हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से जुड़े केस में आज 3 पूर्व विधायक शिमला के बालूगंज थाना में पुलिस के सामने हाजिर हुए। सुजानपुर से पूर्व MLA राजेंद्र राणा, नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर और कुटलैहड़ के पूर्व एमएलए देवेंद्र कुमार भुट्टो से पुलिस लंबी पूछताछ कर रही है। इस दौरान राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आए। 2 सालों में न युवाओं को दो लाख नौकरी और न महिलाओं को 1500 रुपए दे पाएं है। सरकार पेंडिंग रिजल्ट तक नहीं निकाल पाई। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री से सरकार नहीं चल पा रही। आर्थिक मोर्चे पर CM फेल हो गए हैं। राणा बोले-चंडीगढ़ के फाइव स्टार होटल में मौज करते हैं CM पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बार-बार चंडीगढ़ जाते हैं। चंडीगढ़ में वह हिमाचल भवन में रुकने के बजाय फाइव स्टार होटल में रुकते हैं। वहां अपने स्टाप को बोलते हैं कि अब मैं भी मजे में रहूंगा। तुम भी मौज करो। राणा ने कहा, उसके बाद वहां कौन आता है, CM सुक्खू किससे मिलते हैं और उसका खर्चा कौन उठाता है, यह अपने आप में बड़ा सवाल है। कांग्रेस सरकार आम जनता पर बोझ डालने आई राजेंद्र राणा ने कहा आज हिमाचल का कर्मचारी वर्ग सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए आगे आ चुका है। मुख्यमंत्री कर्मचारियों का दर्द समझने की बजाय उनसे आमने-सामने की लड़ाई लड़ने से गुरेज नहीं कर रहे। हम साधन संपन्न लोग ,पहले भी करी बार 5 स्टार हॉटल में या जहाज में बैठे राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त व हेलीकॉप्टर में घूमने फिरने, फाइव स्टार होटल में रुकने से जुड़े सवाल पर राणा ने कहा, वह साधन संपन्न व्यक्ति है। फाइव स्टार होटल में ठहरने के अलावा हेलीकॉप्टर में भी सफर करते हैं। इसको लेकर किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाइए। अगर किसी को परेशानी है तो वो इसकी शिकायत इनकम टैक्स में शिकायत कर सकते हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में उन्होंने बाहरी व्यक्ति को वोट नहीं दिया। 28 फरवरी को विधानसभा से उन्हें निष्कासित कर दिया। वोट देने से सरकार नहीं गिरती। इसका जवाब सरकार को देना चाहिए। सरकार केस दर्ज करवा कर डरना चाहती है, लेकिन वो डरने वाले नहीं है। कांग्रेस विधायक की शिकायत पर चल रही जांच बता दें कि शिमला के बालूगंज थाना में कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़ और संजय अवस्थी ने एफआईआर करा रखी है। इसमें हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा, गगरेट से पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के रिटायर IAS पिता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में इन पर आरोप है कि इन्होंने कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। करोड़ों रुपए का लेन-देन किया गया। कांग्रेस के बागी पूर्व विधायकों और तीन निर्दलीय को हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़, उत्तराखंड और गुड़गांव ले जाया गया, जहां पर इन्हें फाइव स्टार होटलों में हठराया गया। इसी केस की जांच में शिमला पुलिस हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी समेत लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर से भी पूछताछ कर चुकी है। इसी कड़ी में तीन पूर्व विधायकों को थाने बुलाया गया। दोपहर एक बजे भी इनसे थाने में पूछताछ जारी है। तीन हेलीकॉप्टर कंपनियों को भी पुलिस पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर चुकी है। प्रदेश में बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव हुआ। इसमें सत्तारूढ़ कांग्रेस 40 विधायकों के बावजूद चुनाव हार गई थी। इसके बाद सरकार पर भी संकट आ गया था। हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से जुड़े केस में आज 3 पूर्व विधायक शिमला के बालूगंज थाना में पुलिस के सामने हाजिर हुए। सुजानपुर से पूर्व MLA राजेंद्र राणा, नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर और कुटलैहड़ के पूर्व एमएलए देवेंद्र कुमार भुट्टो से पुलिस लंबी पूछताछ कर रही है। इस दौरान राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आए। 2 सालों में न युवाओं को दो लाख नौकरी और न महिलाओं को 1500 रुपए दे पाएं है। सरकार पेंडिंग रिजल्ट तक नहीं निकाल पाई। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री से सरकार नहीं चल पा रही। आर्थिक मोर्चे पर CM फेल हो गए हैं। राणा बोले-चंडीगढ़ के फाइव स्टार होटल में मौज करते हैं CM पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बार-बार चंडीगढ़ जाते हैं। चंडीगढ़ में वह हिमाचल भवन में रुकने के बजाय फाइव स्टार होटल में रुकते हैं। वहां अपने स्टाप को बोलते हैं कि अब मैं भी मजे में रहूंगा। तुम भी मौज करो। राणा ने कहा, उसके बाद वहां कौन आता है, CM सुक्खू किससे मिलते हैं और उसका खर्चा कौन उठाता है, यह अपने आप में बड़ा सवाल है। कांग्रेस सरकार आम जनता पर बोझ डालने आई राजेंद्र राणा ने कहा आज हिमाचल का कर्मचारी वर्ग सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए आगे आ चुका है। मुख्यमंत्री कर्मचारियों का दर्द समझने की बजाय उनसे आमने-सामने की लड़ाई लड़ने से गुरेज नहीं कर रहे। हम साधन संपन्न लोग ,पहले भी करी बार 5 स्टार हॉटल में या जहाज में बैठे राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त व हेलीकॉप्टर में घूमने फिरने, फाइव स्टार होटल में रुकने से जुड़े सवाल पर राणा ने कहा, वह साधन संपन्न व्यक्ति है। फाइव स्टार होटल में ठहरने के अलावा हेलीकॉप्टर में भी सफर करते हैं। इसको लेकर किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाइए। अगर किसी को परेशानी है तो वो इसकी शिकायत इनकम टैक्स में शिकायत कर सकते हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में उन्होंने बाहरी व्यक्ति को वोट नहीं दिया। 28 फरवरी को विधानसभा से उन्हें निष्कासित कर दिया। वोट देने से सरकार नहीं गिरती। इसका जवाब सरकार को देना चाहिए। सरकार केस दर्ज करवा कर डरना चाहती है, लेकिन वो डरने वाले नहीं है। कांग्रेस विधायक की शिकायत पर चल रही जांच बता दें कि शिमला के बालूगंज थाना में कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़ और संजय अवस्थी ने एफआईआर करा रखी है। इसमें हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा, गगरेट से पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के रिटायर IAS पिता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में इन पर आरोप है कि इन्होंने कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। करोड़ों रुपए का लेन-देन किया गया। कांग्रेस के बागी पूर्व विधायकों और तीन निर्दलीय को हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़, उत्तराखंड और गुड़गांव ले जाया गया, जहां पर इन्हें फाइव स्टार होटलों में हठराया गया। इसी केस की जांच में शिमला पुलिस हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी समेत लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर से भी पूछताछ कर चुकी है। इसी कड़ी में तीन पूर्व विधायकों को थाने बुलाया गया। दोपहर एक बजे भी इनसे थाने में पूछताछ जारी है। तीन हेलीकॉप्टर कंपनियों को भी पुलिस पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर चुकी है। प्रदेश में बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव हुआ। इसमें सत्तारूढ़ कांग्रेस 40 विधायकों के बावजूद चुनाव हार गई थी। इसके बाद सरकार पर भी संकट आ गया था। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में पंजाब के लड़कों ने युवती का बैग छीना,VIDEO:25 फीट तक गाड़ी से साथ घसीटा; तीनों आरोपी गिरफ्तार, युवती घायल
हिमाचल में पंजाब के लड़कों ने युवती का बैग छीना,VIDEO:25 फीट तक गाड़ी से साथ घसीटा; तीनों आरोपी गिरफ्तार, युवती घायल हिमाचल प्रदेश के मंडी-पठानकोट NH के जोगेंद्रनगर में सड़क किनारे खड़ी एक लड़की के हाथ से बैग छीनने और उसे गाड़ी के साथ करीब 25 फीट तक घसीटने का मामला सामने आया है। आज इसके दो CCTV वीडियो सामने आए है। पुलिस ने पंजाब के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, जोगेंद्रनगर के एहजू बाजार बीते शुक्रवार दोपहर बाद तीन बजे नेहा नाम की लड़की सड़क किनारे खड़ी थी। वह कालेज से फीस जमा करके घर लौट रही थीं। इस दौरान UP14CB0124 नंबर की गाड़ी में सवार युवक नेहा के हाथ से बैग छीन ले जाते हैं। मगर बैग युवती के गले में लटका था। इससे आरोपी युवक लड़की को गाड़ी के साथ घसीटकर कुछ दूरी तक ले जाते हैं। लगभग 25 फीट दूर घसीटने के बाद आरोपी लड़की को धक्का देते हैं। इससे युवती सड़क किनारे गिरती है और आरोपी मौके से फरार हो जाते हैं। छीना-झपटी और लड़की के नीचे गिरने की घटना CCTV में कैद हो जाती है। बताया जा रहा है कि लड़की से बैग छीनने के बाद इन्होंने तीन से चार वाहनों को भी अपनी गाड़ी से टक्कर मारते हैं। यही नहीं इन्होंने अपनी स्विफ्ट कार की नंबर प्लेट भी बदल डाली थी। पुलिस ने नाका लगाकर दबोचे तीनों आरोपी लड़की से छीना-झपटी की सूचना स्थानीय पंचायत के उप प्रधान ने पुलिस को दी। पुलिस ने कुछ ही देर में नाका लगाकर स्विफ्ट गाड़ी में भाग रहे तीनों आरोपियों को गुम्मा में नाका लगाकर दबोचा। आज तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जा रहा है। युवती को आई हल्की चोटें वहीं छीना-झपटी की इस घटना में युवती को भी हल्की चोटें आई है। मगर उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। नेहा अभी बैजनाथ अस्पताल में उपचाराधीन है। तीनों आरोपी गिरफ्तार: SHO SHO अश्वनी शर्मा ने बताया कि आरोपी कुल्लू-मनाली घूमने जा रहे थे। इस दौरान उन्होंने एहजू बाजार में इस वारदात को अंजाम दिया। तीनों आरोपी पंजाब के मुक्तसर के एक ही गांव के रहने वाले हैं।
हिमाचल में राहुल-प्रियंका की रैलियों का स्ट्राइक रेट शून्य:दोनों ने की 8 जनसभाएं, 1 भी सीट नहीं जीत पाए; PM मोदी-शाह-नड्डा का शत-प्रतिशत
हिमाचल में राहुल-प्रियंका की रैलियों का स्ट्राइक रेट शून्य:दोनों ने की 8 जनसभाएं, 1 भी सीट नहीं जीत पाए; PM मोदी-शाह-नड्डा का शत-प्रतिशत हिमाचल में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की रैलियों की जीत का स्ट्राइक रेट शून्य प्रतिशत है। इन दिग्गजों की चुनावी रैलियां कांग्रेस को एक भी लोकसभा सीट नहीं दिला पाईं और लगातार तीसरी बार कांग्रेस का सफाया हो गया। दूसरी ओर, लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की स्टार रैलियों की जीत का स्ट्राइक रेट 100 प्रतिशत है। मोदी-राहुल-खड़गे ने 2-2 जनसभाएं कीं, प्रियंका ने की 6 जनसभाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल में दो जनसभाएं कीं, मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक, राहुल गांधी ने दो और प्रियंका गांधी ने छह जनसभाएं और दो रोड शो किए। लेकिन कांग्रेस को सफलता नहीं मिली। हालांकि विधानसभा उपचुनाव में पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा है। उपचुनाव में प्रियंका का स्ट्राइक रेट 100% उपचुनाव में प्रियंका गांधी ने लोकसभा के साथ-साथ 28 मई को ऊना के गगरेट विधानसभा और कुटलैहड़ विधानसभा में दो चुनावी जनसभाएं कीं। दोनों सीटों पर कांग्रेस ने उपचुनाव में जीत दर्ज की। उपचुनाव में प्रियंका की जीत का स्ट्राइक रेट 100% रहा, लेकिन बड़सर सीट पर प्रियंका का रोड शो काम नहीं आया। यहां कांग्रेस हार गई है। PM मोदी ने यहां से पलटी हवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 24 मई को शिमला और मंडी संसदीय क्षेत्र में दो चुनावी जनसभाएं की। पहली जनसभा शिमला सीट के अंतर्गत नाहन में पार्टी प्रत्याशी सुरेश कश्यप के समर्थन में की। इस सीट को बीजेपी ने 91451 मतों के अंतर से जीता। मोदी की नाहन जनसभा से पहले तक इस सीट पर कांटे की टक्कर मानी जा रही थी, क्योंकि पिछले पांच साल के दौरान सुरेश कश्यप जनता के बीच बहुत कम नजर आएं। इससे लोगों में रोष था। मगर मोदी की नाहन रैली ने इस सीट की हवा पलट दी और यहां मजबूत मानी जा रही कांग्रेस को हरा दिया। नाहन के बाद PM मोदी ने मंडी में कंगना रनोट के समर्थन में जनसभा की। इस सीट पर भी PWD मंत्री विक्रमादित्य के कारण कड़ा मुकाबला माना जा रहा था। मगर मोदी की मंडी रैली के बाद कांग्रेस पिछड़ गई और बीजेपी इस सीट को 74755 मतों के अंतर से जीत गई। शाह की रैलियों की स्ट्राइक रेट शत-प्रतिशत वहीं अमित शाह ने 26 मई को ऊना के अंब में हमीरपुर से पार्टी प्रत्याशी हमीरपुर और कांगड़ा संसदीय सीट पर राजीव भारद्वाज और धर्मशाला विधानसभा उप चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी सुधीर शर्मा के समर्थन में जनसभा की। इन दोनों लोकसभा के साथ साथ बीजेपी धर्मशाला सीट पर उप चुनाव भी जीत गई। इस तरह शाह की रैलियों में जीत का स्ट्राइक रेट शत-प्रतिशत रहा। गडकरी का उप चुनाव में जीरो स्ट्राइक रेट केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 29 व 30 मई को तीन जनसभाएं की। 29 मई को गडकरी ने पहली जनसभा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के कुटलैहड़ और दूसरी जनसभा मंडी संसदीय सीट से पार्टी प्रत्याशी कंगना के समर्थन में कुल्लू में की। 30 मई को उन्होंने करसोग में जनसभा की। उनका भी लोकसभा चुनाव में जीत का स्ट्राइक रेट शत-प्रतिशत है। मगर कुटलैहड़ विधानसभा सीट पर गडकरी पार्टी प्रत्याशी देवेंद्र कुमार भुट्टो को चुनाव नहीं जिता सके। जेपी नड्डा का शत-प्रतिशत स्ट्राइक रेट वहीं जेपी नड्डा ने 18 मई को शिमला संसदीय सीट के अर्की व फतेहपुर और 28 मई को किन्नौर, रामपुर,रोहड़ू और बिलासपुर में चारों संसदीय क्षेत्रों में जनसभा की। उनकी जीत का स्ट्राइक रेट भी शत-प्रतिशत है। राहुल गांधी का उप चुनाव में शत-प्रतिशत स्ट्राइक रेट राहुल गांधी ने 26 मई को नाहन और ऊना में दो जनसभाएं की। ऊना में उन्होंने हमीरपुर संसदीय सीट से प्रत्याशी सत्तपाल रायजादा के अलावा कुटलैहड़ विधानसभा से उम्मीदवार विवेक शर्मा और गगरेट सीट पर राकेश कालिया के लिए भी वोट की अपील की।लोकसभा चुनाव में राहुल की रैलियों का स्ट्राइक रेट जीरो रहा, लेकिन कुटलैहड़ और गगरेट सीट पर विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस से राहुल का की रैलियों का जीत का स्ट्राइक रेट शत-प्रतिशत रहा। 25 मई को मल्लिकार्जुन खड़गे ने शिमला संसदीय सीट के अंतर्गत रोहड़ू में जनसभा की। उनकी जनसभा का भी कांग्रेस को फायदा नहीं हुआ।
हिमाचल राज्यपाल ने कृषि-मंत्री के बयान पर जताई आपत्ति:कहा- कुलपति की नियुक्ति के बिल पर झूठ बोल रहे चंद्र कुमार
हिमाचल राज्यपाल ने कृषि-मंत्री के बयान पर जताई आपत्ति:कहा- कुलपति की नियुक्ति के बिल पर झूठ बोल रहे चंद्र कुमार हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कृषि मंत्री चंद्र कुमार के बयान पर आपत्ति जताई है। राज्यपाल ने वीरवार दोपहर बाद शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर कहा कि कृषि मंत्री बार-बार कह रहे हैं कि एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में कुलपति की नियुक्ति का बिल मंजूरी के लिए राजभवन में अटका है। राज्यपाल ने कहा कि सच्चाई यह है कि यह बिल सरकार के पास है। राजभवन ने इसे टिप्पणी के लिए प्रदेश सरकार को भेज रखा है, जिस पर सरकार ने फैसला लेना है। ऐसे में राजभवन पर दोषारोपण करना गलत है। राज्यपाल ने कहा कि कृषि मंत्री कह रहे हैं कि राज्यपाल के पास बिल को लेकर पत्रावली पड़ी है, इस वजह से नियमित कुलपति की नियुक्ति नहीं हो पा रही।राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि राजभवन की ओर से कोई देरी नहीं की गई। बता दें कि कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्त कि बिल में सरकार संशोधन कर रही है, यह संशोधन सरकार की सहमति से कुलपति की नियुक्ति करने की मंशा से किया जा रहा है, क्योंकि पैसा सरकार देती है, इसलिए कुलपति के लिए नाम सरकार भेजे उसे ही राज्यपाल अपनी सहमति दें। वर्तमान नियमों में यह प्रावधान नहीं है। नियमों के मुताबिक यूजीसी (यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन), राज्यपाल और सरकार तीनों की सहमति से कुलपति की नियुक्ति होती है। यदि यह संशोधन लागू हो जाता है तो हिमाचल ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य होगा। ऐसी स्थिति में बिल पहली बार राष्ट्रपति को भेजने पर राजभवन विचार करेगा। नियम के विरुद्ध कोई काम नहीं होगा: राज्यपाल राजभवन ने कुलपतियों की नियुक्ति के लिए पुराने नियमों के अनुसार ही कमेटी का गठन किया है, जो कुलपति को खोजने का काम कर रही है। मगर एक साल से कुलपति खोज नहीं सकी है। कुलपति की नियुक्ति न होने में राजभवन का कोई दोष नहीं है। मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। राज्यपाल ने कहा कि नियम के विरुद्ध कोई भी काम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के पद की गरिमा बनाए रखने के लिए वह कुछ भी करेंगे। लाभार्थियों की जानकारी मिलते ही नौतोड़ भूमि को मंजूरी देंगे राज्यपाल ने प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में भूमिहीन को नौतोड़ भूमि देने के सवाल पर कहा, राजभवन को नौतोड़ भूमि देने में कोई आपत्ति नहीं हैं। राजभवन ने सरकार से लाभार्थियों की संख्या पूछी है, जैसे ही जवाब मिलेगा राजभवन इसे भी मंजूरी दे देगा। कानून व्यवस्था बिगड़ी, यह कहना सही नहीं बिगड़ती कानून व्यवस्था के सवाल पर राज्यपाल ने कहा, कानून व्यवस्था बिगड़ गई है, ऐसा नहीं कह सकते। महर शांत प्रदेश में अगर कुछ भी घटना होती है तो प्रदेश की बदनामी होती है। ऐसे में सरकार को इसकी चिंता होनी चाहिए। राज्यपाल ने दूसरी बार सख्त टिप्पणी की यह दूसरा मौका है जब राज्यपाल ने सरकार को लेकर सख्त टिप्पणी की है। बीते सप्ताह ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों के शामिल नहीं होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। अब उन्होंने कुलपति की नियुक्ति को लेकर सरकार के मंत्री के बयान पर आपत्ति जताई है। जाहिर है इससे आने वाले दिनों में राजभवन और सरकार में तकरार बढ़ सकती है। राजभवन से नहीं कोई मतभेद राज्यपाल के बयान के बाद कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि उनका राजभवन से कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने खुद व्यक्तिगत तौर पर राज्यपाल से मिलकर बिल को मंजूर करने या फिर आपत्ति लगाकर वापस भेजने का आग्रह किया था, क्योंकि इस बिल के मंजूर नहीं होने की वजह से कृषि विश्वविद्यालय में रेगुलर कुलपति की नियुक्ति नहीं हो पा रही।