रोहतक में सफाई कर्मचारियों की राज्य स्तरीय बैठक:10-11 जुलाई को जिला स्तरीय प्रदर्शन का निर्णय, 12-17 तक निकाली जाएगी शवयात्रा

रोहतक में सफाई कर्मचारियों की राज्य स्तरीय बैठक:10-11 जुलाई को जिला स्तरीय प्रदर्शन का निर्णय, 12-17 तक निकाली जाएगी शवयात्रा

ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा की राज्य कमेटी की बैठक रोहतक के प्रभात भवन में प्रधान देवीराम की अध्यक्षता में हुई। बैठक में यूनियन के महासचिव विनोद कुमार ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार सफाई कर्मचारियों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। 17 वर्षों से अस्थाई नौकरियों से परेशान सफाई कर्मचारी इस विधानसभा चुनाव से पहले स्थायी होने की उम्मीद लगाए बैठे थे। लेकिन भाजपा सरकार ने सफाई कर्मचारियों को स्थायी करने की बजाय मात्र 1000 रुपये की मामूली बढ़ोतरी करके उनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है। वादे तोड़ने के आरोप साथ ही सरकार ने सफाई कर्मचारी पोर्टल बनाने की घोषणा करके अपनी मंशा साफ कर दी है कि भविष्य में इन सफाई कर्मचारियों को स्थायी नहीं किया जाएगा और ये लोग जीवन भर अस्थाई नौकरियों का दर्द झेलते रहेंगे। यूनियन महासचिव ने कहा कि हरियाणा सरकार ने 29 नवंबर को विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ शहरी अस्थाई सफाई कर्मचारियों के बराबर वेतन देने, प्रतिवर्ष 3 प्रतिशत वेतन वृद्धि करने तथा सेवानिवृत्ति पर 2 लाख रुपए की एकमुश्त सहायता देने संबंधी हुए समझौते को लागू न करके अपना वादा तोड़ा है। हरियाणा सरकार के इस रवैये से यह बिल्कुल स्पष्ट हो गया है कि भाजपा और उसके नेता घोर दलित व सफाई कर्मचारी विरोधी हैं। अब हरियाणा के 11000 ग्रामीण सफाई कर्मचारी चुप नहीं बैठेंगे और इस अन्याय व शोषण के खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन का बिगुल बजाकर आंदोलन को तेज करेंगे। ये है रणनीति बैठक में आगामी आंदोलन की घोषणा की गई। बताया गया कि 10 व 11 जुलाई को सीआईटीयू के बैनर तले सभी जिलों में एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 12 से 17 जुलाई तक काली पट्टी व बैज लगाकर ब्लॉक स्तर पर सरकार की शवयात्रा/पुतले जलाकर विरोध सप्ताह मनाया जाएगा। 21 जुलाई को कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के फरीदाबाद आवास पर जोनल विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 22 से 30 जुलाई तक प्रदेशाध्यक्ष देवीराम पलवल, मेवात, फरीदाबाद व गुड़गांव व सोनीपत में, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बसाऊ, कैथल, पानीपत व जींद में, कोषाध्यक्ष संदीप सिंह महेंद्रगढ़, रेवाड़ी व झज्जर में, उप महासचिव जोगिंदर सिंह अंबाला, पानीपत व करनाल में तथा महासचिव विनोद कुमार सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, दादरी व रोहतक में जत्था अभियान का नेतृत्व करेंगे। इन पांच जत्थों को पूरे प्रदेश में चलाते हुए ब्लॉक स्तर पर जनसभाएं और जनसंपर्क अभियान चलाए जाएंगे। 1 और 2 अगस्त को सभी जिलों में सरकार के मंत्रियों के कार्यालयों पर और जहां मंत्री नहीं हैं, वहां उपायुक्त कार्यालयों पर 24 घंटे का धरना दिया जाएगा। अगर सरकार ने फिर भी सफाई कर्मचारियों की अनदेखी की तो 11 अगस्त को सीएम सिटी करनाल में प्रदेश स्तरीय जोनल प्रदर्शन किया जाएगा और सीएम आवास का घेराव कर आंदोलन को तेज किया जाएगा। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा की राज्य कमेटी की बैठक रोहतक के प्रभात भवन में प्रधान देवीराम की अध्यक्षता में हुई। बैठक में यूनियन के महासचिव विनोद कुमार ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार सफाई कर्मचारियों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। 17 वर्षों से अस्थाई नौकरियों से परेशान सफाई कर्मचारी इस विधानसभा चुनाव से पहले स्थायी होने की उम्मीद लगाए बैठे थे। लेकिन भाजपा सरकार ने सफाई कर्मचारियों को स्थायी करने की बजाय मात्र 1000 रुपये की मामूली बढ़ोतरी करके उनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है। वादे तोड़ने के आरोप साथ ही सरकार ने सफाई कर्मचारी पोर्टल बनाने की घोषणा करके अपनी मंशा साफ कर दी है कि भविष्य में इन सफाई कर्मचारियों को स्थायी नहीं किया जाएगा और ये लोग जीवन भर अस्थाई नौकरियों का दर्द झेलते रहेंगे। यूनियन महासचिव ने कहा कि हरियाणा सरकार ने 29 नवंबर को विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ शहरी अस्थाई सफाई कर्मचारियों के बराबर वेतन देने, प्रतिवर्ष 3 प्रतिशत वेतन वृद्धि करने तथा सेवानिवृत्ति पर 2 लाख रुपए की एकमुश्त सहायता देने संबंधी हुए समझौते को लागू न करके अपना वादा तोड़ा है। हरियाणा सरकार के इस रवैये से यह बिल्कुल स्पष्ट हो गया है कि भाजपा और उसके नेता घोर दलित व सफाई कर्मचारी विरोधी हैं। अब हरियाणा के 11000 ग्रामीण सफाई कर्मचारी चुप नहीं बैठेंगे और इस अन्याय व शोषण के खिलाफ पूरे प्रदेश में आंदोलन का बिगुल बजाकर आंदोलन को तेज करेंगे। ये है रणनीति बैठक में आगामी आंदोलन की घोषणा की गई। बताया गया कि 10 व 11 जुलाई को सीआईटीयू के बैनर तले सभी जिलों में एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 12 से 17 जुलाई तक काली पट्टी व बैज लगाकर ब्लॉक स्तर पर सरकार की शवयात्रा/पुतले जलाकर विरोध सप्ताह मनाया जाएगा। 21 जुलाई को कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के फरीदाबाद आवास पर जोनल विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 22 से 30 जुलाई तक प्रदेशाध्यक्ष देवीराम पलवल, मेवात, फरीदाबाद व गुड़गांव व सोनीपत में, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बसाऊ, कैथल, पानीपत व जींद में, कोषाध्यक्ष संदीप सिंह महेंद्रगढ़, रेवाड़ी व झज्जर में, उप महासचिव जोगिंदर सिंह अंबाला, पानीपत व करनाल में तथा महासचिव विनोद कुमार सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, दादरी व रोहतक में जत्था अभियान का नेतृत्व करेंगे। इन पांच जत्थों को पूरे प्रदेश में चलाते हुए ब्लॉक स्तर पर जनसभाएं और जनसंपर्क अभियान चलाए जाएंगे। 1 और 2 अगस्त को सभी जिलों में सरकार के मंत्रियों के कार्यालयों पर और जहां मंत्री नहीं हैं, वहां उपायुक्त कार्यालयों पर 24 घंटे का धरना दिया जाएगा। अगर सरकार ने फिर भी सफाई कर्मचारियों की अनदेखी की तो 11 अगस्त को सीएम सिटी करनाल में प्रदेश स्तरीय जोनल प्रदर्शन किया जाएगा और सीएम आवास का घेराव कर आंदोलन को तेज किया जाएगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर