<p style=”text-align: justify;”><strong>Shyam Rajak Resigns:</strong> पूर्व मंत्री श्याम रजक ने आरजेडी से गुरुवार को इस्तीफा दे दिया. आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को श्याम रजक ने अपना इस्तीफा भेजा. पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव के पद पर श्याम रजक थे. अपने इस्तीफे में श्याम रजक ने अपनी दिल की बात लिखी. उन्होंने लिखा कि ‘मैं शतरंज का शौकिन नहीं था, इसलिए धोखा खा गया. आप मोहरे चल रहे थे, मैं रिश्तेदारी निभा रहा था'</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Shyam Rajak Resigns:</strong> पूर्व मंत्री श्याम रजक ने आरजेडी से गुरुवार को इस्तीफा दे दिया. आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को श्याम रजक ने अपना इस्तीफा भेजा. पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव के पद पर श्याम रजक थे. अपने इस्तीफे में श्याम रजक ने अपनी दिल की बात लिखी. उन्होंने लिखा कि ‘मैं शतरंज का शौकिन नहीं था, इसलिए धोखा खा गया. आप मोहरे चल रहे थे, मैं रिश्तेदारी निभा रहा था'</p> बिहार तेजस्वी कार्यकाल पर दिलीप जायसवाल के बयान से मचा सियासी बवाल, ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर आमने-सामने
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पंजाब के जालंधर उपचुनाव में सियासी ड्रामा:AAP में शामिल हुई उम्मीदवार वापस अकाली दल में लौटी; बोलीं- तकड़ी निशान पर चुनाव लड़ूंगी
पंजाब के जालंधर उपचुनाव में सियासी ड्रामा:AAP में शामिल हुई उम्मीदवार वापस अकाली दल में लौटी; बोलीं- तकड़ी निशान पर चुनाव लड़ूंगी पंजाब के जालंधर उपचुनाव में वोटिंग से पहले बड़ा सियासी ड्रामा हो गया। CM भगवंत मान की अध्यक्षता में आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन करने वाली शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार सुरजीत कौर ने दोबारा से देर शाम अकाली दल जॉइन कर ली है। सुरजीत कौर की जॉइनिंग अकाली दल बागी गुट की नेता बीबी जागीर कौर और गुरप्रताप सिंह वडाला ने करवाई है। मंगलवार दोपहर को सुरजीत कौर ने अचानक आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन कर ली थी। CM भगवंत मान से मीटिंग के बाद उन्होंने यह फैसला लिया। जिसके बाद सीएम ने जालंधर स्थित घर में उनका पार्टी में स्वागत किया। सीएम मान ने सुरजीत कौर को जॉइन करवाने के बाद कहा था कि मैं बहन जी को सरकार में अच्छी जिम्मेदारी दूंगा। जिस लेवल पर भी होगा, हम सरकार में सुरजीत कौर को जगह देंगे। सुरजीत कौर सुखबीर बादल की प्रधानगी वाले शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भी भर चुकी थीं। जालंधर सीट पर 10 सितंबर को मतदान होना है। आम आदमी पार्टी ने यहां से पूर्व BJP मंत्री चुन्नी लाल भगत के बेटे मोहिंदर भगत को उम्मीदवार बनाया है। शिअद की फूट की वजह से छोड़ी थी पार्टी
सुरजीत कौर को अकाली दल के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भराया गया था। इसी दौरान अकाली दल में फूट पड़ गई। पार्टी प्रधान सुखबीर बादल के खिलाफ बगावत हो गई। जिसकी अगुआई सीनियर नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जागीर कौर और पूर्व विधायक गुरप्रताप वडाला समेत कई नेता कर रहे हैं। इन्हीं की सिफारिश पर सुरजीत कौर का अकाली दल से नामांकन भराया गया था। कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में सुखबीर बादल ने मीटिंग बुलाई। जिसमें यह बागी नेता नहीं गए और जालंधर में अलग मीटिंग कर कहा कि अकाली दल में बदलाव की जरूरत है। यह सीधे तौर पर सुखबीर बादल के नेतृत्व पर सवाल उठाना था। जिसके बाद जिसके बाद सुखबीर सिंह बादल के पक्ष के वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने बयान जारी कर कहा था कि जालंधर उपचुनाव में जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया है। अकाली दल उसका समर्थन नहीं करेगा। वह उम्मीदवार बीबी जागीर कौर ने बनाया है। इस बारे में पार्टी नेतृत्व से पूछा ही नहीं गया। इसके बाद अकाली दल ने BSP के उम्मीदवार को समर्थन दे दिया। अकाली उम्मीदवार की 2 तस्वीरें… 1. SAD कैंडिडेट के तौर पर नामांकन भरा 2. CM भगवंत मान से मुलाकात कर AAP में शामिल हुई AAP विधायक के इस्तीफे के बाद उपचुनाव
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को इस जालंधर वेस्ट सीट से AAP के विधायक शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि 29 मई को अंगुराल ने अचानक अपना इस्तीफा वापस लेने का मन बनाया। 30 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत को लेकर बुलाया था। मगर 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा मंजूर कर दिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। CM मान बोले- अकाली दल ने कुर्बानी का मोल नहीं मोड़ा
सुरजीत कौर की जॉइनिंग पर सीएम भगवंत मान ने कहा थान कि अकाली दल में अपनी कुर्बानियां देने वाले सुरजीत कौर के परिवार को शिअद ने टिकट दी थी। मगर अकाली दल ने कुर्बानी को मोल नहीं मोड़ा। उनमें बहुत भारी रोष है कि खुद की निजी लड़ाई के कारण शिअद ने कुर्बानियां देने वाले परिवार से जलालत भरा सलूक किया है। मामला इतना बढ़ गया कि वह टिकट से मुकर गए। सीएम मान ने कहा कि पार्टी ने खुद टिकट दी और उसी के आधार पर प्रचार करना शुरू किया गया। देश में पहली बार ऐसा होगा कि कोई पार्टी अपना उम्मीदवार उतारे और उसे समर्थन न देकर विरोधी पार्टी को समर्थन दे रही है। सीएम मान ने आगे कहा- मगर मुझे आज मान हो रहा है कि हमारी पार्टी के साथ ऐसा परिवार जुड़ रहा है। परिवार अपने समर्थकों के साथ आप में शामिल हुआ है। सीएम मान ने कहा कि मैं अपने आप को खुशक़िस्मत समझता हूं कि परिवार ने हमें इस लायक समझा। हम सरकार में सुरजीत कौर को अच्छी जिम्मेदारी देंगे। परिवार ने इतनी कुर्बानियां दी हैं, इसलिए मैं परिवार का स्वागत करता हूं।
राजस्थान में निकाय चुनाव से पहले एक होंगे ये 3 निगम? गहलोत सरकार में लिया गया फैसला पलटने के संकेत
राजस्थान में निकाय चुनाव से पहले एक होंगे ये 3 निगम? गहलोत सरकार में लिया गया फैसला पलटने के संकेत <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan News Today:</strong> राजस्थान में निकाय चुनाव भले ही अगले साल होने वाले हैं लेकिन उससे पहले ही यहां पर सियासी गहमागहमी शुरू हो गई है. प्रदेश की पिछली अशोक गहलोत सरकार ने जयपुर, जोधपुर और कोटा में दो-दो नगर निगम का गठन किया था. इनमें से कुछ जगहों पर कांग्रेस के भी मेयर बने. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जयपुर में बीजेपी का लंबे समय से मेयर की कुर्सी पर कब्जा था, लेकिन पिछले चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों के मेयर बने. इसलिए यहां पर एक सियासी माहौल बना रहा. अब बीजेपी यहां पर इन निगमों को एक करना चाह रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यूडीएच मंत्री ने दिए ये संकेत</strong><br />इसकी वजह यह है कि बीजेपी के कई विधायक निगमों को एक करने के पक्ष में हैं. इसलिए समय-समय पर उन्होंने अपनी मांग भी रखी है. अब यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि एक जयपुर, जोधपुर और कोटा में एक नगर निगम बनाया जाएगा. फिलहाल, यहां पर अभी दो-दो नगर निगम हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने की रणनीति</strong><br />राजस्थान में पिछली कांग्रेस की अगुवाई वाली अशोक गहलोत सरकार ने जयपुर, जोधपुर और कोटा में दो-दो नगर निगम का गठन करके सियासी बिसात पार मास्टर स्ट्रोक खेला था. इन सीटों पर भारतीय जनात पार्टी का लंबे समय से कब्जा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस ने विशेष रणनीति बनाई थी, जिसको लेकर उस समय विपक्ष में रही बीजेपी ने काफी विरोध किया था. हालांकि, गहलोत सरकार ने उस समय दो-दो नगर निगम बनाकर चुनाव लड़ा था. अब उस नियम को पलटने की तैयारी चल रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राजस्थान सरकार की ये है योजना</strong><br />दरअसल, ‘एक राज्य एक चुनाव’ की योजना पर राजस्थान सरकार काम कर रही है. चुनाव से पहले निकाय में इस फेरबदल को बीजेपी करना चाह रही है. राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार विनोद पाठक का कहना है कि कांग्रेस ने जयपुर में चुनाव जीतने के लिए यह दांव आजमाया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस को निगम बनाने का मिला फायदा</strong><br />वरिष्ठ पत्रकार विनोद पाठक के मुताबिक, कांग्रेस को इस रणनीति का फायदा भी मिला और उसने चुनाव में जीत हासिल की है. अब बीजेपी उसे हटाने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर समीकरण देखा जाए तो बीजेपी एक-एक निगम करके ही चुनाव मैदान में जाना चाहती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>विनोद पाठक ने बताया कि शहरी निकायों की सीमा के विस्तार पर भी राजस्थान सरकार तेजी से काम कर रही है, जो आने वाले दिनों में कई बदलाव के रूप में दिखेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”राजस्थान उपचुनाव: कांग्रेस-बीजेपी में उम्मीदवारों पर माथापच्ची जारी, सचिन पायलट की होने वाली है अहम भूमिका” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/congress-bjp-select-candidates-only-after-rajasthan-by-election-2024-date-confirmed-ann-2780937″ target=”_blank” rel=”noopener”>राजस्थान उपचुनाव: कांग्रेस-बीजेपी में उम्मीदवारों पर माथापच्ची जारी, सचिन पायलट की होने वाली है अहम भूमिका</a></strong></p>
छतरपुर में मुस्लिम समाज नहीं निकालेगा ईद-ए-मिलाद का जुलूस, सामने आई बड़ी वजह
छतरपुर में मुस्लिम समाज नहीं निकालेगा ईद-ए-मिलाद का जुलूस, सामने आई बड़ी वजह <p style=”text-align: justify;”><strong>Eid-E-Milad Juloos:</strong> मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के राजनगर में मुस्लिम समाज द्वारा ईद-ए-मिलादुन्नबी का जुलूस नहीं निकाला जाएगा. मुस्लिम समाज ने यह फैसला 21 अगस्त की घटना की वजह से लिया है. मुस्लिम समाज ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि जब तक बेगुनाहों को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक हम कोई भी त्योहार धूमधाम से नहीं मनाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें, छतरपुर सिटी कोतवाली थाने में हुई पत्थरबाजी की घटना घटित हुई थी. इस घटना के बाद पुलिस ने 46 नाम सहित 150 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था. इसमें मुख्य आरोपी सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि कई फरार हैं. पत्थरबाजी में शामिल 6 आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने कलेक्टर पार्थ जायसवाल को जिला बदर का प्रस्ताव भेजा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के अनुसार, नाजिम चौधरी पिता अजीज चौधरी उम्र 45 साल निवासी पठापुर रोड, जावेद मुंट पिता शेख यूनिस उम्र 26 साल निवासी रानी तलैया छतरपुर, अरमान राईन पिता भल्लू राईन उम्र 31 साल निवासी हटवारा मोहल्ला, मुरली उर्फ जुनैद उर्फ शाहिद पिता समी खान उम्र 29 साल निवासी मस्तान शाह कॉलोनी, रफत खान पिता हस्मत खान उम्र 49 साल निवासी महलों के पीछे, युसूफ राईप उर्फ जरेला पिता इस्माइल राईन उम्र 45 साल निवासी बड़ी कुजरहटी कोतवाली इलाके निवासी हैं, जिन्हें जिला बदल की कार्रवाई के लिए प्रस्तावित किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’सार्वजनिक हों 150 नाम'</strong><br />मुस्लिम समाज ने शासन प्रशासन से मांग की है कि घटना के बाद जिन 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उन सभी नामों को सार्वजनिक किया जाए. साथ ही घटना की सीबीआई जांच की जाए और मुंबई के रामगिरी महाराज की गिरफ्तारी की जाए. मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि अब भी डर का माहौल बना हुआ है. लोग अपने घरों से बाहर नहीं आ रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”MP: कांग्रेस विधायक महेश पटेल के बेटे पर FIR, महिला को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/congress-mla-mahesh-patel-son-accused-of-provoking-woman-for-suicide-fir-registered-2784299″ target=”_blank” rel=”noopener”>MP: कांग्रेस विधायक महेश पटेल के बेटे पर FIR, महिला को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप</a></strong></p>