हरियाणा के चरखी दादरी में निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा हरियाणा विधानसभा स्पीकर को भेजा है। सोमबीर सांगवान के जल्द ही कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की संभावना है। 2019 के चुनाव में उन्होंने भाजपा से बागी होकर भाजपा उम्मीदवार बबीता फौगाट को हराया था। बता दे कि 2019 विधानसभा चुनाव से पहले सोमबीर सांगवान भारतीय जनता पार्टी में थे और विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रहे थे। लेकिन भाजपा द्वारा उनका टिकट काटकर बबीता फोगाट को दिया गया था। इसके चलते वे बागी हो गए थे। निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। पीएम मोदी की रैली भी बबीता को जीत नहीं दिला सकी थी। सोमबीर ने भाजपा, जजपा, कांग्रेस आदि सभी पार्टियों के प्रत्याशियों को पछाड़ते हुए 14272 वोटों से जीत हासिल की थी। उन्होंने सरकार बनाने के लिए भाजपा को अपना समर्थन दे दिया था। कुछ समय बाद उन्हें हरियाणा पशुधन बोर्ड का चेयरमेन भी बनाया गया था, लेकिन बाद में किसान आंदोलन के चलते उन्होंने चेयरमैनी को छोड़ दिया था। कुछ समय पहले हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस लिया था, इनमें सोमबीर सांगवान भी शामिल थे। भाजपा से समर्थन वापस लेने का ऐलान करने के बाद हुड्डा खेमे से उनकी नजदीकी देखने को मिली है। इतना ही नहीं वे कई बार मीडिया के समक्ष भी कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने का इजहार कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि यदि कांग्रेस उन पर भरोसा जताती है तो वे चुनाव लड़ने को तैयार हैं और इस कार्यकाल में जो कार्य पूरे नहीं हो सके उन्हें पूरा करेंगे। विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद उनके कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की पूरी संभावना जताई जा रही है। हालांकि उनका क्या रुख है, उसको लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हरियाणा के चरखी दादरी में निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा हरियाणा विधानसभा स्पीकर को भेजा है। सोमबीर सांगवान के जल्द ही कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की संभावना है। 2019 के चुनाव में उन्होंने भाजपा से बागी होकर भाजपा उम्मीदवार बबीता फौगाट को हराया था। बता दे कि 2019 विधानसभा चुनाव से पहले सोमबीर सांगवान भारतीय जनता पार्टी में थे और विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रहे थे। लेकिन भाजपा द्वारा उनका टिकट काटकर बबीता फोगाट को दिया गया था। इसके चलते वे बागी हो गए थे। निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। पीएम मोदी की रैली भी बबीता को जीत नहीं दिला सकी थी। सोमबीर ने भाजपा, जजपा, कांग्रेस आदि सभी पार्टियों के प्रत्याशियों को पछाड़ते हुए 14272 वोटों से जीत हासिल की थी। उन्होंने सरकार बनाने के लिए भाजपा को अपना समर्थन दे दिया था। कुछ समय बाद उन्हें हरियाणा पशुधन बोर्ड का चेयरमेन भी बनाया गया था, लेकिन बाद में किसान आंदोलन के चलते उन्होंने चेयरमैनी को छोड़ दिया था। कुछ समय पहले हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस लिया था, इनमें सोमबीर सांगवान भी शामिल थे। भाजपा से समर्थन वापस लेने का ऐलान करने के बाद हुड्डा खेमे से उनकी नजदीकी देखने को मिली है। इतना ही नहीं वे कई बार मीडिया के समक्ष भी कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने का इजहार कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि यदि कांग्रेस उन पर भरोसा जताती है तो वे चुनाव लड़ने को तैयार हैं और इस कार्यकाल में जो कार्य पूरे नहीं हो सके उन्हें पूरा करेंगे। विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद उनके कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की पूरी संभावना जताई जा रही है। हालांकि उनका क्या रुख है, उसको लेकर अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अनिल विज का एकतरफा माहौल नहीं:CM फेस बताने का फायदा मिल रहा; कांग्रेस को गुटबाजी से नुकसान; वोट शिफ्टिंग से चित्रा सरवारा बाजी मारेंगी
अनिल विज का एकतरफा माहौल नहीं:CM फेस बताने का फायदा मिल रहा; कांग्रेस को गुटबाजी से नुकसान; वोट शिफ्टिंग से चित्रा सरवारा बाजी मारेंगी हरियाणा की अंबाला कैंट विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है, क्योंकि यहां से पूर्व गृह मंत्री अनिल विज भाजपा उम्मीदवार हैं। अनिल विज इस सीट से 6 बार विधायक बन चुके हैं। कांग्रेस ने यहां से सांसद कुमारी सैलजा के करीबी पूर्व पार्षद परविंदर सिंह परी को टिकट दिया है। इनके अलावा, आम आदमी पार्टी (AAP) से राज कौर गिल, इनेलो-बसपा के ओंकार सिंह, जजपा-असपा के अवतार करधान और कांग्रेस की बागी चित्रा सरवारा मैदान में हैं। अंबाला कैंट में कुल वोटरों की संख्या 2.7 लाख है। यहां के मुख्य मुद्दे टूटी सड़कें और जलभराव की समस्या है। लोगों का कहना है कि इस सीट पर अनिल विज का एकतरफा माहौल नहीं है। इलाके की टूटी सड़कों और बारिश के बाद जलभराव की समस्या से लोग परेशान हैं। ये चीजें विज के लिए परेशानी बनेंगी। हालांकि, विज ने जब से खुद को CM फेस बताया है, इससे उन्हें फायदा मिल सकता है। विज को मुख्यमंत्री बनाया गया तो विधानसभा क्षेत्र में और प्रोजेक्ट आएंगे। लोगों के मुताबिक इस चुनाव में कांग्रेस को गुटबाजी भारी पड़ेगी। सैलजा का करीबी होने की वजह से कांग्रेस उम्मीदवार परविंदर परी से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा दूरी बनाए हुए हैं। यहां चित्रा ही अनिल विज को टक्कर देंगी। पिछले चुनाव में भी वह दूसरे नंबर पर रहीं थीं। परविंदर परी लगातार आरोप लगा रहे हैं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस सीट पर अन्य नेताओं को मना लिया, लेकिन चित्रा को मनाने के लिए नहीं गए। उनका इशारा है कि हुड्डा गुट कहीं न कहीं अंदरखाते चित्रा को समर्थन दे रहा है। अगर कांग्रेस का वोट चित्रा की तरफ शिफ्ट हुआ तो अनिल विज मुश्किल में पड़ सकते हैं। 4 पॉइंट में समझें अंबाला कैंट विधानसभा के समीकरण अनिल विज बोले- काम किया है, काम करेंगे अनिल विज अंबाला कैंट विधानसभा सीट से 6 बार विधायक बन चुके हैं। सबसे पहले वह साल 1990 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते। इसके बाद भाजपा ने टिकट काटा तो 1996 और 2000 में निर्दलीय चुनाव में उतरे और जीत हासिल की। 2009, 2014 और 2019 में वह भाजपा के टिकट पर विधायक बने। वह 2014 और 2019 में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। हाल ही में उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर दावा ठोका है। विज का कहना है कि उनके समर्थक लगातार दबाव डाल रहे थे कि आप पार्टी में सबसे सीनियर हो, आपको भी मुख्यमंत्री के लिए दावा ठोकना चाहिए। हालांकि, अनिल विज ने यह भी साफ किया कि आखिरी फैसला पार्टी का होगा कि किसे मुख्यमंत्री बनाना है। अनिल विज इस चुनाव में जनता के सामने कह रहे है कि काम किया है और काम करेंगे। मेरा कार्यकर्ता ही मेरा स्टार प्रचारक है। कैंट में टूटी सड़कों और जलभराव की समस्या पर विज का कहना है कि यह मेरी प्लानिंग का हिस्सा है। हम इस पर लगातार काम कर रहे हैं। हमारी कोशिश थी कि इस चुनाव से पहले पूरा सिस्टम बन जाए, लेकिन इस में टाइम लग रहा है। चित्रा सरवारा भ्रष्टाचार दूर करने के नाम पर वोट मांग रहीं चित्रा सरवारा पूर्व मंत्री निर्मल सिंह मोहड़ा की बेटी हैं। निर्मल सिंह अंबाला सिटी से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। चित्रा 2013 में पार्षद बनी थीं। मार्च 2015 में वह कांग्रेस में शामिल हुईं। 2016 में उन्हें हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी का वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके बाद उन्हें सचिव बनाया गया। 2019 में कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर पर रहीं। साल 2023 में वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गईं और उन्हें पार्टी में राज्य उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। 5 जनवरी 2024 को वह दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गईं। अब 2024 में भी वह कांग्रेस से टिकट मांग रही थीं, लेकिन उनकी जगह परविंदरपाल परी को उम्मीदवार बनाया गया। चित्रा ने बागी होकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया। चित्रा मानना है कि विज के विधायक रहते यहां विकास हुआ है, लेकिन भ्रष्टाचार भी बढ़ा है। उनका कहना है कि यहां स्टेडियम और सड़कों के टेंडर में घोटाला हुआ है। बार-बार टेंडर किए जाते हैं और बाद में रद्द हो जाते हैं। यहां सड़कों का हाल बहुत बुरा है। बारिश के दिनों में पानी भर जाता है। सीवरेज सिस्टम चल ही नहीं पाया। परविंदर परी टूटी सड़कों का मुद्दा उठा रहे कांग्रेस उम्मीदवार परविंदर परी होटल कारोबारी हैं। वह 2002 में यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके बाद 2005 में उन्हें यूथ कांग्रेस का जनरल सेक्रेटरी बनाया गया। वह अंबाला कैंट से पार्षद भी रहे हैं। उनकी पत्नी निमृत कौर एक कोशिश नाम से NGO चलाती हैं, जिसमें वह महिलाओं और बच्चों की मदद करती हैं। लंबे समय से वह कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं। वह कुमारी सैलजा गुट से आते हैं। कुमारी सैलजा की पैरवी के बाद ही उन्हें टिकट दिया गया। परी जनता के सामने टूटी सड़कें और जलभराव की समस्या उठा रहे हैं। उनका कहना है कि भाजपा सरकार ने कैंट विधानसभा क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया। सत्ता में आने के बाद सबसे पहले यहां की सड़कें दुरुस्त की जाएंगी। अगर मैं यहां से विधायक बना तो मंत्री पद लेकर आऊंगा। क्या कहते हैं अंबाला कैंट के वोटर सुरिंदर बोले- सड़कें तोड़-तोड़कर छोड़ीं रिटायर अधिकारी सुरिंदर राणा ने कहा कि अंबाला कैंट में सड़कों का बुरा हाल है। सड़कों को तोड़-तोड़कर छोड़ दिया जाता है। हलके की बदहाली के कारण लोगों में भाजपा उम्मीदवार अनिल विज के लिए रोष है। शहर में मुख्य मुकाबला अनिल विज, चित्रा सरवारा और परविंदर परी में लग रहा है। चित्रा और विज में टक्कर अधिक है, क्योंकि चित्रा पहले भी अंबाला कैंट से चुनाव लड़ी थीं और दूसरे नंबर पर रहीं। चित्रा का हक बनता था, कांग्रेस को उन्हें उम्मीदवार बनाना चाहिए था। सोमबीर बोले- किसानों के साथ धोखा हुआ किसान सोमबीर सिंह ने कहा कि भाजपा ने किसानों के साथ धोखा किया है। किसानों ने MSP को लेकर पहले दिल्ली में प्रदर्शन किया, अब खन्नौरी और शंभू बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। भाजपा को किसानों के बारे में सोचना चाहिए, आखिरकार वह देश का अन्नदाता है। अंबाला कैंट में विज और चित्रा के बीच कड़ी टक्कर है। विज ने यहां काम कराए हैं, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की लहर चल रही है। चित्रा को कांग्रेस ने टिकट तो नहीं दिया, लेकिन वहां की वोट उसे ही जाएंगी। पंकज शर्मा बोले- विज की एक तरफा जीत होगी प्रॉपर्टी डीलर पंकज शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को गुटबाजी लेकर डूबेगी। कांग्रेस को चित्रा को टिकट देनी चाहिए थी। कैंट में चित्रा ही विज से टक्कर ले सकती हैं। पिछले चुनाव की तरह चित्रा बड़े मार्जिन से हारेंगी। अनिल विज की लगातार चौथी बार एकतरफा जीत होगी। निशित जैन बोले- AAP उम्मीदवार को कोई नहीं जानता रेडीमेड कपड़े की दुकान चलाने वाले निशित जैन ने कहा कि अंबाला कैंट में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार राज कौर गिल का किसी तरह का कोई आधार नहीं है। नया चेहरा है, लोग उन्हें बेहतर तरीके से जानते तक नहीं। फिलहाल चित्रा, परी और अनिल विज में मुकाबला लग रहा है। जो भी हलके का विधायक बने, उसे लोगों की मूलभूत समस्याओं के बारे में जरूर पता होना चाहिए। शहर में सड़कों को बेहतर बनाया जाए। छोटी बस्तियों में बरसात के जलभराव को सही किया जाए। सुगंद जैन ने कहा- खुद को सीएम चेहरा बताने से विज को फायदा मिलेगा जैन समाज से संबंध रखने वाले सुगंद जैन ने कहा कि अनिल विज ने खुद को सीएम फेस बताया है, जिसका लाभ उन्हें चुनाव में जरूर मिलेगा। हलके में अभी तक उनकी स्थिति मजबूत लग रही है। कुछ कार्य हैं, जो अधूरे हैं। उन्हें वह पूरे करवाने चाहिए थे। बरसात का पानी घरों में दाखिल होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अनिल विज को अंबाला कैंट से लोग समर्थन दे रहे हैं, लेकिन चित्रा उन्हें कांटे की टक्कर देगी। हरियाणा चुनाव से जुड़ी ये ग्राउंड रिपोर्ट्स भी पढ़ें… राव इंद्रजीत की बेटी आरती तिकोने मुकाबले में फंसी:कांग्रेस बांटेगी अहीर वोटर; राजपूत-दलित वोटर्स एकतरफा तो ठाकुर बिगाड़ेंगे सियासी गणित नायब सैनी को CM चेहरे का फायदा:BJP के बागी गर्ग वोटकटवा; बड़शामी ने जाट न बांटे तो कांग्रेस के मेवा से कड़ी टक्कर विनेश फोगाट को कांग्रेस की वेव का सबसे बड़ा सहारा:जाट वोट बंटे तो मुश्किल में फंसेगी रेसलर; OBC-ब्राह्मण एकतरफा होने पर ही BJP को फायदा
भाजपा ने बोगस पोलिंग पर जिला प्रमुखों से मांगी रिपोर्ट:मतदान के दिन बीजेपी के कंट्रोल रूम में आईं हजारों शिकायतें, धीमी वोटिंग कराने का आरोप
भाजपा ने बोगस पोलिंग पर जिला प्रमुखों से मांगी रिपोर्ट:मतदान के दिन बीजेपी के कंट्रोल रूम में आईं हजारों शिकायतें, धीमी वोटिंग कराने का आरोप हरियाणा में बोगस पोलिंग पर पूर्व CM मनोहर लाल के बयान के बाद पूरी भाजपा एक्टिव हो गई है। इस पर हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी ने सभी भाजपा जिलाध्यक्षों से रिपोर्ट तलब की है। नायब सिंह सैनी ने 31 जून को सभी जिलाध्यक्षों को रिपोर्ट लेकर पंचकुला बुलाया है। इस रिपोर्ट में जिलाध्यक्षों को यह बताना होगा कि 25 मई को मतदान वाले दिन किस जगह पर कितना बोगस पोल हुआ, किन अधिकारियों ने धीमा मतदान करवाया, भाजपा को अधिक वोट मिलने वाले बूथों पर मतदान प्रतिशत में गिरावट क्यों हुई। इसके अलावा भी कई बिंदु हैं जिस पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रिपोर्ट मांगी है। आपको बता दें कि हरियाणा में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पद अब भी नायब सिंह सैनी के पास ही है। भाजपा जिलाध्यक्ष हिसार आशा खेदड़ का कहना है कि वह रिपोर्ट तैयार कर रही हैं। 31 जून को वह मीटिंग में अपनी रिपोर्ट रखेंगी। हर जिले में हेल्पलाइन नंबर जारी किया था
आपको बता दें भाजपा ने चुनाव से ठीक पहले एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। यह हेल्पलाइन नंबर हर जिले में वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जोड़ा गया था। इन हेल्पलाइन नंबरों पर 1000 से अधिक फोन आए हैं जिन पर बोगस पोलिंग और धीमा मतदान की सबसे ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई। इसके अलावा सिरसा, फतेहाबाद, अंबाला, सोनीपत और कुरुक्षेत्र से धीमा मतदान करवाने की शिकायतें सबसे अधिक आईं। प्रदेश संगठन से इशारा मिलने के बाद जिलाध्यक्षों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है। हिसार के उदाहरण से समझिये…इस तरह कंट्रोल रूम के जरिये आई शिकायतें
भाजपा ने चुनाव से पहले 18001038437 टोल फ्री नंबर जारी किया था। इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति मतदान से संबंधित शिकायत दर्ज करवा सकता था। इस कंट्रोल रूम में बैठे भाजपा के कार्यकर्ता हर जिलों के हिसाब से बनाए वॉट्सऐप ग्रुप में एक्टिव रहे। जैसे हिसार से कोई शिकायत टोल फ्री नंबर पर गई तो उस शिकायत को लॉक करके हिसार भाजपा के ग्रुप में डाला गया और शिकायत पर संज्ञान लेने को कहा। इसके बाद हिसार बैठी एक टीम उन एरिया के पन्ना प्रमुख व कार्यकर्ताओं से संपर्क कर बूथ पर पहुंच रही थी और शिकायत को क्रॉस चेक कर रही थी। हिसार में टोल फ्री नंबर पर बूथ कैप्चरिंग, धीमा मतदान जैसी शिकायतें आई। सबसे ज्यादा शिकायत आदमपुर, उचाना और हांसी से दर्ज की गई। सरकार जल्द ले सकती है एक्शन
चुनावों में भाजपा को हराने का सपना देखने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की रिपोर्ट सरकार जिलाध्यक्ष के मार्फत लेकर उन पर जल्द कार्रवाई कर सकती है। सरकार इस मामले में कर्मचारियों पर कार्रवाई कर सकती है। इसमें नूंह में तबादला, डेपुटेशन पर भेजने और गृह जिले से दूर तैनाती जैसी कार्रवाई हो सकती है, ताकि अधिकारियों को सबक सिखाया जा सके। आपको बता दें कि हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी से CM नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर नाराज चल रहे हैं। उनकी ये नाराजगी लगातार लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान दिखाई भी दी थी। पहले पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और अब सीएम नायब सैनी लगातार अफसरों को निशाने पर ले रहे हैं। सही से काम करने की चेतावनी भी दे रहे हैं। चुनाव में विरोधियों की मदद का शक
लोकसभा चुनाव में कुछ अधिकारियों के द्वारा विरोधियों खासकर कांग्रेस और जजपा को मदद करने का भी इनपुट भाजपा की रिव्यू मीटिंग में मिला है। सरकार के सूत्रों का कहना है कि इस इनपुट के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री नायब सैनी से भी चर्चा की है। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में पूर्व सीएम खट्टर को केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा फ्री हैंड दिया गया था, इसलिए सभी सीटों का चुनावी प्रबंधन भी वही देख रहे थे। इस लापरवाही से यदि चुनाव में भाजपा को कुछ भी नुकसान होता है तो सरकार इसमें सख्त फैसला लेगी। अधिकारियों से सरकार स्पष्टीकरण मांगेगी
भाजपा की रिव्यू मीटिंग में लोकसभा कैंडिडेट्स ने CM को इनपुट दिया कि अधिकारियों का फील्ड में रवैया ठीक नहीं था। लोगों के प्रति और भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रति उनका रवैया नकारात्मक रहा। इससे कई बार चुनाव में असहज स्थिति बनी। इसको भी सरकार ने गंभीरता से लिया है और सभी कैंडिडेट्स को ऐसे अधिकारियों के खिलाफ लिखित शिकायत देने को कहा है। 4 जून के बाद ऐसे अधिकारियों से सरकार स्पष्टीकरण मांगेगी।
राम रहीम बोला– विराट कोहली ने मुझसे गुरुमंत्र लिया:कई मुस्लिम पाकिस्तानी प्लेयर भी कलमा से जुड़े; 30 दिन की पैरोल पर सिरसा में डेरा चीफ
राम रहीम बोला– विराट कोहली ने मुझसे गुरुमंत्र लिया:कई मुस्लिम पाकिस्तानी प्लेयर भी कलमा से जुड़े; 30 दिन की पैरोल पर सिरसा में डेरा चीफ डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम ने दावा किया है कि भारतीय क्रिकेट विराट कोहली ने उससे गुरुमंत्र लिया है। राम रहीम ने डेरा सिरसा से ऑनलाइन सत्संग में कहा– ‘’विराट कोहली 2010 में यहां आए थे। उससे पहले 2007-08 में आए थे। फिर उन्होंने गुरुमंत्र भी लिया। ऐसे और भी क्रिकेट प्लेयर हैं।’’ राम रहीम ने आगे कहा– ‘’यहां हिंदुस्तान–पाकिस्तान का मैच हुआ था। उसके पाकिस्तानी प्लेयर भी गुरुमंत्र यानी कलमा से जुड़े थे। हालांकि, वे मुस्लिम प्लेयर थे। ऐसे बहुत सारे प्लेयर हैं। जो आज भी खेलते हैं। उनको देखकर अच्छा लगता है।’’ करीब 8 साल पहले भी राम रहीम ने दावा किया था उसके पास विराट कोहली समेत जहीर खान, शिखर धवन और यूसुफ पठान जैसे खिलाड़ी सीखने आते थे। राम रहीम ने कहा था कि खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के वीडियो उसके पास हैं। उसने कहा कि खिलाड़ी चाहे उसका नाम लें या नहीं, ये उनकी मर्जी, लेकिन उसने उन्हें सिखाया है। बता दें कि साध्वियों के यौन शोषण और पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में उम्रकैद काट रहा है। 28 जनवरी को वह 30 दिन की पैरोल पर बाहर आया। हालांकि, इस बार उसे सरकार ने सिरसा डेरे में जाने की भी परमिशन दी। जहां से वह श्रद्धालुओं को ऑनलाइन प्रवचन दे रहा है। श्रद्धालुओं के सवालों पर राम रहीम के जवाब… यूट्यूब पर मन भटके तो पानी पीकर पढ़ना
एक स्टूडेंट ने पूछा कि हम स्टडी के लिए यूट्यूब खोलते हैं और कुछ और दिख जाता है तो हम उसे चलाने लग जाते हैं? इसके जवाब में राम रहीम ने कहा- ‘’5 मिनट भक्ति कर लो। फिर पानी पीकर पढ़ना, यकीन मानो 90% ध्यान पढ़ाई में लगेगा। फिर 10% ध्यान उधर रहेगा, लेकिन यही प्रक्रिया करोगे तो 100% मन लगने लगेगा।’’ DNA का साइंटिस्ट हो तो चुटकियों में बीमारी ठीक होगी
एक श्रद्धालु ने पूछा कि दुनिया को कैसा साइंटिस्ट चाहिए। इस पर राम रहीम ने कहा- आज DNA के साइंटिस्ट की जरूरत है। अगर आदमी का DNA ठीक हो जाए तो कैसे भी बीमारी हो, चुटकियों में ठीक हो जाएगी। मैथ कौन सा भूत है?
एक स्टूडेंट ने पूछा कि मुझे मैथ्स से डर लगता है। इस पर राम रहीम ने कहा- मैथ्स कौन सा भूत है? अगर रेगुलर करते रहो तो मैथ आ जाएगी। अगर गैप डाल दोगे तो मैथ के सब्जेक्ट में डिफिकल्टी आ जाएगी। मैथ से डरना नहीं, उसे कहा करो- आजा तुझे मैं सैट करता हूं। किसी का चमचा, कड़छा न बनो
एक श्रद्धालु ने पूछा कि चमचों को कैसे समझाएं कि गलत लोगों की चमचागिरी न करें। इस पर राम रहीम ने कहा-’’ कई बार कोई हमारी भी चमचागिरी करने लग जाता है। हम कहते हैं कि हम तो तेरे नौकर के भी नौकर हैं। आप चमचा न बनो। चाहे कोई उसके लिए चमचा बने या कड़छा। आत्मरक्षा में मक्खी–मच्छर मारना पाप नहीं
एक श्रद्धालु ने पूछा कि अगर गलती से मक्खी-मच्छर मर गया तो वह पाप है या पुण्य? इस पर राम रहीम ने कहा- किसी को मारना पुण्य नहीं होता। हां, भगवान ने आत्मरक्षा का हक सबको दिया है। मच्छर चिकनगुनिया, डेंगू या मलेरिया का हुआ तो उसको हाथ जोड़ने से वह अपना काम कर जाएगा। उसे उड़ाते समय वह मर गया तो यह पाप नहीं है। हो सकता है कभी आप मच्छर बने हों और उसने हाथ मारा हो। 2 केस में उम्रकैद, 1 में बरी राम रहीम, पैरोल की टाइमिंग फिर चुनाव से जुड़ी
राम रहीम को 3 केस में उम्रकैद की सजा हुई थी। इनमें साध्वियों के यौन शोषण और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के केस में वह उम्रकैद काट रहा है। इसके अलावा डेरा मैनेजर रणजीत हत्याकांड में उसे हाईकोर्ट ने बरी कर दिया था। हालांकि, इसके खिलाफ CBI ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें राम रहीम को भी नोटिस जारी हो चुका है। खास बात यह है कि राम रहीम की इस बार मिली पैरोल की टाइमिंग भी चुनाव से जुड़ी है। दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। इसके अलावा हरियाणा में भी दिल्ली चुनाव के बाद निकाय चुनाव की घोषणा हो सकती है। —————— राम रहीम से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… हनीप्रीत को डेरे की फुल पावर देगा राम रहीम:पावर ऑफ अटॉर्नी देने की तैयारी, डेरा मुखी के सिरसा आने ही यही बड़ी वजह राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा के साढ़े 7 साल बाद सिरसा स्थित हेडक्वार्टर आने की बड़ी वजह सामने आई है। डेरे के टॉप सोर्सेज के मुताबिक राम रहीम डेरे की गद्दी को लेकर चल रहे विवाद के निपटारे के लिए यहां पहुंचा है (पढ़ें पूरी खबर) राम रहीम पैरोल पर सिरसा डेरे क्यों आया:डेरा सच्चा सौदा की अरबों की प्रॉपर्टी, डेरा मैनेजमेंट–परिवार और हनीप्रीत में विवाद समेत 4 वजहें मर्डर–यौन शोषण केस में कैद काट रहे राम रहीम ने मंगलवार को डेरा सच्चा सौदा के हेडक्वार्टर सिरसा आकर सबको चौंका दिया। पहली बार वह पैरोल के दौरान इस डेरे में आया। (पढ़ें पूरी खबर) राम रहीम की सुरक्षा में 200 पुलिसकर्मी तैनात:हनीप्रीत रोहतक से सिरसा डेरे लाई, फोटो-वीडियो पर रोक; दिल्ली चुनाव से पहले पैरोल मिली डेरा सच्चा सौदा का मुखी राम रहीम साढ़े 7 साल बाद सिरसा डेरे में पहुंच गया है। 5 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग से करीब एक हफ्ते पहले उसे 30 दिन की पैरोल मिली (पढ़ें पूरी खबर)