हिमाचल: 3 पूर्व विधायकों से 2 घंटे से जारी पूछताछ:सरकार गिराने को षड़यंत्र रचने का केस, राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री पर बोला तीखा हमला

हिमाचल: 3 पूर्व विधायकों से 2 घंटे से जारी पूछताछ:सरकार गिराने को षड़यंत्र रचने का केस, राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री पर बोला तीखा हमला

हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से जुड़े केस में आज 3 पूर्व विधायक शिमला के बालूगंज थाना में पुलिस के सामने हाजिर हुए। सुजानपुर से पूर्व MLA राजेंद्र राणा, नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर और कुटलैहड़ के पूर्व एमएलए देवेंद्र कुमार भुट्टो से पुलिस लंबी पूछताछ कर रही है। इस दौरान राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आए। 2 सालों में न युवाओं को दो लाख नौकरी और न महिलाओं को 1500 रुपए दे पाएं है। सरकार पेंडिंग रिजल्ट तक नहीं निकाल पाई। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री से सरकार नहीं चल पा रही। आर्थिक मोर्चे पर CM फेल हो गए हैं। राणा बोले-चंडीगढ़ के फाइव स्टार होटल में मौज करते हैं CM पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बार-बार चंडीगढ़ जाते हैं। चंडीगढ़ में वह हिमाचल भवन में रुकने के बजाय फाइव स्टार होटल में रुकते हैं। वहां अपने स्टाप को बोलते हैं कि अब मैं भी मजे में रहूंगा। तुम भी मौज करो। राणा ने कहा, उसके बाद वहां कौन आता है, CM सुक्खू किससे मिलते हैं और उसका खर्चा कौन उठाता है, यह अपने आप में बड़ा सवाल है। कांग्रेस सरकार आम जनता पर बोझ डालने आई राजेंद्र राणा ने कहा आज हिमाचल का कर्मचारी वर्ग सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए आगे आ चुका है। मुख्यमंत्री कर्मचारियों का दर्द समझने की बजाय उनसे आमने-सामने की लड़ाई लड़ने से गुरेज नहीं कर रहे। हम साधन संपन्न लोग ,पहले भी करी बार 5 स्टार हॉटल में या जहाज में बैठे राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त व हेलीकॉप्टर में घूमने फिरने, फाइव स्टार होटल में रुकने से जुड़े सवाल पर राणा ने कहा, वह साधन संपन्न व्यक्ति है। फाइव स्टार होटल में ठहरने के अलावा हेलीकॉप्टर में भी सफर करते हैं। इसको लेकर किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाइए। अगर किसी को परेशानी है तो वो इसकी शिकायत इनकम टैक्स में शिकायत कर सकते हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में उन्होंने बाहरी व्यक्ति को वोट नहीं दिया। 28 फरवरी को विधानसभा से उन्हें निष्कासित कर दिया। वोट देने से सरकार नहीं गिरती। इसका जवाब सरकार को देना चाहिए। सरकार केस दर्ज करवा कर डरना चाहती है, लेकिन वो डरने वाले नहीं है। कांग्रेस विधायक की शिकायत पर चल रही जांच बता दें कि शिमला के बालूगंज थाना में कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़ और संजय अवस्थी ने एफआईआर करा रखी है। इसमें हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा, गगरेट से पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के रिटायर IAS पिता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में इन पर आरोप है कि इन्होंने कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। करोड़ों रुपए का लेन-देन किया गया। कांग्रेस के बागी पूर्व विधायकों और तीन निर्दलीय को हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़, उत्तराखंड और गुड़गांव ले जाया गया, जहां पर इन्हें फाइव स्टार होटलों में हठराया गया। इसी केस की जांच में शिमला पुलिस हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी समेत लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर से भी पूछताछ कर चुकी है। इसी कड़ी में तीन पूर्व विधायकों को थाने बुलाया गया। दोपहर एक बजे भी इनसे थाने में पूछताछ जारी है। तीन हेलीकॉप्टर कंपनियों को भी पुलिस पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर चुकी है। प्रदेश में बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव हुआ। इसमें सत्तारूढ़ कांग्रेस 40 विधायकों के बावजूद चुनाव हार गई थी। इसके बाद सरकार पर भी संकट आ गया था। हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से जुड़े केस में आज 3 पूर्व विधायक शिमला के बालूगंज थाना में पुलिस के सामने हाजिर हुए। सुजानपुर से पूर्व MLA राजेंद्र राणा, नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर और कुटलैहड़ के पूर्व एमएलए देवेंद्र कुमार भुट्टो से पुलिस लंबी पूछताछ कर रही है। इस दौरान राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आए। 2 सालों में न युवाओं को दो लाख नौकरी और न महिलाओं को 1500 रुपए दे पाएं है। सरकार पेंडिंग रिजल्ट तक नहीं निकाल पाई। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री से सरकार नहीं चल पा रही। आर्थिक मोर्चे पर CM फेल हो गए हैं। राणा बोले-चंडीगढ़ के फाइव स्टार होटल में मौज करते हैं CM पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बार-बार चंडीगढ़ जाते हैं। चंडीगढ़ में वह हिमाचल भवन में रुकने के बजाय फाइव स्टार होटल में रुकते हैं। वहां अपने स्टाप को बोलते हैं कि अब मैं भी मजे में रहूंगा। तुम भी मौज करो। राणा ने कहा, उसके बाद वहां कौन आता है, CM सुक्खू किससे मिलते हैं और उसका खर्चा कौन उठाता है, यह अपने आप में बड़ा सवाल है। कांग्रेस सरकार आम जनता पर बोझ डालने आई राजेंद्र राणा ने कहा आज हिमाचल का कर्मचारी वर्ग सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए आगे आ चुका है। मुख्यमंत्री कर्मचारियों का दर्द समझने की बजाय उनसे आमने-सामने की लड़ाई लड़ने से गुरेज नहीं कर रहे। हम साधन संपन्न लोग ,पहले भी करी बार 5 स्टार हॉटल में या जहाज में बैठे राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त व हेलीकॉप्टर में घूमने फिरने, फाइव स्टार होटल में रुकने से जुड़े सवाल पर राणा ने कहा, वह साधन संपन्न व्यक्ति है। फाइव स्टार होटल में ठहरने के अलावा हेलीकॉप्टर में भी सफर करते हैं। इसको लेकर किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाइए। अगर किसी को परेशानी है तो वो इसकी शिकायत इनकम टैक्स में शिकायत कर सकते हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में उन्होंने बाहरी व्यक्ति को वोट नहीं दिया। 28 फरवरी को विधानसभा से उन्हें निष्कासित कर दिया। वोट देने से सरकार नहीं गिरती। इसका जवाब सरकार को देना चाहिए। सरकार केस दर्ज करवा कर डरना चाहती है, लेकिन वो डरने वाले नहीं है। कांग्रेस विधायक की शिकायत पर चल रही जांच बता दें कि शिमला के बालूगंज थाना में कांग्रेस विधायक भुवनेश्वर गौड़ और संजय अवस्थी ने एफआईआर करा रखी है। इसमें हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा, गगरेट से पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के रिटायर IAS पिता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में इन पर आरोप है कि इन्होंने कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। करोड़ों रुपए का लेन-देन किया गया। कांग्रेस के बागी पूर्व विधायकों और तीन निर्दलीय को हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़, उत्तराखंड और गुड़गांव ले जाया गया, जहां पर इन्हें फाइव स्टार होटलों में हठराया गया। इसी केस की जांच में शिमला पुलिस हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी समेत लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर से भी पूछताछ कर चुकी है। इसी कड़ी में तीन पूर्व विधायकों को थाने बुलाया गया। दोपहर एक बजे भी इनसे थाने में पूछताछ जारी है। तीन हेलीकॉप्टर कंपनियों को भी पुलिस पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर चुकी है। प्रदेश में बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव हुआ। इसमें सत्तारूढ़ कांग्रेस 40 विधायकों के बावजूद चुनाव हार गई थी। इसके बाद सरकार पर भी संकट आ गया था।   हिमाचल | दैनिक भास्कर