बजे हिसार की तरफ से एम्बुलेंस आई तो हमने रुकवा ली एंबुलेंस में उषा के दोनों बच्चे, उषा की नंनद लिलो, जेठानी शांति पत्नि महेंद्र थी। उन्होंने बताया कि उषा की मृत्यु हो चुकी है। फिर मैं व अन्य परिवार वाले उषा को CHC बरवाला ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने उषा को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दर्ज किया मामला हिसार के नागरिक अस्पताल में मृतका का पोस्टमॉर्टम करवाया गया जिसके बाद डेथ बॉडी परिजनों को सौंप दी गई। धर्मेंद्र ने कहा कि मेरी बहन उषा के ससुराल में हमेशा घरेलू क्लेश और आपसी झगड़ा होता रहता था। हमें शक है कि मेरी बहन को इन लोगों ने ज़हर देकर मारा है। इस मामले में उन्होंने बरवाला थाने में शिकायत भी की, जिसके बाद पुलिस ने मृतका के ससुराल पक्ष के लोगों पर महिला के साथ क्रूरता करने और हत्या के मामले में क्रमशः धारा 85, 103(1), 3(5) BNS के तहत केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। ससुराल पक्ष के सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। बरवाला में शनिवार को एक महिला की मौत हो गई, मायके पक्ष के लोगों का आरोप है कि ससुराल वालों ने उसे ज़हर देकर मारा है। हालांकि अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने नहीं आई है लेकिन परिजनों का कहना है कि उसके पति और ससुराल पक्ष के अन्य लोग आए दिन उसके साथ मारपीट करते थे। मृतका का नाम उषा (41) है, जो कि उकलाना वार्ड नंo 11 की रहने वाली थी, उषा की शादी बरवाला शहर में लेखराम नामक युवक से हुई थी। 2003 में हुई थी शादी मृतका उषा के भाई धर्मेंद्र ने बरवाला पुलिस में उसके ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। धर्मेंद्र ने बताया कि उषा की शादी 2003 में लेखराम से हुई थी। वो अक्सर मेरी बहन के साथ मारपीट करते थे। मेरी बहन के तीन बच्चे हैं, दो लड़की मुस्कान व मनीषा और एक लड़का अंकुश है। मुस्कान की शादी हो चुकी है और मनीषा व अंकुश पढ़ाई कर रहे हैं। धर्मेंद्र ने बताया कि पिछले दिन मेरी बहन का कई बार फोन आया, उसने रोते हुए बताया कि ये लोग मेरे साथ मारपीट कर रहे हैं, मैं इनसे तंग आ चुकी हूं, मेरे ससुराल वाले मुझे ज़हर देकर मारने की कोशिश कर रहे हैं। इतने में उसका फोन कट गया। ससुराल वालों ने नहीं उठाया फोन मृतका के भाई ने बताया कि उषा का फोन आने के बाद तुरंत मेरे भाई विजय, मैं और मां अंबी देवी बरवाला के लिए निकल गए। तभी किसी का फोन आया कि उषा को अग्रोहा मेडिकल लेकर जा रहे हैं। हम जब अग्रोहा पहुंचे तो हमें उषा वहां नहीं मिली। इसके बाद उषा के भाई लेखराम के फोन पर संपर्क किया गया तो उसने बताया कि हिसार सर्वोदय या चूड़ामणि अस्पताल में उषा को ले जा रहे हैं। फिर हम सर्वोदय व चूड़ामणि में पहुंचे थे, वहां भी हमें कोई नहीं मिला और ना ही किसी ने फोन उठाया। परिजन पहुंचे तो ससुराल में कोई नहीं मिला मृतका के भाई ने बताया कि इसके बाद हम बरवाला आ गए तो घर पर भी कोई नहीं मिला। हम उनकी गली के सामने मेन रोड पर खड़े हो कर इंतजार करने लगे।
करीब रात 11:00 बजे हिसार की तरफ से एम्बुलेंस आई तो हमने रुकवा ली एंबुलेंस में उषा के दोनों बच्चे, उषा की नंनद लिलो, जेठानी शांति पत्नि महेंद्र थी। उन्होंने बताया कि उषा की मृत्यु हो चुकी है। फिर मैं व अन्य परिवार वाले उषा को CHC बरवाला ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने उषा को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दर्ज किया मामला हिसार के नागरिक अस्पताल में मृतका का पोस्टमॉर्टम करवाया गया जिसके बाद डेथ बॉडी परिजनों को सौंप दी गई। धर्मेंद्र ने कहा कि मेरी बहन उषा के ससुराल में हमेशा घरेलू क्लेश और आपसी झगड़ा होता रहता था। हमें शक है कि मेरी बहन को इन लोगों ने ज़हर देकर मारा है। इस मामले में उन्होंने बरवाला थाने में शिकायत भी की, जिसके बाद पुलिस ने मृतका के ससुराल पक्ष के लोगों पर महिला के साथ क्रूरता करने और हत्या के मामले में क्रमशः धारा 85, 103(1), 3(5) BNS के तहत केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। ससुराल पक्ष के सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर