रेवाड़ी के भाकली गांव में व्यक्ति ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। व्यक्ति का शव उसकी दुकान में लटका मिला। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। कोसली थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में भेज दिया। जानकारी के मुताबिक, गांव भाकली निवासी हरीश (31) ने भाकली चौक पर अटल सेवा केंद्र की दुकान खुली है। आज उसने दुकान का शटर बंद करके फांसी लगा ली। हरीश रोजाना घर जाता था पर कल रात को वो घर भी नहीं पहुंचा। जांच अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि उनको 112 के माध्यम से सूचना मिली थी कि भाकली चौक पर दुकान में एक व्यक्ति ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। रेवाड़ी के भाकली गांव में व्यक्ति ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। व्यक्ति का शव उसकी दुकान में लटका मिला। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। कोसली थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में भेज दिया। जानकारी के मुताबिक, गांव भाकली निवासी हरीश (31) ने भाकली चौक पर अटल सेवा केंद्र की दुकान खुली है। आज उसने दुकान का शटर बंद करके फांसी लगा ली। हरीश रोजाना घर जाता था पर कल रात को वो घर भी नहीं पहुंचा। जांच अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि उनको 112 के माध्यम से सूचना मिली थी कि भाकली चौक पर दुकान में एक व्यक्ति ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कांलावाली में BJP प्रत्याशी के खिलाफ प्रदर्शन:राजेंद्र सिंह को कार्यक्रम करना पड़ा रद्द, काले कपड़े पहन कर किसानों ने किया विरोध
कांलावाली में BJP प्रत्याशी के खिलाफ प्रदर्शन:राजेंद्र सिंह को कार्यक्रम करना पड़ा रद्द, काले कपड़े पहन कर किसानों ने किया विरोध सिरसा जिले के कालांवाली विधानसभा के चकेरियां गांव में भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र सिंह देसूजोधा वोट मांगने के लिए जाने वाले थे। इस दौरान गांव के किसानों ने काले कपड़े पहन कर और काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया। इसकी सूचना पाकर भाजपा प्रत्याशी अपना चुनावी कार्यक्रम रद्द कर दिए। किसानों ने भाजपा प्रत्याशी को वोट नहीं देने का फैसला किया है। खनौरी बॉर्डर पर चल रहा किसानों का आंदोलन आपको बता दें कि खनौरी बॉर्डर पर 13 फरवरी 2024 से किसान आंदोलन पार्ट-2 चल रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में किसान भारतीय किसान एकता बीकेई के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। इस आंदोलन में कालांवाली विधानसभा के चकेरियां गांव के किसान भी शामिल हैं। 13, 14 व 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए आंसु गैस के गोले छोड़े गए थे। 14 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए आंसु गैस के गोले, इंजेक्टर मोर्टार व पायलट बुलेट चलाई गई। जिसमें युवा किसान जिगरदीप सिंह चकेरियां गंभीर रूप से घायल हुआ था। उसके हाथ में 8 टांके आए थे, जिसके चलते ग्रामीणों में बीजेपी-जेजेपी के खिलाफ भारी रोष है। किसान बोले- ”हम भाजपा सरकार की जुल्मों को नहीं भूल सकते” जैसे ही ग्रामीणों को भनक लगी की विधानसभा हल्का कालांवाली से भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र सिंह देसूजोधा वोट मांगने के लिए चकेरियां आ रहा है किसान चुनावी जनसभा वाली स्थान पर काले कपड़े पहनकर हाथों में कालिया झंडे लेकर वहां पहुंच गए जिसके चलते भाजपा प्रत्याशी को अपना प्रोग्राम रद्द करना पड़ा। ग्रामीणों ने कहा कि जिस भाजपा ने हमें दिल्ली जाने से रोका, हमारे ऊपर जुल्म किए, शुभकरण को गोली मारी, हमारे गांव के जिगरदीप को घायल किया उसके जुल्मों को हम कैसे भूल सकते हैं।
रोहतक में जिला पार्षद और चेयरपर्सन आमने-सामने:मंजू हुड्डा बोलीं- बिना एजेंडा कैसे होगी मीटिंग, सरकार को भेजी 188 कार्यों की लिस्ट
रोहतक में जिला पार्षद और चेयरपर्सन आमने-सामने:मंजू हुड्डा बोलीं- बिना एजेंडा कैसे होगी मीटिंग, सरकार को भेजी 188 कार्यों की लिस्ट रोहतक में विकास कार्यों को लेकर जिला परिषद की हाउस मीटिंग न होने पर जिला पार्षद और चेयरपर्सन आमने-सामने आ गए हैं। बुधवार को जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वह खुद हाउस की मीटिंग बुलाना चाहती हैं। इसके लिए सभी जिला पार्षदों से कार्यों की सूची मांगी गई है। लेकिन सूची न मिलने के कारण बिना एजेंडे के हाउस की मीटिंग नहीं हो सकती। इससे पहले मंगलवार को जिला पार्षदों ने हाउस मीटिंग करवाने के लिए विकास भवन में धरना दिया था। आरोप लगाया कि विकास के लिए 19 करोड़ रुपये आए थे, जिसमें से एक रुपये का भी विकास कार्य नहीं हुआ। सरकार को भेजी 188 कार्यों की सूची इस पर रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने कहा कि उनका उद्देश्य भी विकास कार्य करना है। वे भी चाहती हैं कि सदन की बैठकें आयोजित की जाएं। उन्होंने पार्षदों से भी अपने क्षेत्र में विकास कार्यों की सूची देने को कहा है, ताकि उनकी भौतिक दृश्यता दिखाई दे और उन कार्यों को कराया जा सके। बिना एजेंडे के सदन की बैठक कैसे हो सकती है? इसके अलावा उन्होंने मनरेगा में 188 कार्यों की सूची सरकार को भेजी है, जो पूरे जिले में कराए जाएंगे। वहीं, जन संवाद पोर्टल पर आए 117 कार्य तैयार हो चुके हैं। साथ ही, सांसद और विधायक के 12.45 करोड़ के कार्य तैयार हैं। अब जिला परिषद को उनके क्षेत्र में कराए जाने वाले विकास कार्यों के लिए तीन बार पत्र लिखा जा चुका है। 28 जून को भी पत्र लिखा गया था, लेकिन उसके बाद भी कार्यों की सूची नहीं मिली। जिला परिषद के पास 4 करोड़ का फंड
चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने कहा कि इससे पहले 12 फरवरी को हाउस की मीटिंग हुई थी। जिसमें पास हुए कामों पर भी पार्षदों ने हस्ताक्षर तक नहीं किए, जिसके कारण वे काम भी अटक गए। उन्होंने कहा कि 16 करोड़ रुपए के काम हो चुके हैं। वहीं फिलहाल 2023-24 वित्तीय वर्ष का करीब 4 करोड़ रुपए जिला परिषद के पास बकाया है। वहीं 2024-25 वित्तीय वर्ष के लिए कामों की लिस्ट तैयार करके फंड की डिमांड भेजनी है।
नूंह में गड्ढे में डूबने से बच्चे की मौत:बारिश के पानी से लबालब था; बहन-भाइयों संग नहाने गया था, मिट्टी में फंसा
नूंह में गड्ढे में डूबने से बच्चे की मौत:बारिश के पानी से लबालब था; बहन-भाइयों संग नहाने गया था, मिट्टी में फंसा हरियाणा के नूंह जिले के पिनगवां कस्बे में ईदगाह के समीप शुक्रवार को एक सात वर्षीय बच्चे की पानी में डूबने से मौत हो गई। बच्चे की पहचान जावेद पुत्र सलीम निवासी पिनगवां के रूप में हुई है। सात साल का मासूम सुबह करीब नौ बजे घर से थोड़ी दूर अपने बहन भाइयों के साथ खेलने गया था। जहां पर वह गड्ढे में भरे हुए पानी में नहाने के लिए कूद गया। गड्ढे की गहराई करीब आठ फीट बताई जा रही है। बच्चा इसमें डूब गया। गड्ढे में बरसाती पानी भरा हुआ था। जानकारी के अनुसार पिनगवां के वार्ड 11 का रहने वाला 7 साल का जावेद शुक्रवार को बारिश बंद होने के बाद अपने बहन भाइयों के संग घर से थोड़ी दूर खेलने के लिए गया था। खेलते खेलते जावेद अपनी चप्पल उतारकर वह करीब 8 फीट गहरे गड्ढे में नहाने के लिए कूद गया। इसमें बारिश का पानी भरा हुआ था। बताया जा रहा है कि मृतक जावेद गड्ढे में धंस गया और ऊपर न आ सका। मृतक जावेद के बहन भाई घबराकर घर पहुंचे तो उन्होंने अपने माता पिता को जावेद के पानी में डूबने की खबर दी। जिसके बाद लोगों की मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। दर्जन भर लोग जावेद को तलाश करने के लिए गड्ढे में कूद गए। काफी मशक्कत के बाद एक युवक का पैर जावेद के शरीर के टच हुआ। इसके बाद बच्चे को बाहर निकाला, लेकिन बच्चा तब तक मर चुका था। बताते हैं कि जैसे ही बच्चा गड्ढे में कूदा तो वह गहरे पानी में डूब गया और ऊपर से मिट्टी की ढाह उसके ऊपर टूट कर गिर गई। इससे वह उसके नीचे दब गया और उपर नहीं आ सका। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे को बाहर निकाला तब तक बच्चे की मौत हो गई।