हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के ठियोग में बीती रात सेब से लदे ट्रक ने 5 गाड़ियों, 2 बाइक, मंदिर के गेट और 1 शेड को तोड़ दिया। इससे लाखों रुपए का नुकसान हो गया है। इस हादसे में एक व्यक्ति घायल हुआ है, जिसका सिविल अस्पताल ठियोग में उपचार चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, सेब से लदा ट्रक नंबर PB-05-AN-5676 वाया सैंज-राजगढ़-सोलन होते हुए चंडीगढ़ की ओर जा रहा था। ठियोग के गजेड़ी नामक गांव में यह रात लगभग पौने 3 बजे सड़क पर पलट गया। इसकी जोरदार टक्कर से एक गाड़ी सड़क से करीब 100 फीट नीचे पलट गई, जबकि 4 अन्य गाड़ियां जो सड़क किनारे पार्क थी, उन्हें भी भारी नुकसान हुआ है। ट्रक ने जब सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों को टक्कर मारी तो उस दौरान गाड़ी में एक व्यक्ति सो रहा था। उसे काफी चोटें आई है। घायल का ठियोग अस्पताल में उपचार चल रहा है, जबकि दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी का चालक सेफ बताया जा रहा है। बागवानों और गाड़ी मालिकों को लाखों का नुकसान इस घटना में न केवल सेब बागवानों कों लाखों रुपए का नुकसान हुआ है, बल्कि गाड़ी मालिकों को झटका लगा है, क्योंकि पजेरो-ब्रिजा जैसी महंगी व लग्जरी गाड़ियां इसकी चपेट में आई है। गजेड़ी देवता महासू के मंदिर गेट को भी नुकसान हुआ है। एक शेड को भी ट्रक की टक्कर से नुकसान पहुंचा है। प्रशासन पर फोड़ा ठीकरा स्थानीय निवासी रामकृष्ण मदराड़ी ने इसका ठीकरा प्रशासन पर फोड़ा है। उन्होंने बताया कि यदि यह ट्रक बाइपास से गया होता तो हादसा नहीं होता। उन्होंने गजेड़ी बाइपास में पुलिस जवान तैनात करने की मांग की, ताकि सेब से लदे ट्रक बाइपास से भेजे जा सके। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने तुगलकी फरमान सुनाया है। नारकंडा-किन्नौर से आ रहे सेब से लदे ट्रक भी वाया राजगढ़ भेजे जा रहे है। यह निर्णय सरासर गलत है। शिमला में ट्रैफिक जाम से बचने को इस तरह के निर्णय लेना सही नहीं है। शिमला में ट्रैफिक जाम से निजात पाने को सड़कें चौड़ी करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि माइपुल में सड़क पर लगा पुल पहले ही असुरक्षित है। मगर फिर भी यहां से 10 से 12 टन या इससे भी ज्यादा माल लदे ट्रक भेजे जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के ठियोग में बीती रात सेब से लदे ट्रक ने 5 गाड़ियों, 2 बाइक, मंदिर के गेट और 1 शेड को तोड़ दिया। इससे लाखों रुपए का नुकसान हो गया है। इस हादसे में एक व्यक्ति घायल हुआ है, जिसका सिविल अस्पताल ठियोग में उपचार चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, सेब से लदा ट्रक नंबर PB-05-AN-5676 वाया सैंज-राजगढ़-सोलन होते हुए चंडीगढ़ की ओर जा रहा था। ठियोग के गजेड़ी नामक गांव में यह रात लगभग पौने 3 बजे सड़क पर पलट गया। इसकी जोरदार टक्कर से एक गाड़ी सड़क से करीब 100 फीट नीचे पलट गई, जबकि 4 अन्य गाड़ियां जो सड़क किनारे पार्क थी, उन्हें भी भारी नुकसान हुआ है। ट्रक ने जब सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों को टक्कर मारी तो उस दौरान गाड़ी में एक व्यक्ति सो रहा था। उसे काफी चोटें आई है। घायल का ठियोग अस्पताल में उपचार चल रहा है, जबकि दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी का चालक सेफ बताया जा रहा है। बागवानों और गाड़ी मालिकों को लाखों का नुकसान इस घटना में न केवल सेब बागवानों कों लाखों रुपए का नुकसान हुआ है, बल्कि गाड़ी मालिकों को झटका लगा है, क्योंकि पजेरो-ब्रिजा जैसी महंगी व लग्जरी गाड़ियां इसकी चपेट में आई है। गजेड़ी देवता महासू के मंदिर गेट को भी नुकसान हुआ है। एक शेड को भी ट्रक की टक्कर से नुकसान पहुंचा है। प्रशासन पर फोड़ा ठीकरा स्थानीय निवासी रामकृष्ण मदराड़ी ने इसका ठीकरा प्रशासन पर फोड़ा है। उन्होंने बताया कि यदि यह ट्रक बाइपास से गया होता तो हादसा नहीं होता। उन्होंने गजेड़ी बाइपास में पुलिस जवान तैनात करने की मांग की, ताकि सेब से लदे ट्रक बाइपास से भेजे जा सके। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने तुगलकी फरमान सुनाया है। नारकंडा-किन्नौर से आ रहे सेब से लदे ट्रक भी वाया राजगढ़ भेजे जा रहे है। यह निर्णय सरासर गलत है। शिमला में ट्रैफिक जाम से बचने को इस तरह के निर्णय लेना सही नहीं है। शिमला में ट्रैफिक जाम से निजात पाने को सड़कें चौड़ी करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि माइपुल में सड़क पर लगा पुल पहले ही असुरक्षित है। मगर फिर भी यहां से 10 से 12 टन या इससे भी ज्यादा माल लदे ट्रक भेजे जा रहे हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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