कांगड़ा जिले में खाना खाने के बाद पूरी परिवार की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते 2 बच्चियों की मौत हो गई। जबकि उनकी मां की हालत गंभीर बनी हुई है। जिससे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना रानीताल की है। जानकारी के मुताबिक यूपी के बरेली निवासी देशराज अपनी पत्नी व दो बच्चियों के साथ पिछले 4 साल से रानीताल के पास रहकर मेहनत मजदूरी का काम कर रहा था। रात को परिवार के सभी लोगों ने खाना खाया और सो गए। इसी दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने पर देशराज की छोटी बेटी आंशिका (3) को उपमंडल अस्पताल देहरा ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं बड़ी बेटी खुशी (7) को डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। इसके अलावा बच्चियों की मां को भी तबीयत बिगड़ने पर टांडा अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने लिए खाने के सैंपल देहरा के डीएसपी अनिल ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने मौके पर जाकर खाने के सैंपल ले लिए हैं। भारत सुरक्षा अधिनियम की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर दोनों बच्चियों के शवों का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस अब इस बात की जांच करेगी कि खाने में ऐसी क्या चीज थी, जिसकी वजह से 2 बच्चियों की मौत हो गई व उनकी मां की हालत गंभीर है। कांगड़ा जिले में खाना खाने के बाद पूरी परिवार की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते 2 बच्चियों की मौत हो गई। जबकि उनकी मां की हालत गंभीर बनी हुई है। जिससे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना रानीताल की है। जानकारी के मुताबिक यूपी के बरेली निवासी देशराज अपनी पत्नी व दो बच्चियों के साथ पिछले 4 साल से रानीताल के पास रहकर मेहनत मजदूरी का काम कर रहा था। रात को परिवार के सभी लोगों ने खाना खाया और सो गए। इसी दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने पर देशराज की छोटी बेटी आंशिका (3) को उपमंडल अस्पताल देहरा ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं बड़ी बेटी खुशी (7) को डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। इसके अलावा बच्चियों की मां को भी तबीयत बिगड़ने पर टांडा अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने लिए खाने के सैंपल देहरा के डीएसपी अनिल ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने मौके पर जाकर खाने के सैंपल ले लिए हैं। भारत सुरक्षा अधिनियम की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर दोनों बच्चियों के शवों का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस अब इस बात की जांच करेगी कि खाने में ऐसी क्या चीज थी, जिसकी वजह से 2 बच्चियों की मौत हो गई व उनकी मां की हालत गंभीर है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल राज्य चयन आयोग में चेयरमैन की जॉयनिंग में देरी:दक्षिण भारत में करा रहे इलाज, एग्जाम को लेकर नया पैटर्न बन रहा हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर स्थित राज्य चयन आयोग में अध्यक्ष और सदस्यों के पदभार संभालने को लेकर अभी और समय लग सकता है। कारण यह है कि जिन राजीव कुमार को आयोग का सरकार ने अध्यक्ष नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की है, वे स्वास्थ्य कारणों के चलते अभी हिमाचल से बाहर हैं। वें दक्षिण भारत में इलाज करवा रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि जैसे ही वे मुकम्मल तौर पर रिकवर हो जाएंगे, तत्काल आयोग के अध्यक्ष का पदभार संभाल लेंगे। उन्होंने इसके लिए अभी कुछ और दोनों तक इंतजार करने की बात भी कही है। अध्यक्ष के बगैर सदस्यों की जॉयनिंग भी लटकी उधर, जब तक आयोग के अध्यक्ष पदभार नहीं संभालते, सरकार द्वारा नामजद दोनों सदस्य यहां जॉयनिंग नहीं दे सकते, क्योंकि शपथ अध्यक्ष ने ही दिलानी होती है। हालांकि एक सदस्य अभी सरकारी सेवा से इसी महीने के अंत में सेवानिवृत्ति होंगे और दीपावली के बाद उनका सदस्य के रूप में यहां पदभार संभालने की संभावना थी, मगर अध्यक्ष की गैरमौजूदगी में ऐसा हो नहीं सकता। इसलिए अभी आयोग के मुख्यालय में फिलहाल मुकम्मल रौनक महसूस करने के लिए लगभग एक से डेढ़ सप्ताह और लग सकता है। बता दें कि अध्यक्ष और दोनों सदस्यों की अधिसूचना जारी किए हुए पौने दो माह का समय बीत गया है। हालांकि सरकार ने आयोग के सचिव के रूप में वरिष्ठ एचएएस अधिकारी विक्रम महाजन को तैनाती देकर इसकी फंक्शनिंग को प्रभावित तरीके से शुरू करने का बीड़ा तो उठा लिया था, मगर अब देरी अध्यक्ष और सदस्यों के पदभार संभालने की वजह से लटकी हुई है। फिजियोथैरेपी करवा रहे- राजीव आयोग के अध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि वे अभी हिमाचल से बाहर हैं और डॉक्टर्स ने उन्हें फिजियोथैरेपी के लिए कुछ और समय निकालने की सलाह दी है। इसीलिए वे अभी उसी में व्यस्त हैं। जैसे ही डॉक्टर्स सलाह देंगे, वे हमीरपुर पहुंचकर आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल लेंगे। फिलहाल थोड़ा वक्त लगेगा। अब ज्वॉइनिंग- सुखदेव उधर, आयोग के नामित सदस्य और वरिष्ठ एचएएस अधिकारी सुखदेव सिंह राणा का कहना है कि वें दीपावली के बाद वे जॉयनिंग करेंगे। एग्जाम का पैटर्न बदलेगा काबिले गौर यह है कि मुकम्मल तौर पर इस आयोग का निजाम बदलने के लिए वक्त लगेगा। क्योंकि एग्जाम को लेकर यह आयोग नए पैटर्न में सिस्टम बना रहा है। फिलहाल क्लर्कों के पदों को भी भरा जाना है। उस पर अभी काम नहीं हुआ है। पद सृजित हो चुके हैं। आयोग ने कई महत्वपूर्ण कार्यों को आउटसोर्स करने का भी प्लान तैयार किया हुआ है। अब देखना यही है कि अध्यक्ष और सदस्यों की मौजूदगी बनने के बाद कितनी जल्दी यह आयोग युवाओं की उम्मीदों पर खरा उतर पाएंगे? फिलहाल सचिव विक्रम महाजन की मौजूदगी में आधा दर्जन के करीब पोस्ट कोड का रिजल्ट घोषित हो चुका है और अगली प्रक्रिया को शुरू करने के लिए भी अंदर खाते प्रक्रिया जारी है।
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हिमाचल में भारी बारिश और लैंडस्लाइड की चेतावनी:अगले 48 घंटे अलर्ट रहने की सलाह; मानसून में अब तक 433 करोड़ की संपत्ति नष्ट हिमाचल प्रदेश में आज और कल भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आज के लिए 3 जिलों ऊना, कांगड़ा, सिरमौर जिले में चेतावनी जारी की गई है, जबकि कल 5 जिलों ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, शिमला और सिरमौर में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। इससे इन जिलों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ की घटनाएं हो सकती हैं। इसे देखते हुए प्रदेश के लोगों के साथ-साथ पहाड़ों पर आने वाले पर्यटकों को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। परसों यानी 2 अगस्त को मानसून फिर कमजोर पड़ जाएगा। 4 अगस्त को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में फिर बारिश हो सकती है। पिछले तीन दिनों से प्रदेश में मानसून सक्रिय हो गया है। इसके चलते 29 जुलाई को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश हुई है। 29 जुलाई की रात को कुल्लू जिले में दो और किन्नौर में एक जगह बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। इससे भारी नुकसान हुआ है। मानसून सीजन में 36 फीसदी कम बारिश पूरे मानसून सीजन में राज्य में सामान्य से 36 फीसदी कम बारिश हुई है। ऐसा एक भी जिला नहीं है, जहां पूरे सीजन में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। 1 जून से 30 जुलाई तक सामान्य बारिश 348.6 मिमी होती है, लेकिन इस बार 224.4 मिमी बारिश हुई है। 433 करोड़ की संपत्ति नष्ट इस मानसून सीजन में राज्य में 433 करोड़ की सरकारी और निजी संपत्ति नष्ट हो गई है। भारी बारिश के कारण 19 घर पूरी तरह जमींदोज हो गए हैं, जबकि 95 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसी तरह 1 दुकान, 87 गौशालाएं और 5 लेबर शेड भी बारिश की भेंट चढ़ गए हैं।
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