हरियाणा के करनाल की विकास कॉलोनी में बुधवार रात करीब 11:45 बजे अज्ञात हमलावरों ने एक घर पर फायरिंग कर दी। फायरिंग के दौरान गोली घर की खिड़की पर लगी, जिससे शीशा टूट गया। घटना के बाद परिवार में डर का माहौल है। बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। उधर, सूचना मिलने के बाद सेक्टर 32, 33 थाना पुलिस देर रात मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। परिजनों की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। कैसे हुआ ये सब जानकारी देते हुए विकास कॉलोनी निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि वह रात को अपने परिवार के साथ खाना खाने के बाद सोने की तैयारी कर रहे थे। तभी अचानक गोलियों की आवाज आई और खिड़की का शीशा टूट गया। इस अप्रत्याशित हमले से परिवार स्तब्ध रह गया और कुछ देर तक सदमे में रहा। जिसके बाद जब उसने बाहर आकर देखा तो बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाश मौके से भाग रहे थे। कौन हैं हमलावर फायरिंग क्यों हुई और किसने की, यह अभी रहस्य बना हुआ है। सुरेश कुमार का कहना है कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, न ही उनका किसी से कोई झगड़ा हुआ है। इसके बावजूद उनके घर को क्यों निशाना बनाया गया, यह समझ से परे है। घटना के बाद सुरेश कुमार ने मामले की जानकारी पुलिस को दी और सुरक्षा की गुहार लगाई है। इलाके में दहशत इस फायरिंग की घटना से न सिर्फ पीड़ित परिवार बल्कि पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। लोग इस अप्रत्याशित घटना से सदमे में हैं और अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। अब देखना यह है कि पुलिस जांच में क्या खुलासा होता है और किस इरादे से यह फायरिंग की गई। पुलिस की कार्रवाई सेक्टर 32,33 थाने के जांच अधिकारी विनोद ने बताया कि परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस आसपास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि हमलावरों के बारे में सुराग मिल सके। सुरेश कुमार ने बताया कि गली में लगे सीसीटीवी कैमरों से कुछ अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। हरियाणा के करनाल की विकास कॉलोनी में बुधवार रात करीब 11:45 बजे अज्ञात हमलावरों ने एक घर पर फायरिंग कर दी। फायरिंग के दौरान गोली घर की खिड़की पर लगी, जिससे शीशा टूट गया। घटना के बाद परिवार में डर का माहौल है। बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। उधर, सूचना मिलने के बाद सेक्टर 32, 33 थाना पुलिस देर रात मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। परिजनों की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। कैसे हुआ ये सब जानकारी देते हुए विकास कॉलोनी निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि वह रात को अपने परिवार के साथ खाना खाने के बाद सोने की तैयारी कर रहे थे। तभी अचानक गोलियों की आवाज आई और खिड़की का शीशा टूट गया। इस अप्रत्याशित हमले से परिवार स्तब्ध रह गया और कुछ देर तक सदमे में रहा। जिसके बाद जब उसने बाहर आकर देखा तो बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाश मौके से भाग रहे थे। कौन हैं हमलावर फायरिंग क्यों हुई और किसने की, यह अभी रहस्य बना हुआ है। सुरेश कुमार का कहना है कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, न ही उनका किसी से कोई झगड़ा हुआ है। इसके बावजूद उनके घर को क्यों निशाना बनाया गया, यह समझ से परे है। घटना के बाद सुरेश कुमार ने मामले की जानकारी पुलिस को दी और सुरक्षा की गुहार लगाई है। इलाके में दहशत इस फायरिंग की घटना से न सिर्फ पीड़ित परिवार बल्कि पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। लोग इस अप्रत्याशित घटना से सदमे में हैं और अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। अब देखना यह है कि पुलिस जांच में क्या खुलासा होता है और किस इरादे से यह फायरिंग की गई। पुलिस की कार्रवाई सेक्टर 32,33 थाने के जांच अधिकारी विनोद ने बताया कि परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस आसपास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि हमलावरों के बारे में सुराग मिल सके। सुरेश कुमार ने बताया कि गली में लगे सीसीटीवी कैमरों से कुछ अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पटौदी में लगातार दूसरी बार कभी कोई नहीं जीता:सीटिंग MLA को हमेशा हराते हैं वोटर, BJP काट सकती है मौजूदा विधायक जरावता का टिकट
पटौदी में लगातार दूसरी बार कभी कोई नहीं जीता:सीटिंग MLA को हमेशा हराते हैं वोटर, BJP काट सकती है मौजूदा विधायक जरावता का टिकट हरियाणा में इस बार विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई नजर आ सकती है। इसी वजह से दोनों पार्टियां फूंक-फूंककर कदम बढ़ा रही है। 10 साल से सत्ता में बैठी BJP हैट्रिक बनाने के लिए सर्वे करवा रही है वहीं कांग्रेस में भी अलग-अलग लेवल पर फीडबैक जुटाया जा रहा है। सत्ता विरोधी लहर और एंटी इन्कंमबेंसी से निपटने के लिए BJP में इस बार कई मौजूदा विधायकों के टिकट कटने तय हैं। अगर गुरुग्राम जिले की पटौदी विधानसभा सीट की बात करें तो यहां के लोगों ने कभी भी मौजूदा विधायक को लगातार दूसरी बार नहीं जिताया। यानि इस सीट से हर चुनाव में नया चेहरा ही एमएलए बनता है। 2019 में BJP के सत्यप्रकाश जरावता पटौदी से विधायक चुने गए थे। अगर इतिहास को देखें तो इस बार उनकी जीत मुश्किल है। यही वजह है कि भाजपा यहां सत्यप्रकाश जरावता का टिकट काटकर किसी दूसरे चेहरे को मौका दे सकती है। सर्वे में खुलासा-तीनों विधायकों से लोग नाराज गुरुग्राम लोकसभा हलके में आने वाली गुरुग्राम, 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जुड़े सुमेर सिंह तंवर और पूर्व मेयर मधु आजाद पटौदी में टिकट के दावेदार हैं। सुमेर तंवर तो यहां डेरा डालकर बैठे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के करीबी सुमेर तंवर ने हाल में हुए लोकसभा चुनाव के बाद राव इंद्रजीत सिंह से भी निकटता बना ली है। दरअसल गुरुग्राम नगर निगम चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह ने ही श्रीमती मधु आजाद को गुरुग्राम का मेयर बनवाया। हाल के लोकसभा चुनाव में मधु आजाद के बूथ से राव इंद्रजीत को महज 3 वोट की लीड मिली जबकि सुमेर तंवर ने अपने बूथ से राव इंद्रजीत को 350 वोट की बढ़त दिलाई। इसके बाद ही राव इंद्रजीत ने मधु आजाद से दूरी बना ली। इसका फायदा सुमेर तंवर को मिल सकता है। जरावता को टिकट दिलाने वाले खट्टर हरियाणा से बाहर 2019 में पटौदी सीट से भाजपा के विधायक चुने गए सत्यप्रकाश जरावता किसी समय राव इंद्रजीत सिंह के खेमे में होते थे। जरावत ने 2014 के विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए हाथ-पैर मारे लेकिन काम नहीं बना। 2014 में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद मनोहर लाल खट्टर सीएम बने तो जरावता राव इंद्रजीत का गुट छोड़कर खट्टर के पाले में चले गए। 2019 के विधानसभा चुनाव में राव इंद्रजीत पटौदी सीट से नरेंद्र सिंह पहाड़िया को टिकट देने की पैरवी कर रहे थे लेकिन खट्टर ने उस पर वीटो लगाते हुए जरावता को टिकट दिला दी। चुनाव में जरावत विजयी रहे वहीं राव इंद्रजीत के आशीर्वाद से नरेंद्र पहाड़िया ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर रहे। अब मनोहर लाल खट्टर हरियाणा से बाहर जा चुके हैं इसलिए वह जरावता की मजबूत पैरवी कर पाने की स्थिति में नहीं रह गए। ऐसे में पूरी संभावना है कि राव इंद्रजीत के विरोध और पटौदी के इतिहास को देखते हुए BJP यहां जरावता का टिकट काट दे। पटौदी में कांग्रेस के पास भी बड़ा चेहरा नहीं भाजपा के अलावा कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के सर्वे में पटौदी से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेसी नेताओं की स्थिति भी ठीक नहीं निकली। कांग्रेस की ओर से सुधीर चौधरी यहां लगातार दो (2014 व 2019) चुनाव हार चुके हैं। वह इस बार भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं लेकिन कांग्रेस में लगातार दो चुनाव हारने वाले नेताओं को तीसरा मौका देने को लेकर विचार-मंथन चल रहा है। कांग्रेस पार्टी में यहां कुमारी सैलजा के खेमे से ताल्लुक रखने वाले प्रदीप जटोली भी एक्टिव हैं। 3 चुनाव में कभी लगातार दो बार कोई नहीं जीता 1967 से लेकर 2019 तक हुए 13 विधानसभा चुनाव में यहां कभी कोई विधायक लगातार दूसरी बार चुनाव नहीं जीत पाया। यहां के वोटर हर बार अपना विधायक बदल लेते हैं। पटौदी सीट पर पहली बार 1967 में चुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस के बी. सिंह जीते। 1968 में विशाल हरियाणा पार्टी के रामजीवन सिंह, 1972 में कांग्रेस के शीशराम, 1977 में विशाल हरियाणा पार्टी के नारायण सिंह और 1982 में कांग्रेस के हीरालाल यहां से विधायक बने। वर्ष 1987 के चुनाव में लोकदल के शिवलाल, 1991 में जनता दल के हीरालाल, 1996 में हरियाणा विकास पार्टी के नारायण सिंह और 2000 में इनेलो के रामबीर सिंह यहां से MLA बने। 2005 में कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह, 2009 में इनेलो के गंगाराम, 2014 में BJP की विमला चौधरी और 2019 में BJP के सत्यप्रकाश जरावता जीतकर विधानसभा पहुंचे। हीरालाल 1982 और 1991 में तो नारायण सिंह 1977 और 1996 में यहां से दो बार विधायक बने लेकिन वह भी बैक टू बैक जीत दर्ज नहीं कर पाए। 20% एससी वोटर पटौदी विधानसभा सीट एससी के लिए रिजर्व हैं। यहां तकरीबन 20% वोट एससी बिरादरी के हैं। तकरीबन सवा दो लाख मतदाताओं वाली इस सीट पर 2019 में 71% तो 2014 में 61.67% वोटिंग हुई थी।
पानीपत में लापता SDO का शव मिला:खुबड़ू झाल से तीसरे दिन बरामद; वॉक करते समय हुए थे गायब, पत्नी बोली- वर्क लोड से डिप्रेशन में थे
पानीपत में लापता SDO का शव मिला:खुबड़ू झाल से तीसरे दिन बरामद; वॉक करते समय हुए थे गायब, पत्नी बोली- वर्क लोड से डिप्रेशन में थे हरियाणा के पानीपत जिले की शुगर मिल के लापता एसडीओ का शव तीसरे दिन शनिवार को बरामद हुआ है। खुबड़ू झाल से गोताखोरों की टीम ने बरामद किया है। जिसके बाद परिजनों ने भी शव की पहचान की। मौके पर सभी आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को पानीपत सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां उसका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है। पुलिस मामले की आगामी कार्रवाई में जुटी हुई है। मामले के अनुसार गोहाना रोड स्थित देसवाल चौक से गुरुवार अल सुबह टहलते हुए शुगर मिल एसडीओ प्रदीप राठी लापता हो गए थे। दो दिन से उनकी नहर समेत अन्य जगहों पर तलाश की जा रही थी, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा था। परिवार के लोगों ने खोज के लिए दिल्ली पैरलल नहर में गोताखोरों को उतारा हुआ था। परिवार के लोगों ने गोहाना रोड व असंध रोड किनारे लगे सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इस मामले में शुगर मिल कॉलोनी की रहने वाली सुदेश ने थाना मॉडल टाउन में गुरुवार को शिकायत दी थी। उन्होंने बताया था कि पति पिछले कुछ दिनों से ऑफिस के वर्कलोड के कारण डिप्रेशन में चल रहे थे। उनकी दवा भी चल रही थीं। रोज की तरह पति गुरुवार सुबह करीब 4:30 बजे घर के पास टहल रहे थे। वह भी उनके साथ में थी। वह किसी काम से पांच मिनट के लिए घर चली गई थीं। वह लौटकर आई तो पति नहीं मिले।
हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल, फर्श पर डिलीवरी:प्रसव पीड़ा से कराहते सरकारी अस्पताल से रेफर किया, इमरजेंसी के बाहर जन्मी बच्ची
हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल, फर्श पर डिलीवरी:प्रसव पीड़ा से कराहते सरकारी अस्पताल से रेफर किया, इमरजेंसी के बाहर जन्मी बच्ची हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार को महिला ने सरकारी अस्पताल में फर्श पर बच्ची को जन्म दिया। डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से डिलीवरी कराने आई महिला को डॉक्टरों ने रेफर कर दिया था। नर्स, महिला को इमरजेंसी गेट के फर्श पर बैठा कर चली गई। यहां महिला दर्द में कराहती रही। आखिर में महिला ने खुद ही फर्श पर बच्ची को जन्म दिया। कंचन कुमारी के पति दिनेश कुमार ने बताया की वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। उसके पहले 2 बच्चे हैं और वह पानीपत के विकास नगर में रहते हैं। शुक्रवार को उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई। वह उसे लेकर पानीपत के सिविल अस्पताल में पहुंचा। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते उसे करनाल रेफर कर दिया। बोला- किसी ने सुनवाई नहीं की दिनेश ने बताया कि उसने वहां मौजूद स्टाफ से गुहार लगाई कि उसकी पत्नी को ज्यादा दर्द है, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। इसके बाद वह अपनी पत्नी को लेकर प्रसूता वार्ड से इमरजेंसी वार्ड तक ही पहुंचे थे। साथ आई नर्स उन्हें वहीं छोड़कर चली गई। कुछ देर बाद कंचन ने वहीं फर्श पर ही बच्ची को जन्म दे दिया। लोगों के कहने पर पहुंची नर्स
दिनेश ने आरोप लगाया कि डिलवरी के बाद भी मौके पर नर्स या डॉक्टर नहीं पहुंचे। जिसके बाद वहां खड़े पत्रकारों व अन्य लोगों ने स्टाफ की नर्स को इस बारे में बताया। जिसके बाद नर्स मौके पर आई। उन्होंने महिला को चारों से कवर किया। इसके बाद महिला और बच्ची को प्रसूता वार्ड में ले जाकर भर्ती कर लिया गया। इस मामले में CMO जयंत आहूजा का कहना है कि जैसे ही मुझे पता लगा, वैसे ही स्टाफ को तुरंत आदेश दिए गए। दोनों को भर्ती कर लिया गया है। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते हर व्यवस्था को सुचारू रूप से संभालने की हर कोशिश की जा रही है। हड़ताल का आज दूसरा दिन दरअसल, हरियाणा के सरकारी अस्पतालों के करीब 3 हजार डॉक्टर गुरुवार से हड़ताल पर हैं। आज उनकी हड़ताल का दूसरा दिन है। प्रदेश में कुल 159 सरकारी अस्पताल हैं, जिनकी ओपीडी में भी मरीज नहीं देखे जा रहे। कई अस्पतालों में पोस्टमॉर्टम भी बंद है। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की सुविधा भी बंद है। इसके चलते मरीजों को अस्पतालों में इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।