हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिला में पंजाब मोहाली के गांव सारंगपुर वासी सतबीर कौर ने पुलिस को दी शिकायत के बाद दिए बयान में बताया कि उसकी शादी मार्च 2017 में इस्माइलपुर वासी गगनदीप सिंह के साथ हुई थी। इससे उसके पास छह वर्षीय लड़की नवताज कौर है। उसके पति गगनदीप सिंह ने उसके नाम अपनी पुश्तैनी जमीन में से तीन एकड़ उसके नाम करवा दी थी। लोन लेकर पति चला गया विदेश अक्तूबर 2018 में उसका अपने पति से झगड़ा होने के कारण वह अपने मायके चली गई। उसके बाद उसके पति ने उसके नाम से फर्म खोलकर उसके खाते की चेकबुक से दिसम्बर 2018 में अपने दोस्त की फर्म में 3 लाख 90 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इतना ही नहीं जून 2019 में उसके नाम से ग्रामीण बैंक से 18 लाख 43 हजार रुपए का लोन लेकर उसका पति विदेश चला गया। उसके बाद से उनका अभी तक कोई अता पता नहीं है। इसके बाद उसके दादा ससुर देशराज ने सीनियर सिटीजन एक्ट के तहत दावा कर उसके नाम से जमीन का इंतकाल तुड़वा दिया था, लेकिन वह सभी अपीलों में जीत गई थी। जिसके बाद उसके नाम दोबारा इंतकाल चढ़ गया। उसके पति द्वारा किए गए उसके फर्जी हस्ताक्षर के बारे में पुलिस को भी शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। हस्ताक्षर का आज तक नहीं हुआ खुलासा उसके नमूना हस्ताक्षर तहसीलदार कोर्ट के माध्यम से विवादित चेक पर हुए हस्ताक्षर के मिलान के लिए मधुबन करनाल भेजे गए थे, लेकिन इसका नतीजा भी आज तक प्राप्त नहीं हुआ। इसके बाद उसके ससुर ने उसके द्वारा लगाई गई गेहूं की फसल हाई कोर्ट के आदेशों के खिलाफ जाकर पोर्टल करवाकर चोरी से काट ली। उसको यह जानकारी पोर्टल के माध्यम से मिली, जबकि उसके ससुर के पास न तो कोई जमीन है और ना ही कोई इंतकाल है। पुलिस द्वारा इस मामले को लेकर एडीए से राय लेने पर कई आपत्तियां पाई गई। पुलिस के अनुसार मामले में अभी और गहनता से जांच करने की जरूरत है। फिलहाल पुलिस ने धोखाधडी के आरोप में पति गगनदीप सिंह और ससुर अमरीक सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिला में पंजाब मोहाली के गांव सारंगपुर वासी सतबीर कौर ने पुलिस को दी शिकायत के बाद दिए बयान में बताया कि उसकी शादी मार्च 2017 में इस्माइलपुर वासी गगनदीप सिंह के साथ हुई थी। इससे उसके पास छह वर्षीय लड़की नवताज कौर है। उसके पति गगनदीप सिंह ने उसके नाम अपनी पुश्तैनी जमीन में से तीन एकड़ उसके नाम करवा दी थी। लोन लेकर पति चला गया विदेश अक्तूबर 2018 में उसका अपने पति से झगड़ा होने के कारण वह अपने मायके चली गई। उसके बाद उसके पति ने उसके नाम से फर्म खोलकर उसके खाते की चेकबुक से दिसम्बर 2018 में अपने दोस्त की फर्म में 3 लाख 90 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। इतना ही नहीं जून 2019 में उसके नाम से ग्रामीण बैंक से 18 लाख 43 हजार रुपए का लोन लेकर उसका पति विदेश चला गया। उसके बाद से उनका अभी तक कोई अता पता नहीं है। इसके बाद उसके दादा ससुर देशराज ने सीनियर सिटीजन एक्ट के तहत दावा कर उसके नाम से जमीन का इंतकाल तुड़वा दिया था, लेकिन वह सभी अपीलों में जीत गई थी। जिसके बाद उसके नाम दोबारा इंतकाल चढ़ गया। उसके पति द्वारा किए गए उसके फर्जी हस्ताक्षर के बारे में पुलिस को भी शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। हस्ताक्षर का आज तक नहीं हुआ खुलासा उसके नमूना हस्ताक्षर तहसीलदार कोर्ट के माध्यम से विवादित चेक पर हुए हस्ताक्षर के मिलान के लिए मधुबन करनाल भेजे गए थे, लेकिन इसका नतीजा भी आज तक प्राप्त नहीं हुआ। इसके बाद उसके ससुर ने उसके द्वारा लगाई गई गेहूं की फसल हाई कोर्ट के आदेशों के खिलाफ जाकर पोर्टल करवाकर चोरी से काट ली। उसको यह जानकारी पोर्टल के माध्यम से मिली, जबकि उसके ससुर के पास न तो कोई जमीन है और ना ही कोई इंतकाल है। पुलिस द्वारा इस मामले को लेकर एडीए से राय लेने पर कई आपत्तियां पाई गई। पुलिस के अनुसार मामले में अभी और गहनता से जांच करने की जरूरत है। फिलहाल पुलिस ने धोखाधडी के आरोप में पति गगनदीप सिंह और ससुर अमरीक सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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