हरियाणा के नूंह जिले के पिनगवां कस्बे में ईदगाह के समीप शुक्रवार को एक सात वर्षीय बच्चे की पानी में डूबने से मौत हो गई। बच्चे की पहचान जावेद पुत्र सलीम निवासी पिनगवां के रूप में हुई है। सात साल का मासूम सुबह करीब नौ बजे घर से थोड़ी दूर अपने बहन भाइयों के साथ खेलने गया था। जहां पर वह गड्ढे में भरे हुए पानी में नहाने के लिए कूद गया। गड्ढे की गहराई करीब आठ फीट बताई जा रही है। बच्चा इसमें डूब गया। गड्ढे में बरसाती पानी भरा हुआ था। जानकारी के अनुसार पिनगवां के वार्ड 11 का रहने वाला 7 साल का जावेद शुक्रवार को बारिश बंद होने के बाद अपने बहन भाइयों के संग घर से थोड़ी दूर खेलने के लिए गया था। खेलते खेलते जावेद अपनी चप्पल उतारकर वह करीब 8 फीट गहरे गड्ढे में नहाने के लिए कूद गया। इसमें बारिश का पानी भरा हुआ था। बताया जा रहा है कि मृतक जावेद गड्ढे में धंस गया और ऊपर न आ सका। मृतक जावेद के बहन भाई घबराकर घर पहुंचे तो उन्होंने अपने माता पिता को जावेद के पानी में डूबने की खबर दी। जिसके बाद लोगों की मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। दर्जन भर लोग जावेद को तलाश करने के लिए गड्ढे में कूद गए। काफी मशक्कत के बाद एक युवक का पैर जावेद के शरीर के टच हुआ। इसके बाद बच्चे को बाहर निकाला, लेकिन बच्चा तब तक मर चुका था। बताते हैं कि जैसे ही बच्चा गड्ढे में कूदा तो वह गहरे पानी में डूब गया और ऊपर से मिट्टी की ढाह उसके ऊपर टूट कर गिर गई। इससे वह उसके नीचे दब गया और उपर नहीं आ सका। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे को बाहर निकाला तब तक बच्चे की मौत हो गई। हरियाणा के नूंह जिले के पिनगवां कस्बे में ईदगाह के समीप शुक्रवार को एक सात वर्षीय बच्चे की पानी में डूबने से मौत हो गई। बच्चे की पहचान जावेद पुत्र सलीम निवासी पिनगवां के रूप में हुई है। सात साल का मासूम सुबह करीब नौ बजे घर से थोड़ी दूर अपने बहन भाइयों के साथ खेलने गया था। जहां पर वह गड्ढे में भरे हुए पानी में नहाने के लिए कूद गया। गड्ढे की गहराई करीब आठ फीट बताई जा रही है। बच्चा इसमें डूब गया। गड्ढे में बरसाती पानी भरा हुआ था। जानकारी के अनुसार पिनगवां के वार्ड 11 का रहने वाला 7 साल का जावेद शुक्रवार को बारिश बंद होने के बाद अपने बहन भाइयों के संग घर से थोड़ी दूर खेलने के लिए गया था। खेलते खेलते जावेद अपनी चप्पल उतारकर वह करीब 8 फीट गहरे गड्ढे में नहाने के लिए कूद गया। इसमें बारिश का पानी भरा हुआ था। बताया जा रहा है कि मृतक जावेद गड्ढे में धंस गया और ऊपर न आ सका। मृतक जावेद के बहन भाई घबराकर घर पहुंचे तो उन्होंने अपने माता पिता को जावेद के पानी में डूबने की खबर दी। जिसके बाद लोगों की मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। दर्जन भर लोग जावेद को तलाश करने के लिए गड्ढे में कूद गए। काफी मशक्कत के बाद एक युवक का पैर जावेद के शरीर के टच हुआ। इसके बाद बच्चे को बाहर निकाला, लेकिन बच्चा तब तक मर चुका था। बताते हैं कि जैसे ही बच्चा गड्ढे में कूदा तो वह गहरे पानी में डूब गया और ऊपर से मिट्टी की ढाह उसके ऊपर टूट कर गिर गई। इससे वह उसके नीचे दब गया और उपर नहीं आ सका। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे को बाहर निकाला तब तक बच्चे की मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में कार और डम्पर में टक्कर:ड्राइवर पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल, अलेवा गांव से कुरुक्षेत्र जा रहे थे दोनों हरियाणा के करनाल के काछवा बाईपास पर पश्चिमी यमुना नहर के पास डंपर और स्विफ्ट कार के बीच भीषण टक्कर हुई है। हादसा इतना भीषण था कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। कार में सवार युवक अपने पिता के साथ अलेवा गांव से कुरुक्षेत्र जा रहा था। इस हादसे में कार में सवार पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, टक्कर में डंपर भी आगे से मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है। हादसे के तुरंत बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। फ्रूट मंडी कुरूक्षेत्र में करते है काम- घटना के समय कार कैथल से कुरुक्षेत्र की ओर जा रही थी जबकि डंफर काछवा की तरफ से आ रहा था। कार चालक के भाई संदीप ने बताया कि डंफर चालक बहुत ही लापरवाही से गाड़ी चला रहा था। उसका भाई मोहन लाल और पिता राजाराम कुरुक्षेत्र मंडी में जा रहे थे। उनका फल का व्यापार है और वे हर रोज सुबह चार बजे घर से मंडी के लिए निकलते हैं। दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। जिनका इलाज करनाल के निजी अस्पताल में चल रहा है। पुलिस कर रही है मामले की जांच रामनगर थाना पुलिस हादसे की सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस आसपास के CCTV कैमरों को खंगाल कर डंफर चालक की पहचान करने की कोशिश कर रही है। फिलहाल, दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर जांच जारी है।
अब हुड्डा गुट भी ढूंढेगा हार के कारण:कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने बनाई 8 मेंबरी कमेटी; हुड्डा के समधी चेयरमैन, सैलजा कैंप को जगह नहीं
अब हुड्डा गुट भी ढूंढेगा हार के कारण:कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने बनाई 8 मेंबरी कमेटी; हुड्डा के समधी चेयरमैन, सैलजा कैंप को जगह नहीं हरियाणा में कांग्रेस हार के कारण तलाश रही है, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी उसे कारण नहीं मिल पाए हैं। हाईकमान के बाद अब प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान भी कारण जानने में जुट गए हैं। इसके लिए उन्होंने 8 सदस्यों की कमेटी बनाई है। यह कमेटी हार के कारणों की रिपोर्ट एक सप्ताह में बनाएगी। पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण सिंह दलाल को इस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। कांग्रेस लीगल सेल के अध्यक्ष केसी भाटिया, आफताब अहमद, वीरेंद्र राठौड़, विजय प्रताप सिंह, वीरेंद्र बुल्ले शाह, मनीषा सांगवान और जयवीर वाल्मीकि इस कमेटी में शामिल हैं। खास बात यह है कि हरियाणा कांग्रेस की बनाई इस कमेटी में भी गुटबाजी देखने को मिली। कुमारी सैलजा के मौजूदा संसदीय क्षेत्र और पुराने क्षेत्र से किसी को भी कमेटी में जगह नहीं दी गई है। सिरसा और अंबाला से कमेटी में कोई सदस्य शामिल नहीं किया गया है। इस कमेटी में हुड्डा गुट के सदस्यों को ही जगह दी है। कांग्रेस हाईकमान ने बनाई थी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी
हरियाणा विधानसभा चुनाव में अच्छे माहौल के बावजूद कांग्रेस की हार हुई है। इसकी जांच के लिए हाईकमान ने एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी, जिसने हरियाणा के सभी नेताओं से वन टू वन बात की थी। इस कमेटी में छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल और राजस्थान के कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी शामिल थे। कमेटी ने हरियाणा में चुनाव हारे 53 नेताओं से बातचीत की थी। हर नेता से 4 तरह के सवाल पूछे थे, जिसके बाद कमेटी ने इसकी लिखित रिपोर्ट तैयार की। उसमें EVM से ज्यादा चुनाव के बीच तालमेल की कमी और गुटबाजी की वजह सामने आई थी। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को हिसार के 3 उम्मीदवारों ने क्या कहा… 1. रामनिवास घोड़ेला- भीतरघात से चुनाव हारे
बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार रहे रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि गुटबाजी के कारण कांग्रेस चुनाव हार गई। मेरी विधानसभा में राहुल गांधी का दौरा रहा, मगर कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने रैली के तुरंत बाद बयान दिया कि होर्डिंग्स पर मेरी फोटो नहीं लगाई, जनता इसका बदला लेगी। उस बयान का भी असर रहा। कांग्रेस नेताओं ने खुलकर बगावत की। इनेलो नेता संजना सातरोड़ को वोट डलवाए। कार्यकर्ताओं को फोन कर कहा गया कि रामनिवास को वोट नहीं देना। भीतरघात के कारण चुनाव हारे। 2. रामनिवास राड़ा- कांग्रेस ने ही कांग्रेस को हराया
हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने ही कांग्रेस को हराने का काम किया। हिसार के 7-8 नेताओं ने भीतरघात किया। यह नेता हरियाणा के एक गुट से जुड़े नेता हैं। मेरी मदद सिर्फ कुमारी सैलजा ने की। मैं उन नेताओं के घर 2 से 3 बार मदद मांगने गया, मगर मेरा टाइम खराब किया। 3, 4 और 5 अक्टूबर को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खूब टेलिफोन घुमाए। उनका एक ही इशारा था कि रामनिवास राड़ा को हराओ, सावित्री जिंदल को जिताओ। मैंने प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अशोक गहलोत के दौरे के लिए अप्लाई किया था, मगर यहां के सीनियर नेताओं ने किसी स्टार प्रचारक का दौरा नहीं होने दिया। 6 EVM ऐसी मिलीं जिनकी बैटरी 99% चार्ज थी। 3. अनिल मान : भीतरघात से चुनाव हारे
नलवा विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार अनिल मान ने बताया कि भीतरघात के कारण चुनाव हारे। संपत सिंह जैसे सीनियर नेताओं ने टिकट न मिलने के कारण भीतरघात किया। संपत सिंह ने भाजपा उम्मीदवार रणधीर पनिहार को वोट डलवाए। EVM का भी बड़ा रोल रहा। कई EVM ऐसी थीं, जिनकी बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज थी। अगर यह सब चीजें न रही होतीं तो चुनाव जीत सकते थे। जाट विरोधी वोटों का ध्रुवीकरण हुआ
एक उम्मीदवार ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हरियाणा चुनाव में जाटों के विरोध में वोटों का ध्रुवीकरण हुआ है। भाजपा ने जाटों को लेकर ऐसा माहौल बना दिया, जो दूसरी जगहों पर मुसलमानों के खिलाफ होता है। दूसरी जातियों को कहा गया कि अगर कांग्रेस जीती तो सब कुछ जाटों के हाथ में चला जाएगा। मैं इससे प्रभावित हुआ। ज्यादा नुकसान तब और हुआ, जब राहुल गांधी के मंच पर रहते हुए भी भूपेंद्र हुड्डा ने मेरे लिए वोट नहीं मांगे। इससे जाटों में यह मैसेज गया कि हुड्डा मेरे समर्थन में नहीं हैं। उन्होंने मुझे वोट नहीं दिए। दूसरे समुदाय ने ध्रुवीकरण की वजह से मुझे वोट नहीं दिए और मैं हार गया। बड़े नेताओं के दौरे का पता नहीं होता था
एक उम्मीदवार ने कमेटी को बताया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के दौरे के बारे में हमें पता ही नहीं होता था। हम समय पर उनके दौरे के बारे में लोगों तक बात ही नहीं पहुंचा पाते थे। इस वजह से कांग्रेस के हक में जो माहौल बनना चाहिए था, वह नहीं बन पाता था। इस बारे में लालू प्रसाद यादव के समधी पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव भी कह चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेता संपर्क से बाहर थे
एक उम्मीदवार ने बताया कि चुनाव के बीच हरियाणा की प्रदेश कांग्रेस कमेटी से संपर्क ही नहीं हो पा रहा था। वह न तो आम वर्करों के लिए पहुंच में थे और न ही उनसे फोन पर बात हो पा रही थी। उम्मीदवार ने प्रदेश कांग्रेस को हार का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनकी तुलना में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं से बात करना आसान था। राहुल गांधी ने कहा था- नेताओं के इंटरेस्ट पार्टी से ऊपर हो गए
हरियाणा चुनाव में हुई हार के बाद कांग्रेस ने दिल्ली में समीक्षा मीटिंग बुलाई थी। मल्लिकार्जुन खड़गे के घर हुई इस मीटिंग में राहुल गांधी भी मौजूद थे। यहां राहुल गांधी ने कहा था कि चुनाव हारने की वजह यह है कि हरियाणा के नेताओं के इंटरेस्ट (हित) पार्टी इंटरेस्ट से ऊपर हो गए थे। इसके बाद वह मीटिंग से चले गए। हुड्डा-उदयभान ने EVM को जिम्मेदार ठहराया
चुनाव में हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था कि EVM की वजह से कांग्रेस की हार हुई। 99% चार्ज EVM में भाजपा जीत रही थी। इसके उलट जो कम चार्ज EVM थीं, उनमें कांग्रेस को बढ़त मिली। ऐसी 26 सीटों की शिकायत उन्होंने चुनाव आयोग को दी थी। हार के बाद बाबरिया ने इस्तीफे की पेशकश की
हरियाणा में हार के बावजूद अभी तक किसी कांग्रेस नेता ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। होडल विधानसभा से चुनाव हारने वाले उदयभान भी प्रदेश अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं। हालांकि, प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने राहुल गांधी को फोन कर इस्तीफे की पेशकश की है। मगर, इसके पीछे उन्होंने खराब सेहत का हवाला दिया है। नेता विपक्ष पद के लिए दावेदारी चल रही
कांग्रेस 37 सीटें जीतकर प्रमुख विपक्षी दल बन चुकी है। ऐसे में अब नेता विपक्ष के पद के लिए दावेदारी चल रही है। हुड्डा गुट इस पर भूपेंद्र हुड्डा को ही चाहता है। उन्हें न बनाने पर झज्जर से विधायक गीता भुक्कल और थानेसर से अशोक अरोड़ा को दावेदार बनाया जा रहा है। उधर, सिरसा सांसद कुमारी सैलजा के गुट से पंचकूला के विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई का नाम आगे किया गया है। 18 अक्टूबर को इसे लेकर चंडीगढ़ में मीटिंग हुई, जिसमें सारे अधिकार हाईकमान को दिए गए। इसके बाद 4 ऑब्जर्वरों ने विधायकों से वन टू वन मीटिंग की और वापस रवाना हो गए।
हरियाणा BJP में घमासान, पनिहार का रणजीत चौटाला पर पलटवार:बोले- मैं और कुलदीप जोर न लगाते तो आदमपुर-नलवा से 50-50 हजार वोट से हारते
हरियाणा BJP में घमासान, पनिहार का रणजीत चौटाला पर पलटवार:बोले- मैं और कुलदीप जोर न लगाते तो आदमपुर-नलवा से 50-50 हजार वोट से हारते हरियाणा में हिसार लोकसभा सीट पर हारे BJP उम्मीदवार रणजीत चौटाला की कॉल रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद घमासान मच गया है। रणजीत चौटाला ने अपनी हार के लिए कुलदीप बिश्नोई, रणधीर पनिहार, कैप्टन अभिमन्यु और राज्यसभा सांसद सुभाष बराला को जिम्मेदार ठहराया। अब रणधीर पनिहार से चौटाला पर पलटवार किया है। पनिहार ने कहा- ”अगर मैं और कुलदीप बिश्नोई आदमपुर और नलवा में जोर न लगाते तो रणजीत दोनों जगह से 50-50 हजार वोटों से हारते”। पनिहार ने आगे कहा-“रणजीत चौटाला चुनाव के बाद यह सब बातें बोल रहे हैं। अगर हिम्मत करते तो चुनाव से एक दिन पहले कहते। चुनाव से एक दिन पहले मेरे फार्म हाउस पर कार्यकर्ताओं के सामने चौटाला मेरे कार्यकर्ताओं के सामने तो ये कहकर आया था कि रणधीर पनिहार, मैं आपकी हर बात का वजन रखूंगा।” पनिहार के पलटवार के बाद अब इस मामले में कुलदीप बिश्नोई, कैप्टन अभिमन्यु और भाजपा की लोकसभा चुनाव समिति के संयोजक बनाए सुभाष बराला भी चौटाला के आरोपों पर खुलकर अपनी बात रख सकते हैं। जिसके बाद यहां भाजपा के भीतर की कलह और तेज हो सकती है। हिसार में रणजीत चौटाला के मंच पर नहीं गए रणधीर
रणजीत चौटाला ने सोमवार देर शाम को हिसार में वर्करों की मीटिंग बुलाई। इस दौरान मंच पर भाजपा के तमाम जिले के पदाधिकारी बैठे रहे। मगर कुलदीप बिश्नोई के करीबी नेता रणधीर पनिहार मंच के सामने कुर्सी पर बैठे। वह ना तो मंच पर गए और ना ही रणजीत चौटाला के नजदीक गए। वह रणजीत चौटाला का भाषण सुनकर कार्यक्रम से चलते बने। बाद में जब मीडिया ने रणधीर पनिहार के मंच पर ना जाने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं लेट आया था इसलिए जहां जगह मिली, वहां बैठ गया। मैं भाजपा के कार्यक्रम में आया था। रणजीत चौटाला के वायरल ऑडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए रणधीर पनिहार ने कहा कि रणजीत चौटाला मेरा नाम तो दिन में रात में सोते जागते लेता रहता है इसमें कुछ खास नहीं है। मैं इन सब चीजों को नहीं सोचता। रणजीत को शक, कुलदीप के कहने पर पनिहार ने कांग्रेस को वोट डलवाई
दरअसल, रणजीत चौटाला को चुनाव के बाद कार्यकर्ताओं से फीडबैक मिला था कि आदमपुर और नलवा में हार का कारण कुलदीप बिश्नोई है। रणजीत को फीडबैक मिला कि रणधीर पनिहार ने अपने समर्थकों को रणजीत के लिए वोट ना डालकर जयप्रकाश के लिए वोट डलवाए। इतना ही नहीं यह सब कुलदीप बिश्नोई के इशारे पर किया गया। आदमपुर में भी लोगों ने रणजीत की जगह जयप्रकाश को वोट डाले। अपने समर्थकों से मिले फीडबैक के आधार पर रणजीत चौटाला ने एक रिपोर्ट तैयार की है। बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में रणधीर पनिहार के ऑडियो भी हैं जिसमें वह रणजीत को वोट ना डालने की बात कर रहे हैं। नलवा और आदमपुर में भाजपा हार गई
दरअसल लोकसभा चुनाव में आदमपुर और नलवा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को जीत की उम्मीद थी वह दोनों जगहों से 50 हजार का मार्जिन लेकर चल रहे थे। मगर जब नतीजे आए तो आदमपुर से लीड के बजाय 6,384 वोट से रणजीत चौटाला कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश से पीछे रह गए। इसी तरह नलवा से कांग्रेस के उम्मीदवार जयप्रकाश को 55 हजार 362 वोट मिले जबकि रणजीत को 52 हजार 923 वोट मिले। चौटाला यहां कांग्रेस के जयप्रकाश से 2439 वोट से पीछे रहे। इस प्रकार रणजीत को लीड मिलने के बजाय जयप्रकाश को यहां से 8823 वोटों की लीड मिल गई। जो रणजीत की हार का सबसे बड़ा कारण बनी। कांग्रेस की टिकट पर नलवा से चुनाव लड़ चुके हैं रणधीर
रणधीर पनिहार 2019 में नलवा से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। रणधीर पनिहार का मुकाबला भाजपा के रणबीर गंगवा से हुआ था। मगर रणधीर चुनाव हार गए और रणबीर गंगवा जीतकर डिप्टी स्पीकर के पद पर पहुंचे। रणबीर गंगवा को चुनाव में 47 हजार 523 वोट मिले, उनका वोट शेयर 41.09 प्रतिशत रहा। वहीं रणधीर पनिहार को 37 हजार 851 वोट मिले उनका वोट शेयर 37.72 प्रतिशत था। अब दोनों ही नेता भाजपा में हैं बावजूद इसके रणजीत चौटाला जीतने के बजाय हार गए। रणजीत चौटाला इसी को लेकर रणधीर पनिहार पर भीतरघात करने का आरोप लगा रहे हैं। हिसार से टिकट के दावेदार थे कुलदीप और अभिमन्यु
हिसार लोकसभा सीट से सांसद बृजेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़ कांग्रेस जॉइन कर ली। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई और कैप्टन अभिमन्यु ने टिकट पर दावा ठोका। हालांकि भाजपा ने इन्हें टिकट देने के बजाय निर्दलीय विधायक रणजीत चौटाला को पार्टी में शामिल कर हिसार से टिकट दे दी। इसके बाद कुलदीप नाराज रहे और प्रचार में नहीं आए। हालांकि पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और फिर सीएम नायब सैनी के मनाने पर वे सिर्फ आदमपुर में प्रचार करने आए। वहीं कैप्टन अभिमन्यु भी शुरूआती समय में प्रचार से दूर रहे। रणजीत चौटाला की वायरल कॉल रिकॉर्डिंग की खबर पढ़ें हिसार से हारे BJP उम्मीदवार बोले- कुलदीप-पनिहार गंदा कर गए, बराला-अभिमन्यु ने नाश किया; खिंचाई होगी, माफ नहीं करूंगा हरियाणा में हिसार लोकसभा सीट से चुनाव हारे रणजीत चौटाला की कॉल रिकॉर्डिंग ने BJP के भीतर घमासान मचा दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह कॉल रिकॉर्डिंग 1 मिनट 24 सेकेंड की है। जिसमें रणजीत चौटाला अपनी हार के लिए हिसार के बड़े नेताओं कुलदीप बिश्नोई, कैप्टन अभिमन्यु, रणधीर पनिहार और भाजपा चुनाव समिति के चेयरमैन सुभाष बराला को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हालांकि इस कॉल रिकॉर्डिंग में रणजीत चौटाला की आवाज की भास्कर पुष्टि नहीं करता (पूरी खबर पढ़ें)