<p style=”text-align: justify;”><strong>Congress Protest In Ranchi:</strong> झारखंड में आज (22 अगस्त) को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने विरोध मार्च निकाला है. रांची में ईडी के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. इसे देखते हुए ईडी दफ्तर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कांग्रेस का प्रदर्शन ईडी दफ्तर के सामने चल रहा है. बैनर पोस्टर लेकर नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही नारेबाजी भी कर रहे हैं- ‘जब-जब मोदी डरता है ईडी को आगे करता है’.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेधाबी पुरी बुच पर क्या है आरोप?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल सेबी की प्रमुख मेधाबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को लेकर कांग्रेस का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन चला रही है. रांची में भी ईडी दफ्तर के पास कांग्रेस का धरना प्रदर्शन जारी है. कांग्रेस की मांग है कि सेबी प्रमुख को उनके पद से हटाया जाए. इस पूरे मामले की संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी से जांच करवाई जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस का आरोप है कि इस घोटाले का अर्थव्यवस्था और करोड़ों छोटे निवेशकों पर प्रभाव पड़ा है. कांग्रेस ईडी के दुरुपयोग का आरोप लगी रहे हैं. बता दें हिंडनबर्ग रिसर्च ने इस महीने की शुरुआत में अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि माधवी पुरी बुच और उनके पति के पास अडानी ग्रुप के पैसे की हेरा-फेरी और घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट विदेशी फंड में हिस्सेदारी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेधाबी बुच ने आरोपों को बताया निराधार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिंडनबर्ग ने कहा था कि अडानी ग्रुप पर उसके जरिए 18 महीने पहले जारी किए गए रिपोर्ट के बाद भी सेबी ने ग्रुप के मॉरीशस और विदेशों में मौजूद उसकी संस्थाओं के कथित घोटाले पर कोई एक्शन नहीं लिया. वहीं मेधाबी बुच और उनके पति धवल बुच ने हिंडनबर्ग के आरोपों को निराधार बताया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-minster-irfan-ansari-said-if-we-get-chance-we-will-work-to-build-bridge-between-champai-soren-and-hemant-soren-ann-2766339″>Jharkhand: ‘अगर हमें मौका मिला तो…’, चंपाई-हेमंत सोरेन के बीच चल रहे मनमुटाव पर इरफान अंसारी का बड़ा बयान</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Congress Protest In Ranchi:</strong> झारखंड में आज (22 अगस्त) को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने विरोध मार्च निकाला है. रांची में ईडी के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. इसे देखते हुए ईडी दफ्तर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कांग्रेस का प्रदर्शन ईडी दफ्तर के सामने चल रहा है. बैनर पोस्टर लेकर नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही नारेबाजी भी कर रहे हैं- ‘जब-जब मोदी डरता है ईडी को आगे करता है’.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेधाबी पुरी बुच पर क्या है आरोप?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल सेबी की प्रमुख मेधाबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को लेकर कांग्रेस का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन चला रही है. रांची में भी ईडी दफ्तर के पास कांग्रेस का धरना प्रदर्शन जारी है. कांग्रेस की मांग है कि सेबी प्रमुख को उनके पद से हटाया जाए. इस पूरे मामले की संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी से जांच करवाई जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस का आरोप है कि इस घोटाले का अर्थव्यवस्था और करोड़ों छोटे निवेशकों पर प्रभाव पड़ा है. कांग्रेस ईडी के दुरुपयोग का आरोप लगी रहे हैं. बता दें हिंडनबर्ग रिसर्च ने इस महीने की शुरुआत में अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि माधवी पुरी बुच और उनके पति के पास अडानी ग्रुप के पैसे की हेरा-फेरी और घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट विदेशी फंड में हिस्सेदारी थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेधाबी बुच ने आरोपों को बताया निराधार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>हिंडनबर्ग ने कहा था कि अडानी ग्रुप पर उसके जरिए 18 महीने पहले जारी किए गए रिपोर्ट के बाद भी सेबी ने ग्रुप के मॉरीशस और विदेशों में मौजूद उसकी संस्थाओं के कथित घोटाले पर कोई एक्शन नहीं लिया. वहीं मेधाबी बुच और उनके पति धवल बुच ने हिंडनबर्ग के आरोपों को निराधार बताया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-minster-irfan-ansari-said-if-we-get-chance-we-will-work-to-build-bridge-between-champai-soren-and-hemant-soren-ann-2766339″>Jharkhand: ‘अगर हमें मौका मिला तो…’, चंपाई-हेमंत सोरेन के बीच चल रहे मनमुटाव पर इरफान अंसारी का बड़ा बयान</a></strong></p> झारखंड तेजस्वी कार्यकाल पर दिलीप जायसवाल के बयान से मचा सियासी बवाल, ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर आमने-सामने